चूंचे तो सबने मले होंगे पर क्या आपने कभी बस में खुलेआम चूंचे मले हैं? यह कहानी एक बुड्ढे की है जो बिहार के एक पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बड़े ही जुगत भिड़ा कर एक लौंडिया की चूंचियां मल रहा था और वो लौंडिया भी उसका साथ दे रही थी। कहानी तब कि है जब मैं कालेज में सासाराम पढता था और अपने घर से बस पकड़...