कावेरी को मेरा लंड चूसना पसंद आया

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Antarvasna, desi kahani: गौतम मुझे कहने लगा कि भैया आज मैं आपको अपने दोस्तों से मिलवाता हूं। मैं कुछ दिनों के लिए मुंबई गया हुआ था। गौतम मेरे मामा जी का लड़का है और जब उस दिन उसने मुझे अपने दोस्तों से मिलवाया तो मुझे काफी अच्छा लगा। मैंने गौतम के दोस्तों से मुलाकात की और मुझे इस बात की बड़ी खुशी थी कि उस दिन गौतम ने जब मेरी मुलाकात कावेरी से करवाई। कावेरी को कहीं ना कहीं मैं दिल ही दिल चाहने लगा था लेकिन कावेरी एक बड़े घराने से ताल्लुक रखती है। शायद इसलिए मेरे लिए यह बिल्कुल भी संभव नहीं था कि मैं कावेरी को अपने दिल की बात कह पाऊं हूं लेकिन उसके बावजूद भी कहीं ना कहीं मेरे अंदर कावेरी को लेकर यह बात जरूर थी कि मैं कावेरी से अपने दिल की बात कहूं।

मैंने पूरी तरीके से फैसला कर लिया था कि मैं कावेरी से अपने दिल की बात कहूंगा। हालांकि मैं वापस लौट आया था मैं चंडीगढ़ वापस लौट आया था लेकिन उसके बाद भी मैं चाहता था कि मैं कावेरी से अपने दिल की बात कहूं। एक दिन कावेरी को मैंने फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जिसके बाद हम दोनों की अक्सर बातें होने लगी। मेरे लिए इतना ही काफी था कि कावेरी मुझसे बात किया करती है हम दोनों की फेसबुक पर ही बातें होती थी लेकिन अभी तक मैंने कावेरी का नंबर नहीं लिया था। एक दिन खुद ही कावेरी ने मुझे कहा कि मुझे आप अपना नंबर दे दीजिए और उस दिन जब मैंने कावेरी को अपना नंबर दिया। मुझे इस बात की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि कावेरी और मैं एक दूसरे के साथ इतनी ज्यादा बातें करने लगेंगे कि हम दोनों एक दूसरे से अपने दिल की बात कह डालेंगे। मैंने कावेरी से अपने प्यार का इजहार कर दिया था और कावेरी भी इस बात से बड़ी खुश थी जब मैंने उससे अपने प्यार का इजहार किया।

कावेरी और मैं एक दूसरे को बहुत ज्यादा प्यार करने लगे थे और यही वजह थी कि हम दोनों एक दूसरे के बिना बिल्कुल भी नहीं रह पाते थे। मैं कावेरी से फोन पर देर तक बातें किया करता, जब भी मैं कावेरी से बातें करता तो मुझे काफी अच्छा लगता। कावेरी को भी इस बात की बड़ी खुशी थी कि वह मुझसे फोन पर बातें किया करती है। मैं चंडीगढ़ में ही नौकरी कर रहा था लेकिन मुझे कई बार लगता कि क्या मुझे मुंबई में चले जाना चाहिए मैंने पापा से इस बारे में कहा तो उन्होंने मुझे कहा कि बेटा तुम चंडीगढ़ में रहकर ही नौकरी करो। पापा भी कुछ समय बाद अपने ऑफिस से रिटायर होने वाले थे इसलिए वह चाहते थे कि मैं चंडीगढ़ में रहकर ही काम करुं परंतु मैं तो चाहता था कि मैं मुंबई चला जाऊं। जब मैंने मुंबई में एक कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई किया तो वहां पर मेरा इंटरव्यू था। मैं जब अपना इंटरव्यू देने गया तो मेरा सिलेक्शन भी उस कंपनी में हो चुका था।

हालांकि पापा और मम्मी ने उसके बाद भी मुझे काफी बार कहा कि बेटा तुम चंडीगढ़ में ही नौकरी करो लेकिन मुझे तो मुंबई जाना था और मैं मुंबई चला गया। जब मैं मुंबई गया तो मैं कावेरी से रोज मिलने लगा था कावेरी को जब भी मैं मिलता तो मुझे काफी अच्छा लगता। हम लोगों के पास समय कम हुआ करता था क्योंकि मैं अपने ऑफिस के काम के चलते बिजी रहता और मेरे पास बिल्कुल भी वक्त नहीं होता था। शायद इसी वजह से मैं कावेरी को कम ही मिला करता था लेकिन जब भी हम दोनों एक दूसरे को मिलते तो हमें काफी अच्छा लगता है। एक दिन मैं और कावेरी साथ में बैठे हुए थे उस दिन जब हम दोनों साथ में बैठे हुए बातें कर रहे थे तो कावेरी ने मुझे कहा कि आज मैं तुम्हें अपने घर लेकर चलती हूं और तुम्हें अपनी फैमिली से मिलवाती हूं। मैंने कावेरी से कहा कि क्या यह ठीक रहेगा तो कावेरी मुझे कहने लगी कि हां क्यों नहीं तुम मेरे घर चलो।

