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Antarvasna, desi kahani: कॉलेज की पढ़ाई खत्म हो चुकी थी। मैंने अपनी पढ़ाई खत्म करने के बाद अब फैसला किया कि मैं मुंबई जॉब करने के लिए जाऊंगा। मैं किसी बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करना चाहता था क्योंकि मैं एक छोटे शहर का रहने वाला हूं इसलिए मेरे सपने भी बहुत बड़े थे। मैं अब मुंबई आ गया मुंबई की भागदौड़ भरी जिंदगी में मैं बहुत ही ज्यादा परेशान रहने लगा थ मेरी जॉब भी नहीं लगी थी और मेरे पास पैसे भी खत्म होने लगे थे। मेरे पिताजी स्कूल में क्लर्क हैं और वह चाहते हैं कि मैं एक अच्छी कंपनी में जॉब करूं इसलिए मैं मुंबई में अपने सपनों को पूरा करने के लिए आ गया। मुंबई में अपने सपनों को पूरा करना इतना आसान नहीं था बड़े शहर में मेरे लिए सब कुछ नया था करीब 3 महीने तक खाली रहने के बाद जब मेरी नौकरी एक मल्टीनेशनल कंपनी में लगी तो मैं काफी खुश था।

मेरी तनख्वाह 25000रू महीना थी। मैंने जब यह बात पापा को बताई तो पापा बहुत ही खुश हो गए, वह कहने लगे शोभित बेटा हमें तुमसे यही उम्मीद थी और हम बहुत ही ज्यादा खुश हैं कि अब तुम अच्छा कमाने लगे हो। मैंने पापा से कहा पापा यह सब आपकी वजह से ही संभव हो पाया है अगर आप मुझे मुंबई नौकरी करने के लिए नहीं भेजते तो शायद यह संभव हो नहीं पाता। उस दिन मम्मी से भी मेरी काफी देर तक बात हुई उस दिन पापा और मम्मी से मैंने बहुत देर तक बात की थी, मैंने फोन रख दिया। मैं हर रोज की तरह सुबह 9:00 बजे घर से निकला जाता। जब मैं अपने ऑफिस पहुंचा तो ऑफिस पहुंचकर मैं अपना काम करने लगा मेरे सीनियर जिनका नाम मनोज है उन्होंने मुझे बताया कि मुझे कुछ दिनों के लिए बेंगलुरु जाना है हमारी कंपनी ने एक नया प्रोडक्ट लांच किया था जिसकी ट्रेनिंग के लिए मुझे बेंगलुरु जाना था। मैंने मनोज सर से पूछा सर मुझे कब जाना है तो वह कहने लगे तुम्हें दो दिनों बाद जाना है। मैंने सर से कहा क्या हमारे ऑफिस से और कोई भी वहां मेरे साथ आने वाला है? वह कहने लगे नहीं तुम वहां अकेले ही जा रहे हो।

