अब तक आपने पढ़ा..
डॉक्टर सचिन ने मेरी बीवी नेहा को जबरदस्त चोदा था और अब मैं नेहा की मालिश कर रहा था।
अब आगे..
मेरी बीवी को डॉक्टर से चुद कर मजा आया
मैंने मालिश करते हुए उससे पूछा- कल रात की चुदाई कैसी रही?
नेहा बोली- तुम चादर के अन्दर से देख तो रहे थे।
मैंने कहा- मुझको क्या मालूम?
वो बोली- तुम्हें सब मालूम है, तुम्हारी जो चादर है न.. वो ऊपर से हिल रही थी। तुम चादर ओढ़ कर जो मुठ मार रहे थे। तुम समझते हो कि वो मुझे दिख नहीं रहा था.. तो तुम बेवकूफ हो, समझे!
मैंने कहा- डॉक्टर साहब ने तो नहीं देखा था।
वो बोली- मुझे नहीं मालूम।
मैंने कहा- मेरी बहुत मन था कि आँखें खोल कर आराम से तुमको चुदते हुए सामने से देखूँ।
वो बोली- फिर शुरू हो गया तुम्हारा पागलपन.. अब सो जाओ।
मैंने कहा- बताओ न.. चुदाई कैसी थी?
वो बोली- अभी तक मेरी चूत में दर्द है.. आज तक इस तरह तो किसी ने मेरी चूत नहीं ली थी।
‘अरे.. फिर..!’
नेहा बोली- इस डॉक्टर सचिन की तो.. बस पूछो ही मत.. गजब चोदता है।
मैंने नेहा की चूत में उंगली डाली और पूछा- सच में बहुत मजा आया न?
वो बोली- पागल हो क्या.. एक बात दस बार पूछते हो।
मैंने कहा- अब कब चुदोगी?
नेहा बोली- जैसे मुझ पर तुम्हारे ऊपर डॉक्टर साहब के लंड का नशा चढ़ गया है.. उनको भी मेरी चूत का नशा हो गया है.. अब तो वो अपने आप तुमको फ़ोन करेंगे.. बस सुन लिया, अब सो जाओ.. बाद में देखेंगे।
मेरी बीवी नेहा ने सही कहा था.. डॉक्टर साहब को नेहा की चूत का नशा पूरी तरह हो चुका था। एक दिन मेरे मोबाइल पर डॉक्टर साहब का फ़ोन आया, वैसे तो वो मुझको कभी फ़ोन नहीं करते थे।
डॉक्टर दोबारा मेरी बीवी की चूत मारना चाह रहा था
आज बोले- मानव क्या प्रोग्राम है.. मूवी देखने चलना है?
मैंने कहा- नेहा से पूछ लेता हूँ।
सचिन बोले- पूछ कर बता न यार?
मैंने नेहा से फ़ोन करके पूछा- डॉक्टर साहब का फ़ोन आया है कि मूवी देखने चलना है?
नेहा बोली- मैं उनसे बात कर लूँगी.. जो कुछ तय होगा.. तुमको बता दूँगी।
मैंने कहा- ठीक है।
मैंने चुपके से नेहा का फ़ोन अपनी जेब में डाल लिया और कहा- मैं थोड़ी देर में आता हूँ।
मैं जानता था कि नेहा फ़ोन देखेगी.. अगर उसका फ़ोन नहीं मिलेगा तो फिर वो मेरे फ़ोन से फ़ोन करेगी और मेरे फ़ोन में कॉल रिकर्डिंग हो जाती थी.. तो मुझको मालूम चल जाएगा कि उसकी और डॉक्टर की क्या बात हुई।
एक घंटे के बाद मैं लौट कर आया.. तो मेरे घर में घुसते ही नेहा बोली- अरे क्या तुम मेरा फ़ोन ले गए थे?
मैंने कहा- सॉरी.. गलती हो गई, तुम्हारी बात हो गई?
वो बोली- हाँ हो गई.. रात को चलने की कह रहे थे।
मैंने कहा- ठीक है.. आज?
नेहा बोली- आज का नहीं.. कल रात की कह रहे हैं.. कल सैटरडे है इसलिए बोला है.. कि टिकट ले लेंगे।
मैंने कहा- बच्चे?
नेहा बोली- तुम बच्चों को मम्मी के यहाँ छोड़ आना।
मैं समझ गया कि दूसरी चुदाई का प्रोग्राम बन गया लगता है। मैं अपना फ़ोन लेकर बाहर निकल गया और कॉल रिकॉर्डिंग चैक करनी शुरू की.. तो मुझको उन दोनों की कॉल रिकार्डिंग मिल गई। मैंने कॉल रिकार्डिंग सुनी।
डॉक्टर सचिन ने मेरी बीवी नेहा को जबरदस्त चोदा था और अब मैं नेहा की मालिश कर रहा था।
अब आगे..
