सुबह मुझसे पहले पूजा जगी और मुझे सोता हुआ छोड़ कर वो फ्रेश हो गई और फिर लगभग 8 बजे मुझे उठाई.....और इस वक्त भी वो नंगी ही थी.....हम आव देखे ना ताव सीधा उसको बिस्तर एम खीच लिए और फिर शुरू हुआ सुबह का मस्त नाश्ता पानी.......पूजा भी मेरा पूरा साथ दे रही थी.......और सुबह सुबह का लंड कितना अकड़ा हुआ रहता है वो लौंडे लपाटे जानते ही है.......कुछ ही मिनटों में पूजा की चूत में मेरा लौड़ा सैर कर रहा था और कसम से तीन दिनों से पूजा की चुदायी चालू थी पर उसकी चूत जस की तस अपनी कसावट को बनाए हुए थी........आज मैने पूजा की चुचियों को जरा ज्यादा ही बेदर्दी से चूस और चाट रहा था साथ ही काट भी रहा था......पर दर्द होने के बावजूद वो मुझे मना नही कर रही थी बल्कि मेरे सर को और जोर से पकड़ के अपनी चूची पे दबा रही थी......और अपना लंड पूजा की चूत में एक पिस्टन के जैसे अंदर बाहर हो रहा था......वो आह उम्म्म्म आह ओफ्फो आह मां ईईईईईईईई कर रही थी......चोदते चोदते मैने उसको अपने ऊपर ले लिया और उसको अपने सीने से लगा कर जो कमर उछाल उछाल कर उसकी चूत में धक्के लगाए है......वो ताकतवर झटके सिर्फ और सिर्फ पूजा ही जानती है.......और कुछ ही पलों में पूजा को मैंने अपने ऊपर से हटा कर वापिस उसको नीचे लिटा दिया और अपना वीर्य उसके बदन पे छोड़ने ही जा रहा था की वो मुझे कमर से खीच कर अपने छाती तक ले आया और मेरे वीर्य उगलने वाले लौड़े को अपने मुंह में ले लिया.......और बाप रे वो फीलिंग कसम से गजब का एहसास था वो.......और अगले ही पल मैं छूट गया और अपना सारा रस पूजा के मुंह में उड़ेल दिया जिसे वो एक जूस के जैसे पी गई......पर गधी को तुरंत खासी भी आने लगी.....हम हांफ भी रहे थे और हसने भी लगे और उसको उठा कर उसकी पीठ सहलाए और बोले की ये क्यों किया तुमने जब तुमको आइडिया नही है तो......तो खासते खासते बोली मेरा मन था वैसे भी इन दिनों में आपने एक बार भी मुझे इसको चूसने नही बोला जबकि आपने मुझे इस सुख से रूबरू ही करवाया था मेरा चूस कर......तो मैं क्यों ना करती पर जब देखा की आप मेरे को ना चूसता देख खुद के थूक से अपने आप को गीला करते है तब ही हम कोशिश में लगे थे और वो अभी मैने एक झटके में कर लिया......और मेरा जो वहम था की अजीब लगेगा या फिर गंदा लगेगा वो यू गायब हो गया......बिकॉज ईट वास वेरी टेस्टी स्ट्रॉबेरी आइसक्रीम से भी ज्यादा......... और फिर झुक कर मेरे लौड़े पे एक गीली चुम्मी कर दी......