अगले दिन मुझे मेरी फ्लाइट की टिकट मिल चुकी थी और मैं अब बेंगलुरु चला गया बेंगलुरु मुझे 10 दिनों तक रुकना था, इन 10 दिनों में मेरे साथ बहुत कुछ ही अच्छा हुआ| मैं जब अपनी ट्रेनिंग के बाद उस दिन अपने होटल वापस लौट रहा था तो जिस होटल में मैं रुका हुआ था उसी होटल में एक लड़की भी रुकी हुई थी मुझे नहीं पता था कि वह वहां पर क्यों आई हुई है पर वह अकेली थी। उसका रूम बिल्कुल मेरे रूम के सामने था पहले तो मेरी उससे बात करने की हिम्मत नहीं हुई और करीब 2 दिनों तक मैंने उससे बात नहीं की लेकिन जब एक दिन मैंने उस लड़की से बात की तो उसने मुझे अपना नाम बताया और कहां मेरा नाम काजल है। मैंने उससे कहा तुम किसी अच्छे घर से लगती हो मैं तुम्हें पिछले 2 दिनों से होटल में देख रहा हूं। काजल ने मुझे कुछ भी नहीं बताया लेकिन मुझे मालूम था काजल कुछ ना कुछ तो मुझसे छुपा रही है हालांकि हम दोनों की बात उस दिन ज्यादा देर तक तो हो नहीं पाई। मैंने काजल को अपने बारे में बताया मैं कुछ दिनों के लिए बेंगलुरु अपने ऑफिस के प्रोडक्ट की ट्रेनिंग के लिए आया हुआ हूं। एक दिन जब मैंने काजल को अपने साथ कॉफी पर चलने के लिए कहा तो वह मान गई वह उस दिन मेरे साथ कॉफी शॉप में आ गई हम दोनों वहां बैठे हुए थे मैं काजल के बारे में जानने के लिए बहुत ही ज्यादा उत्सुक था। मैंने काजल से जब इस बारे में पूछा कि आखिर वह होटल में अकेली क्या कर रही है? काजल ने मुझे उस दिन सारी बात बताई और कहा वह एक लड़के से प्यार करती थी लेकिन उस लड़के ने उसे धोखा दिया और वह उसकी वजह से घर से भाग गई अब वह घर वापस नहीं जा सकती। मैंने काजल को कहा काजल तुम्हें घर वापस चले जाना चाहिए। मैंने काजल को कहा यह बिल्कुल भी ठीक नहीं है मैंने काजल को समझाया और उससे पूछा कि तुम्हारा घर कहां है? उसने मुझे बताया वह चंडीगढ़ के रहने वाली है मैंने अब काजल से कहा तुम घर वापस लौट जाओ। मुझे क्या पता था कि काजल और मेरे बीच में दो-तीन दिनों में ही काफी कुछ ऐसा हो जाएगा जिससे कि मुझे काजल से प्यार हो जाएगा। काजल और मैंने एक दूसरे के साथ में जिंदगी बिताने का फैसला कर लिया।

मुझे काजल पहली ही नजर में भा गई थी मैं चाहता था काजल के साथ में समय बिताऊ और मेरा सपना शायद सच हो गया। काजल मुझसे प्यार करने लगी थी मैंने काजल को अपने साथ चलने के लिए कहा तो काजल कहने लगी मैं चाहती हूं तुम मेरे साथ मेरे घर चलो। मैं और काजल जब काजल के घर चंडीगढ़ गए तो काजल के पापा को लगा शायद मैं ही वह लड़का हूं जो काजल से प्यार करता था जिसकी वजह से वह घर से भागी थी इसलिए उन्होंने मुझे समझाया। मैंने भी उनसे कुछ नहीं कहा क्योंकि मुझे सारी बात तो पता ही थी काजल के पिताजी अब मेरी शादी काजल से करवाने के लिए मान चुके थे। मेरे लिए यह किसी सपने से कम नहीं था कि काजल और मेरी अब शादी होने वाली थी मैंने तो कभी सोचा भी नहीं था कि काजल और मेरी शादी हो जाएगी। अब हम दोनों की शादी होने वाली थी और मेरे माता-पिता भी इस बात से बड़े खुश थी। काजल और मैंने कोर्ट मैरिज कर ली। हम दोनों ने कोर्ट मैरिज करने के बाद अपनी जिंदगी मुंबई साथ में बिताने का फैसला किया। काजल मेरे साथ मुंबई आ गए हम दोनों एक दूसरे के साथ मुंबई में ही रहने लगे काजल मेरा बहुत ध्यान रखती। काजल ने भी एक कंपनी में जॉब करने के लिए इंटरव्यू दिया था और वहां पर उसका सिलेक्शन हो गया।

