पड़ोसन भाभी को अपने घर में चोदा

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Bhabhi ki chudai mere ghar me - Hindi sex kahani

हेलो फ्रेंड्स, आई एम न्यू हियर. ये मेरी पहली सेक्स स्टोरी है. अगर आप लोगो को कुछ गलत लगे, तो प्लीज मुझे माफ़ कर दीजिएगा. सो मैं पहले अपना इंट्रोडक्शन आप सब को दे देता हु. मैं गांधीनगर गुजरात में हु अभी. कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सिख रहा हु.

तो मैं आप सबको को बता दू. वैसे तो हम लोगो का पड़ोस बहुत अच्छा है और बहुत सारे घर है आसपास. लेकिन हम लोगो के ठीक सामने भाभी का घर है. उस घर में तीन मेंबर है भैया, भाभी और उनकी माताजी. भैया जॉब करते है और भाभी घर संभालती है.

आप सब को बता दू, कि भाभी की ऐज कोई २७ की होगी और वो मस्त करारी सेक्सी है. रंग उनका थोड़ा सांवला है, लेकिन माल मस्त है. मुझे तो वो पहली ही नजर में भा गयी थी. उनके लम्बे - लम्बे बाल भी बड़े खूबसूरत है. जो भी उसको एक बार देख लेता है, मत में जरूर सोचता है. काश इसकी चूत मिल जाए एक बार.

भाभी काफी फ्रेंडली भी है और थोड़े ही दिनों में वो और मम्मी बातें करने लगे थे और फिर तो वो हम लोगो के घर जाने लगी थी.

चलिए अब बताते है स्टोरी क्या है? ये मेरे कॉलेज के टाइम की बात है. एक दिन मैं कॉलेज के लिए लेट हो गया था और बहुत ही जल्दी में जा रहा था. भाभी उस वक्त दूकान से कुछ सामान ले कर वापस आ रही थी. मैं बहुत जल्दी में था और उनको देख नहीं पाया. ना ही उन्होंने मुझे देखा और हम दोनों एकदम से टकरा गए. वो गिरने ही वाली थी, कि मैंने उनको पकड़ कर संभाल लिया. थोड़ी देर तक हम दोनों उसी पोज में रहे और हम ठीक हो पाते, उस से पहले ही पीछे तेज बाइक आ रही थी. मैंने बाइक को देख लिया था और भाभी को बचाने के लिए उनको अपनी ओर तेजी से खींच लिया.

उनके बूब्स मेरी चेस्ट में धस गए और आ कर ऐसे चिपक गए, मानो किसी ने फेविकोल लगा दिया हो. वेल वो थोड़ी मॉडर्न टाइप की है, तो वो एकदम से हंस दी और बोली - इतनी जल्दी में क्यों है? मुझे कुछ सुनाई नहीं दे रहा था. मेरी नजरे तो केवल उनके होठो पर ही टिकी हुई थी. वो मेरी इस हालत को देख कर बोली - क्या हुआ? अब छोड़ेगा भी मुझे या मुझे भी अपने साथ कॉलेज ले जाने का मन है? इतने में मैंने उनको छोड़ दिया और कहा - भाभी आप भी चलो. वैसे भी आप से ज्यादा ब्यूटीफुल कोई हम लोगो की क्लास में नहीं है.

वो हँस कर बोली - अच्छा जी. मुझे कॉलेज ले जाकर तुम्हे अपनी गर्लफ्रेंड से लड़ाई करनी है. मैंने कहा, मेरी अभी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है. तो वो बोली - मुझे बनाओ मत. मैंने कहा, सच में नहीं है. इतना कहते ही मुझे याद आया, कि मैं लेट हो रहा हु. तो मैंने कहा - भाभी शाम को बात होगी इस टॉपिक पर. अभी तो मैं बहुत लेट हो चूका हु.

वो थोड़ा मुस्करा कर बोली, ठीक है. जा बाई और मैं कॉलेज चला गया.

फिर पुरे दिन मेरे दिमाग में वो ही सीन चलता रहा. जब मैं वापस घर आया, तो भाभी हम लोगो के घर पर ही थी. मुझे देख कर वो स्माइल करने लगी और बोली - वेलकम डिअर.

मैंने भी स्माइल दे दी और पूछा - आप यहाँ?

वो बोली - हाँ, मैं यहाँ.

मैंने कहा - अरे बाबा मेरे कहने का मतलब है कि, सब लोग कहाँ चले गए है और आप हम लोगो के घर पर क्या कर रही हो?

