आओ ना मै इंतजार कर रही हूं

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Antarvasna, desi kahani: रचना मुझे कहती है कि चलो ना गरिमा आज कहीं घूम आते हैं काफी दिन हो गए हैं हम लोग कहीं घूमने भी नहीं गए हैं। मेरी और रचना की मुलाकात मुंबई में ही हुई हम दोनों रूममेट हैं जब मैं रचना को पहली बार मिली तो रचना से मिलकर मुझे अच्छा लगा। रचना मेरे ऑफिस में ही काम करती थी परंतु कुछ दिनों पहले उसने दूसरी कंपनी में इंटरव्यू दिया और उसका सिलेक्शन वहां हो चुका है कुछ समय बाद वह उस कंपनी को ज्वाइन करने वाली है। मैंने रचना को कहा ठीक है रचना चलो फिर आज कहीं घूम आते हैं रविवार का दिन था और हम दोनों उस दिन मूवी देखने के लिए चले गए। हम दोनों जब मूवी देखकर वापस लौटे तो रचना मुझे कहने लगी कि मुझे कुछ शॉपिंग करनी थी तो मैंने रचना को कहा ठीक है रचना हम लोग शॉपिंग भी कर लेते हैं मैंने भी काफी समय से अपने लिए कुछ लिया नहीं है तो हम लोग अपने लिए शॉपिंग करते हैं।

हम दोनों शॉपिंग करने लगे और हम लोगों ने अपने लिए काफी सामान ले लिया था। हम लोग जब घर वापस लौटे तो रचना मुझे कहने लगी गरिमा आज तो मैंने बहुत ज्यादा शॉपिंग कर ली है मुझे लगता है कि इस महीने मेरा बजट खराब होने वाला है मैंने रचना से कहा कोई बात नहीं रचना यदि तुम्हें पैसों की जरूरत हो तो तुम मुझसे ले लेना। रचना के ऊपर अपने घर की बड़ी जिम्मेदारी है रचना के पिताजी का देहांत कुछ वर्ष पूर्व हो गया उसके बाद रचना के ऊपर ही सारी जिम्मेदारी आ गई जिसे की रचना बखूबी निभा रही है। रचना को हर महीने अपने घर पर कुछ पैसे भेजने होते हैं इसलिए वह हर महीने अपने घर पर पैसे भेज देती है। रचना का स्वाभाव बड़ा ही अच्छा है मुझे उसका स्वभाव अच्छा इसलिए भी लगता है कि जब भी मुझे रचना की जरूरत होती है तो रचना हमेशा मेरे साथ खड़ी रहती है। मैंने रचना को कहा कि रचना तुम अपने नए ऑफिस को कब ज्वाइन कर रही हो तो रचना मुझे कहने लगी कि मैं सोच रही हूं कि इसी हफ्ते मैं ऑफिस ज्वाइन कर लूं। मैंने रचना को कहा चलो तुमने अच्छा ही किया जो वहां इंटरव्यू दे दिया और तुम्हारा सिलेक्शन भी वहां पर हो गया रचना मुझे कहने लगी गरिमा मुझे बड़ी भूख लग रही है मैं सोच रही हूं कि हम लोग कुछ बाहर से खाने का आर्डर करवा देते हैं।

मैंने रचना को कहा हां रचना हम लोग अभी बाहर से कुछ आर्डर करवा देते हैं हमारे घर के बाहर ही एक रेस्टोरेंट है हम लोगों ने वहां से खाने का ऑर्डर किया और 15 मिनट बाद दुकान पर काम करने वाला लड़का खाना बना कर ले आया था। रचना मुझे कहने लगी कि चलो गरिमा जल्दी से कुछ खा लेते हैं मुझे तो बड़ी भूख लग रही है। हम दोनों ने खाना खाया और उसके बाद मैं लेट गई लेकिन रचना अभी भी सोई नहीं थी मैंने रचना को कहा रचना तुम अभी तक सोई नहीं हो तो रचना मुझे कहने लगी कि बस ऐसे ही मुझे घर की याद आ रही थी मैं सोच रही थी कि कुछ दिनों के लिए घर हो आऊं लेकिन अभी तो मैं घर जा नहीं पाऊंगी। मैंने रचना को कहा कोई बात नहीं रचना थोड़े समय बाद तुम घर चले जाना रचना मुझे कहने लगी तुम बिल्कुल ठीक कह रही हो कुछ समय बाद मैं घर चली जाऊंगी काफी समय हो गया जब मैं अपनी मम्मी से भी नहीं मिली हूं। मैंने रचना को कहा रचना तुम अभी सो जाओ कल हमें ऑफिस भी जाना है तो रचना कहने लगी हां गरिमा मैं भी सो जाती हूं। रचना ने अपना फोन किनारे रखा और वह सो चुकी थी मुझे भी गहरी नींद आ चुकी थी। अगले दिन सुबह जल्दी उठकर हम लोगों ने नाश्ता बनाया और नाश्ता करने के तुरंत बाद ही हम लोग ऑफिस के लिए निकल गए हर दिन की तरह मैं सुबह ऑफिस जाति और शाम को घर लौट आती। सब कुछ वैसा ही चल रहा था कुछ भी नया नहीं था रचना ने भी अपना नया ऑफिस जॉइन कर लिया था और रचना भी इस बात से खुश थी कि उसने अपना नया ऑफिस ज्वाइन कर लिया है। रचना की सैलरी भी अब बढ़ चुकी थी इस वजह से भी वह बड़ी खुश थी कुछ समय बाद रचना ने मुझे कहा कि गरिमा मैं कुछ दिनों के लिए अपने ऑफिस से छुट्टी ले रही हूं। मैंने रचना को कहा क्या तुम घर जा रही हो तो रचना मुझे कहने लगी कि हां मैं कुछ दिनों के लिए घर जा रही हूं मैंने रचना को कहा तो तुम घर से वापस कब लौटोगी। रचना मुझे कहने लगी मैंने अपने ऑफिस से दो हफ्ते की छुट्टी ले ली है मैं दो हफ्ते बाद घर से लौट आऊंगी मैंने रचना को कहा रचना क्या मैं तुम्हारा सामान पैक करने में तुम्हारी मदद करूं।