हम बोले वाह रे जनेजा और उसको अपने आलिंगन में समेट लिए.....वो भी हस्ते हुए बोली आई लव यू मेरे जान आई लव यू सो मच........फिर बिस्तर से उठ कर हम बेड सही करने लगे जबकि पूजा कल को फैलाए हुए गीले कपड़ो को समेट कर बैग के पास रख दी क्युकी आज हमने हमारी पैकिंग भी करनी थी.......फिर हमदोनो आज आखिरी बार साथ में नहाए फिर सोचा की ना जाने अगला मौका कब मिलेगा......फिर मैं बाजार गया वहा से खाना ही पैक करवा के ले आया और रूम में ही हमदोनो ने एक दूसरे को अपने अपने हाथो से खिलाया........जैसे जैसे समय बीत रहा था वो मायूस होती दिखाई पड़ रही थी मुझे.....और फिर हम परसो के लाए हुए पांच में से चार बचे हुए चॉकलेट उसको दिए ये बोल कर की ये सब चॉकलेट अपने पास रख ले अपने पहले डेट का तोहफा समझ कर.....वो मुझको साथ में ले कर बैठी और सब चोक्लेट्स को फाड़ कर मेरे को बोली की एक एक बाइट लीजिए इनमे से फिर मैं इसको अपने पास रखूंगी....हम एक चॉकलेट को कोने से काट कर बोले की क्यों ऐसा क्यू वो दूसरा चॉकलेट हमको थमाते हुए बोली वो इसलिए कि जब आपके इन होठों की याद आयेगी तो आपका जूठा वाला ये चॉकलेट हम खा लेंगे..... और सोचेंगे की आपके होठों को चूम लिया.......हम बोले तुम चूमती कम खाती ज्यादा है........वो मुक्का दिखा कर बोली हा क्यू नही खाऊं मेरा हक बनता है.......फिर एकाएक वो मुझसे बोली की आप मेरे को ना रोने वाली कसम वापिस ले लीजिए प्लीज प्लीज.....वरना मुझसे सच्ची में कोई गलती हो जायेगी और हम रो देंगे वैसे भी आपसे जब वहा पहुंच कर अलग होऊंगी तो पक्का रो दूंगी इसलिए प्लीज ये मेरी एक बात मान लीजिए ना प्लीज.....हम उसको अपने गले से लगाते हुए बोले गधी कहिंकी रोएगी क्यू यहां से जाने के बाद हम मर जायेंगे क्या.....वो तुरंत हमसे अलग हुई और बोली की मरे आपके दुश्मन....और दुबारा ये बात बोले ना मेरे सामने तो देख लेना हम ही आपके नजरो से ओझल हो जायेंगे फिर ढूंढते रहना किसी और को.....और देख लेना हमसे ज्यादा कोई प्यार आपको कर पाए तो......हम उसके सर पे टपली मारते हुए बोले बस बस मेरी रानी समझ गए हम यू आर द वन एंड ओनली हु लव्स मी सो मच.........और एक चुम्मा उसके पेशानी पर कर दिए.......वो आखिरी बचे चॉकलेट को फाड़ी और हमको दी हम उसका एक कोना खाते इससे पहले वो उसको खाई और फिर मुझको दी.....हम उसको खाए और फिर पूजा चॉकलेट मुंह में लिए मेरे को मेरे होठों पे चूमने लगी और मेरा और उसके मुंह का चॉकलेट एक दूसरे में घुलने लगा और क्या बताऊं क्या चॉकलेटी किस था वो.....मजा ही आ गया.....चूमते चूमते पूजा को हम अपने गोद में बैठा लिए......और उसके चूतड़ों को फैला फैला कर उसकी गांड़ की छेद में उंगली से कुरेदने लगे जिससे वो किस भी करते समय उम्म्म उह्ह जैसी आवाजे निकालने लगी..... हमदोनो का किस तब तक चला जब तक हमारे मुंह की चॉकलेट खतम नही हो गई......किस करने के बाद वो बोली की आपका मन है क्या मेरे पीछे डालने का...... हम उसको छेड़ते हुए बोले की कहा पीछे डालू उस जगह का नाम नहीं है क्या साफ साफ बताओ ना.......वो हस कर मुंह नीचे कर के बोली मेरे गांड़ में और कहा......हम बोले की तो इसमें शर्माने वाली कौन सी बात है भला.....और ये तुम्हारी ही गांड़ है हम थोड़े ना अपने साथ ले के चले जायेंगे....ये कह कर एक करारा थप्पड़ उसकी चूतड पे बजाया.....वो एकदम से कराह के बोली जब हम ही पूरे के पूरे आपके है तो फिर मेरी गांड़ क्या मेरी चूत क्या सब कुछ आपका......मेरी जान......