वो सिर्फ हंसती रही.

और फिर मुझे याद आया, कि मम्मी पापा बाहर जाने वाले थे २ दिन के लिए.

फिर मैंने पूछा, आप यहाँ क्या कर रहे हो?

वो मजाक के मूड में थी और वो बोली - तुम्हारी गर्लफ्रेंड का फोटो ढूंढ रही हु.

इतना बोल कर वो बहुत जोर से हसने लगी.

फिर उन्होंने बताया, कि मम्मी ने उनको मेरी देखभाल करने के लिए उनके घर में रहने को कहा है.

मैंने कहा, प्लीज भाभी मजाक मत करो. बताओ ना.

वो बोली - तेरे भैया जॉब पर चले गए है और वो वहीँ से बाहर चले जाएंगे. दादी ने भी तेरी देखभाल करने को कहा है.

ये सुनते ही मैं तो बहुत खुश हो गया और मैंने कहा - फिर तो ठीक है.

दोपहर हो चुकी थी, मैंने उनको पूछा - आप ने कुछ खाया?

तो उन्होंने बोला, कि वो मेरा ही वेट कर रही थी. मैंने जल्दी से कपडे चेंज किये और फ्रेश हो गया.

फिर हम लंच करने लगे. वो कुछ सैड लग रही थी. मैंने उनको पूछा, भाभी क्या हुआ? तो उन्होंने मुझे कोई आंसर नहीं दिया. फिर मैंने उनका हाथ पकड़ा और जोर से हिलाकर चिल्लाया - "भाभी".. !

वो एकदम से चॉक गई और पूछने लगी, कि क्या हुआ? मैंने कहा - आप थोड़े सेड लग रहे हो? तो बोली - कुछ नहीं. फिर मैंने रहने दिया और थोड़ी देर की चुप्पी के बाद वो बोली, कि वो भैया को मिस कर रही है और फिर वो कुछ बोलने वाली थी. लेकिन कुछ सोच कर वो एकदम से रुक गयी.

मैंने कहा, क्या हुआ? रुक क्यों गए? पूरी बात बताओ. वो बोली - तुम रहने दो. तुम नहीं समझ पाओगे. लेकिन मैंने फिर भी उसको फ़ोर्स किया, तो वो मान गई और बोली यहाँ नहीं, बैडरूम में. हम दोनों ने जल्दी से खाना खत्म किया और बैडरूम में चले गए,

वो थोड़ी देर ऐसे बैठी रही. मैंने फिर से बोल - बोलो तो सही, क्या बात है? या ऐसे ही बैठे रहने का इरादा है?

वो मेरी तरफ देखने लगी. उनकी आँखों में पानी भरा हुआ था. ये देख कर मैं थोड़ा सा उनकी तरफ सरक गया और पूछा - क्या हुआ? तो वो एकदम से रोने लगी. सा डर लगा और मैंने पूछा, कि क्या हुआ? तो उन्होंने मुझे बताया, कि वो अपने पति से खुश नहीं है.

फिर मैंने उनको थोड़ा समझाया, कि आप रोते हुए अच्छे नहीं लगते हो. तो वो थोड़ा सा मुस्कुरा दी. फिर मैंने उनको शांत कर दिया.

मैं समझ गया था, कि भाभी को मेरे साथ सेक्स करना है. उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली, कि तेरे भैया का बहुत छोटा है. तो मैंने ऐसी ही पूछ लिया, क्या छोटा है? तो वो थोड़ी सी शरमाई और मेरे गाल को पकड़ खींच कर बोली - अच्छा बताऊ? मुझे मालूम है, तू बहुत बड़े हो गए हो, अब समझ भी जाओ ना. ये बात सुनते ही, मेरा लण्ड एकदम से कड़क हो गया. शायद भाभी ने मेरे लण्ड की इस हरकत को नोटिस कर लिया था, लेकिन उन्होंने कोई रिएक्शन नहीं किया.

वो खड़ी हुई और रोते - रोते बोली - फैमिली को एक बेबी चाहिए और इनसे मैं सेटिस्फ्य नहीं हु. मैं अब समझ चूका था, कि भाभी को क्या चाहिए? पर सोचा, क्यों ना पहले थोड़ी मस्ती की जाए!

वो बोली - मैं किसी के साथ भी सेक्स करने के लिए रेडी हु. बस मुझे एक बेबी चाहिए. इतना कह कर वो एकदम से चुप हो गयी.

