English teacher ke sexy mamme.
ये तक़रीबन जून के शुरू की बात है. तब मेरे एग्जाम ख़तम हो चुके थे. मेरी इंग्लिश मैडम बहुत ही सेक्सी है और उसके ब्रेस्ट एकदम परफेक्ट है. और वो कपड़े भी ऐसे ही कस कर पहनती है, कि उसका पूरा जिस्म देखने वाले को नज़र आता था. वो जेसे ही क्लास में आती थी, उसके मम्मे एकदम उसके कपड़े में पॉइंट होते थे. टाइट कमीज़ पहनती थी और निप्पल कड़क होने की वजह से वो पॉइंट होते थे. निप्पल आने निशान बना लेते थे. फिर पढाई तो भाड़ में जानी ही थी क्यूंकि सारा ध्यान मम्मे ही खिंच लेते थे.. ख़ैर मैं रोज़ उसके साथ अपने आप को इमेजिन करता. उनका नाम मैडम शुग्फ्ता है. उनकी उम्र २८ साल है. लुक बहुत ही सेक्सी है. हाइट ५.३ है और बहुत ही टाइट बॉडी है. उस की शादी हो चुकी है, मगर वो हस्बैंड के साथ खुश नहीं है. खेर मैं इंग्लिश पेपर लेकर उन कर घर पर पेपर डिस्कस करने गया. कितनी खुबसूरत लग रही थी वो सलवार कमीज़ में. उस की कमीज़ थोड़ी छोटी थी. उनके घर इतना शोर नहीं लगता था, जैसे कोई भी नहीं हो.
उनके बाद उन्होंने मुझ से कहा, कि मैं बुक ले आती हु और फिर डिस्कस करते है. उन्होंने मुझे अपने कमरे में से आवाज़ दी और कहा - यहीं अन्दर आ जाओ. मैं चले गया. बुक किसी ऊची जगह पर पड़ी थी कमरे में. उफ़ क्या सीन था मैडम बुक को लेने के लिए ऊपर हो रहित ही और उनकी शर्ट भी ऊची हो रही थी. उनकी बेक भी नज़र आ रही थी. मेरा तो उसी वक्त खड़ा हो गया. मैं उन के पास गया और मैं ने मजाकिया अंदाज़ में कहा - मैडम मैं आपको उठा देता हु, आप बुक उतार लीजिये. आई वाज नॉट एक्सपेक्टिंग डेट आंसर फ्रॉम हेर. उन्होंने कहा - तुम मुझे उठा सकते हो. मैं ने जल्दी में जवाब दिया - जो हुकुम मैडम जी. उन्होंने कहा - ठीक है. फिर वो बोली - मैं भी तो देखू, कि तुम्हारे अन्दर कितना जोर है. उन्होंने कहा - कि तुम मुझे पीछे से उठा कर ऊचा करो और मैं बुक उतारती हु. इस से तुम्हारे जोर का पता भी चल जाएगा.
मैंने तो यहीं चाहता था और मैं मान भी गया. उफ्फ्फ्फ़. क्या सेक्सी गांड थी उनकी. मैंने उनको उनके बट के नीचे से उठाया और ऊँचा कर दिया. उनके वेट अच्छा - खासा था, लेकिन मैं जोश - जोश में उनको उठा लिया. उनके बट्स मेरे स्टमक से लगने लगे और वो अभी भी बुक को ऊपर ही ढूंढने में लगी हुई थी. फिर उन्होंने मुझसे पूछा - थके तो नहीं तुम? मैंने कहा - थोड़ा सा और उनको नीचे कर दिया. उनके बट्स अब मेरे खड़े हुए लंड से टकराने लगे. उसने कुछ भी नही कहा. ऐसा लग रहा था, कि बरसो की ख्वाहिश पूरी होने जा रही थी. मैंने पूछा - मैडम बुक मिली के नहीं. उसने कहा- थोड़ा सब्र करो. मैंने आहिस्ता - आहिस्ता अपना हाथ उनकी शर्ट के नीचे लेजाना शुरू किया. उनको लगा, कि शायद मैं थक गया हु और वो फिसल रही है. ख़ैर मेरे हाथ उसकी बॉडी को लग रहे थे और मेरा लंड तो बस अब मेरा अंडरवियर फाड़ कर बाहर आने को बेताब था. तब उन्होंने कहा - ऐसा करो, तुम मुझे उतार दो. मैंने उनको जल्दी से उतार दिया. उफ्फ्फ उनके हार्ड निप्पल को इतने करीब से देख कर मेरे अन्दर एक अजीब सा करंट दौड़ रहा था.
