sexstories

Administrator
Staff member
देसी सेक्स याद कर मुठ मार रहा था, बीवीने पकड़ लिया..!

मेरी पत्नी के गर्भवती होने के चलते सब से ज्यादा परेशान आदमी मैं था, हफ्ते मैं 6-7 बार चूत की गहराईयां नापने वाले को अब तो उसके दर्शन भी दुर्लभ हो गए थे | मैं और मेरी बीवी दोनों ही बड़े चुदक्कड़ थे और हमने देसी सेक्स के लगभग सभी आसन आजमा लिए थे, ओरल सेक्स और गुदा मैथुन भी हम नियमित तोर पार करते है, देसी सेक्स की यह दीवानगी मुझे और मेरी पत्नी नीलम को तब से है जब हम कोलेज के ज़माने मैं लेक्चर बंक करके सस्ते लोज मैं देसी सेक्स किया करते थे | मेरे हेरान होने का सबब यह है की नीलम गर्भवती होने के बाद मुझे करीब तक आने नहीं देती, मैं चाहता था की मैं उसे मुखमैथुन या गुदा मैथुन के लिए राजी कर लूँ क्यूंकि अभी उसका केवल तीसरा माह ही था, वैसे तो सेक्स भी किया जा सकता है इस अवधि मैं पर मैं उसे हेरान नहीं करना चाहता था | शायद नीलम के शरीर मैं आये होर्मोन के बदलाव उसकी सेक्स अरुचि के कारण थे | खेर मैंने भी उसे ज्यादा कहेना छोड़ ही दिया |

लेकिन देसी सेक्स की आग अगर इतनी जल्दी बूज जाए तो लोग रंडियो पर पैसे क्यूँ खर्च करे..! एकाद दो बार मेने आवेगों को सफलतापूर्वक दबा लिया, लेकिन अब यह आवेग दबने का नाम ही नहीं ले रहे थे..! मैं लंड के हाथो हेरान हो चूका था और बाथरूम या संडास मैं अक्सर मुठ मार लेता था | एक दिन मैं बाथरूम मैं अपना लंड हिलाकर आँखों मैं देसी सेक्स के द्रश्य लाकर मुठ मार रहा था की अचानक दरवाजा खुल गया, शायद मैंने मुठ की जल्दबाजी मैं कड़ी सही तरह नहीं लगाई थी, नीलम मुझे इस हालत मैं देखकर हंसी को रोक नहीं सकी, मैं बेबस उसे देख रहा था | तभी नीलम ने हँसना बंध किया और बोली, अर्जुन क्या इतने बेताब हो, तो मुझे बताया होता.मैं अपनी चूत नहीं दे सकती लेकिन तुमको चूत इम्पोर्ट करने से कहा रोक रहीं हूँ | मै उसका मतलब समझा नहीं और नीलम आगे बोलने लगी, तुमको मेरी मामा की लड़की कुसुम याद है, जो एक ज़माने मैं तुम्हारी दीवानी थी, उसने हमारी शादी से पहेले जब हम केवल लवर्स थे तब कहा था तुम्हारा लंड उसे दिलवाने के लिए | अगर तूम कहो तो मैं कुछ दिन उसे यहाँ बुला लेती हूँ, ऐसे भी मेरी सगी बहन नहीं है तो उसे ही बुलाया जा सकता है.! मैं हक्काबक्का रह गया और मैंने नीलम को कहा, नहीं नीलम ऐसे कोई खास दिक्कत नहीं है लेकिन हम इतने सेक्स एक्टिव थे और अब यह निष्क्रियता मेरी जान ले रही है, मैं इसी तरह आवेग शांत कर लूँगा | नीलम बोली, नहीं मैं तुम्हे यह नहीं करने दूंगी |

कुसम के आते ही नीलम ने उसे देसी सेक्स के लिए कह दिया.?

कुसुम दुसरे ही दिन एक छोटी बेग लिए आ गई, कुसुम हमारी कोलेज मैं ही थी और वो हमारी जूनियर थी | अक्सर मैं, नीलम और कुसुम पिकनिक वगेरह साथ मनाते थे, लेकिन नीलम ने मुझे कभी पहेले नहीं बताया था की कुसुम भी मुझ से देसी सेक्स करना चाहती थी | कुसुम सेक्सी लड़की थी और अभी उसकी शादी नहीं हुई थी, उसका रंग साफ़, बड़े चुंचे और मस्त गोल मटोल गांड थी | शाम का खाना होने के बाद मैं जैसे रुममे सोने के लिए गया नीलमने मुझे कहा की अभी मत सोइए, आप जाके टीवी देखे | मैं हेरान होकर ड्राइंगरूम मैं गया और देखा की कुसुम वहा टाइटेनिक मूवी लगाके बैठी थी, मेरे आते उसने सोफे पर फेलाई अपनी गांड को सुकुड ली और मैं उसके बगल मैं बैठ गया | शायद कुसुम औ नीलम मैं पहेले से बात हो चुकी थी तभी टू कुसुम ट्रांसपेरेंट नाईटी और मस्त बोडी-स्प्रे लगाके टीवी देख रही थी | मैंने देखा की नीलम ने अपने रूम की बत्ती भुजा दी और शायद वोह हमैं देसी सेक्स के लिए सिग्नल दे रही थी | टीवी पर मूवी भी वही आ रही थी, जिसमे काफी उत्तेजक द्रश्य थे |