मैंने कहा - भाभी मेरी जान, मैं ऐसे लड़को को जानता हु जो आप को एकदम सेटिस्फ्य कर देंगे.

इतना सुनते ही वो तेजी से उठी और मुझे किस कर दिया. मैंने कहा - रुको भाभी. ये क्या कर रही हो? तो उन्होंने कहा - अपने देवर के साथ क्या शर्माना.

अब मेरा लण्ड भी गरम हो रहा था. मैंने भी उनको रोका नहीं और मैंने उनको अपनी बाहो में लेकर उनको किश करना शुरू कर दिया. १० मिनट के बाद हम अलग हुए और वो बोली - मुझे तू चाहिए. कोई और से मैं नहीं करवाना चाहती.

वो ये सब कह रही थी और मैं उनकी आँखों में देख रहा था. लाल रंग की साड़ी में वो क्या जबरदस्त आइटम लग रही थी. लग रहा था, जैसे कि उनके बड़े - बड़े बूब्स मुझे बुला रहे है और फिर मैं उनके पास गया और खड़ा किया और उनके फोरहेड पर किस कर दिया. फिर नैक पर किस करते हुए मैंने उनकी साड़ी निकाल दी. और अब मैं उनकी ब्रा के ऊपर से ही उनके बूब्स को सहला रहा था. उनके बूब्स बहुत सॉफ्ट थे. वो आँखे बंद कर के मजे ले रही थी. अब मैंने उनकी दोनों चूचियाँ कसकर पकड़ ली और उनके होठो पर अपने होठ रख कर चूसने लगा. अब भाभी भी मेरा साथ दे रही थी. भाभी के साथ १० - १५ मिनट किस किया और फिर से उनकी नैक पर किस करने लगा. वो मदहोश हो रही थी और जोर - जोर से सिसकारियाँ ले रही थी.

मैंने उनकी ब्रा को उतार कर फेंक दिया और मैंने अपने कपडे भी उतार दिए. मैंने अब सिर्फ अंडरवियर में था और मैं उनके ऊपर लेट गया. मैंने उनको उल्टा किया और कमर पर किस करने लगा. ऐसा करते वक्त मेरा लण्ड उनकी गांड के बीच में रगड़ रहा था. उनको भी बड़ा मजा आ रहा था. थोड़ी देर ऐसे ही रहने के बाद वो बहुत कामुक हो रही थी और सिसकारियाँ ले रही थी और बेडशीट को नोच रही थी. फिर मैंने उन्हें सीधा किया और उनके बूब्स को मुंह में ले लिया और जोर - जोर से चूसने लगा. वो तड़पने लगी थी और अहहहह अहहहहह आहहहहहह कर रही थी.

उनकी दोनों चूचियाँ पीने के बाद मैंने उनकी पैंटी भी उतार दी और एकदम नंगी हो चुकी थी. फिर मैंने उनको सिर से लेकर पाँव तक चूमा. मेरे हर किस पर वो मचल रही थी. फिर मैं उनकी जांघों पर किस करने लगा था और वो वहां से किस करते हुए उनकी चूत को भी सहला रहा था. फिर अचानक से मैं उनकी टाइट चूत में ऊँगली डाल दी और उनके मुंह से अहहहह निकल गयी. फिर मैं धीरे - धीरे उनकी चूत में अपनी ऊँगली को अंदर - बाहर करने लगा था. वो जोर - जोर से अहहआा स्सस्सस्सस्स अहहहहहह ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् कर रही थी. थोड़ी देर तक ऐसा करने के बाद उन्होंने मेरे अंडरवियर में हाथ डाल दिया और मेरे लण्ड को सहलाने लगी. फिर उन्होंने कहा - अब और मत तड़पाओ.

लेकिन मुझे तो अभी उनकी चूत का मजा लेना था. तो मैंने अपना मुंह उनकी टांगो के बीच में लगा दिया. मेरा लण्ड अब उनके मुंह के सामने थे. मैंने उनकी कमर के नीचे एक पिलो लगा दिया और को चाटना शुरू कर दिया. वो बहुत ही उत्तेजित हो उठी और मेरे लण्ड को पकड़ हिलाने लगी. अब हम ६९ की पोजीशन में आ गए. जैसे ही मैंने उनकी चूत को चाटना शुरू किया, उसने भी मेरा लण्ड अपने मुंह में भर लिया और लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी. करीब १० मिनट के बाद हम दोनों झड़ गए. वो मेरा सारा पानी पी गई और उस ने मेरे लण्ड को चाटकर फिर से कड़क कर दिया.

