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Shemale ki chudai kar ke lund shant kiya

मेरा नाम चंदू है. मैं बंगलोर में रहता हु. मेरी उम्र १९ साल है. मेरे घर के पास एक ३५ साल कि लड़की रहती है. उनका नाम रानी है. वो देखने में एकदम मस्त है. लेकिन उनकी आवाज़ में थोडा मर्दानापन मीन्स लडको जेसी है. उनके बूब्स कम से कम ३६ के होंगे और उनकी गांड भी बहुत बड़ी और बाहर को निकली हुई है. वो जब भी मुझे देखती थी, तो मुझे कुछ अलग किस्म की स्माइल देती थी. लेकिन मुझे कुछ भी पता नहीं चलता था.

एक दिन, हम लोगो के घर में कोई भी नहीं था. सब लोग बाहर गए हुए थे. मैं टीवी देख रहा था, कि डोरबेल रिंग हुआ. जैसे ही मैंने दरवाजा खोला, तो देखा कि रानी खड़ी हुई थी. उसने एक वाइट कलर कि टॉप और पिंक कलर कि स्कर्ट पहनी हुई थी. शायद उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी, इसलिए मुझे उनका निप्पल दिखाई दे रहा था.

मैंने उनको पूछा - क्या हुआ?

तो उन्होंने कहा, कि मेरे घर का नल ख़राब हो गया है. मैंने नया खरीद कर लायी हु. क्या तुम उसको लगा दोगे? मैंने कहा - ठीक है. तो मैंने उनके घर पर चले गया और हम दोनों बाथरूम में चले गए. मैं उनका नल खोल ही रहा था, कि वो मेरे हाथ से फिसल गया और हम दोनों पानी कि धार में भीग गए.

फिर मैंने नल लगा दिया और जब पीछे मुड़ा, तो एकदम से सरप्राइज हो गया. रानी कि ड्रेस पूरी भीगी हुई थी और मुझे उनका निप्पल साफ़ - साफ़ दिखाई दे रहे थे. तभी अचानक से वो बोली - क्या देख रहे हो? मैंने कहा - कुछ नहीं. फिर वो मुस्कुरा कर बोली - कुछ तो देख रहे थे. मुझे मालूम है, कि तुम क्या देख रहे थे?

फिर मैं वहां से निकल रहा था, कि रानी बोली - रुको. तुम्हारे कपडे पुरे भीग गए है. मैं उनको सुख कर देती हु.

मैंने कहा - कोई बात नहीं है. मैं घर जाकर चेंज कर लूँगा. तो वो बोली - नहीं. मैं सुखा कर देती हु तुम को. फिर उन्होंने मुझे एक टॉवल दे दिया. मैं घर में अंडरवियर नहीं पहनता था.

वो मेरी पेंट और शर्ट ले गयी सुखाने के लिए और वापस आई. वो वैसे ही भीगे कपड़ो में थी और मैं टॉवल में था. मेरा लौड़ा अब तक खड़ा होकर टॉवल में टेंट बना चूका था. अब तक रानी भी ये नोटिस कर चुकी थी. अचानक से रानी मेरे पास आई और बोली - मेरा एक काम करोगे? मैंने कहा - हाँ, क्या काम है? वो बोली - मेरे बेडरूम में आओ. फिर बता देती हु. जैसे ही मैं उसके बेडरूम में घुसा उसके पीछे - पीछे. उस ने मुड़ कर मेरा टॉवल खीच लिया और मुझे पूरा नंगा कर दिया.

मेरे कुछ बोलने से पहले ही उन्होंने मुझे किस करना शुरू कर दिया और मैं तो कुछ भी सोच नहीं पा रहा था. समझ ही आ रहा था, कि क्या करू? क्या नहीं? लेकिन मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. फिर वो मेरा लंड चूसने लगी और मैं उनके बूब्स को दबा रहा था. फिर मैंने धीरे - धीरे उनके टॉप को निकाल दिया. क्या मस्त बूब्स थे उनके. मैंने उनको बेड पर लिटा दिया और उनके बूब्स को दबाने लगा.

जब मैंने अपने हाथ चूत की तरफ किये, तो उसने मेरे हाथ को पकड़ लिया. मैंने कहा - क्या हुआ? तो वो बोली - कुछ नहीं. तुम पहले आँखे बंद करो. मैंने कहा - क्यों?

तो वो बोली - पहले आँखे बंद करो तो सही. फिर बताती हु.

मैंने अपनी आँखे बंद कर ली और जब आँख खोली, तो मैं पूरा शौक हो गया. उनके चूत तो थी नहीं. बस एक छोटा सा नन्नू था.

मैंने कहा - आप लड़की नहीं हो?

तो उसने बोला - नहीं. मैं एक शिमेल हु.

