आज मैं आपको शिकरा की चूत की कहानी सुनाने जा रहा हूँ जो राजस्थानी लड़की थी और वहीँ राज्स्थान में मेरी उससे मुलाक़ात थी | ऐसा नहीं है की मैं उस जानता था बल्कि सच तो यह है की हम दोनों एक दूसरे के लिए बिलकुल अनजान थे | दोस्तों मैं उस दिन अपने दोस्तों के साथ बस कुछ दिनों के लिए राजस्थान में घूमने को आया हुआ था वहीँ हमने एक होटल भी बुक किया हुआ था | एक दिन जब हम सभी दोस्त बस में सफर कर रहे थे तो मैंने एक मस्त छमिया को घगरा चोली में देखा और बस मुंह से कुत्ते की तरह लाव टपकने हो गयी थी | शिकरा इतनी सुन्दर चुदेली लग रही थी की बस लंड बैठने का नाम ही नहीं ले रहा था |
मैंने फ़ौरन एक आईडिया अपनाया और पहले उससे अपनी नशीली आँखों से यह इरादा साफ़ कर दिया की मुझे उसमें दिल्चापसी है फिर जोर से कहते हुए अपने एक दोस्त को अपना मोबाईल नम्बर कहके सुनाया | मुझे यकीन था की अगर इसे भी मुझे में दिलचस्पी हुई तो यह नम्बर याद कर लेगी और मुझे फोन करेगी | उप्पर वाले की महरबानी से शाम को शिकरा का फोन आया और हमारी बातें आगे बढ़नी चालू हो गयीं | मैंने दो दिन तो उससे अच्छी बातें चालु की फिर जब मेरे वापस लौटने का समय हुआ तो मैं शिकरा से रोमांटिक होता हुआ तो एक बारी मिलने को बुलाया | शिकरा ने कुछ दिन मुझे फिर ताल दिया और अब मैं उससे फोन पर ही अपने आप को संतुष्ट करने के लिए सेक्स के उप्पर बातें कर दिया करता था और रात को हस्तमैथुन कर शान्ति से सो जाता |
अगले दिन जब मैं शाम को निकलने को हुआ तो शिकरा ने मुझे खुद फोन किया और कहने लगी की एक बार मुझसे मिलना छाती है और मैंने उसे वहीँ अपने होटल में बुला लिया | मैंने अपने दोस्तों को कुछ देर के बहार जाने को कह दिया था | अब जब वो आई तो मैं उसके मोटे चुचों को देख मुंह खुला ही रह गया और वो भी मेरी नियत समझ गयी | हम पहले से ही सेक्स के उप्पर इतनी बात कर बौखला चुके थे की अब अपने आप को रोक न पाए और मैंने उससे पलभर में चुम्मा - चाटी पर उसके लबों को चूसने लगा | अब जोश में में मैंने शिकरा के घागरा चोली को उतारते हुए उसकी उसके चुचों को दोनों हाथों से दबाते हुए हुए चूसने लगा |
मैंने फट से शिकरा की चूत को छोड़ने की आस में उसकी गुलाबी और सीवान बना देने वाली चूत में अपनी उँगलियाँ अंदर - बहार करते हुए अपने लंड की पेशकश की और उसकी चूत में देते हुए ज़ोरदार धक्के देते हुए शिकरा के चुचों को भींचते हुआ चोदे जा रहा था | वाह !! दोस्तों राजस्थानी चूत में कितनी कामुकता छुपी होती है अब जाके मुझे पता चला गया तो और मैं तो बस उसे गज़ब की रफ़्तार से चोद अपनी प्यास भुजा रहा था | शिकरा की चूत की मलाई मेरे सामने बह रही थी और देखते ही देखते मेरा मुठ भी उसकी चूत मी मलाई के साथ बहने लगा और और तब जाकर मिली मुझे एक अनजान लौंडिया की चूत से ठंडक |
मैंने फ़ौरन एक आईडिया अपनाया और पहले उससे अपनी नशीली आँखों से यह इरादा साफ़ कर दिया की मुझे उसमें दिल्चापसी है फिर जोर से कहते हुए अपने एक दोस्त को अपना मोबाईल नम्बर कहके सुनाया | मुझे यकीन था की अगर इसे भी मुझे में दिलचस्पी हुई तो यह नम्बर याद कर लेगी और मुझे फोन करेगी | उप्पर वाले की महरबानी से शाम को शिकरा का फोन आया और हमारी बातें आगे बढ़नी चालू हो गयीं | मैंने दो दिन तो उससे अच्छी बातें चालु की फिर जब मेरे वापस लौटने का समय हुआ तो मैं शिकरा से रोमांटिक होता हुआ तो एक बारी मिलने को बुलाया | शिकरा ने कुछ दिन मुझे फिर ताल दिया और अब मैं उससे फोन पर ही अपने आप को संतुष्ट करने के लिए सेक्स के उप्पर बातें कर दिया करता था और रात को हस्तमैथुन कर शान्ति से सो जाता |
अगले दिन जब मैं शाम को निकलने को हुआ तो शिकरा ने मुझे खुद फोन किया और कहने लगी की एक बार मुझसे मिलना छाती है और मैंने उसे वहीँ अपने होटल में बुला लिया | मैंने अपने दोस्तों को कुछ देर के बहार जाने को कह दिया था | अब जब वो आई तो मैं उसके मोटे चुचों को देख मुंह खुला ही रह गया और वो भी मेरी नियत समझ गयी | हम पहले से ही सेक्स के उप्पर इतनी बात कर बौखला चुके थे की अब अपने आप को रोक न पाए और मैंने उससे पलभर में चुम्मा - चाटी पर उसके लबों को चूसने लगा | अब जोश में में मैंने शिकरा के घागरा चोली को उतारते हुए उसकी उसके चुचों को दोनों हाथों से दबाते हुए हुए चूसने लगा |
मैंने फट से शिकरा की चूत को छोड़ने की आस में उसकी गुलाबी और सीवान बना देने वाली चूत में अपनी उँगलियाँ अंदर - बहार करते हुए अपने लंड की पेशकश की और उसकी चूत में देते हुए ज़ोरदार धक्के देते हुए शिकरा के चुचों को भींचते हुआ चोदे जा रहा था | वाह !! दोस्तों राजस्थानी चूत में कितनी कामुकता छुपी होती है अब जाके मुझे पता चला गया तो और मैं तो बस उसे गज़ब की रफ़्तार से चोद अपनी प्यास भुजा रहा था | शिकरा की चूत की मलाई मेरे सामने बह रही थी और देखते ही देखते मेरा मुठ भी उसकी चूत मी मलाई के साथ बहने लगा और और तब जाकर मिली मुझे एक अनजान लौंडिया की चूत से ठंडक |