पति की परेशानी को पल भर मे दूर कर दिया

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Antarvasna, hindi sex story: मैं घर पर ही थी और घर पर मैं साफ सफाई का काम कर रही थी तभी मेरे पड़ोस में रहने वाली सुधा जो कि मेरी बहुत अच्छी सहेली भी है वह हमारे घर पर आई और कहने लगी कि सुरभि मुझे चीनी चाहिए थी मैंने उसे कहा कि मैं तुम्हें बस अभी चीनी देती हूं। उसने मुझे कहा कि चीनी खत्म हो गई थी और हमारे घर पर कोई मेहमान आए हुए हैं तो मैंने सोचा कि तुम से ही चीनी ले लेती हूं मैंने सुधा को कहा कि कोई बात नहीं सुधा। मैंने उसे चीनी दे दी और वह चली गई मैं साफ सफाई का काम कर रही थी और उसके बाद दोपहर का खाना बनाने के बाद बच्चे भी स्कूल से लौट चुके थे उसके बाद उन्हें मैंने खाना खिलाया। कुछ देर वह आराम करने के बाद ट्यूशन चले गए तो मैंने शाम के वक्त सोचा कि मैं सुधा के साथ चली जाती हूं और फिर मैं उसके घर पर चली गई। मैं जब सुधा से मिलने के लिए गई तो सुधा घर पर अकेली ही थी मैंने सुधा से कहा कि क्या आज गौतम अपने काम से नहीं लौटे हैं तो सुधा कहने लगी कि नहीं आज वह देर से आएंगे।

मैंने सुधा को कहा चलो हम लोग बाहर घूम आते हैं तो सुधा कहने लगी कि ठीक है सुरभि हम लोग बाहर चलते हैं और हम दोनों अब अपनी कॉलोनी से बाहर आ गए। हमारी कॉलोनी के बाहर ही सब्जी की दुकान थी तो मैंने सोचा कि वहां से सब्जी भी खरीद लेती हूं और मैंने वहां से सब्जी ले ली सुधा ने भी वहां से सब्जी ले ली थी और हम दोनों अब घर वापस लौट आए। जब हम लोग घर लौट रहे थे तो सुधा ने मुझे कहा कि सुरभि क्या कल तुम घर पर ही हो मैंने उसे कहा हां कल मैं घर पर ही हूं वह मुझे कहने लगी कि कल तो रविवार है समीर भी कल घर पर ही होंगे। मैंने सुधा से कहा कि हां कल समीर भी घर पर ही होंगे सुधा मुझे कहने लगी कि क्या कल हम लोग कहीं घूमने के लिए चलें तो मैंने उसे कहा सुधा हां हम लोग कल घूमने के लिए जा सकते हैं। मैंने सुधा से कहा कि अब मैं चलती हूं उसके बाद मैं अपने घर आ गई और घर आकर मैं खाना बनाने की तैयारी करने लगी मैं खाना बना ही रही थी कि तभी डोर बेल बजी और जब मैंने दरवाजा खोला तो मैंने देखा समीर अपने ऑफिस से लौट चुके थे।

