शगुन की चूत चाटने का मजा

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Sex stories in hindi, antarvasna: पायल ने मुझे कहा कि रोहित क्या तुम मुझे मेरे घर तक छोड़ दोगे तो मैंने पायल को कहा कि ठीक है मैं तुम्हें तुम्हारे घर तक छोड़ देता हूं। पायल मेरे ही ऑफिस में काम करती है और उसने उस दिन मुझे कहा कि तुम मुझे मेरे घर तक छोड़ दो तो मैंने भी पायल को उसके घर तक छोड़ा। रास्ते में हम लोगों की काफी बातें हुई और जब मैंने पायल को उसके घर पर छोड़ा तो पायल ने उस दिन मुझे शगुन से मिलवाया। शगुन से मैं पहली बार ही मिला था और वह पायल की छोटी बहन है जो कि कॉलेज में पढ़ाई करती है। जब मैं शगुन से पहली बार मिला तो कहीं ना कहीं मैं उससे बहुत ज्यादा प्रभावित था और मुझे वह बहुत अच्छी लगी। मैं जब घर पहुंचा तो मैं अब सिर्फ शगुन के बारे में ही सोच रहा था और मेरे दिमाग में उसको लेकर ही ख्याल चल रहा था। मैं चाहता था कि मैं शगुन से बातें करूं लेकिन उससे मेरी बातें हो नहीं सकती थी क्योंकि ना तो उसका नंबर मेरे पास था और ना ही मेरे पास उससे सम्पर्क करने का कोई जरिया था।

एक दिन मैं अपनी फैमिली के साथ शॉपिंग करने के लिए गया हुआ था उस दिन मुझे जब शगुन मिली तो शगुन ने मुझे पहचान लिया और उसने मुझसे बातें की। मुझे बड़ा ही अच्छा लगा जिस तरीके से शगुन ने मुझसे बातें की और हम दोनों की बातें उस दिन काफी देर तक हुई। मैंने शगुन को अपनी फैमिली से भी मिलवाया तो वह लोग भी शगुन से मिलकर बहुत खुश थे। हालांकि यह पहली बार ही था जब हम दोनों की बातें इतनी ज्यादा हुई थी इससे पहले तो सिर्फ शगुन को मुझसे पायल ने मिलवाया था और इससे ज्यादा हम लोगों के बीच कोई भी बातें नहीं हुई थी लेकिन अब हम दोनों के बीच में बातें होने लगी थी। मैं बहुत ज्यादा खुश था जब हम दोनों की बातें होने लगी थी कहीं ना कहीं शगुन भी शायद यही चाहती थी कि वह मुझसे बातें करें। वह मुझसे बहुत ज्यादा प्रभावित थी इसलिए वह मुझसे अक्सर फोन पर बातें करने के बारे में सोचती। जब भी वह मुझसे फोन पर बातें किया करती तो मुझे बड़ा ही अच्छा लगता था।

हम दोनों एक दूसरे से बातें करते और एक दूसरे के साथ होते तो हमे बड़ी खुशी होती। शगुन और मैं एक दूसरे के अब बहुत ज्यादा नजदीक आते जा रहे थे लेकिन इसी बीच शगुन का भी कॉलेज कंप्लीट हो गया और उसकी नौकरी मुंबई की एक बड़ी कंपनी में लग गई। शगुन मुंबई चली गई थी। शगुन मुंबई जा चुकी थी लेकिन हम दोनों की फोन पर बातें होती रहती थी। मैं चाहता था कि शगुन से मैं अपने दिल की बातें कह दूं लेकिन यह सब फिलहाल संभव नहीं हो सकता था। मैं चाहता था मैं शगुन को मिलूं लेकिन काफी लंबा समय हो चुका था मैं उससे मिला भी नहीं था और सिर्फ हम दोनों की फोन पर ही बातें होती थी। मैं शगुन को बहुत ज्यादा मिस कर रहा था वह जब भी मेरे साथ बात करती तो उसे बड़ा अच्छा लगता और मुझे भी बहुत ज्यादा अच्छा लगता था। जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे के साथ होते हैं और एक दूसरे से बातें किया करते हैं उससे हम दोनों एक दूसरे के बहुत ज्यादा करीब आते जा रहे थे। मुझे अब इस बात की बड़ी खुशी थी की मैंने शगुन से अपने दिल की बात कह दी थी और वह भी मुझे मना ना कर सकी। हम दोनों का रिलेशन चलने लगा था हम दोनों एक दूसरे से बहुत ही ज्यादा प्रभावित हैं।

