आज सविता भाभी काफ़ी खुश दिखाई दे रही हैं। पता है क्यूं क्यों कि आज लेने जा रही हैं वो महान पोर्न नायक 'प्रचंड लंड धारी बेलन बाबा' का इंटरव्यू। बेलन बाबा पोर्न की दुनिया की वो शख्शियत जिसे आप पितामह कह सकते हैं। जिनका चुदाई से लेकर सेक्स की हर क्रिया पर एकाधिकार ज्ञान उन्हें अब तक के सेक्स गुरुओं की परम्परा में महानतम बनाता है। तो आज उनका इंटरव्यू लेने को तैयार सविता भाभी अपना माईक्रोफ़ोन लेकर उनके पास पहुंचती हैं। अब आप तैयार रहिये गरमा गरम सवाल जवाब के सत्र में भाग लेने के लिये। सविता भाभी का पहला सवाल - बेलन बाबा चुदाई के लिये सबसे जरुरी चीजें क्या हैं? बाबा बेलन का जवाब - सविता तुम तो जानती हो कि चोदने के लिये सबसे जरुरी चीज बस दो हैं - पहला एक लंड की उपस्थिति और दूसरा एक चूत की हाजिरी। दूसरा सवाल - क्या लंड और चूत का रिश्ता मायने नहीं रखता? बाबा बेलन का जवाब फ़िर वही सामाजिक सेक्स मान्यताओं को चुनौती देता हुआ - मायने रखता है अगर चूत मरवाने को उपलब्ध हो, जबरदस्ती जायज नहीं लेकिन हमारी भारतीय परम्परा में कर्म मतलब काम का मतलब मन से, वाणी से और करने से तीनों से होता है। अगर किसी का मन कर गया कि वह किसी खून के रिश्ते में किसी को चोद दे या चुदवा दे तो फ़िर इसमें कोई भी बुराई नहीं दिखती हमें क्योंकि सोचते समय ही आपने उसे चोदने का काम मन ही मन कर दिया। यह कर्म मनसा हो गया। तो फ़िर इसे कर डालो क्योंकि चोदने में और सोचने में दोनों का फ़र्क कुछ ज्यादाह नहीं माना गया है।
इस लिये उपलब्ध चूत को मारने में कतई गुरेज नहीं करना चाहिए। तो बेलन बाबा का ईशारा समझ सविता भाभी मुस्कुराईं और तीसरा सवाल पूछ लिया - बाबा आपके लौड़े की लंबाई कितनी है? बाबा मुस्कुराये और बोले सविता तुम तो जानती ही हो जब मैंने तुम्हारे जैसी गहरी चूत वाली रंडी की चूत को पेल कर तुम्हारे गुदा और योनि द्वार का बीच का फ़ासला मिटा डाला था। तो फ़िर तुम यह सवाल क्यों पूछ रही हो। सविता बोली बाबा आपका यह शो सीधा मीडिया को जायेगा इसलिये पब्लिक वेलफ़ेयर के लिये पूछ रही हूं। बाबा ने कहा - बेलन लंड अपार है इसका ना कोई अंत, बूझे मरम कोई खास ही जो पावे यह लंड। मतलब कि सविता मेरे लौड़े की थाह लेना मुश्किल है, इसका कोई अंत नहीं और वो ही इसकी लंबाई और पराक्रम को जान सकता है जिसने इस लौड़े को प्राप्त कर लिया है। सविता भाभी की चूत इस गरमा गरम इंटरव्यू को लेते हुए गीली हो चुकी थी। अपनी चूत में उंगली डालते हुए सविता भाभी ने बाबा के जीन्स के कसे हुए उभार की तरफ़ देखा। बाबा का प्रचंड शिश्न उपर से झलक सकता था। अंतिम सवाल पूछते हुए सविता भाभी ने कहा - बाबा इस संसार में स्तनों के कितने प्रकार हैं? बाबा का जवाब कुछ यूं था कि सविता जी, चूंचियां तो कई प्रकार की होती हैं जैसे कि उठी चूंची, फ़ूली चूंची, खड़ी चूंची, पड़ी चूंचि लेकिन इन सब चूंचियों में उत्तम चूंचियां वही हैं जिनको आपस में सटाने पर लंड को घुसाते हुए सीधा मुह में प्रवेश कराया जा सके। सविता ने बाबा के इस सवाल पर तालियां बजायीं और कहा - मिलते हैं इस छोटे से ब्रेक के बाद इंटरव्यू के अगले भाग 2 में तब तक मूठ मारने के लिये बाथरुम जा रही हूं।
इस लिये उपलब्ध चूत को मारने में कतई गुरेज नहीं करना चाहिए। तो बेलन बाबा का ईशारा समझ सविता भाभी मुस्कुराईं और तीसरा सवाल पूछ लिया - बाबा आपके लौड़े की लंबाई कितनी है? बाबा मुस्कुराये और बोले सविता तुम तो जानती ही हो जब मैंने तुम्हारे जैसी गहरी चूत वाली रंडी की चूत को पेल कर तुम्हारे गुदा और योनि द्वार का बीच का फ़ासला मिटा डाला था। तो फ़िर तुम यह सवाल क्यों पूछ रही हो। सविता बोली बाबा आपका यह शो सीधा मीडिया को जायेगा इसलिये पब्लिक वेलफ़ेयर के लिये पूछ रही हूं। बाबा ने कहा - बेलन लंड अपार है इसका ना कोई अंत, बूझे मरम कोई खास ही जो पावे यह लंड। मतलब कि सविता मेरे लौड़े की थाह लेना मुश्किल है, इसका कोई अंत नहीं और वो ही इसकी लंबाई और पराक्रम को जान सकता है जिसने इस लौड़े को प्राप्त कर लिया है। सविता भाभी की चूत इस गरमा गरम इंटरव्यू को लेते हुए गीली हो चुकी थी। अपनी चूत में उंगली डालते हुए सविता भाभी ने बाबा के जीन्स के कसे हुए उभार की तरफ़ देखा। बाबा का प्रचंड शिश्न उपर से झलक सकता था। अंतिम सवाल पूछते हुए सविता भाभी ने कहा - बाबा इस संसार में स्तनों के कितने प्रकार हैं? बाबा का जवाब कुछ यूं था कि सविता जी, चूंचियां तो कई प्रकार की होती हैं जैसे कि उठी चूंची, फ़ूली चूंची, खड़ी चूंची, पड़ी चूंचि लेकिन इन सब चूंचियों में उत्तम चूंचियां वही हैं जिनको आपस में सटाने पर लंड को घुसाते हुए सीधा मुह में प्रवेश कराया जा सके। सविता ने बाबा के इस सवाल पर तालियां बजायीं और कहा - मिलते हैं इस छोटे से ब्रेक के बाद इंटरव्यू के अगले भाग 2 में तब तक मूठ मारने के लिये बाथरुम जा रही हूं।