फिर हम दुबारा से उसके चूतड पे एक थप्पड़ बजाए.....वो बोली कुछ नहीं बस वही कराह के रह गई..... हम बोले की तुझको बता दू की मुझे ना मारने में बड़ा मजा आता है चाहे वो चूत हो या गांड़ अब ये अलग बात है की लौड़ा से मारेंगे की थप्पड़ से......वो कसमसाती हुई बोली की आप जैसे मारो आपको किसी चीज की मनाही नही है........बस जो भी कीजिएगा प्यार से कीजिएगा क्युकी प्यार वाले दर्द में अलग ही मजा होता है.........
हम बोले की पगली काहिकी हम तुझे गुस्से में कभी मारेंगे भला ये बात सोचना भी पाप है.....भला तुझ जैसी फूल के खुशबू का आनंद लेने के बजाए कोई मसल कुचल सकता है क्या.......वो बोली की क्या पता अगर आप हमको छोड़ दिए तो पता नही मेरे पापा कैसे चंडाल के साथ मेरी शादी करा दे......
हम बोले की अब बस कर अभी से जला मत....अभी ये सब मत सोच ना तू.....फिर उसको गले लगा लिए इतने में हमारा फोन बजा उधर कॉल पे सुगंधा थी......हम पूजा को अपनी गोद में बिठाए हुए थे पर फिर भी कॉल रिसीव किए तो वो बोली की पूजा दी से बात करा दे ना कब निकल रहे हो दोनो.....हम बोले आज शाम को दोपहर वाली गाड़ी में सीट मिली ही नही बताया तो था तुझको.......फिर हम नाटक कर के पूजा दी को गोद में लिए ही गेट नॉक करने का आवाज किए और फिर पूजा बोली की क्या हुआ..... हम बोले फोन और फिर मेरी डार्लिंग नंगी बैठी मेरी गोद में अपनी बहन से बात करने लगी......सुगंधा पूछ रही थी की क्या कर रही है वो बोली सब पैक कर रहे थे समान वैगारह तू बता.....तो सुगंधा बोली की सुमित है क्या वहा......पूजा बोली की नही वो फोन दे के गया क्यू क्या हुआ बोल......सुगंधा बोली की नही आज तीन दिन से ऊपर हो गया ना उसके साथ तू वहा है तो यूंही पूछ लिया कैसा रहा उसके साथ का अनुभव......पूजा बोली की वो अलग ठहरा है हम अलग वो एग्जाम देने अलग अकेले गया बस मुझको एग्जाम दिलवाने साथ में गया था.....ट्रेन में भी उसकी सीट अलग मेरी अलग तू भी मां हद्द करती है अनुभव क्या रहेगा जैसा पटना में था वैसा यहां है सिंपल........
सुगंधा बोली की अच्छा मेरी मां बस कर हो गया.......अब बस तू ट्रेन पकड़ेगी तो फोन कर देना की बैठ गए है......सुबह कितने बजे आयेगी यहां वो इशारों में मुझसे पूछी तो हम सात बजे का टाइम उसको दिखलाए उंगली से........तो वो बोली.....फिर सुगंधा बोली की भाई चला जायेगा तुझको लाने तो वो बोली की बड़का ना वो लेने आएगा क्या तो नींद खुलेगा ही नही उसका और आएगा लेने.....आया तो ठीक वरना हमको रास्ता याद है वो भी हसने लगी बोली की ठीक ही कह रही है......और फिर दोनो बहनों में कुछ देर बात हुई इधर उधर की फिर कॉल कट गया.....तभी फोन में मैसेज आया की हमे सीट अलॉट हो गई है पर ये पता नही चल पाया की क्या मिला है कूप या केबिन......वो भगवान से मनाने लगी की कूप ही मिला हो अब वो तो स्टेशन जा के ही पता लगने वाला था.........