उसने कहा - बुक नहीं मिल रही है. मैं तुम्हारे लिए कुछ पीने के लिए ले आती हु. फिर इसे ही पेपर डिस्कस कर लेंगे. मैंने कहा - ओके. वो किचन में चली गयी और मैं कमरे में अकेले रह गया. मैंने ने अपने लुंड को जल्दी से हाथ लगाया और दबाया, तो देखा कि वो बहुत कड़क था. मैंने हाथ से उसको मसल दिया, ताकि जल्दी से माल निकल जाए और मुझ से मैडम के सामने कोई गलती ना हो जाए. उसका हस्बैंड आर्मी में है और वो शायद वहां गया हो. वो कब किचन से निकली, कुछ पता नही चला. उन्होंने मुझे लंड को दबाते हुए देख लिया. मैंने जल्दी से अपने लंड से अपना हाथ हटाया और लंड को सेट कर दिया. किसी हद तक तो मैं चाहता ही ये था, कि मैडम मेरे लंड को देख ले. वेल शी वाज सिद्यूज़. मैडम ने मुझे स्माइल दी और पूछा - ये क्या कर रहे थे? मैंने कहा - कुछ नहीं. खेर आई वाज आल्सो फीलिंग एम्बरेस. मैंने शरबत लिया और वो दरवाजे की तरफ बढी और दरवाजे को लॉक कर दिया.
मैं हैरान हो गया और उसे देखने लगा. उस ने कुछ नहीं कहा और मेरे पास आ कर बैठ गयी. बस वो इतना पास बैठी थी, कि मैं दूर नहीं हो सकता था. मैंने उसकी आँखों में देखा, तो मुझे उसकी आँखों में हवस दिखाई दी और मुझे समझ आने लगा, कि वो भी सेक्स की तलाश में भटक रही थी. मैं उनको टच करना चाहता था, लेकिन डर रहा था. उसके बाद उसने मुझ से पेपर लिया और फ़ेंक दिया और पूछा, कि तुमने पहले कभी किया है क्या? तो मैंने पूछा - क्या? उसने कहा - अनजान मत बनो. मैं दिल ही दिल में खुश हो रहा था और फिर थोड़ा जोर लगा कर कहा - हाँ, एक मर्तबा. उन्हें पूछा - एक्स, एक्स-एक्स और एक्स-एक्स-एक्स? मैंने जान बुझ कर कहा - इन सबका क्या मतलब है? उन्होंने कहा - सिर्फ किस्सिंग, टचिंग और फकिंग भी. मैंने ने तो फकिंग का नाम सुना तो मेरे मन में गुब्बारे फूटने लगे और मैंने कहा - एस मैडम. मुझे से बिल कुल भी कण्ट्रोल नहीं हो रहा था अब. और मैंने जल्दी से उनके दोनों हाथो को पकड़ा और उसको बिस्तर पर लिटा दिया.
मैंने अपने होठो को उसके होठो पर रख दिया और उसको पैशन में किस करने लगा. वो भी मेरे बालो में हाथ डाल कर मेरे सिर को पकडे हुए थी और मेरा पूरा साथ दे रही थी और मुझे मस्ती में चूम रही थी. मेरा लंड अब फुल हार्ड हो चूका था. मैंने शर्ट पेंट पहनी हुई थी. उस को मैंने बहुत किस किया और उसके मम्मे शर्ट के ऊपर से भी थोड़े - थोड़े नज़र आ रहे थे. वो भी गरम होने लगी थी और मेरी किसिंग उस को और भी ज्यादा गरम कर रही थी. उसने सोफे को मजबूती से पकड़ लिया और मुझे करने दिया, जो भी मैं उसके साथ करना चाहता था. मैंने उसकी शर्ट को उतार दिया और अपनी भी. वो इतनी गरम हो चुकी थी, कि पूरी लाल हों गयी थी. मैंने उसकी सलवार भी उतार दी और उस के बड़े -बड़े बूट्स को प्रेस करने लगा. मैंने अपनी पेंट को उतारा और अंडरवियर भी. फिर मैंने उसको कहा - मैडम, प्लीज उलटी हो जाओ. उसने मुझ से कहा - फक करोगे?