समीर काफी थके हुए नजर आ रहे थे मैंने उन्हें कहा कि आज आप काफी थके हुए नजर आ रहे हैं समीर सोफे पर बैठ गए और मुझे कहने लगे कि हां सुरभि आज ऑफिस में कुछ ज्यादा ही काम था जिस वजह से मुझे काफी थकान हो रही है। मैंने समीर से कहा मैं आपके लिए अभी चाय बना कर लाती हूं समीर कहने लगे कि हां सुरभि तुम मेरे लिए चाय बना कर ले आओ और मैं समीर के लिए चाय बना कर ले आई। मैं जब समीर के लिए चाय बना कर लाई तो समीर और मैं साथ में ही बैठे हुए थे और हम दोनों चाय पी रहे थे हमारे बच्चे जो कि काफी ज्यादा शरारती हैं वह दोनों काफी शोर कर रहे थे तो समीर ने उन्हें ऊंची आवाज में कहा कि बच्चों तुम लोग पढ़ाई कर लो फिर वह दोनों अपनी पढ़ाई में ध्यान देने लगे। मैंने समीर से कहा कि समीर क्या कल हम लोग सुधा और गौतम के साथ घूमने के लिए चलें तो समीर कहने लगे कि ठीक है सुरभि हम लोग कल सुधा और गौतम के साथ चले जाएंगे। मैंने काफी दिनों से शॉपिंग भी नहीं की थी तो मैंने समीर से इस बारे में कहा तो कहने लगे कि हां कल तुम शॉपिंग भी कर लेना। कुछ देर हम दोनों साथ में बैठे रहे तभी समीर कहने लगे कि मैं कुछ देर आराम कर लेता हूं, वह रूम में चले गए और मैं रसोई में आ चुकी थी रसोई में मैं खाना बनाने लगी। मैं खाना बनाने के बाद जब रूम में गई तो मैंने देखा समीर सो रहे थे मैंने समीर को उठाते हुए कहा कि समीर आप खाना खा लीजिए। समीर कहने लगे कि हां सुरभि बस मैं अभी आता हूं समीर ने अभी तक अपने कपड़े भी चेंज नहीं किए थे। थोड़ी देर बाद समीर खाने की टेबल पर आए और हम दोनों ने साथ में खाना खाया बच्चे खाना पहले ही खा चुके थे और वह सो भी चुके थे। मैं और समीर खाना खाकर कुछ देर अपने घर की छत पर टहलने के लिए चले गए जब हम लोग छत पर गए तो समीर मुझे कहने लगे कि सुरभि मुझे आज पापा का फोन आया था और पापा कह रहे थे कि उन्हें कुछ पैसों की आवश्यकता है। मैंने उससे पूछा कि लेकिन पापा को पैसे की क्यों जरूरत है तो समीर ने मुझे बताया कि वह घर में कोई काम करवाना चाहते हैं।

हम लोगों को दिल्ली में रहते हुए करीब 15 वर्ष हो चुके हैं मेरी शादी जब समीर से हुई थी तो उस वक्त मेरी उम्र 22 वर्ष थी समीर और मेरी शादी को इतने वर्ष हो जाने के बाद समीर में कोई बदलाव नहीं आया है वह आज भी वैसे ही है जैसे पहले थे मेरे सास और ससुर दोनों ही रोहतक में रहते हैं। मैंने समीर से कहा कि अगर उन्हें पैसे की जरूरत है तो आप उन्हें पैसे दे दीजिए समीर कहने लगे कि हां मुझे अपनी फिक्स डिपॉजिट ही तुड़वानी पड़ेगी क्योंकि अभी मेरे पास भी पैसे नहीं है मैंने समीर से कहा कि आप पापा मम्मी को पैसे दे दीजिए। समीर और मैं रूम में चले आए थे समीर कुछ दिनों से काफी ज्यादा परेशान थे और उनकी परेशानी का कारण यही था कि दिन-ब-दिन घर के खर्चे बढ़ते ही जा रहे थे। हम दोनों एक साथ नीचे आ चुके थे लेकिन मैं चाहती थी कि मैं समीर को खुश करने की कोशिश करूं। समीर बहुत परेशान भी लग रहे थे मैंने समीर से कहा मैं आपके बदन की मालिश कर देती हूं? समीर ने मुझे कहा तुम मेरे बदन की मालिश कर दो मैंने समीर की मालिश की मै समीर के बदन की अच्छे से मालीश कर रही थी जब मैंने समीर के लंड को अपने हाथ में लेकर हिलाना शुरू किया तो वह मुझे कहने लगा मेरा लंड तुमने खड़ा कर दिया है।

