आंटी आंटी ऑनलाइन सेक्स के बाद बिस्तर पर चुदने लगी

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(Aunty Online Sex Ke Bad Bistar Par Chudne Lagi)

नई हिंदी सेक्स स्टोरी मैं अपना परिचय दे दूँ, मेरा नाम सुमित शरमा है, उम्र 32 साल, कद ५ फीट रंग गोरा और बदन गठीला है। मै झारखंड के हजारीबाग जिला में रहता हूं। मैं अभी पढाई कर रहा हूं। मैं जिम करता हूं और मुझे शादी शुदा औरतों को फंसा कर चोदने का शौक है। बदन गठीला होने से औरतो को फंसाने में समय नहीं लगता है मुझे। लंड मोटा और कडक होने के कारन जो औरत मुझसे एक बार चूद लेती हैं वो मेरी लंड की दिवानी हो जाती हैं। मैं बिना रूके दो घंटे लगातार चोदकर किसी भी चुददकड़ औरत की बुर से पानी का फौवारा निकाल देता हूं। मेरे लंड का साईज 6 इंच लंबा और 4 इंच मोटा है। Aunty Online Sex Ke Bad Bistar Par Chudne Lagi.

अब कहानी पर आते हैं। बात लगभग 2 साल पहले की है जब मैं चोदने में माहिर हो गया था और औरतों के बीच पोपुलर होते जा रहा था। इस दौरान मेरी नजर एक औरत पर पडी जिसे देख मैं पागल हो गया।मेरा लंड ने मुझे चैलैंज दिया कि इस माल को खा कर दिखा। कया माल थी वो।उसकी उम्र लगभग 40 साल, कद ५'-५", रंग गोरा और बदन भरा-पूरा। बदन गदराया। चुचियां 38 साइज की थी। बडी बडी । गांड़ चौड़ा। इमारत बुलंद थी। नाम था सीमा गुपता। एक नज़र में फिल्म स्टार विदया बालन लगती थी। बस एक ही तमनना थी कि किसी तरह सीमा की भोसड़ा का सवाद अपने लंड को चखा दूं। अब मैं उसे फांसने का जुगत भिड़ाने लगा। उसके बारे में पता करने लगा। रोज मैं सुबह नहा धोकर निकलता, नाश्ता करता और उसके घर का चककर लगाता। आखिरकार मेरी मेहनत रंग लायी। मुझे पता चल गया कि वो पारलर चलाती है। मुहलले की कुछ रांड औरतो के साथ शाम को सज धजकर टहलने निकलती है और वहां के निवासियो को कुलहे मटकाकर सबको पानी पानी कर देती है। और जानकारी हासिल करने पर पता चला कि वो खुद दो नंबर की औरत थी और उसे नये नये लंड खाने के शौक थे।

उसने 65 साल के बूढो से लेकर 18 साल के लौडों के लंड से अपने बूर की पयास बुझाई थी। उसका पति श्रम विभाग में काम करता था व देवर की भी नौकरी थी। उसके दो बेटे थे जो बाहर पढते थे। पति और देवर दस बजे आफिस निकल जाते थे जिसके बाद वो 6बजे शाम तक अकेली रहती थी। फिर उसे जिससे मन होता था उसे बुलाकर अपना पयास बुझाती थी। सीमा का पति उमर में उससे 15 साल बड़ा था। जिससे उसकी एक नहीं बनती थी। देवर ने उसके इस बात का फायदा उठाकर मौज किया और दो बचचे पैदा किये लेकिन उसकी भी जवानी की लौ बुझने के बाद सीमा ने अपने बुर को एकदम खुला मैदान की तरह छोड़ दिया था जिसपर कोई भी आकर दौड़ लगाकर जा सकता था। इन बातो ने मेरा मनोबल बढा दिया था। मैं जान गया था कि इससे अगर बात हो गयी तो मुझे भी चुत मारने का मौका मिल जाएगा। अब मैं रोज शाम को.उसके घर का चककर काटता। इस तरह दिन कट रहे थे कि एक दिन वो मुझे घूमते हुए अकेले मिल गयी। उसको देखकर मेरा लंड फनफना उठा। मेरे लंड के उभार पैंट के ऊपर साफ झलक रहे थे।

