sexstories

Administrator
Staff member
America jane se pahle Ginnu ne apni chut mere se chudwai - Hindi sex kahani

मेरी एक्स गर्ल फ्रेंड गिन्नु मेरा सच्चा प्यार था लेकिन उसको पढ़ने के लिए यूं एस जाना था और मैं यहीं रह गया, लेकिन जाते जाते गिन्नु नए मुझे वो सुख दिया जो कोई और गर्ल फ्रेंड मुझे नहीं दे पाई. जब गिन्नु नए मुझे बताया कि उसका एडमिशन यूं एस में कन्फर्म हो गया है और वो अगले हफ्ते चली जाएगी तो मैं मायूस सा बैठा अपनी कॉफ़ी के झाग से खेल रहा था, गिन्नु मेरे मन की बात समझ गयी थी सो उसने मुझे कहा "तुम चिंता मत करो हम लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप भी तो रख सकते हैं न" पर मेरा मन नहीं माना क्यूंकि मेरा मन्ना है कि शहर से दूर दिल से दूर. गिन्नु का फ़ोन बजा और वो मेरे गले लग कर वहां से चली गयी लेकिन रात को उसका मेसेज आया "मेरे साथ गोआ चलोगे" मैंने अनमने ढंग से हाँ कर दिया तो उसने मुझे अगले ही मेसेज में मुंबई से गोआ की टिकट्स भेज दी और बोली "कल सुबह निकलेंगे".

मैंने जल्दी जल्दी में अपना बैग पैक किया और हम दोनों अगली सुबह ही गोआ के लिए रवाना हो गए, गोआ पहुँच कर हमने एक ठीक ठाक से होटल में कमरा ले लिया और बाहर निकले. दिन भर मौज मस्ती करने के बाद में हम दोनों एक डिस्क में गए और जमकर ड्रिंक और डांस किया, वापस अपने होटल पहुंचे तो गिन्नु नए अपने बैग में छुपा कर रखी वोडका की बोतल निकाली और हमने उस में से नीट शॉट्स लगाए. गिन्नु ने मुझे कहा "मैं सिर्फ तुमसे ही प्यार करती हूँ और इसीलिए तुम्हे ये दे रही हूँ" और ये कहकर उसने अपना टॉप उतार दिया अब मेरे सामने गिन्नु के भरे भरे चूंचे उसकी पिंक ब्रा में फड़ फड़ा रहे थे. मैंने गिन्नु को गौर से देखा तो उसने अपनी जेग्गिंग्स भी उतार दी और अन्दर उसकी पैंटी भी पिंक कलर की थी.

गिन्नु मेरे सपनो की रानी मेरे दिल की मलिका मेरे सामने नंगी खड़ी थी, मैं उसे हग कर लिया और कहा "आई लव यू गिन्नु" और हम दोनों एक दुरे को चूमने लगे. गिन्नु के होंठ इतने सॉफ्ट थे की मैं उनका रस लेते लेते खो गया और गिन्नु भी मेरे होठों को चूमते हुए अपनी आँखें बंद किये इतनी खूबसूरत लग रही थी की मैं उसे देखते हुए चूमता ही रहा. गिन्नु नए मेरा हाथ ले कर अपने भरे हुए चूचों पर रख दिया, मैंने गिन्नु के भरे हुए चूचों को जमकर कर मसलना और चूमना शुरू कर दिया तो गिन्नु ने सिस्करियाँ भरते हुए अपनी पिंक ब्रा उतार दी और मैंने उसके चूचों पर सजी सुंदर निप्पलों को चूसना शुरू कर दिया. गिन्नु लगातार "ओह्ह आह्ह चुसो इन्हें और मुझे पागल कर दो बेबी" ये सब सुन सुन कर मैं और उत्तेजित हो गया.

मैं इतना खुश और बावला हो गया था कि मुझे होश ही नाहिंन था और मैंने गिन्नु को पूरा नंगा कर के उसके पूरे बदन को चूमना और चाटना शुरू कर दिया, गिन्नु की सिस्कारियां बढती जा रही थीं वो जा कर सोफे पर बैठ गयी और उसने अपनी टांगें फैला दी जिस में से उसकी खिली हुयी बिना बालों वाली चिकनी और गुलाबी चूत सामने नज़र आरही थी. मैंने उसकी चूत को चूमा और उसमें अपनी जीभ लगा कर चाटना शुरू किया तो वो बोली "ऊऊह मुझे लगा था तुम इसमें अपना डिक डालोगे लेकिन तुम तो बहुत समझदार हो" ये कह कर उसने मेरे सर के बालों को पकड़ लिया और मेरा मुंह अपनी चूत में दबा दिया जिस से मैंने उसकी चूत में लगभग घुस कर ही अपीन चूत चाटना शुरू कर दिया. गिन्नु के क्लिटोरिस को अपनी जीभ से दो तीन मिनट छेड़ने के बाद गिन्नु झड़ गयी और उसकी चूत की मलाई मेरे मुंह पर फ़ैल गयी.