मैंने उसके लंड को अपने मुंह के अंदर समा लिया था मैंने जब समीर के लंड को अपने मुंह में लिया तो मुझे अच्छा लग रहा था और बहुत मजा भी आ रहा था। मैंने उसके लंड को बहुत देर तक चूसा उसके लंड से मैंने पूरी तरीके से पानी बाहर निकाल दिया था समीर भी मेरा साथ अच्छे से दे रहे थे वह मुझे कहने लगे मुझे तुम्हारी चूत मारनी है। मैं अब बिल्कुल भी नहीं रह पा रही थी मैं इस बात से बड़ी खुश थी और मैंने काफी देर तक समीर के लंड को अपने मुंह के अंदर बाहर किया। मैं बहुत ही अच्छा से उसके लंड को सकिंग करने लगी अब समीरा और मैं बहुत ही ज्यादा उत्तेजित होने लगे थे मैंने समीर को कहा मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। मैंने अपने कपडे उतार दिए थे मैं नग्न अवस्था में भी थी समीर ने लंड पर तेल लगाया और मैंने अपनी चूत को समीर के लंड पर लगाया और समीर का लंड मेरी चूत को चीरता हुआ अंदर की तरफ चला गया समीर का लंडड जैसी मेरी योनि के अंदर घुसा तो मैं जोर से चिल्लाई और समीरा मुझे तेजी से धक्के देने लगे थे। समीर ने मेरे स्तनों को अपने मुंह में लेकर उनका रसपान करना शुरू कर दिया था मैं समीर का साथ बड़े अच्छे से दे रही थी। समीर मुझे कहने लगे मुझे बहुत अच्छा लग रहा है और ऐसा लग रहा है जैसे कि तुम मुझे और भी तेजी से धक्के दो। मैंने समीर से कहा मुझे और तेजी से चोदो तो समीर मुझे और भी तेजी से धक्के मारने लगे मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा था मुझे इतना ज्यादा मजा आने लगा था कि मैंने समीर से कहा मुझे अपने अपने नीचे लेटा कर चोदो समीर ने मुझे अपने नीचे लेटा दिया। जब समीर ने मुझे धक्के देने शुरू किए तो मेरी इच्छा समीर ने पूरी कर दी थी और समीर को मैंने कहा मुझे आज बहुत मजा आ रहा है ऐसा लग रहा है कि बस मैं तुम्हारे साथ सेक्स करती रहूं। समीर भी इस बात से बहुत खुश हो गए थे काफी देर तक समीर ने मुझे चोदा लेकिन जब समीर मेरी चूत की गर्मी को झेल नहीं पाए तो मैंने समीर से कहा मुझसे रहा नहीं जा रहा है मैंने समीर को अपने पैरों के बीच में कसकर जकड़ लिया जिससे कि समीर मुझे कहने लगे मेरा वीर्य बाहर गिरने वाला है।

मैंने समीर को कहा तुम मेरी चूत के अंदर ही अपने माल को गिरा दो और समीर ने मेरी चूत के अंदर ही अपने माल को गिराकर मेरी गर्मी को शांत कर दिया था मैं बहुत ज्यादा खुश थी लेकिन समीर की इच्छा अभी तक पूरी नहीं हुई थी जिस वजह से समीर ने मुझे कहा मुझे तुम्हारे साथ दोबारा सेक्स करना है। समीर ने दोबारा से मेरी चूत के अंदर अपने लंड को घुसा दिया समीर ने मुझे घोड़ी बना कर रखा था जब वह मेरी चूत के अंदर अपने लंड को डाल रहे थे तो मैं जोर से चिल्लाने लगी और समीर मुझे कहने लगे मुझे बहुत अच्छा लग रहा है और थोड़ी ही देर बाद जब समीर ने मेरी योनि के अंदर अपने लंड को तेजी से करने लगे तो मैं जोर से चिल्लाई।

मैने समीर को कहा मुझे आज बहुत मजा आ गया कुछ देर ऐसा करना के बाद जब मैंने समीर से कहा कि तुम अब मेरी चछत में अपने माल को गिरा दो तो समीर कहने लगा अभी मेरी इच्छा पूरी नहीं हुई है। समीर ने मुझे पूरी ताकत के साथ धक्के देना शुरू कर दिए थे वह मुझे ऐसे धक्के मारते जैसे मेरी चूत को पूरी तरीके से फाड़ कर रख देंगे मेरी चूत छिल चुकी थी। मैंने समीर से कहा मैं ज्यादा देर तक आपका साथ नहीं दे पाऊंगी समीर मुझे कहने लगे सुरभि तुमने आज मेरी इच्छा को जगाया था और तुम ही कह रही हो कि तुम मेरा साथ नहीं दे पाओगी। समीर ने मुझे 5 मिनट तक और चोदा मेरा हर एक अंग हिलने लगा था समीर ने अपने माल को मेरी चूत मे गिरा दिया। मैंने समीर की सारी परेशानियों को दूर कर दिया था।
 
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