मैं लंड को हाथ से ऐसे सेट कर दिया कि उसे मेरे लौडे का उभार दिखे। मैं उसके पास गया और बोला कि मुझे आपसे काम है। मेरी दीदी को फेसियल कराना है। वो आपसे बात करना चाहती है। मैने देखा बात करने के दौरान उसकी नजर मेरे ऊभरे हुए लंड के उपर थी। उसने बीना हिचक के अपने मोबाइल नंबर मुझे दे दिया। मैं भी उसके बडे बडे चूचों को देखकर लंड सहलाते हुए बोला कि आप बहुत सुंदर हैं। वो शरमाते हुए बोली की तुम भी गठीले हो। मै फेसबुक पर हूं मुझे रिकवेसट भेजना मैं वेट करूंगी। मैं उसके चूचियों को निहारते हुए लंड सहलाते वहां से निकल गया। घर पहुंचते ही सबसे पहले सीमा को फरेंड रिकवेसट भेजा। उसने तुरंत एकसेपट किया। फिर उसने हाई लिखा। मैंने भी उसे जवाब दिया। फिर उसने मेरा डिटेल पूछा। बहुत देर तक इधर उधर की बातें करने के बाद उसने मुझे रात को विडियो काल पर आने को कहा। मैं रात का इंतजार करने लगा। लगभग दस बजे रात वो आनलाइन हुई। फिर चैटिंग शुरु हुई। मैं - सीमा , तुमहारा पति कहां है। सीमा- वो दूसरे कमरे में सो रहा है। मै- तुम अकेली सोती हो।

सीमा- हां 10 साल हो गये हमलोगों को अलग सोते हुये। वो उमर में भी 15 साल बड़े है। मैं- तुमहारा काम कैसे चलता। कया चुदवाने का मन नहीं करता। तुम इतनी सेक्सी हो, क्योंकि सेक्स सबको ज़रूरी है। फिर ये सुनकर पहले तो उन्होंने जवाब नहीं दिया और कैम भी बंद कर दिया। अब में डर गया था कि कहीं वो नाराज़ ना होगी ना। फिर कुछ देर के बाद उनका रिप्लाई आया हाँ मैं मिस करती हूँ, पर मेरे पति तुरंत झड़ जाते हैं और मैं पयासी रह जाती हूं।मेरा जिस्म बहुत दिनों से भरपूर चुदाई के लिए तरस गया है और फिर कहा कि में अभी उंगलियों और कपड़े से कभी-कभी हस्तमैथुन कर लेती हूँ, लेकिन इससे और ज्यादा सेक्स करने की प्यास जागती है, लेकिन इज्जत के डर से कभी कोई बॉयफ्रेंड नहीं बनाया। अब में भी फ्रेंक हो गया और कहा कि क्या हम कैम पर सेक्स करें? तो वो बोली कि तुम मुझसे कम उम्र के हो। तो मैंने कहा कि लेकिन मेरा लंड काफ़ी जल्दी बड़ा हो गया है, देख लो। फिर मैंने उनको मेरे लंड के दर्शन कराए, तो वो देखकर बोली कि इसको क्या खिलाते हो? जो यह इतनी जल्दी इतना बड़ा हो गया। कितना मोटा है ये। मुझे मोटे लंड बहुत पसंद हैं।

मैंने कहा कि आपके नाम की मालिश देता हूँ। वो शरमाई और बोली कि तुम बड़े शैतान हो।फिर उन्होंने पहली बार मुझको उनकी पूरी बॉडी दिखाई, उनकी चूत, गांड और बूब्स तो क्या थे? क्या कहूँ? जैसे कोई मलयालम पॉर्न फिल्म की सूपर स्टार हो। फिर मैंने उनसे कहा कि अपने बूब्स दबाओ, में अपना लंड मसलता हूँ। फिर वो मज़े ले-लेकर अपने बूब्स दबा रही थी और में अपना लंड मसल रहा था। वो गरम हो चूकी थी। अपने बुर मे दो ऊंगली डालकर जोर जोर से अंदर बाहर कर रही थी। उसने कहा सुमित अपने लंड को जोर जोर से हिलाकर चोदा चोदी करो। मै कैम पर उसका फुला हुआ बुर देखकर पागल हो रहा था। बुर के दाने को वो तेजी से रगड़ रही थी। हम दोनो को काफी मजा आ रहा था। कुछ समय बाद हम दोनो झड़ गये। तीन दिन हर रात ऐसा ही चलता रहा। चौथे दिन सीमा का कॉल आया और वो बोली कि कल में घर पर अकेली हूँ, पति और देवर हजारीबाग से बाहर जा रहे हैं। तुम कल आ जाना मैं गेट खुला रखूंगी।पूरी रात मेरी बेचैनी में गुजरी। इस दौरान मैने उसे याद कर दो बार मूठ मारी और सुबह होने का इंतजार करने लगा।