मैंने कहा -अब मैडम मुझ से कण्ट्रोल नहीं हो पा रहा है. उसके मम्मे सोफे पर प्रेस हो रहे थे. मैंने उसे और भी ज्यादा मेडली चूमना शुरू कर दिया. उस की कमर पर हाथ फेरा.. तो मज़ा आ गया. मैं उसकी बेक पर लेट गया और मेरा लंड उसकी वेर्जिना को टच कर रहा था. मेरा लंड गरम था और उस की चूत भी गरम थी. फिर मैंने उसकी ब्रा को पीछे से खोला और उतार कर फ़ेंक दिया. उसके मम्मे एकदम से आजाद हो गए और मेरे सामने झूलने लगे. मैं ने उसके मम्मो को बहुत ज्यादा दबा दिया. फिर उसे सीधा किया और उस के मम्मे को चूसने लगा. उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ दे वर सो हार्ड एंड वैरी टेस्टी. उस के निप्पल को कुछ देर सक करने के बाद, मैंने उसकी टांगो को स्ट्रेच कर दिया और ऊपर कर दी. उसके बाद, मैंने अपने लंड को उसकी विर्जिन पर रगड़ना शुरू कर दिया. उसके मुह से कामुक और सेक्सी सिस्कारिया निकलने लगी आहाहाह अहहाह अहहाह अहहाह ऊह्ह्हह्ह होहोहोहो. फिर मैंने एकदम से अपने लंड को उसकी विर्जिना में घुसा दिया. क्या मस्त टाइट विर्जिना थी उसकी.
मैं उसकी विर्जिना में आसानी से लंड नहीं डाल पा रहा था. मेरा लंड थोड़ा सा घुसा और उसे मज़ा आने लगा. वो अहहाह अहहाह अहहाह प्लीज और डालो ना. तेजी से अन्दर डालो ना. प्लीज जैसी आवाज़े निकाल रही थी. मैं ने और जोर लगाया और पूरा लंड उसमे डाल दिया. वो बहुत चीखने लगी; लेकिन उसने मुझे रोका नहीं. मैं अब अपने लंड को उसकी विर्जिना में अन्दर - बाहर, अन्दर - बाहर करने लगा था. तक़रीबन ३० - ४५ मिनट उस को फक किया. मेरा माल निकल गया और उसका भी. उस का माल भी बहुत सारा निकल गया. उफ्फ्फ्फ़ क्या दिन था. मैंने तो सोचा भी नहीं था, कि मुझे जन्नत की अप्सरा मिल जायेगी. उसने मुझ से कहा - अब तुम मेरे मुह डालो अपने लंड को. मैंने थोड़ी देर और फकिंग की और उसके बाद उस के मुह में अपने लंड को डाल दिया. उसमें भी मैंने अन्दर - बाहर किया. मुझे बहुत मज़ा आया. १५ मिनट के बाद, उस ने मुझ से कहा, कि अब बस करो. मेरे हस्बैंड आने ही वाले होंगे. अब तुम वापस जाओ.
ख़ैर मैंने उसके पुरे जिस्म पर किस किया और फिर अपने कपड़े पहन लिए और उसे एक फ्रेच किस की और कहा - मैडम आप चाहती है, कि मैं फिर से आऊ? उसने कहा - मुझे अपना नंबर दे दो. जब भी घर में कोई नहीं होगा, तो मैं तुम्हे बुला लुंगी. मैंने कहा - ठीक है. मगर उसने मुझे ये भी कहा, कि तुम मुझे फ़ोन नहीं करोगे. मैंने कहा - ठीक है. मैंने उसको अपना मोबाइल नंबर दे दिया और अब तक मैं उसे ३ दफा चोद चूका हु और उसको मज़े करवा कर खुद भी मज़े ले चूका हु.
