घोड़ी बना के चोद डाला

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Sex stories in hindi, antarvasna: मैं पटना का रहने वाला हूं मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण मुझे नौकरी करनी पड़ी। मैंने अपने कॉलेज की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और मैं नौकरी करने लगा था। हालांकि मेरी तनख्वाह ज्यादा नहीं थी लेकिन फिर भी मुझे इस बात की खुशी थी कि मैं अपने परिवार की आर्थिक रूप से मदद कर पा रहा हूं। मुझे नौकरी करते हुए दो वर्ष हो चुके थे। एक दिन मैं शाम के वक्त अपने ऑफिस से घर लौटा उस दिन जब मैं घर लौटा तो मां ने मुझसे कहा कि बेटा तुम्हारी बड़ी बहन के लिए रिश्ते आने लगे हैं। मैंने मां से कहा कि मां लेकिन हमारे पास इतने पैसे तो नहीं है कि हम लोग दीदी की शादी करवा पाए। मां ने कहा कि बेटा मैं चाहती हूं कि तुम्हारी दीदी की शादी हो जाए। मैं भी इसी परेशानी में था कि किसी तरीके से दीदी की शादी हो जाए। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था परंतु जब दीदी की शादी के लिए मैंने अपने दोस्तों से पैसे लिए तो उसके बाद दीदी की शादी भी हो चुकी थी।

मां भी इस बात से खुश थी कि दीदी की शादी हो चुकी है लेकिन मेरे सामने इस बात को लेकर बड़ी समस्या थी कि मुझे अपनी जिंदगी में आगे किस तरीके से बढ़ना है। मेरे काफी सपने थे लेकिन वह पूरे नहीं हो पाए थे और मै इस बात से काफी परेशान था कि कैसे मैं अपने सपनों को सच कर पाऊंगा मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। एक दिन मुझे मेरा दोस्त रोहित मिला रोहित मेरे साथ स्कूल में पढ़ा करता था काफी समय के बाद रोहित से मेरी मुलाकात हो रही थी तो रोहित ने मुझे कहा कि तुम मेरे साथ मुंबई क्यों नहीं चलते। रोहित मेरी परेशानी को अच्छे से जानता था और उसने मुझे जब इस बारे में कहा तो मैंने रोहित से कहा कि ठीक है मैं तुम्हारे साथ मुंबई आने के लिए तैयार हूं। मैं मुंबई जाने के लिए तैयार था और जब मैं रोहित के साथ मुंबई गया तो शुरुआत में मेरे लिए काफी कुछ परेशानी भरा था लेकिन समय के साथ सब कुछ ठीक होता चला गया और मैं एक अच्छी कम्पनी में नौकरी भी करने लगा था।

उसी बीच मेरी मुलाकात अनीता के साथ हुई जब मैं अनीता से पहली बार मिला तो अनीता से मिलकर मुझे बहुत अच्छा लगा और हम दोनों एक दूसरे को बहुत अच्छे से समझने लगे। मैं और अनीता एक दूसरे को डेट करने लगे थे जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे को डेट कर रहे थे उससे हम दोनों बहुत ही खुश थे और मुझे काफी अच्छा लगता कि मैं अनीता के साथ रिलेशन में हूं। अनीता मुंबई में ही रहती है और जब अनीता ने मुझे अपने परिवार से मिलाया तो मुझे काफी अच्छा लगा। हम दोनों एक दूसरे को बहुत ही प्यार करते हैं और हम दोनों चाहते हैं कि हम दोनों एक दूसरे से शादी कर ले। मैंने अब अनीता से शादी करने का फैसला कर लिया था और अनीता ने भी मेरे साथ शादी करने की बात कही तो हम दोनों ने कुछ ही समय मे शादी कर ली। जब हम दोनों ने शादी की तो उसके बाद अनीता और मैं अपनी जिंदगी को अच्छे से बिताना चाहते थे। अनीता के पापा बैंक में मैनेजर हैं और उन्होंने हम दोनों की मदद की जिससे कि हम दोनों घर ले पाये। मैंने अपना घर ले लिया था और मैं काफी खुश था कि मैं अपना घर ले पाया हूं।

