बल्लू ने भाभी के कमरे में झाँका, भाभी अपने मुन्ने को दूध पिला रही थी. बिस्तर पे अंजलि भाभी का हसबंड कांति बैठा हुआ था, उसके हाथ में देसी दारु की आधी बोतल थी जिस से वो चुस्कियां ले रहा था. बल्लू ने दरवाजे पर नोक किया.
कौन हैं बे, कांति की आवाज आई.
मैं बल्लू हूँ भैया, माँ ने अचार मंगवाया था भाभी...