ये तक़रीबन जून के शुरू की बात है. तब मेरे एग्जाम ख़तम हो चुके थे. मेरी इंग्लिश मैडम बहुत ही सेक्सी है और उसके ब्रेस्ट एकदम परफेक्ट है. और वो कपड़े भी ऐसे ही कस कर पहनती है, कि उसका पूरा जिस्म देखने वाले को नज़र आता था. वो जेसे ही क्लास में आती थी, उसके मम्मे एकदम उसके कपड़े में पॉइंट होते थे. टाइट कमीज़ पहनती थी और निप्पल कड़क होने की वजह से वो पॉइंट होते थे. निप्पल आने निशान बना लेते थे. फिर पढाई तो भाड़ में जानी ही थी क्यूंकि सारा ध्यान मम्मे ही खिंच लेते थे.. ख़ैर मैं रोज़ उसके साथ अपने आप को इमेजिन करता. उनका नाम मैडम शुग्फ्ता है. उनकी उम्र २८ साल है. लुक बहुत ही सेक्सी है. हाइट ५.३ है और बहुत ही टाइट बॉडी है. उस की शादी हो चुकी है, मगर वो हस्बैंड के साथ खुश नहीं है. खेर मैं इंग्लिश पेपर लेकर उन कर घर पर पेपर डिस्कस करने गया. कितनी खुबसूरत लग रही थी वो सलवार कमीज़ में. उस की कमीज़ थोड़ी छोटी थी. उनके घर इतना शोर नहीं लगता था, जैसे कोई भी नहीं हो.
उनके बाद उन्होंने मुझ से कहा, कि मैं बुक ले आती हु और फिर डिस्कस करते है. उन्होंने मुझे अपने कमरे में से आवाज़ दी और कहा - यहीं अन्दर आ जाओ. मैं चले गया. बुक किसी ऊची जगह पर पड़ी थी कमरे में. उफ़ क्या सीन था मैडम बुक को लेने के लिए ऊपर हो रहित ही और उनकी शर्ट भी ऊची हो रही थी. उनकी बेक भी नज़र आ रही थी. मेरा तो उसी वक्त खड़ा हो गया. मैं उन के पास गया और मैं ने मजाकिया अंदाज़ में कहा - मैडम मैं आपको उठा देता हु, आप बुक उतार लीजिये. आई वाज नॉट एक्सपेक्टिंग डेट आंसर फ्रॉम हेर. उन्होंने कहा - तुम मुझे उठा सकते हो. मैं ने जल्दी में जवाब दिया - जो हुकुम मैडम जी. उन्होंने कहा - ठीक है. फिर वो बोली - मैं भी तो देखू, कि तुम्हारे अन्दर कितना जोर है. उन्होंने कहा - कि तुम मुझे पीछे से उठा कर ऊचा करो और मैं बुक उतारती हु. इस से तुम्हारे जोर का पता भी चल जाएगा.
मैंने तो यहीं चाहता था और मैं मान भी गया. उफ्फ्फ्फ़. क्या सेक्सी गांड थी उनकी. मैंने उनको उनके बट के नीचे से उठाया और ऊँचा कर दिया. उनके वेट अच्छा - खासा था, लेकिन मैं जोश - जोश में उनको उठा लिया. उनके बट्स मेरे स्टमक से लगने लगे और वो अभी भी बुक को ऊपर ही ढूंढने में लगी हुई थी. फिर उन्होंने मुझसे पूछा - थके तो नहीं तुम? मैंने कहा - थोड़ा सा और उनको नीचे कर दिया. उनके बट्स अब मेरे खड़े हुए लंड से टकराने लगे. उसने कुछ भी नही कहा. ऐसा लग रहा था, कि बरसो की ख्वाहिश पूरी होने जा रही थी. मैंने पूछा - मैडम बुक मिली के नहीं. उसने कहा- थोड़ा सब्र करो. मैंने आहिस्ता - आहिस्ता अपना हाथ उनकी शर्ट के नीचे लेजाना शुरू किया. उनको लगा, कि शायद मैं थक गया हु और वो फिसल रही है. ख़ैर मेरे हाथ उसकी बॉडी को लग रहे थे और मेरा लंड तो बस अब मेरा अंडरवियर फाड़ कर बाहर आने को बेताब था. तब उन्होंने कहा - ऐसा करो, तुम मुझे उतार दो. मैंने उनको जल्दी से उतार दिया. उफ्फ्फ उनके हार्ड निप्पल को इतने करीब से देख कर मेरे अन्दर एक अजीब सा करंट दौड़ रहा था.
