रस्ते में

  1. sexstories

    अपने लंड के आदेश का पालन किया

    हाई दोस्तों, मेरा नाम शैलेश हे और में मुंबई से हू | एक दिन में अपने घर जा रहा था पैदल चल के तो मेरे सामने एक और लकड़ी चल रही थी जिसकी गांड काफी मस्त थी | मैं मन में सोच रहा था की साल की गांड मिल जाये तो उछल उछल के चोदुंगा | मैं तेजी से चलने लगा और उसके बराबर पर आते ही धीरे हो गया | हम दोनों अब...
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