सुबह जलदी ऊठकर तैयार हुआ और 12 बजने का इंतजार करने लगा। 12 बजते ही उसके घर पहुंचा तो देखा कि मेन गेट खुला हुआ है। मैं बेझिझक अंदर घुस.गया। सीमा मेरे सामने खड़ी थी। पूरी तैयारी से मेरा और मेरे लंड का इंतज़ार कर रही थी। वो नाइटी पहनी थी। वो मुझे अपने पारलर से सटे हुए कमरे में ले गयी। हम दोनो वहां लगे बेड पर बैठ गये और एक दूसरे से लिपटकर बेतहाशा चुमने लगे। मुझसे रहा नहीं गया और मैने उनकी नाइटी और पेंटी उतार दी। अब वो मेरे सामने नंगी थी। पहली बार देखने पर में और ज्यादा उनके बूब्स का दीवाना हो गया। उन्होंने अपनी चूत को शेव किया हुआ था, शायद सुबह ही हस्तमैथुन की वजह से उनकी चूत पर कई जख्म आ गये थे। बुर छोटा पर फैला और फूला हुआ था। मैंने पहले उनके सेक्सी होंठो पर एक लंबा किस किया, जिससे उनको नशा चढ़ गया। फिर मैंने उनकी चूत पर अपना एक हाथ रखकर उनकी चूत को मसला। अब वो मदहोश होती जा रही थी। फिर में उनको होंठ से लेकर उनकी चूत तक चूमता गया और काफ़ी ताक़त से अपने दाँत लगाता, तो वो चिल्लाती आहिस्ता से करो बहुत दिनों के बाद कोई मेरी प्यास बुझा रहा है।

अब सीमा भी मेरे लंड को नहीं छोड़ रही थी और ताक़त से मसले जा रही थी। अब वो स्पीड से मेरे लंड की मालिश करती जा रही थी। अब मेरा माल निकलने वाला था तो मैंने जल्दी से उनकी चूत से अपनी उंगली निकालकर अपना लंड डालना चाहा, लेकिन उनकी चूत काफ़ी दिनों से बंद थी इसलिए सता रही थी, लेकिन ये स्टील रोड भी अपना ज़ोर लगा रहा था। फिर जैसे ही मेरा लंड थोड़ा घुसा तो मैंने झटके देना चालू किया और 2-3 झटको के बाद मेरा लंड झट से अंदर चला गया। फिर वो जोर से चिल्लाई करो और ज़ोर से करो, में आज हर प्यास बुझाना चाहती हूँ, फिर बाद में मौका मिले या ना मिले। फिर मैंने अपनी स्पीड बढाई, तो मेरा लंड काफ़ी अंदर चला गया था और ऐसा लगता था कि जैसे उसकी बच्चेदानी से टकरा रहा है और में लगातार झटके देता गया। अब मेरा पानी बाहर आने को ही था, तो मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया। फिर सीमा के चूसने से मेरे लंड का पानी बाहर इतनी स्पीड से आया कि जैसे 100 साल पुरानी शेम्पियन खुलती है। फिर मैंने सीमा को अपना पानी नहीं पिलाया, ये मुझको पसंद नहीं था। "Aunty Online Sex Ke"

