दीप्ति ने मेरा लंड मुंह में लिया

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Hindi sex kahani, antarvasna: मैं अपने दोस्त के घर डिनर के लिए गया हुआ था मेरे साथ मेरी पत्नी दीप्ति भी थी। हम लोग मेरे दोस्त रजत के घर डिनर के लिए गए हुए थे और वहां से हम लोगों को घर लौटने में देर हो गई थी। जब हम लोग घर वापस लौटे तो उस वक्त घर में सब लोग सो चुके थे तो मैं और दीप्ति भी अपने रूम में जाकर सो गए थे। अगले दिन रविवार था और मैं घर पर ही था दीप्ति ने मुझे कहा कि क्यों ना आज हम लोग साथ में कहीं घूमने के लिए जाएं। मैंने भी दीप्ति से कहा कि ठीक है अगर तुम्हें लगता है कि हमें कहीं घूमने के लिए जाना चाहिए तो आज हम लोग साथ में कहीं चलते हैं। पापा और मम्मी भी उस दिन घर पर ही थे तो हम लोगों ने सोचा कि पापा और मम्मी के साथ ही आज हम लोग कहीं जाते हैं और हम लोग उस दिन उनके साथ घूमने के लिए गए। मुझे काफी अच्छा लगा जब मैं और मेरा परिवार साथ में था।

रात को हम लोग घर लौट आए और अगले दिन जब मैं अपने ऑफिस के लिए निकला तो उस दिन दीप्ति की तबीयत ठीक नहीं थी लेकिन मुझे अपने ऑफिस में जरूरी काम था इसलिए मुझे अपने ऑफिस जाना पड़ा। जब मैं ऑफिस से घर वापस लौटा तो दीप्ति ने मुझे कहा कि मेरी तबीयत बिल्कुल भी ठीक नहीं है इसलिए उस दिन उसे मैं डॉक्टर के पास लेकर गया। डॉक्टर ने कुछ दिनों के लिए दीप्ति को आराम करने के लिए कहा लेकिन मेरे ऑफिस में काफी ज्यादा काम था इसलिए मैं ऑफिस से छुट्टी नहीं ले सकता था। पापा और मम्मी ने हीं दीप्ति की देखभाल की और कुछ दिन बाद दीप्ति ठीक हो चुकी थी। जब दीप्ति ठीक हो गयी तो उसके बाद उसने मुझसे कहा कि वह कुछ दिनों के लिए पापा और मम्मी से मिलने के लिए लखनऊ जाना चाहती हैं। मैंने दीप्ति से कहा कि तुम कुछ दिन रुक जाओ फिर मैं भी तुम्हारे साथ लखनऊ चलता हूं दीप्ति ने कहा कि ठीक है हम दोनों साथ में लखनऊ चलेंगे। कुछ दिनों के बाद मैंने ऑफिस से छुट्टी ले ली। जब मैंने ऑफिस से छुट्टी ली तो उसके बाद मैं दीप्ति के पापा मम्मी से मिलने के लिए चला गया।

जब मैं उन लोगों से मिला तो मुझे काफी अच्छा लगा और वह भी बहुत ज्यादा खुश थे। जब हम लोगों लखनऊ में थे तो हम लोगों को काफी अच्छा लगा और हम लोग वहां पर कुछ दिनों तक रहे उसके बाद हम लोग वहां से वापस लौट आये। जब हम लोग दिल्ली वापस लौटे तो मैं अपने काम के चलते बिजी रहने लगा था और मैं दीप्ति को बिल्कुल भी समय नहीं दे पा रहा था। दीप्ति को इस बात की शिकायत हमेशा ही रहती और वह मुझसे इस बात के लिए कहती कि आपके पास बिल्कुल भी समय नहीं होता है। मैंने दीप्ति से कहा कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है लेकिन मैं वाकई में बिजी हो चुका था और मेरे पास बिल्कुल भी समय नहीं था। एक दिन मैं और दीप्ति साथ में थे उस दिन रविवार था और हम दोनों घर पर ही थे मैंने दीप्ति से कहा कि चलो आज हम लोग मोनिका से मिल आते हैं। मोनिका मेरी कजन बहन है और हम लोग उस दिन मोनिका के घर पर चले गए। काफी दिनों के बाद मैं उसे मिला था और मोनिका ने मुझे बताया कि वह अपने पति के साथ ऑस्ट्रेलिया जा रही है।

मैंने मोनिका से कहा कि लेकिन तुमने मुझे इस बारे में बताया नहीं तो मोनिका ने मुझे कहा कि मेरे पति का फोन कल रात को ही आया था और उन्होंने मुझे कल ही बताया कि वह अगले महीने ऑस्ट्रेलिया जा रहे हैं और मैं भी अब अपने पति के साथ ऑस्ट्रेलिया जा रही हूं। मोनिका से काफी दिनों बाद मैं मिल रहा था और मुझे काफी अच्छा लगा जब मोनिका से मैं मिला और दीप्ति भी बहुत ज्यादा खुश थी उसके बाद हम लोग वहां से घर लौट आए थे। काफी दिनों के बाद मैं दीप्ति के साथ अच्छा समय बिता पाया था जिससे कि दीप्ति भी खुश थी और मैं भी काफी ज्यादा खुश था जिस तरीके से हम लोगों ने उस दिन समय साथ में बिताया था। मैं अगले दिन से अपने ऑफिस जाने लगा था और मैं बिल्कुल भी दीप्ति को समय नहीं दे पा रहा था। एक दिन दीप्ति ने मुझसे कहा कि वह भी जॉब करना चाहती है पहले तो मैंने उसे मना किया और कहा कि तुम्हें नौकरी करने की क्या जरूरत है लेकिन दीप्ति ने मुझे कहा कि मुझे जॉब करनी है और मैं चाहती हूं कि मैं नौकरी करूं।