हम बोले वाह रे जनेजा और उसको अपने आलिंगन में समेट लिए.....वो भी हस्ते हुए बोली आई लव यू मेरे जान आई लव यू सो मच........फिर बिस्तर से उठ कर हम बेड सही करने लगे जबकि पूजा कल को फैलाए हुए गीले कपड़ो को समेट कर बैग के पास रख दी क्युकी आज हमने हमारी पैकिंग भी करनी थी.......फिर हमदोनो आज आखिरी बार साथ में नहाए फिर सोचा की ना जाने अगला मौका कब मिलेगा......फिर मैं बाजार गया वहा से खाना ही पैक करवा के ले आया और रूम में ही हमदोनो ने एक दूसरे को अपने अपने हाथो से खिलाया........जैसे जैसे समय बीत रहा था वो मायूस होती दिखाई पड़ रही थी मुझे.....और फिर हम परसो के लाए हुए पांच में से चार बचे हुए चॉकलेट उसको दिए ये बोल कर की ये सब चॉकलेट अपने पास रख ले अपने पहले डेट का तोहफा समझ कर.....वो मुझको साथ में ले कर बैठी और सब चोक्लेट्स को फाड़ कर मेरे को बोली की एक एक बाइट लीजिए इनमे से फिर मैं इसको अपने पास रखूंगी....हम एक चॉकलेट को कोने से काट कर बोले की क्यों ऐसा क्यू वो दूसरा चॉकलेट हमको थमाते हुए बोली वो इसलिए कि जब आपके इन होठों की याद आयेगी तो आपका जूठा वाला ये चॉकलेट हम खा लेंगे..... और सोचेंगे की आपके होठों को चूम लिया.......हम बोले तुम चूमती कम खाती ज्यादा है........वो मुक्का दिखा कर बोली हा क्यू नही खाऊं मेरा हक बनता है.......फिर एकाएक वो मुझसे बोली की आप मेरे को ना रोने वाली कसम वापिस ले लीजिए प्लीज प्लीज.....वरना मुझसे सच्ची में कोई गलती हो जायेगी और हम रो देंगे वैसे भी आपसे जब वहा पहुंच कर अलग होऊंगी तो पक्का रो दूंगी इसलिए प्लीज ये मेरी एक बात मान लीजिए ना प्लीज.....हम उसको अपने गले से लगाते हुए बोले गधी कहिंकी रोएगी क्यू यहां से जाने के बाद हम मर जायेंगे क्या.....वो तुरंत हमसे अलग हुई और बोली की मरे आपके दुश्मन....और दुबारा ये बात बोले ना मेरे सामने तो देख लेना हम ही आपके नजरो से ओझल हो जायेंगे फिर ढूंढते रहना किसी और को.....और देख लेना हमसे ज्यादा कोई प्यार आपको कर पाए तो......हम उसके सर पे टपली मारते हुए बोले बस बस मेरी रानी समझ गए हम यू आर द वन एंड ओनली हु लव्स मी सो मच.........और एक चुम्मा उसके पेशानी पर कर दिए.......वो आखिरी बचे चॉकलेट को फाड़ी और हमको दी हम उसका एक कोना खाते इससे पहले वो उसको खाई और फिर मुझको दी.....हम उसको खाए और फिर पूजा चॉकलेट मुंह में लिए मेरे को मेरे होठों पे चूमने लगी और मेरा और उसके मुंह का चॉकलेट एक दूसरे में घुलने लगा और क्या बताऊं क्या चॉकलेटी किस था वो.....मजा ही आ गया.....चूमते चूमते पूजा को हम अपने गोद में बैठा लिए......और उसके चूतड़ों को फैला फैला कर उसकी गांड़ की छेद में उंगली से कुरेदने लगे जिससे वो किस भी करते समय उम्म्म उह्ह जैसी आवाजे निकालने लगी..... हमदोनो का किस तब तक चला जब तक हमारे मुंह की चॉकलेट खतम नही हो गई......किस करने के बाद वो बोली की आपका मन है क्या मेरे पीछे डालने का...... हम उसको छेड़ते हुए बोले की कहा पीछे डालू उस जगह का नाम नहीं है क्या साफ साफ बताओ ना.......वो हस कर मुंह नीचे कर के बोली मेरे गांड़ में और कहा......हम बोले की तो इसमें शर्माने वाली कौन सी बात है भला.....और ये तुम्हारी ही गांड़ है हम थोड़े ना अपने साथ ले के चले जायेंगे....ये कह कर एक करारा थप्पड़ उसकी चूतड पे बजाया.....वो एकदम से कराह के बोली जब हम ही पूरे के पूरे आपके है तो फिर मेरी गांड़ क्या मेरी चूत क्या सब कुछ आपका......मेरी जान......
