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नमस्कार दोस्तों मै तनु, आज आपके सामने अपनी एक कहानी रखने जा रही हुं। यह कहानी मेरी और मेरे पडोस वाले एक लडके की है। इस कहानी में पढिए कैसे मेरे पडोस वाले लडके ने मुझे मेरे बॉयफ्रेंड के साथ मेरे घर मे देखकर मुझे ब्लैकमेल किया। पहले तो मुझे बहुत बार मेरे बॉयफ्रेंड के साथ देखा हुआ था, लेकिन अब की बार उसने शायद से हमारी फोटोज खींच ली थी, और अब हमें उसी को लेकर परेशान कर रहा था। मेरे पडोस वाले लडके का नाम अमित है, और वह अभी अपने कॉलेज की पढाई कर रहा है। उसकी उम्र २० है, और मै उसे अब तक अच्छा ही समझती थी।
मेरा नाम तनुश्री है, और प्यार से मुझे सब तनु ही बुलाते है। मै अपने कॉलेज के आखिरी साल में पढ रही हूं। मेरा एक बॉयफ्रेंड भी है, जो मुझसे बेहद प्यार करता है, और बहुत जल्द ही हम दोनों शादी भी करनेवाले है। मेरे बॉयफ्रेंड का नाम आकाश है, जो मेरे ही साथ पढता है। हम दोनों पिछले दो सालों से एक-दूसरे के साथ है। हम दोनों के बीच सबकुछ हो चुका है, हम दोनों में से कभी भी किसी ने कुछ छिपाने की कोशिश नही की। हम दोनों ही बहुत खुले विचारों के है, और शायद इसी वजह से हम दोनों एक-दूसरे के साथ अब तक है, और आगे भी रहने का प्लान कर रहे है।
जब भी हम दोनों को मौका मिलता या हम अकेले में होते, तो हम उसका फायदा जरूर उठाते थे। अब तक हम दोनों ने न जाने कितनी बार सेक्स किया है, लेकिन आकाश ने कभी मुझे छोडकर और लडकी की तरफ देखा भी नही, और ना ही मैने कभी और मर्द की तरफ आंख उठाकर देखा। हम दोनों एक-दूसरे के साथ बहुत खुश थे, और मस्त हंसी-खुशी से हमारा जीवन कट रहा था। लेकिन तभी मेरे पडोस वाले एक लडके ने हम दोनों को अकेले में मेरे घर देख लिया और उसने हमारी वीडियो भी बना ली थी, और अब उसको लेकर उसने मुझे परेशान करना शुरू कर दिया।
उस दिन कुछ यूं हुआ था-
मेरे रिश्तेदारी में किसी की शादी थी, तो मेरे सारे घरवाले वहां गए हुए थे, मैने मेरी तबियत का बहाना बनाकर घर पर ही रुक गई थी। घरवाले दो दिन बाद आने वाले थे, तो मै पूरे घर मे दो दिन के लिए अकेली थी। अब मुझे इससे अच्छा मौका क्या मिल सकता था, तो घरवालों के जाते ही मैने आकाश को फोन करके अपने घर बुला लिया। और उसके आने तक मैने घर मे सब ठीक करके रखा और मै खुद भी फ्रेश हो गई। क्योंकि मुझे पता था, उसके आने के बाद हम दोनों ही लगे पडे होंगे और हमारे पास ज्यादा समय होगा नही।
थोडी देर बाद मेरे घर की डोरबेल बजी, मुझे लगा आकाश होगा, और इसीलिए मै अभी बस नहाकर आई थी। मैने अपने बदन पर बस एक टॉवल लपेट लिया था, और वैसी ही हालत में मै दरवाजा खोलने गई। लेकिन जैसे ही मैने दरवाजा खोला, मै चौंक सी गई। वो आकाश नही बल्कि मेरे पडोस का रहनेवाला लडका अमित था। अमित के सामने इस हालत में खडे होने में मुझे बेहद शर्म महसूस हो रही थी, लेकिन अब मै कर भी क्या सकती थी। अमित मुझे ऊपर से नीचे तक घूरे जा रहा था, और मै दरवाजे के पीछे छिपने की नाकाम कोशिश कर रही थी।
मेरी मां जाते समय अमित के घर पर बोल कर गई थी कि, मै अकेली हुं तो मेरा खयाल रखना। और यही सब पूछने के लिए अमित आया था, तो मैंने उसे कह दिया कि, मेरी दोस्त आनेवाली है। तो अभी हम दोनों यहां आराम से रहेंगी, और अगर कुछ परेशानी होगी तो मै खुद ही तुम्हे बुला लुंगी। फिर थोडी देर में अमित चला गया। अब मै आकाश का इंतजार करने लगी, थोडी ही देर में आकाश भी आ गया। मैने जैसे ही दरवाजा खोला, आकाश के हाथ मे दो बडे बडे पैकेट थे। और उसने घर मे घुसते ही मुझे अपने गले से लगा लिया और मेरे माथे पर चूमकर घर का दरवाजा बंद कर दिया।
मैने आकाश से पूछा कि, पैकेट में क्या है? तो वो बोला, मै आते समय खाना भी अपने साथ ले आया, तो अब तुम्हे ज्यादा परेशान होने की जरूरत नही है। यह सुनकर मै भी उसके गले लगकर उसके बदन से किसी लता की तरह लिपट सी गई। आकाश ने मुझे अपनी बाहों में उठाकर सोफे पर लाकर लिटा दिया, और खुद वो खाने के पैकेट ले जाकर किचन में रख दिये। फिर मेरे पास आकर बोला, चलो अंदर कमरे में चलते है।

