जवानी दीवानी हो गई

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Hindi sex story, antarvasna: मैं अपने दोस्त को मिलने के लिए उसके घर पर जाता हूं मैं जब उसको मिलने के लिए उसके घर पर गया है तो उस वक्त उसके घर में कुछ मेहमान आये हुये थे इसलिए मैं रोहित से ज्यादा देर बात नहीं कर पाया और मैं अपने घर लौट आया। मां ने मुझे कहा कि महेश बेटा तुम बहुत जल्दी वापस लौट आए तो मैंने मां को बताया कि हां मां मैं रोहित से मिलने के लिए गया था लेकिन उसके घर पर कुछ मेहमान आए हुए थे जिस वजह से मैं घर वापस लौट आया। मैं उस दिन घर पर ही था मेरे ऑफिस की छुट्टी थी और मैं घर पर अकेला बोर हो रहा था। शाम के वक्त मैं अपने घर से अपने कॉलोनी के पार्क में चला गया और वहां पर मैं बैठा हुआ था। मैं अपने कुछ पुराने दोस्तों से बात करने की कोशिश कर रहा था लेकिन उस वक्त मेरी किसी से बात हो नहीं पाई थी और मैं फिर घर वापस लौट आया। रोहित का मुझे फोन आया और वह मुझे कहने लगा कि महेश आज मैं तुम्हें समय नहीं दे पाया क्योंकि घर पर मेहमान आए हुए थे। मैंने रोहित को कहा कोई बात नहीं और उसके बाद मैं और रोहित कुछ देर तक फोन पर बात करते रहे उसके बाद मैंने फोन रख दिया।

मां ने मुझे खाने के लिए आवाज दी और मैं खाना खाने के लिए चला गया। हम सब लोगों ने साथ में बैठकर खाना खाया तभी पापा और मम्मी ने मुझे बताया कि वह कुछ दिनों के लिए मेरी दीदी के पास अंबाला जा रहे हैं। दीदी अंबाला में रहती हैं और पापा मम्मी चाहते थे कि वह उनसे मिलने जाए क्योंकि काफी समय हो गया था पापा और मम्मी दीदी से मिले भी नहीं थे इसलिए वह लोग दीदी से मिलना चाहते थे। जब मैंने पापा मम्मी की टिकट करवाई तो उसके बाद मुझे उन्हें छोड़ने के लिए रेलवे स्टेशन जाना पड़ा। मैं उन्हें छोड़ने के लिए रेलवे स्टेशन गया और फिर वहां से मैं अपने घर वापस लौट आया। उनकी रात की ट्रेन थी और वह लोगों जा चुके थे मैं घर पर अकेला ही था, कुछ दिनों तक मैं घर पर अकेला था तो मैं काफी बोर हो रहा था। मुझे अपने ऑफिस से लौटने के बाद काफी अकेला महसूस होता लेकिन रोहित का मुझे फोन आया और वह मुझे कहने लगा कि महेश मैं सोच रहा था कि हम लोग कुछ दिनों के लिए शिमला हो आए। मैंने रोहित को कहा लेकिन हम लोग शिमला जाकर क्या करेंगे तो रोहित ने मुझे कहा कि तुम अपने ऑफिस से कुछ दिनों के लिए छुट्टी ले लो।

