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सभी पाठकों का मेरी तरफ से स्वागत है, आज मै आपके सामने अपनी एक कहानी रखने जा रहा हूं। मेरा नाम महेश है, और मेरी एक किराना दुकान है। उसी से मेरे घर का खर्चा चलता है। मेरी शादी को अभी अगले महीने में दो साल पूरे हो जाएंगे। मेरी शादी के बाद, मेरे जीवन मे बहुत से बदलाव आए है। कुछ मैने खुद लाए है, तो कुछ मेरी बीवी की वजह से मुझे अपने मे लाने पडे। इस कहानी में पढिए, मेरे बीवी के बारे में और उसके चुदक्कड बनने के बारे में। वो चुदासी हो जाने पर क्या क्या करती है, और कैसे वो अपनी चुदास मिटाती है।

मेरी बीवी का नाम अहाना है, और उसकी उम्र २६ साल है। अभी हमारा कोई बच्चा नही है, चुदाई के पूरे मजे लेने के लिए ही अहाना ने अभी इतनी जल्दी बच्चा पैदा करने से मना कर दिया। हम दोनों की अरेंज मैरिज ही हुई थी, लेकिन बाद में हम दोनों में ऐसे प्यार का रिश्ता बन गया जैसे हमारी लव मैरिज ही हो। सभी हमे देखकर यही बोलते थे। हमारी जिंदगी मस्त हसी खुशी गुजर रही थी। सेक्स लाइफ तो बहुत बढिया चल रही थी।
इस कहानी में मै आपको मेरे और मेरी पत्नी के बीच हुए कुछ किस्से बताने जा रहा हूं।
पहली रात यानी हमारी सुहागरात पे चुदाई से पहले, हमने एक-दूसरों के बारे में जानना सही समझा। और हम दोनों का ही यही मानना था, किसी भी रिश्ते को निभाने के लिए हर चीज के बारे में बात करना जरूरी है। और अब हम तो पूरी जिंदगी भर एक-दूसरे के साथ रहने वाले थे, तो एक-दूसरे से झूठ बोलकर कुछ फायदा तो होना ही नही था। तो हमने उस रात पहले एक-दूसरों के बारे में कुछ बातें जान ली, और बाकी की बातें अपने आप पता चलती जाएंगी बोलकर अब धीरे धीरे हम आगे बढने लगे थे।
आगे बढते समय अहाना बहुत ही शांत थी, तो मैने उसे इस बारे में पूछा तो वो बोली, "मेरे पहले भी दो बॉयफ्रेंड रह चुके है, और मै उनके साथ भी सेक्स कर चूकी हूं।"
तो मैने भी उसे ठीक है कहकर कहा कि, "मेरी भी पहले तीन गर्लफ्रैंड रह चुकी है। तो कोई बात नही, सबको कोई न कोई चाहिए होता है।"
तभी उसने भी मेरी तरफ देखकर एक स्माइल दी, और फिर मुझे अपनी तरफ खींच लिया। उसके खींचने से मै सीधा उसके ऊपर जा गिरा, और वो मेरे बोझ की वजह से बिस्तर पर लेट सी गई। अभी तक हम दोनों ही अपने पूरे कपडे पहने हुए थे। तभी उसने मेरे बालों में हाथ डालते हुए मुझे अपनी ओर खींचकर मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए और मेरे होठों को चूसने लगी। मै भी उसका पूरा साथ दे रहा था।

फिर धीरे धीरे मैने अपने हाथ उसकी चूचियों की तरफ ले जाकर उन्हें दबाते हुए सहलाने लगा। अब वो भी अपने हाथ मेरे शरीर पर इधर उधर फेर रही थी। उसके मुंह से अब सिसकारियां निकलना भी शुरू हो चुका था। अहाना बहुत ही गरम माल थी, जिसे देखकर ही सबके लंड खडे हो जाए। फिर मैने अहाना के बदन से धीरे धीरे करके साडी को अलग करना शुरू किया। वो पूरी तरह से श्रृंगार करके तैयार होकर बैठी थी, आज रात के लिए। तो कपडे भी अच्छे पहने थे, और उसे निकालने में भी अब थोडा समय लगना तो लाजमी ही था। साडी निकालने के बाद मैने उसे अपने पास खींचकर एक जोरदार हग दे दिया।
उसे अपने गले लगाते ही उसकी कडक चुचियां मेरी छाती में गडने लगी थी। तो मैने उसे और अपने पास खींच लिया, जिससे मुझे और मजा आने लगा था। फिर मैने उससे कहा, "तुम्हारी चुचियां तो बहुत बडी है, देखकर तो लगता नही है। क्या साइज है इनका?"
तो इस पर उसने कहा, "अब ये सिर्फ आपके लिए ही है, आप खुद ही साइज नाप लो।"
तो मैंने उसके ब्लाउज के ऊपर से ही उसकी एक चुची को अपने हथेली में भर लिया। तभी उसने मेरे लिए मेरा काम और आसान करते हुए, अपने ब्लाउज का बटन भी खोल दिया। जिससे अब उसका ब्लाउज निकल गया। नीचे उसने पैडेड ब्रा पहनी हुई थी, जिस वजह से उसके स्तन और भी टाइट लग रहे थे।
थोडी देर ब्रा के ऊपर से ही उसके स्तन मसलने के बाद मैने उसकी ब्रा को भी निकाल दिया, और अब उसके नंगे स्तनों को अपनी हथेलियों में भरकर मसलने लगा। अहाना के निप्पल बहुत ही नुकीले थे, और काले थे। बीच बीच मे मै उसके निप्पल को पकडकर हल्के से खींच भी देता था। जिससे उसके मुंह से दर्द भरी सीत्कार निकल जाती। अब अहाना भी पूरे मस्ती के मूड में आ चुकी थी। तो उसने भी मेरी शर्ट के ऊपर के बटन खोलकर वो मेरी छाती पर अपना हाथ घूमाने लगी। मेरी छाती पर हाथ घुमाने के साथ ही वो भी मेरे निप्पल को छेड देती थी।