अब हम दोनों ही एक दूसरे का बहुत ही ख्याल रखते और हम दोनों एक दूसरे के साथ बड़े खुश थे। काजल और मेरी शादी को अभी सिर्फ एक महीना ही हुआ था और हम दोनों एक दूसरे के साथ कहीं घूमने के लिए जाना चाहते थे। मैंने काजल से कहा क्यों ना हम लोग घूमने के लिए ले लिए लोनावला जाए। काजल मेरी बात मान गई और हम दोनों घूमने के लिए लोनावला चले गए। मैं और काजल का लोनावला चले गए थे लोनावाला मे मैं और काजल एक दूसरे के साथ अच्छे से समय बिता रहे थे। हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ही खुश थे मेरी खुशी इतनी बढी हुई थी कि मैंने उस दिन काजल से कहा आज मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है। इस बात से काजल बड़ी खुश थी उस दिन शाम के वक्त हम दोनों रूम मे लेटे हुए थे। मैं और काजल एक दूसरे के साथ बातें कर रहे थे काजल भी मेरे इशारे समझ चुकी थी। वह मुझे कहने लगी लगता है आज तुम कुछ ज्यादा ही रोमांटिक मूड में नजर आ रहे हो। मैंने काजल को कहा मैं तो रोमांटिक मूड में हूं तुम आज कुछ ज्यादा ही अच्छी लग रही हो। मैंने काजल के हाथ को पकड़ लिया था जब मैंने काजल को अपनी बाहों में लिया तो मैंने उसे महसूस करना शुरू कर दिया था। काजल के नरम होंठों को जब मैं अपने होठों से टकराना लगा तो काजल के नरम होंठ भी अब मुझे अपनी ओर खींचने लगे थे। मुझे बहुत अच्छा लगने लगा था हम दोनों बड़े ही खुश हो गए थे और काजल भी बहुत ज्यादा खुश हो चुकी थी। काजल मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है मैंने काजल की नाइटी को उतारते हुए काजल की चूत को महसूस करना शुरू किया तो काजल तड़पने लगी। वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है अब हम दोनों के अंदर की गर्मी इस कदर बढ़ चुकी थी कि हम दोनों ही अपने आपको रोक नहीं पा रहे थे। ना तो मैं अपने आप को रोक पा रहा था और ना ही काजल अपने आपको रोक पा रही थी। मैंने अब काजल के स्तनों को दबाना शुरू किया तो काजल भी पूरी तरीके से उत्तेजित होकर मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है।

अब हम दोनों ही बहुत ज्यादा उत्तेजित हो चुके थे इसलिए मेरे अंदर की गर्मी अब इतनी बढ़ चुकी थी कि मैं बिल्कुल भी अपने अंदर की गर्मी को रोक नहीं पा रही थी। मैंने काजल से कहा मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा है काजल मुझे कहने लगी रहा तो मुझसे भी बिल्कुल नहीं जा रहा है अब मैं अपने अंदर की गर्मी को बिल्कुल भी रोक नहीं पाऊंगी। मैंने जब काजल की चूत पर अपने लंड को लगाया तो वह तड़पने लगी। मैंने उसकी योनि के अंदर अपने लंड को घुसा दिया काजल की चूत के अंदर मेरा लंड घुस चुका था। वह बड़ी जोर से चिल्ला रही थी वह मुझे कहने लगी अब मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है। मैंने काजल से कहा मुझे बड़ा मजा आ रहा है मैंने काजल की योनि के अंदर तक अपने लंड को घुसा दिया था। काजल की तडप पूरी तरीके से बढ़ चुकी थी काजल मुझे कहने लगी मुझे और भी तेजी से धक्के मारो। मैंने काजल को बड़ी ही तेजी से धक्के मारने शुरू कर दिए थे।

काजल की चूत के अंदर बाहर मेरा लंड जिस प्रकार से हो रहा था उससे मुझे बहुत ज्यादा तड़पने लगा था और काजल भी बहुत ज्यादा तड़पने लगी थी। हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बिल्कुल भी रोक नहीं पा रहे थे। मैंने काजल की योनि के अंदर जब अपने माल को गिराया तो काजल खुश हो गई। करीब 10 मिनट की चुदाई बाद मुझे और काजल को बड़ा ही मजा आ गया था। लोनावला में हम दोनों ने एक दूसरे के साथ बड़ी मस्ती की और बहुत इंजॉय किया। काजल मेरे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी थी। वह मेरी हर एक जरूरतों को पूरा किया करती और मुझे खुश रखने की वह कोशिश करती।
 
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