उसने कहा - बुक नहीं मिल रही है. मैं तुम्हारे लिए कुछ पीने के लिए ले आती हु. फिर इसे ही पेपर डिस्कस कर लेंगे. मैंने कहा - ओके. वो किचन में चली गयी और मैं कमरे में अकेले रह गया. मैंने ने अपने लुंड को जल्दी से हाथ लगाया और दबाया, तो देखा कि वो बहुत कड़क था. मैंने हाथ से उसको मसल दिया, ताकि जल्दी से माल निकल जाए और मुझ से मैडम के सामने कोई गलती ना हो जाए. उसका हस्बैंड आर्मी में है और वो शायद वहां गया हो. वो कब किचन से निकली, कुछ पता नही चला. उन्होंने मुझे लंड को दबाते हुए देख लिया. मैंने जल्दी से अपने लंड से अपना हाथ हटाया और लंड को सेट कर दिया. किसी हद तक तो मैं चाहता ही ये था, कि मैडम मेरे लंड को देख ले. वेल शी वाज सिद्यूज़. मैडम ने मुझे स्माइल दी और पूछा - ये क्या कर रहे थे? मैंने कहा - कुछ नहीं. खेर आई वाज आल्सो फीलिंग एम्बरेस. मैंने शरबत लिया और वो दरवाजे की तरफ बढी और दरवाजे को लॉक कर दिया.
मैं हैरान हो गया और उसे देखने लगा. उस ने कुछ नहीं कहा और मेरे पास आ कर बैठ गयी. बस वो इतना पास बैठी थी, कि मैं दूर नहीं हो सकता था. मैंने उसकी आँखों में देखा, तो मुझे उसकी आँखों में हवस दिखाई दी और मुझे समझ आने लगा, कि वो भी सेक्स की तलाश में भटक रही थी. मैं उनको टच करना चाहता था, लेकिन डर रहा था. उसके बाद उसने मुझ से पेपर लिया और फ़ेंक दिया और पूछा, कि तुमने पहले कभी किया है क्या? तो मैंने पूछा - क्या? उसने कहा - अनजान मत बनो. मैं दिल ही दिल में खुश हो रहा था और फिर थोड़ा जोर लगा कर कहा - हाँ, एक मर्तबा. उन्हें पूछा - एक्स, एक्स-एक्स और एक्स-एक्स-एक्स? मैंने जान बुझ कर कहा - इन सबका क्या मतलब है? उन्होंने कहा - सिर्फ किस्सिंग, टचिंग और फकिंग भी. मैंने ने तो फकिंग का नाम सुना तो मेरे मन में गुब्बारे फूटने लगे और मैंने कहा - एस मैडम. मुझे से बिल कुल भी कण्ट्रोल नहीं हो रहा था अब. और मैंने जल्दी से उनके दोनों हाथो को पकड़ा और उसको बिस्तर पर लिटा दिया.
मैंने अपने होठो को उसके होठो पर रख दिया और उसको पैशन में किस करने लगा. वो भी मेरे बालो में हाथ डाल कर मेरे सिर को पकडे हुए थी और मेरा पूरा साथ दे रही थी और मुझे मस्ती में चूम रही थी. मेरा लंड अब फुल हार्ड हो चूका था. मैंने शर्ट पेंट पहनी हुई थी. उस को मैंने बहुत किस किया और उसके मम्मे शर्ट के ऊपर से भी थोड़े - थोड़े नज़र आ रहे थे. वो भी गरम होने लगी थी और मेरी किसिंग उस को और भी ज्यादा गरम कर रही थी. उसने सोफे को मजबूती से पकड़ लिया और मुझे करने दिया, जो भी मैं उसके साथ करना चाहता था. मैंने उसकी शर्ट को उतार दिया और अपनी भी. वो इतनी गरम हो चुकी थी, कि पूरी लाल हों गयी थी. मैंने उसकी सलवार भी उतार दी और उस के बड़े -बड़े बूट्स को प्रेस करने लगा. मैंने अपनी पेंट को उतारा और अंडरवियर भी. फिर मैंने उसको कहा - मैडम, प्लीज उलटी हो जाओ. उसने मुझ से कहा - फक करोगे?
