मुद्रा

  1. sexstories

    ओ नादान परिंदे घर आजा

    नमस्कार दोस्तों, आज मैं आपको शर्मीली की कहनी सुनाता हूँ जिसकी चुत इतनी शर्मीली नहीं थी जिसका नाम इतना शर्मीला था | वो अक्सर ही कभी - कभार मेरे घर पर खेलती हुई आ जाया करती थी और वो क्यूंकि वो मुझे अच्छी ही तरह जानती थी तो अक्सर ही मेरे घर आ जाया करती और पानी पीने के बहाने मुझे खूब देर बात भी कर...
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