फिर मै आकाश को लेकर मेरे कमरे के अंदर आ गई। अब आकाश ने कमरे में आते ही मुझे पकडकर अपने पास खींचकर चूमना शुरू कर दिया। आकाश के हाथ धीरे-धीरे से मेरे पूरे बदन पर घूम रहे थे। और मै भी आकाश का पूरा साथ दे रही थी। तभी अचानक आकाश का हाथ मेरे स्तनों पर आ गया, और वो उन्हें जोर जोर से मसलने लगा। अब आकाश के हाथ मेरे टॉप के अंदर घुसे जा रहे थे, नहाने के बाद टॉप के अंदर मैने कुछ पहना नही था, क्योंकि मुझे पता था, अब तो आकाश ही आएगा। तो ज्यादा कपडे पहनने का कुछ फायदा तो होना ही नही था। मैने बस टॉप और एक स्कर्ट पहनी हुई थी, जो मेरे घुटनों तक आती थी।
आकाश ने जैसे ही मेरे टॉप के अंदर अपना हाथ घुसाया, उसके हाथ सीधे मेरे नंगे चूचियों पर चले गए। उसके हाथ मेरे स्तनों को छूने के बाद तो वो और जोश में आकर मेरे चूचियों को मसलने लगा था। मुझे भी अपनी चुचियां मसलवाने में बहुत मजा आ रहा था। मेरे मुंह से अब धीरे धीरे सिसकारियां निकलनी भी शुरू हो गई थी। पूरे घर मे हम दोनों के अलावा तो कोई और नही था, इसलिए हमें किसी का कोई डर नही था। चुचियां मसलते हुए, आकाश ने मेरा टॉप निकालकर मेरे शरीर से अलग ही कर दिया। फिर वो मेरे पेट पर अपने होंठ रखकर उसे चूमते हुए मेरी नाभी में अपनी जीभ घुसाकर हिलाने लगा।
मुझे भी इस सबसे जोश चढ रहा था, और धीरे धीरे मै भी अब चुदासी होती जा रही थी। मेरी चुत अब पानी छोडने लगी थी। अब मेरी चुत भी उसके लिए एक तगडा लंड मांग रही थी। मैने भी अपने हाथ आकाश के बालों में घुसाकर उसे नीचे अपनी चुत की तरफ धकेलने लगी। वुसने फिर थोडी देर मेरे पेट को चूमने के बाद, एक हाथ नीचे से मेरी स्कर्ट के अंदर घुसा दिया, और स्कर्ट को ऊपर उठाकर मेरी कमर पर रख दिया। अब नीचे मेरी नंगी चुत आकाश के सामने थी, और आकाश भी किसी भूखे शेर की तरह उसे देख रहा था। उसे देखकर लग रहा था, जैसे वो अभी मेरी चुत को खा ही जायेगा।
उसने पहले तो अपने हाथ से मेरी चुत को सहलाया, और फिर आराम से उसकी फांकों को अलग करते हुए अपनी जीभ अंदर तक घुसाकर मेरी चुत का रसपान करने लगा। अब मेरी चुत भी मस्त होकर पानी छोडने लगी थी, जिसे आकाश पूरी तरह से सफाचट करने में लगा हुआ था। फिर आकाश ने उठकर मेरी स्कर्ट के बटन को खोलकर मेरी स्कर्ट भी निकालकर अलग कर दी। मेरे सारे कपडे उतारने के बाद, आकाश मुझसे अलग होते हुए उठा और अपने कपडे भी उतारने लगा। थोडी ही देर में हम दोनों एक-दूसरे के सामने बिल्कुल नंगे हो चुके थे।
आकाश ने अपने कपडे उतारते ही अपना लंड हाथ मे पकडकर मेरे मुंह के सामने हिलाने लगा। वो मुझसे अपना लंड चुसवाना चाह रहा था, और मुझे भी उसका लंड चूसना पसन्द है। तो मैने भी बिना देर किए उसका लंड अपने कब्जे में ले लिया। सबसे पहले तो मैने उसके लंड को अपने हाथ मे लेकर अच्छे से देखा, फिर उसकी चमडी हिलाकर देखा तो वो अंदर से भी पूरी तरह से साफ था। यानी अब मै उसे आराम से अपने मुंह मे भर सकती थी। तो मैंने अगले ही पल उसके पूरे लंड को अपने मुंह मे ले लिया, वो मेरे गले तक जा रहा था। जिसकी वजह से मुझे उबकाई सी आ जाती थी।
मैने अच्छे से उसका लंड चूसकर गिला कर दिया और अब आकाश का लंड पूरी तरह से एक दमदार चुदाई के लिए तैयार था। मेरी चुत तो पहले से ही गीली हो रखी थी, लेकिन फिर भी आकाश से रहा नही गया, और वो मेरी चुत को चूमने लगा। एक बार चूमकर उसने फर अपने लौडे को मेरी चुत के दरवाजे पे सेट कर दिया। उसने अपना लौडा मेरी चुत पे टिकाते ही मैने नीचे से अपनी कमर उचका दी। लेकिन लंड सीधे मेरी चुत के अंदर जाने की बजाय फिसलकर बाहर निकल गया। तो आकाश ने फिर से अपने लंड को मेरी चुत पे टिकाकर एक धक्का लगा दिया। जिससे अब आकाश के लंड का टोपा मेरी चुत के अंदर था।
थोडी ही देर में आकाश ने अच्छी गती के साथ तेज धक्के मार-मारकर मुझे चोदना शुरू कर दिया। तभी अचानक मेरी नजर खिडकी की तरफ गई, तो देखकर मै एकदम से डर गई। वहां खिडकी पर अमित खडा यह सब देख रहा था।

आपको यह कहानी कैसी लगी, हमे जरूर बताइए। धन्यवाद।
 
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