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हाई दोस्तों,

मेरा नाम विनय हे और मैं कॉलेज कर रहा हू | मैं एक कमरा ले रखा हुआ था कॉलेज के पास ही ताकी आने जाने में आसानी हो | मेरी मालकिन मेरे उपर वाले कमरे में रहती थी और उनका पती एक कंपनी में काम करता था | एक दिन में छत जा रहा था तो मेने खिडकी से अंकल को आंटी को पलते हुए देखा और मुझे सच में बहुत मजा आया, और मैं छत में जाके मुठ मारा | दूसरे दिन मैं कप्द्दे सुखाने के लिए गया तो फिर से मेने वही सीन देखा और छत में जाके फिर से मुठ मारा | उसके तिन बाद मैं फिर से छत गया पर मुझे उनके घर पे कोई नही दिखा और मैं निराश होके छत चला गया | हमारे छत में दो तरफ के दोनों के बिच में एक दिवार के और उसमे एक दरवाजा, मेने दूसरे तरफ ध्यन दिए बना ही कपड़े डालने के बाद मैं अपनी पनेट उतार के मुठ मारने लगा और जोर जोर से मालकिन का नाम ले रहा था और कह रहा था ये ले सोम्य आंटी ये ले मुठ पी मेरा चूस और चूस बोले जा रहा था |

अचानक मैं रुक गया और मैं पीछे मुड के देखा तो आंटी खड़ी थी और गुस्से में एक दम लाल थी | वो बोली निचे कमरे में आओ, आज तुम्हारे उछले तुमसे बात करेंगे | मेरी तो गांड फट गयी की साला ये क्या हो गया | मैं उनके कमरे में डर डर के गया और अंदर घुसते ही आंटी ने दरवाजा बंद कर दिया | उसके बाद आंटी बोली क्यों बे हरामी साले कभी मेरी चुत भी देखी हे जो छत पे हिला रहा था | इतना बोलते ही उन्होंने अपनी साडी उठा दी और अपनी चुत दिखने लग गयी और बोली देख अपनी आंटी की चुत, अब दिखा तेरे गांड में कितना दम हे, अब हिला मेरे सामने | मैं उनकी तरफ बड़ा और घुटने के बल बैठ गया और उनकी चिकनी चुत पे हाथ फेरने लग गया, उनकी चुत एक दम साफ़ थी और एक जरा सा बाल भी न था उसपे |

मैं अपने मुह को उनकी चुत की तरफ बड़ा दिया और कस कस के चाटने लग गया और वो एक दम से दिवार से सटक गयी और दिवार पर सर रगड़ने लग गयी | मैं उनके कमर को पकड़ के कस कस के चुत चाटने लगा तो वो एक दम से झड गयी | मैं उठा और अपनी पेंट उतार के उनके मुह में लंड दे दिया और वो उसे चूसने लग गयी | मैं तो मनो हवा में उड़ रहा था, वो सर को आगे पीछे कर के करीब दस मिनट चुसी और फिर मैं उन्ही के मुह में झड गया और वो सारा रस पी गयी | मैं उन्हें उठा के बिस्तर पे लेटा दया और उनकी टांगो को खोल दिया और फिर उनकी चुत पे लंड रगड़ने लग गया |

वो एक दम से तड़प उठी और कराहते हुए बोलने लगी की जल्दी से पेल दे मुझे, जल्दी कर और फिर मेने उनकी बात मान ली और कस के लंड अंदर घुसेड दिया तो उनकी सास उनके गले में अटक गयी और फिर मैं धीरे धीरे शोट लगाने लग गया | वो अब जोर जोर से कराहने लग गयी और फिर मैं एक दम से तेज पेलने लग गया और वो जोर जोर से कराहते हुए बोली और कस के करो में झड़ने वाली हूँ और फिर मैं और कस कस के उन्हें पेलने लग और जादा देर नही टिक पाया और उनके चुत के अंदर ही झड गया | मैं तक के उनके उपर ही लेट गया और वो मुझे चूमती हुई बोली तू सच में बहुत बड़ा हरामी हे, अब से हर रोज यही हरामी पन मुझे दिखाना |
 
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