देसी सेक्स चालू हुआ, टाइटेनिक मैं चुदाई देखकर..!

मैं महेसुस कर रहा था की कुसुम बातों बातों मैं मेरे करीब आ रही थी और उसकी गर्म झांघे मेरी झांघो से बिलकुल सटी हुई थी, मेरा लंड भी उत्तेजित हो रहा था, वैसे उसे तो सब से ज्यादा इन्तेजार था देसी सेक्स का | तभी हमारी मदद दे'काप्रियो और केट विंसलेट ने कर दी उनकी विंटेज बग्गीमैं मस्ती देख मेरा लंड पूर्ण खड़ा हो गया और कुसुम ने भी शायद उसे देख लिया था ट्रेक पेंट को ऊँचा करते हुए.! कुसुम ने धीरे से मेरी झांघ पर हाथ फेरा और वोह बोली, क्यूँ जीजाजी मजा आ रहा है मूवी मैं.? मैंने कहा, हा मजा तो आएगा न साली जी.! कुसुम अब धीरे से आगे बढ़ी और मेरे तने लंड को अपने हाथ से पकड़ने लगी, मेरे शरीर मैं जैसे की करंट दौड़ गया | मुझे फेन के निचे भी पसीने आने लगे | कुसुम अब और आगे बढ़ी और उसने मेरे ट्रेक के नाडे को खोल दिया, मेरा लंड बहार आने को बेताब था, कुसुम ने बिना मौका गवाएं ट्रेक खिंच ली | मैंने उसकी क्रिया मैं पूरा सहयोग अपने कुले उठा के दिया | मेरा लंड अब कुसुम के सामने था, मैंने अंदर चड्डी नहीं पहनी थी.! कुसुम अब अपने हाथ मेरे लंड पर चलाने लगी और तुरंत उसका मुहं मेरे लंड से भर गया, यह देसी सेक्स की दीवानी पूरा लंड गले तक उतार गई थी | आज तक जीजा साली का सेक्स केवल कहानियो मैं पढ़ा था, अब मैं वही कर रहा था...!

कुसुम भी देसी सेक्स करने को उतावली थी.!

जैसे ही उसने लंड चुसना शरु किया मुझे बहुत आनंद आ रहा था, कुसुम लंड को गले तक उतारती थी और फिर पूरा बहार निकाल देती थी | मेरे लंड को एक अजीब उत्तेजना आ रही थी, कुसुम अपनी बहन नीलम से भी अच्छा लंड-चूस दे रही थी | मेने कुसुम का माथा पकड उसके गले मैं फचफच लंड घुसेड़ना शरु कार दिया | कुसुम लंड को पूरा खाना हो ऐसे चूसने लगी | अब मुझसे रहा नहीं गया और मैंने कुसुम को वही सोफे पर लम्बा किया और उसकी टाँगे फेला दी ! मैंने जैसे उसकी नाईटी और ब्रा-पेंटी दूर की मैंने देखा की कुसुम की सेक्सी चूत पर बाल थे जो बहुत सेक्सी थे | मैंने उसपे एक बार हाथ फेरा, योनी मस्त गीली थी और देसी सेक्स के लिए बिलकुल तैयार |

साली की चूत मैं लंड पेल किया देसी सेक्स

कुसुम भी अब लंड मांग रही थी, मैंने उसके चूत के होठो के बिच लंड रखा और एक ही झटके मैं उसकी चूत मैं पूरा लंड पेल दिया.....ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह.मर गई रे.कुसुम की कुंवारी चूत लंड का प्रहार पाते ही बोखला गई वोह मुझे कमर पर नाख़ून से खरोंचने लगी, मैंने धीमे धीमे कर उसकी चूत को रफ़्तार से पेलना शरु कर दिया और 10 मिनिट की चुदाई के बाद हम दोनों थक के चूर हो गए...! सुबह चाय पीते वक्त, मेरे कुसुम के और नीलम के चहेरों पर अजब ही चमक थी..सब को शायद संतृप्ता मिल गई थी...देसी सेक्स का सिलसिला मेरे मुन्ने चिराग के जन्म के बाद तिन माह तक चलता रहा !!!
 
Back
Top