फिर वो थोड़ी नाराज़ हुई, लेकिन अब उसकी गांड की बारी थी। अब वो गांड नहीं मरवाना चाहती थी, क्योंकि वो डरती थी कि कही गांड बड़ी हो गयी तो कया होगा। लेकिन में आज मानने वाला नहीं था। उसे पता ही नही था की मैं उसका रंडीपना का पुरा इतिहास जानता हू। मैं भी अंजान बनते हुये बोला कि तेरे जैसी गदराई और दुधारू माल को नहीं चोदना नाइंसाफी है। तुम अगर कहो तो तेरा पानी निकाल दूं। हर दिन तुमहें चोदूं। सीमा- मैं भी तेरे से चुदना चाहती हूं। जब से तुमहे देखा है मेरी बूर गरम हो गयी है। तुम जोर से चोदो। उसको सुनाने के उद्देश्य से मैंने सीमा से पूछा- सीमा जब मेरा लंड तुम्हारी चूत के अन्दर बाहर होता है तो मज़ा आता है? तो बहुत सेक्सी आवाज में सीमा ने कहा- राजा इतना मज़ा इससे पहले कभी नहीं आया। मैंने सीमा से पूछा कि क्या तुमने पहले कभी सेक्स किया है तो उसने हां बोल दिया। मैंने उससे पूछा किस के साथ किया है। उसने कहा आप गुस्सा हो जाओगे तो मैंने कसम खा कर कहा गुस्सा नहीं करूंगा। उसने कहा कि मैंने प्रोफेसर, प्रिंसिपल, कई लड़के, पुलिसवाले व उसके तीन दोस्त, बस के ड्राइवर व कंडक्टर, अनगिनत दुकानदारों से सेक्स किया है। "Aunty Online Sex Ke"

मुझे एक बार बहुत गुस्सा आया लेकिन मैंने खुद पर काबू किया। मैंने उससे पूछा कि उसने इतने मर्दों से संबंध क्यों बनाया।उसने कहा पति और देवर की कमजोरी की वजह से उसे अलग अलग लंड लेने का चस्का लग गया। जब भी कोई अच्छा मर्द उसको दिखाई देता है तो वो फिसल जाती है। उसकी आग तब तक शांत नहीं होती जब तक वो उस मर्द से चुदाई नहीं करती। मैं उसकी बातें सुनता हुआ उसका चेहरा देख रहा था। अब मुझे सीमा में एक गर्म रंडी दिख रही थी जो मेरा बिस्तर गर्म करने वाली थी।तभी सीमा ने अपनी जीभ मेरे मुंह में धकेल दी और मेरी जीभ को चाटने लगी। मैं एक हाथ से सीमा के बूब्ज़ दबाते हुए उसकी जीभ को चूसने लगा। हम दोनों एक-दूसरे के मुंह में जीभ डालकर घुमाने लगे और एक-दूसरे की जीभ का रस चूसने लगे। हम एक-दूसरे के होंठ चूम कर, दांतों से होंठों को काटकर और जीभ को एक-दूसरे के मुंह में डालकर रसपान करने लगे। हम पर इतनी मस्ती छा गई थी कि सब कुछ भूल कर चूमा चाटी कर रहे थे। सीमा ने मेरी गोद में सिर घुमा लिया और मेरे लंड को मुंह में ले लिया। उसके नर्म रसीले होंठों का स्पर्श पाकर और उसके मुंह कई गर्मी महसूस करके मेरा लंड और भी फड़फड़ाने लगा। मैं सीमा के बूब्ज़ मसलते हुए लंड चुसाई का मजा लेने लगा।

मैंने सीमा को बेड पर लेटा दिया और उसके नाजुक, मुलायम और चिकने पेट को चूमने और चाटने लगा। वो नीचे लेटी हुई मचल रही थी। जब मैं उसकी नाभि में जीभ डालकर चाटने लगता तो सीमा मस्ती में मचलती हुई मेरे बाल नोचने लगती। अब मैं उसके बूब्ज़ चूसने और दबाने लगा। उसके बूब्ज़ मुझे बहुत सेक्सी लग रहे थे। ऐसा लग रहा था जैसे मैं जन्नत की हूर का मजा ले रहा हूं। मैंने सीमा के निप्पलों को चूसते हुए अपनी एक उंगली उस की चूत में घुसा दी। सीमा मस्ती से चहक उठी और वो मेरे सिर को अपने बूब्ज़ पर दबाते हुए अपनी गांड उठा उठाकर उंगली चूत में लेने लगी। मैं सीमा की चूत में उंगली हिलाते हुए उसके बूब्ज़ व निप्पलों को दांतों से काटने लगा। मेरे चूसने और काटने से सीमा के बूब्ज़ पर लाल निशान बन गए लेकिन उसको बहुत मजा आ रहा था। सीमा के ऊपर 69 अवस्था में लेट गया। मेरा मुंह सीमा की चूत के ऊपर था और मेरा लंड सीमा के होंठों पर टकरा रहा था। मैंने सीमा की भरी हुई जाघों को खोलकर उसकी चूत फर मुंह रख दिया। सीमा मेरे लंड के टोपे पर जीभ घुमाने लगी और बहुत सेक्सी तरीके से चाटने लगी। मुझ से कंट्रोल नहीं हो रहा था और मैंने लंड नीचे दबा दिया। मेरा लंड सीमा के होंठों से टकराता हुआ उसके मुंह में घुस गया। "Aunty Online Sex Ke"