रचना मुझे कहने लगी कि हां तुम मेरा सामान पैक करने में मेरी मदद कर दो। मैंने रचना का सामान पैक करने में उसकी मदद की और दूसरे दिन सुबह होते ही वह अपने घर के लिए निकल चुकी थी। जब रचना अपने घर पहुंची तो मैंने रचना को फोन किया और रचना को कहा कि क्या तुम घर पहुंच गई थी वह कहने लगी कि हां मैं घर पहुंच गई थी तुम्हें फोन करना मैं भूल गई मैंने रचना को कहा कोई बात नहीं। रचना मुझे कहने लगी कि गरिमा तुम भी अपना ध्यान रखना मैं अभी मम्मी के साथ बैठी हुई हूं तुमसे बाद में बात करती हूं। मैंने रचना को कहा ठीक है रचना हम लोग बाद में बात करते हैं मैंने अब फोन रख दिया मैंने फोन रखा और उसके कुछ दिनों बाद ही मेरे ममेरे भाई का ट्रांसफर भी मुंबई में हो चुका था और वह भी मुंबई आ चुके थे। मैंने भैया को फोन किया और भैया से मैंने काफी देर तक बात की तो भैया मुझे कहने लगे कि गरिमा कभी तुम घर पर भी आ जाओ तुम्हारी भाभी तुम्हें बड़ी याद करती है। मैंने भैया से कहा कि क्या भाभी को भी आप अपने साथ ले आए हैं तो वह कहने लगे कि हां तुम्हारी भाभी भी मेरे साथ ही है मुझे अपने ऑफिस की तरफ से रहने के लिए फ्लैट मिल गया था इसलिए मैं तुम्हारी भाभी को अपने साथ ही ले आया हूं। मैंने भैया को कहा भैया अब तो आपसे मिलने के लिए जरूर आना पड़ेगा और मैं भैया को मिलने के लिए चली गई।

जब मैं भैया को मिली तो भाभी भी बहुत खुश थी उस दिन मैं भैया और भाभी के साथ ही रुक गई क्योंकि उन लोगों ने मुझे कहा कि आज तुम हमारे साथ ही रुक जाओ इसलिए मैं भैया और भाभी के साथ रुक गई। उस दिन मुझे बहुत ही अच्छा लगा अगले दिन ही मैं अपने ऑफिस चली गई जब मैं अपने ऑफिस में थी तो उस वक्त मुझे रचना का फोन आया और रचना मुझसे कहने लगी कि गरिमा तुम ठीक तो हो ना। मैंने उसे कहा हां रचना मैं ठीक हूं रचना मुझे कहने लगी कि मैं भी ठीक हूं और कुछ दिनों बाद मैं वापस लौट आऊंगी मैंने रचना को कहा चलो यह तो अच्छी बात है। रचना और मेरी करीब 15 मिनट तक बात हुई और उसके बाद हम लोगों ने फोन रखा और मैं अपने ऑफिस का काम करने लगी शाम के वक्त मैं घर लौटी तो मैं खाना बनाने लगी। खाना बनाते बनाते कब समय निकल गया कुछ पता ही नहीं चला रात के करीब 9:00 बज चुके थे मैं अब खाना बना चुकी थी और फिर मैं आराम करने लगी। मैं रूम में लेटी हुई थी मैंने काफी समय बाद आपने फेसबुक अकाउंट को देखा उसमें काफी सारी फ्रेंड रिक्वेस्ट आई हुई थी उसी में से मैंने कई फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली लेकिन जब अमन से मैं बात करने लगी तो अमन और मेरे बीच बड़ी अच्छी दोस्ती हो गई। कम ही समय में अमन और मेरे बीच मैं एक दूसरे को मिलने की बात होने लगी मैंने अमन को जब पहली बार अपने घर पर बुलाया तो अमन और मैं साथ में बैठे हुए थे। अमन बड़ा ही हैंडसम है अमन को देखकर मुझे अच्छा लग रहा था अमन भी मेरी सुंदरता की तारीफ कर रहा था हम दोनों एक दूसरे से बात कर रहे थे पहले ही मुलाकात में हम दोनों बहुत नजदीक आ गए क्योंकि हम लोगों की कुछ समय तक फेसबुक पर भी बात नहीं हुई थी। अमन ने जब मेरी तरफ देखा तो मैंने अमन को कहा तुम मुझे ऐसे क्या देख रहे हो अमन मुझे कहने लगा तुम बहुत ही सुंदर लगती हो।