मैंने उसको बताया कि पापा मम्मी घर पर नहीं है तो रोहित ने मुझे कहा कि महेश यह तो और भी अच्छा है तुम अपने ऑफिस से छुट्टी ले लो और कुछ दिनों के लिए तुम शिमला चलो। मैं भी रोहित की बात मान गया और हम लोगों ने शिमला जाने का प्रोग्राम बना लिया जब हम लोग शिमला गए तो उस वक्त हम लोगों ने वहां पर खूब इंजॉय किया। हम लोग शिमला तीन दिन तक रुके तीन दिनों का कुछ पता ही नहीं चला और तीन दिन के बाद हम लोग वापस लौट आए थे उसके बाद मैं अपने ऑफिस जाने लगा था। मैं एक दिन अपने ऑफिस से घर वापस लौट रहा था तो मुझे काजल का फोन आया काजल हमारे साथ कॉलेज में पढ़ा करती थी। उसका फोन मुझे काफी वर्षों बाद आ रहा था मेरे पास काजल का नंबर भी सेव नहीं था तो मैंने काजल से कहा कि आज तुमने मुझे कैसे फोन किया। काजल ने मुझे बताया कि वह काफी दिनों से मुझे फोन करने के बारे में सोच रही थी। काजल को मुझसे काम था मैंने काजल को पूछा कि काजल बताओ क्या काम है। काजल ने मुझे कहा कि महेश तुम्हारे ऑफिस में मेरे लायक कोई जॉब हो तो तुम मुझे बताना मैंने काजल को कहा ठीक है मैं तुम्हें जरूर बताऊंगा। मैंने उस दिन काजल से थोड़ी देर ही बात की। एक दिन मुझे मेरे दोस्त का फोन आया मैंने उससे बात की तो मैंने उससे काजल की जॉब के बारे में बात की और फिर काजल की जॉब लग चुकी थी। काजल ने मुझे फोन कर के कहा कि महेश मेरी जॉब तुम्हारी वजह से ही लगी है मैंने काजल को कहा ऐसा कुछ भी नहीं है मैंने तो सिर्फ तुम्हें यह बताया था कि वहां पर जॉब है और यह सब तुम्हारी मेहनत का ही नतीजा है।

काजल से मैं अभी भी मिल नहीं पाया था लेकिन काजल चाहती थी कि हम लोग मिले इसलिए मैंने उससे मिलने का फैसला किया। जब काजल ऑफिस से फ्री हुई तो मैं उसको मिलने के लिए चला गया मैं काजल को मिलने के लिए गया और हम दोनों ने साथ में काफी अच्छा समय बिताया और काफी देर तक हम लोगों ने एक दूसरे से बातें की। मैंने करीब एक घंटा काजल के साथ बात की उसके बाद मैं वापस लौट आया था। मैं अब घर वापस लौट आया था तो काजल का मुझे फोन आया और वह मुझे कहने लगी कि महेश क्या तुम घर पहुंच चुके हो तो मैंने काजल को बताया हां मैं घर पहुंच चुका हूं। मैं और काजल एक दूसरे से फोन पर बातें कर रहे थे कि तभी मां कमरे में आई और मैंने काजल को कहा कि मैं तुम्हें थोड़ी देर में फोन करता हूं। थोड़ी देर बाद मैंने काजल को फोन किया जब मैंने काजल को फोन किया तो वह मुझे कहने लगी कि महेश मुझे काफी गहरी नींद आ रही है मैं तुमसे कल बात करती हूं। मैंने काजल को कहा ठीक है तुम मुझसे कल बात करना उसके बाद मैंने फोन रख दिया था। मैंने फोन रख दिया था और उसके बाद मुझे भी नींद आने लगी थी और मैं भी सो चुका था। अगले दिन मुझे अपने ऑफिस जल्दी जाना था तो मैं अपने ऑफिस जल्दी चला गया। एक रात काजल और मैं फोन पर बातें कर रहे थे उस दिन मैंने शराब पी हुई थी जिस वजह से मैंने उस दिन काजल से बड़ी अश्लील बातें की और काजल को भी उस दिन मुझसे बात करने में मजा आ रहा था। वह मुझसे काफी देर तक बातें करती रही अब उसकी गर्मी बढ़ चुकी थी तो उसने मेरे साथ फोन सेक्स किया और हम दोनों ने फोन सेक्स का जमकर मजा लिया।