मैं चाहता था कि शगुन को मैं मिलूं क्योंकि काफी लंबा समय हो चुका था हम दोनों एक दूसरे से मिले भी नहीं थे। यह बात पायल को भी पता चल चुकी थी कि हम दोनों के बीच में रिलेशन चल रहा है। मुझे शगुन से मिलना था और शगुन जब कुछ दिनों के लिए चंडीगढ़ आई तो हम दोनों की मुलाकात हुई। मैं बहुत ही ज्यादा खुश था जिस तरीके से शगुन और मेरी इतने लंबे अरसे बाद मुलाकात हुई थी। हम दोनों साथ में टाइम स्पेंट करना चाहते थे और हम दोनों ने साथ में काफी अच्छा समय बिताया जिससे कि शगुन और मैं एक दूसरे के साथ बहुत ज्यादा खुश थे। मुझे बड़ा ही अच्छा लगा जिस तरीके से मैं और शगुन एक दूसरे के साथ में टाइम स्पेंट कर रहे थे। शगुन से उस दिन मैंने पूछा कि तुम कितने दिनों तक चंडीगढ़ रहने वाली हो तो उसने मुझे बताया कि वह कुछ दिनों तक चंडीगढ़ रहने वाली है। शगुन 10 दिनों तक चंडीगढ़ में रही और उस बीच हम दोनों हर रोज एक दूसरे को मिले। हम दोनों को बड़ा ही अच्छा लगता है जब भी हम दोनों एक दूसरे से मिलते हैं।

शगुन और मैं एक दूसरे के बिना बिल्कुल भी नहीं रह पाते थे इसलिए मैंने शगुन से कहा कि तुम चंडीगढ़ में ही क्यों नहीं नौकरी कर लेती लेकिन शगुन मेरी बात नहीं मानी और वह कहने लगी कि मुंबई में ही मुझे मेरा फ्यूचर नजर आता है। शगुन मुंबई में ही जॉब कर रही थी शगुन से सिर्फ मेरी फोन पर ही बातें हो पाती थी। यह बात पायल को भी मालूम चल चुकी थी लेकिन पायल को इस बात से कोई भी परेशानी नहीं थी। एक दिन मैं अपने ऑफिस के लिए अपने घर से निकला तो उस दिन रास्ते में मेरी कार का एक्सीडेंट हो गया जिस वजह से मुझे काफी चोट लगी और मुझे कुछ दिनों तक हॉस्पिटल में एडमिट रहना पड़ा। जब यह बात शगुन को मालूम चली तो शगुन भी बहुत ज्यादा चिंतित होने लगी और वह मुझे कहने लगी कि अब तुम्हारी तबीयत कैसी है। मैं कुछ दिनों तक हॉस्पिटल में रहा और उसके बाद मैं वापस घर लौट आया था और घर पर मैं कुछ दिनों के लिए आराम कर रहा था। शगुन से मेरी सिर्फ फोन पर ही बातें होती थी और वह चाहती थी कि वह मुझे मिले लेकिन मैंने शगुन को कहा कि अभी मेरी तबीयत भी ठीक नहीं है तुम कुछ समय बाद चंडीगढ़ आना। शगुन भी मेरी बात मान गई और वह मुंबई में ही थी लेकिन वह मेरी काफी ज्यादा चिंता करती थी।