मैं चाहती थी अमन के साथ में सेक्स करू अमन के साथ में सेक्स करने के लिए तैयार थी। अमन ने भी मेरे होंठों को चूमना शुरू किया वह मेरे होठों को जिस प्रकार से चूम रहा था उससे मुझे बड़ा ही मजा आ रहा था अमन ने मेरे होंठों का रसपान बहुत देर तक किया। अमन मुझे कहने लगा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है जिस प्रकार से मैं तुम्हारे होठों का रसपान कर रहा हूं मैंने अमन मुझे कहने लगा तुम्हारे स्तन बड़े ही टाइट है अमन ने मेरे स्तनों पर अपनी जीभ लगाना शुरू किया तो मुझे अच्छा लगने लगा वह मेरे निप्पल को चूस रहा था। अमन ने मेरी चूत का रसपान बहुत देर तक किया मेरी चूत से पानी बाहर निकलने लगा था पहली बार ही मैं किसी के लंड को अपनी चूत में लेने वाली थी। अमन ने अपने लंड को चूत के अंदर डालना शुरू किया अमन का लंड मेरी चूत के अंदर तक चला गया। जब उसका लंड मेरी चूत के अंदर गया तो अमन मुझे तेजी से पूरी ताकत के साथ चोदने लगा वह मुझे बड़ी तेजी से धक्के मारता जिस प्रकार से अमन मुझे धक्के मार रहा था उससे मुझे बड़ा ही मजा आ रहा था।

वह मुझे लगातार तेजी से चोद रहा था मेरी चूत से बहुत ज्यादा खून बाहर की तरफ को निकाल रहा था लेकिन मुझे बड़ा मजा आता और अमन को भी बहुत आनंद आ रहा था। काफी देर तक अमन ने मेरी चूत के मजे लिए लेकिन जब अमन ने अपने वीर्य को मेरी चूत में गिराया तो मुझे बहुत अच्छा लगा हम दोनों दूसरे के साथ बैठे रहे मेरी चूत से अभी भी खून निकल रहा था। हम दोनों नग्न अवस्था में एक दूसरे के साथ लेटे हुए थे जैसे ही मैंने अमन के लंड को दोबारा खड़ा किया तो मैंने अमन के लंड को अपनी चूत में लेने की बात कही तो अमन मुझे कहने लगा तुम तो बड़ी ही सेक्स की भूखी हो? मैंने उसे कहा आज तुमने मेरे अंदर की उत्तेजना को इतना जगा दिया है पहली बार ही तो मैं किसी के लंड को अपनी चूत मे ले रही हूं। अमन के लंड को मैंने अपनी चूत में लिया अमन ने मुझे चोदना शुरू किया तो मुझे बड़ा ही मजा आ रहा था। मैं और अमन एक दूसरे का साथ बड़े ही अच्छे से दे रहे थे अमन मेरी चूतड़ों पर प्रहार कर रहा था मैं अमन के लंड को अपनी चूत के अंदर ले रही थी। काफी देर तक हम दोनों ने एक दूसरे के साथ ऐसे ही मजे किए लेकिन ज्यादा देर तक हम दोनों एक दूसरे का साथ दे ना सके अमन ने अपने वीर्य को मेरी चूत के अंदर गिरा दिया। अमन मुझे कहने लगा आज तो तुम्हारे साथ बड़ा मजा आ गया हम लोग कुछ देर तक साथ में बैठे रहे और अमन फिर चला गया। रचना वापस लौट चुकी थी लेकिन जब भी मुझे अमन से मिलना होता तो मैं उसे घर पर बुला लिया करती।
 
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