अगले दिन मैंने काजल को फोन किया। मैं इस बारे में भूल चुका था लेकिन काजल मुझसे अपनी चूत मरवाने के लिए तड़प रही थी। वह मेरे साथ सेक्स करना चाहती थी और मैंने काजल के साथ सेक्स करने का फैसला कर लिया था। हम दोनों एक दूसरे को अकेले में मिलना चाहते थे इसलिए हम दोनों उस दिन एक दूसरे के साथ अकेले में ही बैठे हुए थे। मैं काजल के घर पर था काजल ने मुझे अपने घर पर बुलाया था वह बहुत ज्यादा तड़प रही थी। मैंने जब काजल के होठों को चूम कर उसकी गर्मी को बढ़ाना शुरू किया तो वह मुझे कहने लगी मेरी गर्मी को तुमने बढा दिया है। मैने काजल के स्तनों को दबाना शुरू किया मैं जिस तरह से काजल के स्तनों को हाथों से दबाता तो मुझे मजा आ रहा था और काजल को भी मजा आ रहा था। हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बढ़ाया जा रहे थे हम दोनों ने एक दूसरे की गर्मी को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया था। मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो काजल ने उसे अपने मुंह में ले लिया और वह उसे चूसने लगी। जिस तरह से वह मेरे मोटे लंड को सकिंग कर रही थी उससे मुझे मज़ा आ रहा था और काजल को भी बड़ा मजा आने लगा था। वह मेरी गर्मी बढा चुकी थी। हम दोनों उत्तेजित हो चुके थे। मैंने काजल को कहा मैं तुम्हारी चूत को चाटना चाहता हूं। काजल ने अपने पैरों को खोल लिया और मैं उसकी चूत का रसपान करने लगा जिस तरीके से मैं उसकी चूत को चाट रहा था उससे मुझे मज़ा आ रहा था और उसकी चूत से निकलता हुआ पानी भी बहुत ज्यादा बढ़ चुका था। वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा है मुझे भी मजा आने लगा था।

हम दोनों पूरी तरीके से गर्म हो चुके थे। काजल की चूत से निकलती हुए गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी। मैंने काजल की चूत पर अपने लंड को लगाकर अंदर की तरफ डालाना शुरू किया तो काजल की चूत के अंदर मेरा लंड चला गया था। काजल की योनि में मेरा लंड प्रवेश हुआ तो मुझे मजा आने लगा और काजल को भी मजा आने लगा था। वह मेरा साथ अच्छे से दे रही थी। वह बड़ी तेज आवाज में सिसकारियां ले रही थी वह जिस तरीके से सिसकारियां लेकर मेरी गर्मी को बढ़ा रही थी उससे वह बहुत ज्यादा गर्म हो रही थी। वह मुझे कहती तुम मुझे बस ऐसे ही धक्के मारते रहो। मैंने उसे काफी देर तक चोदा जब मेरा माल बाहर की तरफ आने लगा था तो मुझे बहुत ही मजा आने लगा था और उसे भी बड़ा मजा आने लगा था। हम दोनों साथ में सेक्स कर रहे थे और हम दोनों की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी। अब हम दोनों की गर्मी इतनी बढ चुकी थी मैंने उसकी चूत के अंदर अपने माल को गिरा दिया था। मैंने जब काजल की योनि से अपने लंड को बाहर निकाला तो काजल दोबारा से गर्म होने लगी।

वह मुझे कहने लगी मेरी गर्मी को तुमने दोबारा से बढ़ा दिया है। मैंने उसके स्तनों को चूसना शुरू किया और उसकी चूत में लंड घुसा दिया। उसकी चूत से मेरा माल बाहर की तरफ को गिर रहा था लेकिन मुझे बड़ा मजा आ रहा था जब मैं उसे धक्के मार रहा था। मैंने उसे बहुत देर तक चोदा। जब वह पूरी तरीके से संतुष्ट हो चुकी थी तो मुझे अब मजा आने लगा था और उसे भी बहुत ज्यादा मजा आ रहा था। हम दोनों ही पूरी तरीके से गर्म हो चुके थे मैंने अपने माल को उसकी चूत में गिरा कर अपनी इच्छा को पूरा कर दिया था। काजल को मेरे साथ संभोग करना बड़ा ही अच्छा लगा। हम दोनो ने बहुत ही अच्छे से संभोग किया और एक दूसरे की गर्मी को हम दोनों ने शांत कर दिया था जिससे कि हम दोनों को ही बड़ा मजा आया। उसके बाद तो काजल मेरे लंड के लिए तड़पने लगी थी।
 
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