मैं जब पूरी तरीके से ठीक हो गया तो मैंने शगुन से मिलने की बात कही तो वह भी मुझसे मिलने के लिए चंडीगढ़ आ गई और कुछ दिन वह चंडीगढ़ में ही रही। मैं और शगुन एक दूसरे को हर रोज मिलते। मैंने भी अपने ऑफिस से रिजाइन दे दिया था क्योंकि मैं चाहता था कि अपना ही कोई बिजनेस शुरू करूं। मैंने अपना बिजनेस शुरू करने के बारे में फैसला ले लिया था। मेरा शगुन ने काफी ज्यादा सपोर्ट किया और फिर मैं अपना नया बिजनेस शुरू कर चुका था। अब शगुन भी मुंबई से अपनी नौकरी छोड़कर चंडीगढ़ आ चुकी थी। शगुन को मेरा साथ हमेशा ही अच्छा लगाता। हम दोनों का प्यार पूरी तरीके से परवान चढ़ रहा था। मैं जब भी शगुन के साथ सेक्स करने की बात करता तो वह हमेशा ही मेरी बात मान लेती। हम दोनों के बीच कुछ समय पहले ही शारीरिक संबंध बना था।

मैंने शगुन की गुलाबी चूत का मजा बड़े अच्छे से लिया था। मैंने जब उसे चोदा था तो मुझे बड़ा ही मजा आया था वह भी बड़ी खुश थी जिस तरीके से हम दोनों ने सेक्स संबंध बनाए थे। वह अक्सर मेरे साथ सेक्स करने के लिए तड़पती रहती। जब भी हम दोनों साथ होते तो वह मुझे कहती मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है। एक दिन हम दोनों का मन सेक्स करने का था हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स करने के लिए तड़प रहे थे। मैंने शगुन को कहा हम लोग आज मेरे घर पर चलते हैं क्योंकि घर पर कोई भी नहीं था इसलिए वह मेरे साथ घर पर आ गई। हम दोनों पूरी तरीके से गर्म हो चुके थे मैंने जब उसके बदन से कपड़े उतारे तो मैं उसका नंगा बदन देख कर तडप रहा था। मैंने जब शगुन के होंठो को चूसा तो मुझे मजा आ रहा था।

उसके होठों को चूसने के बाद मेरी गर्मी बढने लगी थी। जब मेरी गर्मी बढने लगी थी तो मैं पूरी तरीके से तड़पने लगा था। मैं शगुन की चूत मारने के लिए बेचैन था। मैंने शगुन की योनि पर अपनी जीभ को लगाकर कुछ देर तक चाटा उसकी योनि से बहुत ज्यादा पानी निकल रहा था वह बहुत ज्यादा खुश थी। अब मैं उसकी चूत में अपने लंड को घुसाना चाहता था। मैंने जैसे ही शगुन की गुलाबी चूत के अंदर अपने मोटे लंड को घुसाया तो मेरा लंड शगुन की चूत के अंदर तक जा चुका था। वह जोर से चिल्ला कर मुझे बोली मेरी चूत में दर्द होने लगा है।

मुझे अब मजा आ रहा था मैं जिस तरीके से शगुन की चूत के मजे ले रहा था और वह मेरा साथ दे रही थी। अब मेरी गर्मी बढ चुकी थी। मेरा लंड कठोर हो चुका था मैं उसे बड़ी अच्छी तरीके से चोद कर उसके गर्मी को शांत करने की कोशिश कर रहा था। उसने अपने पैरों को चौड़ा कर लिया था जिससे कि मुझे उसकी चूत का मजा लेने में मजा आने लगा था। मेरा वीर्य भी मेरे अंडकोष तक आ चुका था मैंने जैसे ही शगुन की चूत में वीर्य को गिराया तो वह खुश हो गई। मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो शगुन ने उसे अपने मुंह में ले लिया और वह उसे बड़े अच्छे से चूस रही थी। वह मेरा माल को अपने मुंह के अंदर ले रही थी। मुझे शगुन के साथ सेक्स करने में हमेशा ही मजा आता और उसे भी बहुत ज्यादा मजा आता जब भी वह मेरे साथ सेक्स करती।
 
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