गरिमा की वो गर्म सासें

sexstories

Administrator
Staff member
Hindi sex story, antarvasna: गरिमा मेरे साथ ही कॉलेज में पढ़ाई करती थी और अब वह मुझसे काफी दूर हो चुकी है क्योंकि अब हम दोनों की मुलाकात हो ही नहीं पाती थी। गरिमा की फैमिली दिल्ली शिफ्ट हो गई थी जिस वजह से हम दोनों की मुलाकात हो पाना मुश्किल था लेकिन मेरे और गरिमा के बीच अब भी बातें होती रहती थी। कभी कबार हम लोग एक दूसरे से फेसबुक चैट या फिर व्हाट्सएप पर बातें कर लिया करते। जब भी हम दोनों की बातें होती तो हम दोनों को बड़ा अच्छा लगता था और गरिमा से बात कर के मैं बहुत खुश रहता लेकिन उससे काफी सालों से मैं मिल नहीं पाया था।

मैं चाहता था कि मैं गरिमा को मिलने के लिए जाऊं लेकिन मैं गरिमा से अभी तक मिल नहीं पाया था। एक रात मेरी और गरिमा की व्हाट्सएप पर बात चल रही थी तो गरिमा ने मुझसे कहा कि सोहन हम लोगों को मुलाकात करनी चाहिए। मैं चाहता था कि मैं गरिमा को मिलने के लिए चला जाऊं और अगले दिन मैं गरिमा को मिलने के लिए चला गया। जब मैं गरिमा को मिलने के लिए गया तो हम दोनों बहुत खुश हुए क्योंकि काफी समय हो गया था मैं गरिमा को मिला भी नहीं था।

मैं जब दिल्ली गया तो दिल्ली में मेरा एक जरूरी काम भी था इस वजह से मैं गरिमा को भी मिलने के लिए भी गया था। गरिमा के साथ में एक अच्छा समय बिताना बहुत ही सुखद एहसास था वह बड़ी खुश थी। मैं और गरिमा जब भी साथ में होते तो हम दोनों को बड़ा अच्छा लगता था। हालांकि हम दोनों साथ में कम ही होते थे परंतु अब हम दोनों के बीच प्यार भी होने लगा था जिस वजह से मैं गरिमा के बिना एक पल भी रह नहीं सकता था। मैं चाहता था कि उससे मैं मुलाकात करूं लेकिन अब मैं अब जॉब करने लगा था जिस वजह से मैं गरिमा से मिल नहीं पाता था। मैं और गरिमा जब भी साथ में होते तो हम दोनों बहुत खुश रहते थे लेकिन एक दिन गरिमा ने मुझे बताया कि उसकी फैमिली उसकी शादी अपने ही किसी फैमिली फ्रेंड के लड़के से करवाना चाहते है। मैंने गरिमा से कहा कि क्या तुमने अभी तक हम दोनों के रिलेशन के बारे में किसी को नहीं बताया। गरिमा से जब मैंने यह बात पूछी तो गरिमा ने कहा कि नहीं सोहन मैंने आपने और तुम्हारे रिलेशन के बारे में किसी को कुछ नहीं बताया है।

मैंने गरिमा को समझाया और कहा कि तुम एक बार अपनी फैमिली से मेरे और अपने रिलेशन के बारे में बात करो तो गरिमा ने मुझे कहा कि हां मैं उन लोगों से इस बारे में बात करूंगी। जब गरिमा ने उन लोगों से बात की तो वह लोग भी मेरे और गरिमा के रिश्ते के लिए मान चुके थे और उन्हें मेरे और गरिमा के रिश्ते से कोई एतराज नहीं था। गरिमा अपने पापा मम्मी के बहुत ज्यादा करीब है इसी वजह से वह गरिमा कि हर एक बात को मानते हैं और गरिमा की खुशी पर वह बहुत ध्यान देते हैं।