मेरी बीवी को डॉक्टर से चुद कर मजा आया
मैंने मालिश करते हुए उससे पूछा- कल रात की चुदाई कैसी रही?
नेहा बोली- तुम चादर के अन्दर से देख तो रहे थे।
मैंने कहा- मुझको क्या मालूम?
वो बोली- तुम्हें सब मालूम है, तुम्हारी जो चादर है न.. वो ऊपर से हिल रही थी। तुम चादर ओढ़ कर जो मुठ मार रहे थे। तुम समझते हो कि वो मुझे दिख नहीं रहा था.. तो तुम बेवकूफ हो, समझे!
मैंने कहा- डॉक्टर साहब ने तो नहीं देखा था।
वो बोली- मुझे नहीं मालूम।
मैंने कहा- मेरी बहुत मन था कि आँखें खोल कर आराम से तुमको चुदते हुए सामने से देखूँ।
वो बोली- फिर शुरू हो गया तुम्हारा पागलपन.. अब सो जाओ।
मैंने कहा- बताओ न.. चुदाई कैसी थी?
वो बोली- अभी तक मेरी चूत में दर्द है.. आज तक इस तरह तो किसी ने मेरी चूत नहीं ली थी।
‘अरे.. फिर..!’
नेहा बोली- इस डॉक्टर सचिन की तो.. बस पूछो ही मत.. गजब चोदता है।
मैंने नेहा की चूत में उंगली डाली और पूछा- सच में बहुत मजा आया न?
वो बोली- पागल हो क्या.. एक बात दस बार पूछते हो।
मैंने कहा- अब कब चुदोगी?
नेहा बोली- जैसे मुझ पर तुम्हारे ऊपर डॉक्टर साहब के लंड का नशा चढ़ गया है.. उनको भी मेरी चूत का नशा हो गया है.. अब तो वो अपने आप तुमको फ़ोन करेंगे.. बस सुन लिया, अब सो जाओ.. बाद में देखेंगे।
मेरी बीवी नेहा ने सही कहा था.. डॉक्टर साहब को नेहा की चूत का नशा पूरी तरह हो चुका था। एक दिन मेरे मोबाइल पर डॉक्टर साहब का फ़ोन आया, वैसे तो वो मुझको कभी फ़ोन नहीं करते थे।
डॉक्टर दोबारा मेरी बीवी की चूत मारना चाह रहा था
आज बोले- मानव क्या प्रोग्राम है.. मूवी देखने चलना है?
मैंने कहा- नेहा से पूछ लेता हूँ।
सचिन बोले- पूछ कर बता न यार?
मैंने नेहा से फ़ोन करके पूछा- डॉक्टर साहब का फ़ोन आया है कि मूवी देखने चलना है?
नेहा बोली- मैं उनसे बात कर लूँगी.. जो कुछ तय होगा.. तुमको बता दूँगी।
मैंने कहा- ठीक है।
मैंने चुपके से नेहा का फ़ोन अपनी जेब में डाल लिया और कहा- मैं थोड़ी देर में आता हूँ।
मैं जानता था कि नेहा फ़ोन देखेगी.. अगर उसका फ़ोन नहीं मिलेगा तो फिर वो मेरे फ़ोन से फ़ोन करेगी और मेरे फ़ोन में कॉल रिकर्डिंग हो जाती थी.. तो मुझको मालूम चल जाएगा कि उसकी और डॉक्टर की क्या बात हुई।
एक घंटे के बाद मैं लौट कर आया.. तो मेरे घर में घुसते ही नेहा बोली- अरे क्या तुम मेरा फ़ोन ले गए थे?
मैंने कहा- सॉरी.. गलती हो गई, तुम्हारी बात हो गई?
वो बोली- हाँ हो गई.. रात को चलने की कह रहे थे।
मैंने कहा- ठीक है.. आज?
नेहा बोली- आज का नहीं.. कल रात की कह रहे हैं.. कल सैटरडे है इसलिए बोला है.. कि टिकट ले लेंगे।
मैंने कहा- बच्चे?
नेहा बोली- तुम बच्चों को मम्मी के यहाँ छोड़ आना।
मैं समझ गया कि दूसरी चुदाई का प्रोग्राम बन गया लगता है। मैं अपना फ़ोन लेकर बाहर निकल गया और कॉल रिकॉर्डिंग चैक करनी शुरू की.. तो मुझको उन दोनों की कॉल रिकार्डिंग मिल गई। मैंने कॉल रिकार्डिंग सुनी।