अब उनकी चूत में लण्ड डालने की बारी थी. लेकिन उनकी टाइट चूत होने की वजह से दिक्कत हो रही थी. मैंने उनकी चूत के नीचे एक और तकिया लगा दिया और उनकी दोनों टांगो को फैला दिया. फिर मैं अपने हथियार को ले कर तैयार हो गया. वो बोली - आजा मेरे शेर. मैंने अपने लण्ड को उनकी चूत पर लगाया और अपने लण्ड को उनकी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया. वो एकदम से तड़प उठी. वो मेरे लण्ड के लिए बहुत ज्यादा तड़प रही थी और अपनी गांड को उठा कर मेरे लण्ड को अंदर करने की कोशिश कर रही थी. मैंने धीरे से अपने लण्ड को उसकी चूत के अंदर कर दिया. चूत गीली होने की वजह से लण्ड पूरा एक ही बार में अंदर चले गया. वो चीख पड़ी और बोली - निकाल इसे. बहुत बड़ा है ये तो. मुझे बहुत दर्द हो रहा है. उसकी आंखो में पानी आ गया था. लण्ड के अंदर जाते ही, वो मुझ से लिपट गयी और मुझे किस करने लगी.

मैंने भी उसको कसकर जकड लिया और अपनी बाहो में ले कर उसी पोजीशन में धक्का लगाने लगा. पहले पहले उन्हें दर्द हुआ, पर बाद में वो शांत हो गयी और मज़े लेने लगी. मजा आ रहा था और वो अहहहहह अहहहहह अहहहह ऊऊफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ करके मजे ले रही थी. वो बोल रही थी "आज मजा आ गया". जब मैं धक्के मार रहा था, तो पुरे रूम में फट - फट की आवाज़ गूंज रही थी. भाभी भी उछाल - उछाल कर मेरे लण्ड को अंदर ले रही थी. उनको चोदते हुए, मैं उनके बूब्स को दबा रहा था.

कुछ देर बाद वो बस बस करने लगी. शायद उनका पानी निकल चूका था. तो मैंने भी अपने धक्कों की स्पीड बड़ा दी और थोड़ी देर बाद मैंने अपना सारा माल उनकी चूत में डाल दिया और फिर उनके ऊपर ही लेट गया. वो बहुत खुश लग रही थी अब. फिर मैंने उनको पूछा, कि आपको कैसा लगा? वो बोली, कि मेरे साथ सेक्स कर के उनको मजा आ गया. उन्हें काफी दिनों बाद ऐसा सेटिस्फैक्शन मिला था. थोड़ा आराम करने के बाद हम बाथरूम में चले गए. हम दोनों ने एक दूसरे को नहलाया और एक बाद फिर मेरा लण्ड खड़ा हो गया. मैंने भी किस करके उनको गरम कर दिया. वो घुटनो के बल बैठ गई और मेरे लण्ड को मुंह में ले कर चूसने लगी. क्या बताऊ दोस्तों, ऐसा लग रहा था, जैसे कि स्वर्ग में पहुंच गया हु.

फिर मैंने उनको आगे की तरफ झुकाया और पीछे खड़ा हो गया. मैंने अपने लण्ड को पीछे की तरफ से उनकी चूत में लगा दिया और उनकी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया. वो भी अपनी कमर को आगे - पीछे करने लगी और लण्ड को अंदर लेने की कोशिश कर रही थी. तो मैंने ज्यादा नहीं तड़पाया और मेरा पूरा लण्ड उनकी चूत में डाल दिया और उसकी कमर को पकड़ कर धक्के लगाने लगा.

वो फिर से आहे भरने लगी और शायद उनको बड़ा मजा आ रहा था और वो अहहह अहहहह अहहह कर के अपनी कमर को जोर से हिला रही थी. उनके मुंह से कामुक आवाज़े निकल रही थी. थोड़ी देर बाद हम दोनों एकसाथ झड़ गए और फ्रेश हो कर बाथरूम से बाहर आ गए. ये थी दोस्तों उस दिन की कहानी और हम दोनों पूरी रात सेक्स किया और २ दिन तक जब तक मेरे मम्मी पापा वापस नहीं आ गए.

अब जब भी भैया कहीं बाहर जाते है, तो मैं उनके घर जाता हु और भाभी के साथ खूब मजे करता हु.

तो दोस्तों, आप को कैसी लगी मेरी कहानी? अपने विचार कमेंट बॉक्स में जरूर लिखे.
 
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