उन लोगों ने मेरी और गरिमा की सगाई करवाने का फैसला कर लिया था उसके बाद हम दोनों की सगाई हो चुकी थी और जब हम दोनों की सगाई हुई तो हम दोनों को ही बहुत अच्छा लगा। हम दोनों एक दूसरे के साथ इतने खुश थे कि अब जल्द से जल्द हम शादी भी करना चाहते थे। मैंने जब एक दिन गरिमा से कहा कि मैं कुछ दिनों के लिए अपने ऑफिस के टूर से जा रहा हूं तो गरिमा ने मुझे कहा कि तुम वहां से कब लौटोगे तो मैंने गरिमा को कहा कि मैं जल्द ही वहां से लौट आऊंगा। मैं कुछ समय के लिए अमेरिका जा रहा था जिस वजह से मैंने गरिमा को कहा था कि शायद हम लोगों की बात हो नहीं पाएगी तो गरिमा ने कहा कि ठीक है। गरिमा मेरी हर एक बात को माना करती थी जिससे कि मैं गरिमा की बहुत ही ज्यादा इज्जत करने लगा था।

एक दिन मैं और गरिमा साथ में थे उस वक्त मैं अमेरिका से वापस लौट आया था और मैं गरिमा को मिलने के लिए दिल्ली गया हुआ था। गरिमा ने मुझसे कहा कि सोहन मैं तुमसे शादी करने के लिए तैयार हूं तो गरिमा और मैं जल्द से जल्द शादी करना चाहते थे। मैंने जब इस बारे में अपनी फैमिली को बताया तो वह लोग चाहते थे कि हम दोनों को कुछ समय के लिए रुकना चाहिए क्योंकि पापा की तबीयत भी ठीक नहीं थी और पापा अपने ऑफिस से रिटायर भी होने वाले थे जिस वजह से मां चाहती थी कि हम दोनों की शादी थोड़े समय बाद हो। मैंने गरिमा को जब यह बात बताई तो गरिमा मेरी बात मान गई और वह मुझे कहने लगी कि मुझे बहुत ही अच्छा लगता है जब मैं तुम्हारे साथ में होती हूँ।

हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश है जब भी मैं और गरिमा साथ में होते तो हम दोनों को अच्छा लगता है। मैंने भी अब अपना ट्रांसफर दिल्ली करवा लिया था जिसके बाद मैं दिल्ली में ही जॉब करने लगा। गरिमा और मैं एक दूसरे के साथ बड़े खुश थे जब हम दोनों एक दूसरे के साथ होते तो गरिमा को बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता था। एक दिन मैंने गरिमा से जब इस बारे में बात की कि मैं तुमसे मिलना चाहता हूं तो गरिमा ने मेरी बात मान ली और कहने लगी की तुम्हें मिले हुए भी काफी दिन हो चुके हैं। हम दोनों जब मिले तो हम दोनों साथ में बैठे हुए थे काफी देर तक हम दोनों की बातें हुई करीब दो घंटे तक हम दोनों साथ में थे तो हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगा था।

हमने साथ में काफी अच्छा समय बिताया। गरिमा और मैं एक दिन मिले। जब हम दोनों मिले तो उस दिन मैंने गरिमा को किस किया और उसके होठों को चूम कर मुझे अच्छा लगने लगा। मैं उसके होठों को चूम रहा था तो मुझे बहुत ही मजा आ रहा था और वह बहुत ज्यादा उत्तेजित होती जा रही थी। उसने मुझे कहा मुझसे रहा नहीं जा रहा है अब हम दोनों बिल्कुल भी रह नहीं पा रहे थे ना तो मैं अपने आपको रोक पा रहा था और ना ही गरिमा अपने आपको रोक पा रही थी।

मैंने जब गरिमा के सामने अपने लंड को किया तो वह मेरे लंड को बड़े ही अच्छे तरीके से चूसने लगी और उसने मेरे लंड को तब तक चूसा जब तक मेरे लंड से पानी बाहर नहीं आ गया। मैं इतना ज्यादा गर्म हो चुका था मैं रह नहीं पा रहा था, मैं अपने आप पर काबू कर पा रहा था। मैंने गरिमा के कपड़ों को उतारा तो मैंने उसे नंगा कर दिया। जब वह नग्न अवस्था में थी तो मैं उसके बदन को महसूस करने लगा और उसके बदन को महसूस कर के मुझे बड़ा ही अच्छा लग रहा था।