उस दिन कावेरी मुझे अपने घर पर ले गई यह पहली बार ही था जब मैं कावेरी के घर पर गया था और उसके परिवार से मिला था। कावेरी के परिवार से मिलना मुझे काफी अच्छा लगा और वह लोग बहुत ही अच्छे हैं उसके बाद मैं कावेरी के घर पर अक्सर आने जाने लगा था। कावेरी के परिवार को इससे कोई भी एतराज नहीं था। कावेरी भी इस बात से काफी खुश थी कि हम दोनों एक दूसरे को अक्सर मिला करते हैं। कावेरी चाहती थी की मैं बिजनेस करूं। मैंने कावेरी से कहा कि लेकिन मैं बिजनेस कैसे शुरू करूं क्योंकि मेरे पास इतने पैसे नहीं है। कावेरी ने मुझे कहा कि तुम पैसों की चिंता मत करो। कावेरी ने मेरी काफी मदद की क्योंकि कावेरी अपने पापा के बिज़नेस को संभालती है और कावेरी ने हीं पैसों को लेकर मेरी मदद की जिससे कि मैं अपना बिजनेस शुरू कर पाया। मैंने अपना बिजनेस शुरू कर लिया था और मेरा बिजनेस काफी अच्छे से चलने लगा था। कावेरी और मैं एक दूसरे को हर रोज मिला करते हम दोनों साथ में ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश किया करते और मैं जब भी कावेरी के साथ होता तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता।

कावेरी और मैं एक दूसरे से बहुत ज्यादा प्यार करते हैं। कावेरी चाहती थी कि मैं उसके परिवार से इस बारे में बातें करूं लेकिन शायद यह संभव नहीं था क्योंकि मुझे इस बात का डर था कि कहीं कावेरी की फैमिली ने हम दोनों के रिश्ते को मना कर दिया तो क्या होगा इसलिए मैंने कावेरी को कहा कि मैं तुम्हारी फैमिली से इस बारे में बात नहीं कर पाऊंगा। कावेरी ने मुझे कहा कि मैं ही पापा से इस बारे में बात करती हूं। कावेरी ने अपने पापा से मेरे और अपने रिलेशन के बारे में बात की तो उन लोगों को भी इससे कोई भी एतराज नहीं था। अब मैं भी अपना बिजनेस चला रहा हूं शायद इस वजह से उन लोगों ने मेरे और कावेरी के रिश्ते को मना नहीं किया और हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ही खुश हैं। मेरा और कावेरी का रिश्ता काफी अच्छे से चल रहा है और हम दोनों जल्द ही एक दूसरे से इंगेजमेंट करने वाले हैं। जब मेरी इंगेजमेंट होने वाली थी तो पापा और मम्मी भी उस वक्त मुंबई आये और हम दोनों की इंगेजमेंट हो जाने के बाद मैं काफी खुश हूं। जिस तरीके से मेरी और कावेरी की जिंदगी मैं बहुत सारी खुशियां हैं उससे मुझे बहुत ही अच्छा लगता है।

कावेरी जब भी मेरे साथ होती है तो मैं उसके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश करता हूं। हम दोनों एक दूसरे के साथ जब भी समय बिताते हैं तो हमें काफी अच्छा लगता है और मुझे इस बात की बड़ी खुशी है कि कावेरी और मैं एक दूसरे के साथ रिलेशन में काफी खुश हैं। हम दोनों की इंगेजमेंट तो हो ही चुकी थी लेकिन हम दोनों के बीच कभी भी शारीरिक संबंध नहीं बने थे। जब एक दिन कावेरी मुझसे मिलने के लिए आई तो यह पहली बार था जब कावेरी और मैं एक दूसरे के साथ सेक्स करने वाले थे। कावेरी को भी इस से कोई एतराज नहीं था। कावेरी और मैं अब एक दूसरे के होठों को चूमते रहते। हम दोनों ने एक दूसरे की गर्मी को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया था। मैंने कावेरी से कहा मैं बहुत ही ज्यादा खुश हूं जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बढ़ा रहे हैं। हम दोनों की गर्मी इतनी ज्यादा बढ़ चुकी थी कि मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था और ना ही कावेरी अपने आपको रोक पा रही थी।

जैसे ही मैंने कावेरी के सामने अपने लंड को किया तो उसने भी तुरंत मेरे लंड को अपने मुंह में समा लिया और वह उसे सकिंग करने लगी। वह जिस तरीके से मेरे मोटे लंड को चूस कर मेरी गर्मी को बढ़ा रही थी उससे मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था और कावेरी भी बहुत ज्यादा खुश थी। हम दोनों की गर्मी बढ़ती ही जा रही थी मैंने कावेरी से कहा मैं बिल्कुल भी रह नहीं पाऊंगा। वह मुझे कहने लगी मुझसे बिल्कुल रहा नहीं जा रहा है। हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को काफी ज्यादा बढ़ा चुके थे मैंने कावेरी की चूत पर अपने लंड को लगाकर उसकी योनि के अंदर की तरफ को घुसाना शुरू किया। कावेरी की चिकनी चूत के अंदर मेरा मोटा लंड जा चुका था और मेरी गर्मी बहुत ही ज्यादा बढ़ चुकी थी।

कावेरी और मैं एक दूसरे के साथ अच्छे से सेक्स के मजे ले रहे थे। हम दोनों एक दूसरे के साथ जिस तरीके से सेक्स के मजे ले रहे थे उससे हम दोनों बहुत ज्यादा तड़पने लगे थे। मैंने कावेरी के दोनों पैरों को अपने कंधों पर रख लिया। कावेरी की योनि से पानी बहुत ज्यादा निकलने लगा था। जब थोड़ी देर बाद मैंने देखा कावेरी की चूत से खून निकल रहा है जिससे कि मुझे और भी ज्यादा अच्छा लग रहा था और कावेरी को भी बहुत ज्यादा मजा आ रहा था। वह मेरा साथ अच्छे से दिए जा रही थी। मैंने जैसे ही उसकी योनि में अपने वीर्य की पिचकारी को डाला तो वह खुश हो गई और मुझे बोली मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है जिस तरीके से हम दोनों ने सेक्स संबंध बनाए हैं। हम दोनों बहुत ज्यादा खुश थे और मैं इस बात से बड़ा खुश था कि कावेरी और मैं एक दूसरे के साथ सेक्स का जमकर मजा लेता है।
 
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