मैंने कहा -अब मैडम मुझ से कण्ट्रोल नहीं हो पा रहा है. उसके मम्मे सोफे पर प्रेस हो रहे थे. मैंने उसे और भी ज्यादा मेडली चूमना शुरू कर दिया. उस की कमर पर हाथ फेरा.. तो मज़ा आ गया. मैं उसकी बेक पर लेट गया और मेरा लंड उसकी वेर्जिना को टच कर रहा था. मेरा लंड गरम था और उस की चूत भी गरम थी. फिर मैंने उसकी ब्रा को पीछे से खोला और उतार कर फ़ेंक दिया. उसके मम्मे एकदम से आजाद हो गए और मेरे सामने झूलने लगे. मैं ने उसके मम्मो को बहुत ज्यादा दबा दिया. फिर उसे सीधा किया और उस के मम्मे को चूसने लगा. उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ दे वर सो हार्ड एंड वैरी टेस्टी. उस के निप्पल को कुछ देर सक करने के बाद, मैंने उसकी टांगो को स्ट्रेच कर दिया और ऊपर कर दी. उसके बाद, मैंने अपने लंड को उसकी विर्जिन पर रगड़ना शुरू कर दिया. उसके मुह से कामुक और सेक्सी सिस्कारिया निकलने लगी आहाहाह अहहाह अहहाह अहहाह ऊह्ह्हह्ह होहोहोहो. फिर मैंने एकदम से अपने लंड को उसकी विर्जिना में घुसा दिया. क्या मस्त टाइट विर्जिना थी उसकी.
मैं उसकी विर्जिना में आसानी से लंड नहीं डाल पा रहा था. मेरा लंड थोड़ा सा घुसा और उसे मज़ा आने लगा. वो अहहाह अहहाह अहहाह प्लीज और डालो ना. तेजी से अन्दर डालो ना. प्लीज जैसी आवाज़े निकाल रही थी. मैं ने और जोर लगाया और पूरा लंड उसमे डाल दिया. वो बहुत चीखने लगी; लेकिन उसने मुझे रोका नहीं. मैं अब अपने लंड को उसकी विर्जिना में अन्दर - बाहर, अन्दर - बाहर करने लगा था. तक़रीबन ३० - ४५ मिनट उस को फक किया. मेरा माल निकल गया और उसका भी. उस का माल भी बहुत सारा निकल गया. उफ्फ्फ्फ़ क्या दिन था. मैंने तो सोचा भी नहीं था, कि मुझे जन्नत की अप्सरा मिल जायेगी. उसने मुझ से कहा - अब तुम मेरे मुह डालो अपने लंड को. मैंने थोड़ी देर और फकिंग की और उसके बाद उस के मुह में अपने लंड को डाल दिया. उसमें भी मैंने अन्दर - बाहर किया. मुझे बहुत मज़ा आया. १५ मिनट के बाद, उस ने मुझ से कहा, कि अब बस करो. मेरे हस्बैंड आने ही वाले होंगे. अब तुम वापस जाओ.
ख़ैर मैंने उसके पुरे जिस्म पर किस किया और फिर अपने कपड़े पहन लिए और उसे एक फ्रेच किस की और कहा - मैडम आप चाहती है, कि मैं फिर से आऊ? उसने कहा - मुझे अपना नंबर दे दो. जब भी घर में कोई नहीं होगा, तो मैं तुम्हे बुला लुंगी. मैंने कहा - ठीक है. मगर उसने मुझे ये भी कहा, कि तुम मुझे फ़ोन नहीं करोगे. मैंने कहा - ठीक है. मैंने उसको अपना मोबाइल नंबर दे दिया और अब तक मैं उसे ३ दफा चोद चूका हु और उसको मज़े करवा कर खुद भी मज़े ले चूका हु.