धीरे धीरे करके अब मैने अहाना का पेटीकोट भी निकाल दिया और पैंटी को बस साइड में हटाकर उसकी चुत को अपनी उंगली से सहलाने लगा था। उसने भी अब तक मेरी पैंट के ऊपर से ही मेरे लंड को पकड लिया था, और अब वो मेरे पैंट के अंदर अपना हाथ घुसाना चाह रही थी, लेकिन घुसा नही पा रही थी। तो आखिर में मैने अपनी पैंट उतार ही दी, और अपना लंड उसके पास ले जाकर हिलाने लगा। तो उसने मेरे लंड को अपने हाथ मे लेकर पहले थोडा सहलाया और फिर मुंह मे भरकर आराम से लॉलीपाप की तरह चूसने लगी थी।

अब तक हम दोनों ही नंगे हो चुके थे, और पहली बार हम चुदाई करने जा रहे थे। मैने फिर उसे लिटाया और उसके पैर फैलाकर बीच मे आते ही उसने कहा, "आज हमारी सुहागरात है, तो आज कुछ नया करते है। मैने आज तक कभी भी अपनी गांड नही मरवाई है। तो आज आप मेरी गांड का उदघाटन कर दीजिए।"
यह सुनकर मै थोडा चौंक सा गया। फिर वह खुद ही उठ गई, और उल्टा होकर लेट गई। फिर उसने अपने हाथ से क्रीम लेकर अपनी गांड को चिकना कर दिया और साथ ही मेरे लंड को भी चिकनाई से भर दिया। और फिर मुझसे कहा, "चलो अब शुरू करते है।"
मैने भी उसके कहे अनुसार अपने लौडे को उसकी गांड के छेद पर रखकर एक हल्का सा धक्का लगा दिया। तो उसके मुंह से एक चीख निकल सी गई। आज हमारी सुहागरात थी, तो हमे कोई पाबंदी नही थी, और ना ही किसी का डर। लेकिन फिर भी मैने पास में ही पडी मेरी अंडरवियर को उसके मुंह मे ठूंस दिया, जिससे उसकी आवाज बाहर नही आए।

थोडी देर तक तो मै आराम से धक्के मारते हुए उसकी गांड को चोदे जा रहा था। लेकिन थोडी ही देर बाद उसने मुझे बोला कि, "तुम नीचे रहो, मै ऊपर आती हूं।"
मैने भी बस ठीक है कहकर अपना लंड उसकी गांड से बाहर निकाल लिया। अब मै बिस्तर पर सीधा होकर लेट गया, और उसके मेरे ऊपर आने का इंतजार करने लगा।

फिर वो उठकर मेरी कमर के इधर उधर पैर करके मेरे लंड को अपनी गांड के छेद पर रखकर आराम से बैठने लगी। धीरे धीरे करके वो पूरी तरह से बैठ गई, और फिर अपनी कमर को हिलाने लगी। थोडी ही देर में मेरे लंड ने उसकी गांड के अंदर ही वीर्य की पिचकारी छोड दी।

उसके बाद वो उठी, और बाथरूम जाकर अपने आप को साफ किया, उसके पीछे पीछे जाकर मैने उसे फिर से पीछे से जकड लिया। और दोनों के बदन साफ होने पर उसे अपनी बाहों में उठाकर बिस्तर पर लाकर पटक दिया। फिर उसने धीरे धीरे मेरे लंड को अपने हाथ मे लेकर हिलाना शुरू किया, जैसे ही लंड में तनाव आने लगा उसने नीचे झुककर मेरे लंड को अपने मुंह मे भर लिया। फिर थोडी ही देर में मेरा लंड फिर से उसकी बजाने के लिए तैयार हो चुका था। अबकी बार मै उसकी चुत में अपना लंड घुसाना चाह रहा था।
तो मैंने उसे बिस्तर पर डॉगी पोजिशन में खडी कर दिया, और पीछे से आकर उसकी चुत में अपना लंड पेल दिया। हांलाकि उसने कहा था, कि उसके दो बॉयफ्रेंड रह चुके है, फिर भी उसकी चुत काफी कसी हुई थी। उसकी चुत चोद कर भी मुझे उतना ही मजा आया जितना एक कच्ची कली को फूल बनाने में आता।
उसके बाद भी हमने उस रात तीन बार और चुदाई की। हर बार नया आसन ट्राय किया, और सबसे ज्यादा मजा तब आया जब वो मेरे ऊपर आकर अपनी चुत खुद चुदवा रही थी। उस दिन के बाद तो हम रोज ही सेक्स करते है, और मुझे हर रोज कम से कम एकाध बार तो उसकी चुत चाटकर पानी निकालना ही पड़ता है।
आपको मेरी कहानी कैसी लगी, यह कमेंट में बताइए। धन्यवाद।
 
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