You are using an out of date browser. It may not display this or other websites correctly.
You should upgrade or use an
alternative browser.
-
नेहा--इस ज़हर का कोई इलाज नही है जब तक जय सेक्स करेगा वो ठीक रहेगा....अगर ज़्यादा देर तक उसने सेक्स नही किया तो उसके दिल की धड़कन इतनी...
-
नीरा अभी भी बेसूध झरने के यहाँ पड़ी थी....नेहा की दी हुई दवा ने उसे फिर से सुला दिया था....जाने वो कब तक वही सोती रही....
डे....1
में...
-
सुहानी--तुझे कैसा लगेगा जब तेरी माँ को तेरी ही आँखो के सामने कोई चोदे.....कैसा लगेगा बता मुझे....
में--जान ले लूँगा मैं ऐसा करने वाले...
-
उधर नीरा अब आराम महसूस कर रही थी....वो तेज कदमो से लगातार कॅंप की तरफ लंगड़ाते हुए बढ़ रही थी.....
कॅंप के अंदर जाते ही उसने वाइयरलेस...
-
2 घंटे मैं बेहोश रहा....लेकिन जब आँखे खुली तो बिल्कुल किसी दरिंदे की तरह सुर्ख लाल.....वहाँ सभी लोग होश मे आचुके थे....
मम्मी--जय तू...
-
में अपने कॉटेज के अंदर ही बनी सीढ़िया चढ़ता हुआ उपर पहुँच गया....और जब बाहर निकल कर देखता हूँ....में एक पेड़ के सबसे उपरी जगह पर था वहाँ...
-
में--हाँ भाभी बोलो....
भाभी--वैसे ये जगह काफ़ी अच्छी है लेकिन मेरा सोचना ऐसा है कि हमे ज़मीन पर ही टॅंट लगा कर रहना चाहिए....हम लोग...
-
रात को तकरीबन 3 बजे...
में पसीने में पूरा भीगा हुआ लगातार एक सपना देखे जा रहा था....
मम्मी मुझे पुकार रही है उनके कपड़े जगह जगह से फट...
-
मम्मी--अरे खाना साथ लाना तो हम भूल ही गये....जय तू कॉटेज से जाकर खाना ले आ जब तक हम सब यही है....
नीरा--में भी चल रही हूँ आपके साथ खाना...
-
मेरी जाँघो को चूमते चाटते वो मेरे लंड की तरफ बढ़ जाती है....नीरा मेरे लंड को किसी आइस्क्रीम की तरह चूसने लग जाती है..
में ज़्यादा देर...
-
उसे इस तरह से आनंद मे गोते लगता देख मैं भी खुद को ज़्यादा देर रोक नही पाया....और एक बाद एक कयि झटके खाता हुआ मेरा लंड अपने अंदर भरे लावे...
-
में आपको खुद से बाँध कर रखना नही चाहती....बस ये चाहती हूँ...आप कभी भी मेरी वजह से ये ना समझे की आपने मेरे कारण अपने परिवार को वो प्यार...
-
मैने नीरा को एक चट्टान पर आराम से बैठा दिया सभी लोग नीरा के पैर को देखने मे लगे थे....
मम्मी--पर ये हुआ कैसे.....कैसे लगी नीरा के पैर...
-
रात को तकरीबन 11.30-12 बजे जंगल मे ही कही....एक नक़ाब पोश के सामने 4 आदमीीयो की घिघी बँधी हुई थी...
एक--मेरी इस में कोई ग़लती नही...
-
कॅंप मे...
हम सभी अपना खाना पीना कर के अपने अपने कॅंप मे लेटे हुए थे....तभी अचानक भाभी मेरे कॅंप मे आ गई....
भाभी--जय रूही काफ़ी देर...