हम दोनों की जिंदगी अच्छे से चल रही है और जिस तरीके से मेरी और अनीता की जिंदगी चल रही है उससे मुझे बड़ी खुशी है। एक दिन मैं और अनीता साथ में बैठे हुए बातें कर रहे थे उस दिन मेरे ऑफिस की छुट्टी थी तो मैंने अनीता से कहा आज हम लोग साथ में कहीं घूमने के लिए चलते हैं। हम दोनों उस दिन शॉपिंग करने के लिए चले गए। अनीता के साथ उस दिन समय बिता कर मुझे अच्छा लगा काफी दिनों के बाद हम दोनों कहीं साथ में घूमने के लिए गए थे। जब हम लोग वापस लौटे तो उस दिन अनीता ने मुझसे कहा कि मैं चाहती हूं कि पापा मम्मी भी हमारे साथ रहने लगे। मैंने अनीता को कहा कि ठीक है मैं इस बारे में उनसे बात करूंगा और जब मैंने उनसे इस बारे में बात की तो वह लोग भी हमारे साथ आ गए। जब वह लोग हमारे साथ रहने लगे तो मुझे इस बात की बड़ी खुशी थी कि वह लोग अब हमारे साथ रहने लगे हैं।

मैं और अनीता एक दूसरे के साथ बहुत खुश हैं और जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे के साथ रिलेशन में है उससे मुझे बड़ी खुशी है कि मैं अनीता को बहुत ज्यादा प्यार करता हूं। अनीता भी मुझे बहुत ज्यादा प्यार करती है मुझे जब भी मौका मिलता तो मैं अनीता के साथ समय बिता लिया करता। एक दिन अनीता पड़ोस में रहने वाली अपनी सहेली के घर पर गई हुई थी उस दिन मैं ऑफिस से लौटा तो मैंने अनीता को फोन किया अनीता ने मुझे कहा कि मैं अभी आती हूं। अनीता थोड़ी देर बाद घर आ गई जब वह आई तो वह मेरे लिए चाय बनाने के लिए रसोई में चली गई। अनीता ने मेरे लिए चाय बनाई और हम दोनों एक दूसरे के साथ बैठे हुए बातें कर रहे थे। मैंने अनीता से कहा कि आज तुम कुछ परेशान नजर आ रही हो। मैंने जब अनीता से इस बारे में पूछा तो अनीता ने मुझे बताया कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है। मैंने अनीता से कहा कि लेकिन तुमने मुझे क्यों नहीं बताया कि तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं है। वह मुझे कहने लगी कि मैं आपको फोन कर रही थी लेकिन फिर मैंने सोचा कि आपको बेवजह ही परेशानी क्यों दूँ इसलिए मैंने आपको यह बात नहीं बताई।

मैंने अनीता को कहा कि चलो हम लोग डॉक्टर के पास चलते हैं अनीता ने मुझे कहा कि ठीक है और हम दोनों डॉक्टर के पास चले गए। जब हम लोग डॉक्टर के पास गए तो डॉक्टर ने अनीता को कुछ दवाइयां दी और फिर अनीता और मैं घर आ गए थे। जब हम लोग घर आए तो उसके बाद मैं और अनीता साथ में बैठे हुए थे मां ने उस दिन हमारे लिए खाना बनाया क्योंकि अनीता की तबीयत ठीक नहीं थी इसलिए मां ने ही खाना बनाया। हम लोग डिनर करने के बाद अपने रूम में चले गए। हम लोग साथ में बैठे हुए बातें कर रहे थे मैंने अनीता के हाथों को पकड़ा हुआ था और अनीता मेरी तरफ देख रही थी। मैंने अनीता से कहा अब तुम्हारी तबीयत कैसी है? अनीता कहने लगी मुझे अब ठीक महसूस हो रहा है। वह मेरी बाहों में लेटी हुई थी। हम दोनों एक दूसरे से बातें कर रहे थे मेरा हाथ अनीता के स्तनों पर था और मैं उसके स्तनों को सहलाने लगा था। जब मैंने उसके होंठों को चूमना शुरू किया तो मुझे मजा आने लगा और वह भी गर्म होती चली गई। उसकी गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ रही थी और मेरी गर्मी भी बढ़ने लगी थी। हम दोनों बिल्कुल भी रह नहीं पा रहे थे मैंने अनीता से कहा मुझे तुम्हारे होठों को चूसने मे अच्छा लग रहा है।