गिन्नु इस कदर खुश हुई कि उसने मेरे होठों को फिर से चूम लिया और सरक कर मेरे नाभि पर अपने होंठ टिका दिए, नाभि को थोड़ी देर चाटने से मेरा लंड और तन गया और मेरे बरमूडा में से साफ़ नज़र आने लगा. गिन्नु नए मेरे लंड को आज़ाद किया और बोली "मेरी जान आज तुम्हारे लंड को मैं ऐसा खुश करुँगी की तुम भी याद करोगे" और इतना कह कर वो मेरे लंड को उसकी पूरी लम्बाई तक चाटने लगी, मेरे लंड की चमड़ी खिसका कर उसने मेरे लंड के टोपे को उसकी रिम को अपनी जीभ से ऐसे चाता की मेरा दिल खिल गया. गिन्नु मेरे बॉल्स को चुस्ती मेरे लंड पर जीभ फिराती अपने बालों को संभालती हुई इतनी खुश लग रही थी और उसका मुसकुरात चेहरा मेरे लंड के आस पास किसी खिले फूल की तरह लग रहा था. गिन्नु नए मेरे लंड को हिला हिला कर इतने मज़े से चूसा कि मेरे लंड का सारा गाढ़ा और मलाईदार माल निकल कर उसके मुंह में भर गया जिसे पीने में उसने कोई हुज्जत नहीं दिखाई, उसका लंड चूसने का लालच शायद खत्म नहीं हुआ था तो वो मेरे लंड को अब भी चुस्ती रही जिस से मेरा लंड फिर से तन गया.

गिन्नु नीचे कारपेट पर लेट गयी और बोली "अब शान नहीं हो रहा यार प्लीज़ फक मी ना" मैंने अपना लंड सीधा किया और गिन्नु की टांगें चौड़ी कर के अपना लंड एक ही बार में उसकी चूत में फँसा दिया जिस से उसकी आह निकल गयी, गिन्नु नए मेरी गांड पर ज़ोर से चिकोटी काटी तो मेरा जोश बढ़ गया और उसे ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा. गिन्नु लगातार उछल उछल कर मेरा लंड ले रही थी, और मेरी गांड पर चांटे लगा रही थी कि अचानक ही उसके हाथ में मेरी बाथरूम स्लीपर्स आगई जो कि गीली थी सो उसने उस चप्पल से मेरी गांड पर ज़ोर ज़ोर से मारा तो मेरा जोश और बढ़ गया और मेरे धक्के तेज़ हो गए. इधर मेरी गांड पर चप्पल के चांटे पद रहे थे और उधर मैंने गिन्नु के चूचों को मसल मसल कर उन्हें दबा रहा था.

हम दोनों इस सेक्स क्रिया के चरम पर थे और कुछ तेज़ धक्कों के साथ हम दोनों झड़ गए, मैंने ऐतिहात रखते हुए उसकी चूत में से लंड बाहर निकाल लिया और अपना सारा माल गिन्नु की गुनगुनी चूत पर फैला दिया. मैं अब भी गिन्नु के ऊपर पड़ा हुआ था और हम दूनों एक दुसरे को चूम रहे थे. थोड़ी देर के लिए इसी हालत में पड़े रहने से हम दोनों की आँख लग गयी और जैसे ही उठे हम दोनों बाथरूम में गए और साथ में नहाये, बाथरूम में भी मैंने उसके चूचों और चूत को जमकर चाता और उसकी चूत का रस दुबारा पिया. गिन्नु नए भी मेरे लंड का स्वाद लिया और नहाने के उस दो घंटे के सेशन में हमने बाथटब में भी चुदाई की. गोआ के उन तीन दिनों में हमने अमूमन हर तरह से एक दुसरे को सेटिस्फाई किया. जब गिन्नु यूं एस जाने लगी तो बोली "मैं तुम्हे मिस करुँगी और जब भी इंडिया आउंगी सिर्फ तुम्हारी हो जाउंगी" लेकिन उसे यूं एस में कोई और मिल गया और मुझे यहीं रितिका मिली जो मेरी वाइफ है, पर गिन्नु के साथ वो गोआ वाली चुदाई कभी नहीं भूलूंगा.
 
Back
Top