तो मैंने उसको कहा - अब ऐसा नहीं हो सकता है. मेरे कपडे वापस करो. मुझे अब घर वापस जाना है. नहीं तो मैं सब को बता दूंगा, कि तुम कोई लड़की नहीं हो. एक शिमेल हो.

तो उसने मेरा पैर पकड़ लिया और बोली - प्लीज, ऐसा मत करो. तुम्हे चोदने के लिए एक चूत चाहिए. तुम अपना लंड मेरी गांड में डाल दो. मुझे चुद्वानी है अपनी गांड. बहुत खुजली हो रही है. मैं अपना लंड तुम्हारी गांड में नहीं डालूँगा. मैं तो तुम्हारा लंड चुसुंगा और तुम्हारे लौड़े को अपनी गांड में ले कर अपनी गांड को चुद्वाऊंगा. तुम तो बस मेरी गांड मारो और मेरे बूब्स को दबा दो.

मेरा भी पारा चड़ा हुआ था. मैंने कहा - ठीक है. वो मेरे लौड़े को हाथ में ले कर अपने मुह में लेने लगी और उसको चूसने लगी. उसके बाद, मैंने थोडा तेल लेकर उसकी गांड में लगा दिया और थोडा तेल मैंने अपने लंड पर मल लिया. फिर मैंने उसको चोदना शुरू कर दिया. क्या मस्त टाइट छेद था, कि मेरे लंड के अन्दर जाने पर वो चीख रही थी.

अह्ह्हह्ह्ह ऊओह्होह्ह हहहः.. मेरी गांड ऊऊ.. मर गयी मैं तो. ऊओह्ह्ह्ह्ह्ह्

इस दौरान मेरा हाथ उसके लंड पर चला गया, मुझे तो पता भी नहीं चला. इधर मैं उसको चोद रहा था और हाथ से उसके लंड को भी हिला रहा था. वो ३ मिनट में ही झड गयी और मैं २० मिनट तक उसको चोदता रहा. जब मैं झड़ने वाला था. तो उसने मुझे कहा, कि अन्दर मत झाड़ना. मैं तुम्हारा सारा माल पीना चाहती हु. मैंने अपने लंड को उसकी गांड से बाहर निकाल कर उसके मुह में डाल दिया. उस ने चूस - चूस कर मेरे सारे माल को बाहर निकाल लिया. मैं थक कर बैठ गया.

फिर वो एक जूस का ग्लास लेकर मेरे पास आई और बोली - कभी मेरी याद आये तो बेझिझक चले आना. मैं तुम्हारा लंड चूस लूँगा और तुम मेरी गांड मार देना. मैंने कहा - ठीक है.

फिर मैंने उसको पूछा - तुम्हारे बूब्स इतने बड़े कैसे हो गए?

उसने कहा - ये ऑपरेशन कर के इतने बड़े हो गए है. फिर मैंने उसको पुचा - क्या आपके ऑफिस के लोग आप पर डाउट नहीं करते है? तो वो बोली - सिर्फ उसका बॉस जानता है उसके बारे में. वो रोजाना ऑफिस के बाद, उसकी गांड मारता है. वो उसके घर जाती है रोजाना.

फिर रानी ने बताया, कि एक दिन वो ऑफिस में बॉस का लंड चूस रही थी. कि एक आदमी अन्दर आ गया. वो टेबल के नीचे थी. मैंने वैसे ही बॉस के लंड को चुस्ती रही. वो आदमी बॉस का दोस्त था. बॉस ने मुझे टेबल से बाहर आने को कहा. फिर बॉस और उनका दोस्त दोनों मेरे सामने अपने लंड खोल कर खड़े हो गए.

फिर मैंने बारी - बारी से उन दोनों के लंड को चूसा और लंड चुस्वाने के बाद, बॉस ने मुझे कुतिया बना दिया. बॉस मुझे कुतिया बना कर मेरी गांड चोद रहे थे और उसके दोस्त ने मेरे मुह में अपने लंड डाला हुआ था. फिर कुछ देर बाद, दोनों ने अपनी पोजीशन बदल ली. कुछ देर के बाद, उन दोनों ने एकसाथ अपने लंड मेरे गांड में डाल दिए. वो दोनों मेरी गांड को एकसाथ चोद रहे थे. मेरी तो हालत ही ख़राब हो रही थी.

१० मिनट चोदने के बाद, वो दोनों झड गए. उसके बाद तो कभी कभार टाइम मिले तो मैं रानी के घर चले जाता हु. टाइम कम हो, तो सिर्फ लौड़ा चुसवा कर आ जाता हु. और अगर ज्यादा टाइम हो, तो उसकी गांड मारने का मजा भी ले लेता हु. अब तो वो कभी - कभी मुझे पैसे भी देती है चुदवाने के लिए. तो दोस्तों, मुझे जरुर लिखना कि आपको मेरी ये स्टोरी कैसी लगी?
 
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