मैंने अनीता के कपड़ों को उतार दिया था अनीता मेरे सामने नग्न अवस्था में थी। उसके नंगे बदन को देखकर मेरा लंड खड़ा होने लगा। जब मेरा लंड खड़ा हो गया तो मैंने अनीता से कहा मैं तुम्हारी चूत में लंड घुसाना चाहता हूं। मैंने अपने लंड को अनीता के सामने किया तो वह चिल्लाने लगी। उसने मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर मेरे लंड को चूसना शुरू किया तो उसे बहुत मज़ा आ रहा था। वह जिस तरीके से मेरे लंड को चूस रही थी उस से मेरी गर्मी बढ़ती ही जा रही थी। हम दोनों की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ रही थी मुझे काफी अच्छा लग रहा था जिस तरीके से मैं और अनीता एक दूसरे की गर्मी को बढ़ा रहे थे। जब मैंने अनीता की चूत पर अपने लंड को लगाया तो मेरा लंड उसकी चूत में जाने के लिए तैयार था। मैंने अपने मोटे लंड को उसकी चूत में घुसा दिया। मेरा लंड अनीता की चूत में जाते ही वह बहुत जोर से चिल्लाई और मुझे बोली मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। अब हम दोनों बहुत ज्यादा गर्म होने लगे थे। मैं जिस तरीके से उसे चोद रहा था उससे वह बहुत ज्यादा खुश थी और मैं भी बहुत ज्यादा खुश था। अनीता और मैं एक दूसरे की गर्मी को बढ़ा रहे थे।

हम दोनों बहुत ज्यादा गरम हो चुके थे और मेरा लंड उसकी चूत के अंदर बाहर हो रहा था जिससे मैं उसे तेजी से धक्के दिए जा रहा था। मेरा लंड बड़ी आसानी से अनीता की चूत के अंदर बाहर हो रहा था। अब हम दोनों बहुत ज्यादा गरम हो गए और मैंने अनीता से कहा मैं तुम्हारी चूत में अपने वीर्य को गिराना चाहता हूं। मैंने अनीता की चूत में वीर्य को गिराकर अपनी गर्मी को शांत कर दिया था और अनीता बहुत ज्यादा खुश थी जब मैंने अपने वीर्य को उसकी चूत में गिराया और उसकी गर्मी को शांत कर दिया था। मेरे लंड से अभी भी वीर्य बाहर की तरफ को गिर रहा था। मैंने जब अनीता से कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह में ले लो तो अनीता ने मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर उसे चूसना शुरू किया। जब वह मेरे लंड को चूस रही थी तो मुझे मजा आने लगा और उसे भी बड़ा मजा आ रहा था उसने मेरे लंड से पूरी तरीके से पानी बाहर निकाल दिया था। मैंने दोबारा से उसकी चूत में लंड को घुसाने का फैसला किया।

मेरा लंड उसकी चूत में चला गया था और जैसे ही मेरा लंड अनीता की चूत मे गया तो वह बहुत जोर से चिल्लाई। मैंने उसे घोड़ी बना दिया था अब वह मुझसे अपनी चूतड़ों को टकराए जा रही थी जिस से मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था और उसे भी काफी मज़ा आ रहा था। हम दोनों पूरी तरीके से गर्म होते चले गए और मैंने उसे कहा मेरी गर्मी को तुमने अब शांत कर दिया है। मैंने उसकी चूत में अपने वीर्य को गिरा दिया था। करीब 5 मिनट की चुदाई के बाद मेरी इच्छा पूरी हो चुकी थी और अनीता भी बहुत ज्यादा खुश थी जिस तरीके से हम दोनों ने सेक्स संबंध बनाए और एक दूसरे की गर्मी को हम दोनों ने शांत कर दिया था।
 
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