हम दोनों बहुत ज्यादा उत्तेजित हो रहे थे। मैंने उसके स्तनों को चूसना शुरू कर दिया था मैं उसके स्तनों को बडे ही अच्छी तरीके से चूस रहा था उस दिन मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था मैं उसके स्तनों को चूस रहा था। जब मैंने उसकी चूत पर अपनी जीभ को लगाया तो उसकी चूत चिकनी हो गई थी। उसकी चूत से निकलता हुआ पानी बहुत ज्यादा बढ़ चुका था वह कहने लगी तुम मेरी चूत को चाटते रहो।

मैंने उसकी चूत को बहुत देर तक चाटा उसकी योनि पर एक भी बाल नहीं था और मैं उसकी योनि को बहुत ही अच्छे से चाट रहा था मैंने उसकी चूत को तब तक चाटा जब तक उसकी चूत से पानी बाहर नहीं निकल गया था वह बहुत ज्यादा गर्म हो गई थी। मैंने उसकी योनि पर अपने लंड को लगाकर उसकी चूत के अंदर डालाना शुरु किया। मेरा मोटा लंड उसकी योनि के अंदर जा चुका था और जब मेरा लंड उसकी चूत में प्रवेश हुआ तो मुझे मजा आया।

वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है मै उसकी चूत में अपने लंड को डाले जा रहा था और मेरा लंड उसकी योनि में अंदर बाहर होता तो वह बहुत जोर से चिल्ला कर मुझे कहती मुझे और तेजी से चोदते जाओ। मैंने उसके दोनों पैरों को कस कर पकड़ लिया था जिसके बाद वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है जब हम दोनों एक दूसरे के साथ में सेक्स कर रहे थे तो हम दोनों को ही मजा आ रहा था। मैं उसे बड़ी तेज गति से धक्के मार रहा था और मैं उसे जिस तेज गति से धक्के मार रहा था उससे वह गर्म सिसकारियां ले रही थी और मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है। मैंने उसे अब घोड़ी बना लिया था घोडी बनाने के बाद जब मैंने गरिमा की चूत को देखा तो उसकी योनि से खून बहार निकल रहा था वह जोर से सिसकारियां ले रही थी। उसकी सिसकारियां बढ रही थी उसकी चूत के अंदर तक मेरा लंड घुसा हुआ था। वह मुझसे अपनी चूतडो को टकराए जा रही थी और मुझे बहुत ही मज़ा आ रहा था जब मैं उसे चोदता। वह मेरा साथ अच्छे से देती हम दोनों ने एक दूसरे का साथ काफी अच्छे से दिया।

जब मुझे महसूस होने लगा मेरा वीर्य गिरने वाला है तो मैंने अपनी माल को गरिमा की चूत में गिरा दिया। गरिमा की चूत मेरे माल से भर चुकी थी और मेरी इच्छा पूरी हो चुकी थी। मुझे बहुत ही मजा आया जिस तरीके से मैंने गरिमा के साथ शारीरिक सुख का मजा लिया। उसकी चूत का मजा मैंने काफी देर तक लिया वह बड़ी खुश थी जिस तरीके से मैंने उसके साथ में सेक्स संबंध बनाए थे और उसकी इच्छा को पूरा किया था।

गरिमा मेरे मोटे लंड को दोबारा से चूसने लगी और उसने मेरे लंड को दोबारा से खड़ा कर दिया था जिसके बाद मैंने उसे कहा तुम मेरे ऊपर से आ जाओ और वह मेरे लंड के अपने ऊपर नीचे अपनी चूतडो को कर रही थी। वह अपनी इच्छाओं को पूरा कर रही थी और अपनी चूतडो को ऊपर नीचे करती तो मुझे मजा आता। मैंने उसे बहुत देर तक तक चोदा तब तक जाकर मेरी इच्छा पूरी हुई है लेकिन मुझे बहुत ही मजा आया जिस तरीके से मैंने और गरिमा ने एक दूसरे का साथ दिया।
 
Back
Top