फिर हम दुबारा से उसके चूतड पे एक थप्पड़ बजाए.....वो बोली कुछ नहीं बस वही कराह के रह गई..... हम बोले की तुझको बता दू की मुझे ना मारने में बड़ा मजा आता है चाहे वो चूत हो या गांड़ अब ये अलग बात है की लौड़ा से मारेंगे की थप्पड़ से......वो कसमसाती हुई बोली की आप जैसे मारो आपको किसी चीज की मनाही नही है........बस जो भी कीजिएगा प्यार से कीजिएगा क्युकी प्यार वाले दर्द में अलग ही मजा होता है.........
हम बोले की पगली काहिकी हम तुझे गुस्से में कभी मारेंगे भला ये बात सोचना भी पाप है.....भला तुझ जैसी फूल के खुशबू का आनंद लेने के बजाए कोई मसल कुचल सकता है क्या.......वो बोली की क्या पता अगर आप हमको छोड़ दिए तो पता नही मेरे पापा कैसे चंडाल के साथ मेरी शादी करा दे......
हम बोले की अब बस कर अभी से जला मत....अभी ये सब मत सोच ना तू.....फिर उसको गले लगा लिए इतने में हमारा फोन बजा उधर कॉल पे सुगंधा थी......हम पूजा को अपनी गोद में बिठाए हुए थे पर फिर भी कॉल रिसीव किए तो वो बोली की पूजा दी से बात करा दे ना कब निकल रहे हो दोनो.....हम बोले आज शाम को दोपहर वाली गाड़ी में सीट मिली ही नही बताया तो था तुझको.......फिर हम नाटक कर के पूजा दी को गोद में लिए ही गेट नॉक करने का आवाज किए और फिर पूजा बोली की क्या हुआ..... हम बोले फोन और फिर मेरी डार्लिंग नंगी बैठी मेरी गोद में अपनी बहन से बात करने लगी......सुगंधा पूछ रही थी की क्या कर रही है वो बोली सब पैक कर रहे थे समान वैगारह तू बता.....तो सुगंधा बोली की सुमित है क्या वहा......पूजा बोली की नही वो फोन दे के गया क्यू क्या हुआ बोल......सुगंधा बोली की नही आज तीन दिन से ऊपर हो गया ना उसके साथ तू वहा है तो यूंही पूछ लिया कैसा रहा उसके साथ का अनुभव......पूजा बोली की वो अलग ठहरा है हम अलग वो एग्जाम देने अलग अकेले गया बस मुझको एग्जाम दिलवाने साथ में गया था.....ट्रेन में भी उसकी सीट अलग मेरी अलग तू भी मां हद्द करती है अनुभव क्या रहेगा जैसा पटना में था वैसा यहां है सिंपल........
सुगंधा बोली की अच्छा मेरी मां बस कर हो गया.......अब बस तू ट्रेन पकड़ेगी तो फोन कर देना की बैठ गए है......सुबह कितने बजे आयेगी यहां वो इशारों में मुझसे पूछी तो हम सात बजे का टाइम उसको दिखलाए उंगली से........तो वो बोली.....फिर सुगंधा बोली की भाई चला जायेगा तुझको लाने तो वो बोली की बड़का ना वो लेने आएगा क्या तो नींद खुलेगा ही नही उसका और आएगा लेने.....आया तो ठीक वरना हमको रास्ता याद है वो भी हसने लगी बोली की ठीक ही कह रही है......और फिर दोनो बहनों में कुछ देर बात हुई इधर उधर की फिर कॉल कट गया.....तभी फोन में मैसेज आया की हमे सीट अलॉट हो गई है पर ये पता नही चल पाया की क्या मिला है कूप या केबिन......वो भगवान से मनाने लगी की कूप ही मिला हो अब वो तो स्टेशन जा के ही पता लगने वाला था.........