मैं अपनी जीभ सीमा की चूत में घुसा कर चाटने लगा और खुशबू अपना सिर ऊपर-नीचे कर के मेरे लंड को चूसने लगी। सीमा अपनी गांड चलाने लगी और अपनी चूत मेरे मुंह पर रगड़ने लगी। मैं अपनी गांड ऊपर-नीचे करके सीमा का मुंह चोदने लगा। जब मैं लंड नीचे दबाता तो मेरा लंड सीमा के मुंह से होता हुआ उसके गले में उतर जाता। वो बहुत आसानी से लंड को गले में उतार लेती। मैं सपड़ सपड़ उसकी चूत चाट रहा था और सीमा के मुंह में लंड अंदर-बाहर होने से गप्प गप्प की आवाज़ आ रही थी। हम दोनों सातवें आसमान पर थे। मैंने सीमा को बैॅड पर सीधा लेटे रहने दिया और उसकी गांड के नीचे तकिया लगा दिया। मैंने सीमा की टांगें उठाकर अपने कंधों पर रख लीं और अपना लंड उसकी चूत पर लगा दिया। मैं अपना लंड सीमा की चूत पर रगड़ने लगा और वो मचलने लगी। उसकी चूत पर कुछ देर लंड रगड़ने के बाद सीमा की चूत गीली हो गई और वो लंड अंदर डालने को कहने लगी। मैंने अपने लंड को सीमा की चूत के छेद पर रखकर दबा दिया। मेरे झटके से आधे से ज्यादा लंड सीमा की चूत में चला गया और दूसरे झटके से मेरा लंड फिसलता हुआ जड़ तक अंदर बैठ गया। जैसे ही मेरा लंड सीमा की चूत की गहराई में उतरा उसके मुंह से कामुक आहह निकली और मेरे लंड में एक मिठास सी भर गई।

मैंने कई औरतो को चोदा था लेकिन उन सबो की चूत में लंड डालने का कभी इतना मजा नहीं आया था जितना सीमा की चूत में डालकर आ रहा था। उसकी चूत एकदम टाईट थी लग नहीं रहा था कि वो इतनी चुदी हुई है। मैंने अपना लंड बाहर खींचा और फिर से अंदर डाल दिया। इस बार उसके मुंह से सेक्सी आवाज़ निकली। मैं जोर जोर से सीमा की चूत चोदने लगा और उसके बड़े-बड़े बूब्ज़ मेरे झटकों के साथ हिलने लगे। सीमा अपने हिलते हुए बूब्ज़ को पकड़ कर दबाने लगी और उसका चेहरा चुदाई के नशे से चहक रहा था। मेरे लंड के अंदर-बाहर होने से सीमा की चूत बिल्कुल गीली हो गई और फच्च फच्च की आवाज़ें आने लगीं। मैंने सीमा को उल्टा लेटा कर उसकी पेट के नीचे तकिया लगा दिया, जिससे उसकी चूत ऊपर उभर आई। मैंने सीमा की टांगें खोलकर उसकी चूत पर लंड लगा दिया और उसके कंधों को कस को पकड़ लिया। मैंने झटका मारकर अपना लंड सीमा की चूत में घुसा दिया और चूत चोदने लगा। चूत में लंड का अंदर-बाहर होना और सीमा के नर्म चूतडो़ं का स्पर्श मुझे अजीब सी मदहोशी दे रहा था। "Aunty Online Sex Ke"

