छाया दीदी ने बारिश में चुदा लिया- 1

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(Chaya Didi Ne Barish Me Chuda Liya-1)

छाया दीदी की मदमस्त चुदाई
हाय दोस्तों, में अभिषेक, मेरी उमर 22 वर्ष है, मैं औरंगाबाद, महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ और पिछले बचपन से यही रह रहा हूँ।
में पिछले 3 सालों से जीगोलो का काम कर रहा हु कई कस्टमर को सर्वीस दी है, वो सभी मेरे सर्विस से खुश है, मेरा लंड 7 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा है, एक बार कोई मुझसे चुदा ले वो खुद मुझे दुबारा बुला लेती है, मै अपनी ज्यादा तारीफ नही करूँगा।

अब मैं आपका ज्यादा समय ना लेते हुआ सीधा अपनी आपबीती पर आता हूँ।
बात 7 दिन पहले की है, मेरे घर के सामने एक घर था उसी घर मे छाया दीदी रहती थी वो बचपन से ही यही रहती थी उसकी उम्र यही 25 साल थी उसका फिगर यही कोई 30-28-30 का है वो दिखने में गोरी तो नही मगर सॉ वो शादीशुदा थी उसका पति घर दामद बन कर यही रहता था, उसके घर मे उसका भाई, उसकी माँ, उसका पति, उसकी 2 बेटियां और एक बेटा।

बात आज से 7 दिन पहले की है जब में उसके घर पर उसके भाई जो कि मेरा दोस्त है उसे बुलाने गया था, वो और उसकी माँ किसी काम से 4 दिन के लिए किसी गाँव गयी थी, ये उसने बाद में बताया में उसके घर गया वो अभी अभी नहा कर टॉवेल लपेट कर आई थी, उसके घर मे उस वक़्त सिर्फ उसका 3 साल का बेटा था और में जब घर मे जा रहा था तब वो बाहर खेलने जा रहा था, दरवाजा खुला था तो में अंदर चला गया मैं जैसे ही अंदर गया उसने टॉवेल खोला ही था साडी पहनने के लिए मैने देखा कि नाही उसने ब्रा पहनी है नाही पैंटी पानी मे भिगा बदन और बालों से भरी हुई चुत में पागल हो गया, जैसे ही उसकी नजर मुझ पर पड़ी उसने अपने बदन पर टॉवेल लपेट लिया और मुझे बोली बाहर जाओ, मेरा लंड टाईट हो गया था जो उसने देख लिया में बाहर आया वो साड़ी पहन कर बाहर आई मैंने सॉरी कहा मुझे नही पता था, मुझे लगा आपका भी है, तो वो बोली ठीक है मगर किसी को इस बात का पता नहीं चलना चाहिये।
मैने उसके भाई के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया वो और उसकी मम्मी 4 दिन के लिये किसी गाँव गए है मैंने बोला ठीके है में जा रहा हु तो वो बोली रुको मेरा एक काम कर दोंगे, में बोला बताओ ना क्या बात है मुझे मार्केट से कुछ सामान लाना है, मुझे शाम में बाजार से कुछ सामान लाना है, मेरे भाई की गाड़ी लेकर मेरे साथ चालोंगें मैं बोला ठीक है, मुझे आवाज दे देना। ये कहानी आप हिंदी सेक्स स्टोरी पर पढ़ रहे हो।

शाम 5 बजे उन्होंने मुझे बोला चलो तब उन्होंने पड़ोसी भाभी के यहाँ उनके तीनो बच्चों को छोड़ कर मेरे साथ बाजार आयी हमने शॉपिंग की और वापिस आ रहे थे, पता नही अचानक कहा से बारिश आ गयी जो लोग औरंगाबाद में रहते होंगे उन्हें याद होंगा बारिश आयी थी अचानक उस बारिश में हम दोनो पूरी तरह भीग गए थे, बारिश से बचने के लिये में गाड़ी तेज चला रहा था, छाया दीदी ने मुझे पकड़ लिया हम घर पहुँचे पूरी तरह भीग गए थे।

में उन्ही के घर चला गया उन्होंने मुझे बाल पोछने के लिये टॉवल दिया मैंने बाल पोछे और वो कपड़े बदलने अंदर चली गयी। जब वो आयी में उसे देखता ही राह गया उसने बादामी कलर की खुले गले वाली नाइटी पहनी थी, वो बोली रुको में चाय बनाती हु। उन्होंने चाय बना कर लायी में टैब तक टीवी देख रहा था। वो जैसे ही चाय देने झुकी उसके बूब्स का नजारा देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया। उन्होंने अंदर कुछ नही पहना था उनके काले कालर के निप्पल साफ दिख रहे थे, उन्होंने मेरी नजर पढ़ ली में लगातार उसे ही देखे जा रहा था। उन्होंने जैसे ही मुझे कहा कि ऐसे ही देखते रहोंगे तो चाय ठंडी हो जाएंगी। मेरा ध्यान टूटा और में बोला कि अब चाय नही दूध पीने का मन है। उन्होंने कहा कि वो बाद में पहले चाय पिलो। मैंने चाय का कप उठाया और चाय पीने लगा।

उन्होंने मुझ से पूछा तुम्हारी gf नही है क्या में बोला है तो वो बोली तो फिर उसके साथ कुछ नही किया क्या कभी। मैं बोला किया है। तो वो बोली फिर मुझे ऐसे क्यो देख रहे हो। में बोला उसके आप जैसे बूब्स नही है ना इस लिये। तो वो बोली तो क्या इरादा है। में बोला आपका दूध पीना है। तो वो बोली किसने रोका है।
आगे की कहानी जारी रहेंगी
 
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