मैं दनादन झटके मारकर मस्ती से चोदने लगा और सीमा भी बड़ी गर्मजोशी से लंड के मजे ले रही थी। मेरे हर झटके से सीमा के मुंह से कामुक आहें निकलती और मेरा जोश और भी बढ़ जाता। जब सीमा मस्ती में चिल्लाती तो मैं जोश में आकर और भी तेज़ी से उसकी चूत चोदता। मैं सीमा को चोदते हुए हांफने लगा तो सीमा ने मुझे नीचे लेटा दिया। वो मेरे ऊपर आ गई और मेरी छाती को जीभ से चाटते हुए मेरे निप्पलों को मुंह में भर कर चूसने लगी। उसने अपनी चूत मेरे लंड पर टिका दी और दोनों हाथ मेरी छाती पर रख दिए। सीमा ने मेरे दोनों हाथ अपने बूब्ज़ पर रखकर अपनी गांड नीचे धकेल दी और मेरा लंड फिर से सीमा की चूत की गहराई की सैर करने लगा। सीमा उछल उछल कर मेरा लंड अपनी चूत के अंदर-बाहर करने लगी और मैं उसके बूब्ज़ मसलने लगा। सीमा बहुत तेज़ी से उछलने लगी और चूत चुदाई का मजा लेने एवं देने लगी। मैं अपने रंग में आ गया और नीचे से सीमा की चूत चोदने लगा। हम दोनों के झटकों से चुदाई की रफ्तार बहुत तेज हो गई। चुदाई की फच्च फच्च की आवाज़ों और हमारी उत्तेजित आवाज़ों से पूरा माहौल चुदाई के रंगों से रंगीन हो गया।

सीमा चूत से लंड निकाले बगैर घूम गई और मेरे पैरों की तरफ अपना मुंह कर लिया। वो मेरी टांगों को पकड़ कर अपनी गांड उछालने लग गई और मैं नीचे से उसकी चूत चोदते हुए सीमा के चूतडो़ं को थपथपाकर चूतडो़ं की नर्मी का अहसास लेने लगा। मैंने सीमा को बैॅड से नीचे उतारा और बैॅड के सहारे झुका कर खड़ी कर दिया। मैंने पीछे से उसकी कमर को पकड़ कर अपना लंड उसकी चूत पर टिका दिया। इससे पहले मैं अपना लंड सीमा की चूत में डालता, सीमा ने बहुत तेज़ी से अपनी गांड को पीछे धकेल दिया और मेरा लंड फचाक की आवाज़ से चूत में उतर गया। मैं सीमा की चूत पीछे से चोदने लगा और सीमा अपनी गांड को आगे पीछे कर के लंड अपनी चूत के अंदर-बाहर करने लगी। "Aunty Online Sex Ke"

मैने सीमा के रेशमी बाल पकड़ लिए और बहुत तेज़ी से उसकी चूत चोदने लगा। कुछ देर बाद सीमा बदन अकड़ने लगा और वो ठंडी आंहें भरती हुई झड़ गई। मैं भी चर्म पर पहुंच चुका था और अपना लंड सीमा की चूत से निकाल लिया। मैंने अपना वीर्य सीमा की गांड पर गिरा दिया जो नीचे जाता हुआ उसकी जांघों पर फैल गया। मैंने उसके नाईटी से बदन से वीर्य साफ किया और हम नंगे ही लेट गए। वो खुशी में दिवानों की तरह मुझे चूमने लगी और मुझको कही कि मेरा पति कभी भी मुझको संतुष्ट नहीं कर पाया। मैं भटकती रही। सुमित आज से तुम मेरे पति हो। हम परिवार है। अब तुम ही मुझे चोदोगे। ये बुर किसी को नही दूंगी। अब ये तेरा है।कोई जुगाड़ बैठाव की तुम मुझे डेली चोद सको।

मैने कहा जरूर करूंगा। अभी एक बार और मजा लेने दो। फिर उससे मजे करने के बाद में शाम 4 बजे ही उसके घर से बाहर आ गया, ताकि किसी को पता नहीं चले। दोस्तों ये मेरे लिए ना भूलने वाला सेक्स था, जो मैंने आपके साथ शेयर किया। अब में अक़्सर सीमा के अकेले होने पर उनको खुश करता था। अगली कहानी में बताऊंगा की कैसे मैने ऊसके सहेली निरंजना को सेट करके चोदा. "Aunty Online Sex Ke"
 
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