वह घर पर अकेले बोर हो जाया करती थी इसलिए दीप्ति ने भी अब नौकरी करने का फैसला कर लिया था और मैं उसे मना ना कर सका। दीदी भी जॉब करने लगी थी और मैं भी जॉब करने लगा था जिस वजह से हम दोनों को साथ में समय कम ही मिल पाता था लेकिन फिर भी जब भी हमें मौका मिलता तो हम दोनों साथ में समय बिताया करते हैं। कुछ दिनों पहले ही हम लोग घूमने के लिए शिमला गए थे और वहां पर हम लोगों ने काफी अच्छा समय साथ में बिताया मैं काफी खुश था। जब मैं दीप्ति के साथ समय बिताता और दीप्ति के साथ मुझे बहुत ही अच्छा लगता था। हम दोनों की शादी शुदा जिंदगी अच्छे से चल रही है और हम दोनों एक दूसरे को बहुत प्यार करते हैं। जिस तरीके से मेरे और दीप्ति के बीच रिलेशन है उससे मैं बहुत ज्यादा खुश हूं और दीप्ति भी काफी खुश है कि वह मुझसे बहुत प्यार करती है और मैं भी उससे बहुत प्यार करता हूं।

हम दोनों की जिंदगी अच्छे से चल रही है। एक दिन मुझे अपने काम के सिलसिले में कोलकाता जाना था तो मैंने दीप्ति को जब यह बात बताई कि मैं कुछ दिनों के लिए कोलकाता जा रहा हूं तो दीप्ति ने मुझे कहा कि आप वहां से वापस कब लौटेंगे। मैंने दीप्ति से कहा कि मैं वहां से जल्द ही वापस लौट आऊंगा। दीप्ति मुझे कहने लगी कि लेकिन फिर भी आपको कोलकाता में कितने दिन लग जाएंगे। मैंने दीप्ति से कहा कि मुझे इस बारे में नहीं मालूम लेकिन मैं कोलकाता जा रहा हूं और देखते हैं कि मुझे वहां कितने दिन लगते हैं। मैं और दीप्ति एक दूसरे के साथ बहुत ही खुश हैं और जिस तरीके से हम दोनों की जिंदगी चल रही है उससे मुझे बहुत ही अच्छा लगता है और अब मैं कोलकाता जाने की तैयारी में था। जब मैं कोलकाता गया तो मैं करीब एक महीने तक कोलकाता में रहा क्योंकि मेरे ऑफिस का एक जरूरी काम था और मुझे एक महीने तक कोलकाता में रहना पड़ा।

उसके बाद मैं वापस जब घर लौटा तो मैंने कुछ दिनों के लिए अपने ऑफिस से छुट्टी ले ली थी और मैं दीप्ति के साथ में समय बिताना चाहता था। हम दोनों ने साथ में काफी अच्छा समय बिताया। मैं और दीप्ति जब भी साथ में होते तो हमें बहुत ही अच्छा लगता। हम दोनों साथ में काफी अच्छा समय बिताया करते। एक दिन दीप्ति और मैं रात के वक्त साथ में लेटे हुए थे। दीप्ति मेरी बाहों में थी मैंने दीप्ति से कहा मुझे आज तुम्हारे साथ सेक्स करना है। दीप्ति इस बात पर मुस्कुराने लगी और वह मेरे साथ सेक्स करने के लिए तैयार थी। जब मैंने उसके होंठों को चूमना शुरू किया तो वह तड़पते हुए मुझे कहने लगी मुझे अच्छा लग रहा है। उसे बड़ा ही अच्छा लग रहा था और मुझे भी बहुत ज्यादा मजा आने लगा था जिस तरीके से मैं उसके गुलाबी होठों को चूम कर उसकी गर्मी को बढ़ा रहा था। अब हम दोनों पूरी तरीके से गर्म हो रहे थे जैसे ही मैंने दीप्ति के सामने अपने लंड को किया तो वह मुझे कहने लगी मुझे तुम्हारे लंड को सकिंग करना है।

दीप्ति ने मेरे लंड को अपने मुंह में समा लिया। जब उसने मेरे लंड को चूसना शुरू किया तो मुझे मजा आने लगा और वह तड़पने लगी। वह गर्म हो चुकी थी मुझे बहुत ज्यादा मजा आने लगा था और वह मुझे कहने लगी मेरी चूत में तुम अपने लंड को घुसा दो। मैंने उसकी पैंटी को नीचे उतारते हुए उसके दोनों पैरों को चौड़ा किया और उसकी चूत के अंदर की तरफ लंड को घुसा दिया था। जैसे ही मेरा मोटा लंड उसकी चूत में घुसा तो वो बहुत जोर से चिल्लाकर मुझे कहने लगी मुझे मजा आने लगा है। दीप्ति को बड़ा ही मजा आ रहा था वह जिस तरीके से मेरा साथ दे रही थी उस से मैं गरम हो रहा था और हम दोनो अच्छे तरीके से सेक्स के मज़े ले रहे थे। मेरा लंड उसकी चूत के अंदर बाहर हो रहा था जिससे कि वह मुझे कहती मुझे और तेजी से धक्के मारते रहो। मैंने दीप्ति को बहुत तेजी से धक्के दिए जिससे कि वह पूरी तरीके से गर्म हो चुकी थी और मेरा वीर्य भी दीप्ति की चूत में जाने के लिए तैयार था। जैसे ही मेरा वीर्य दीप्ति की चूत में गिरा तो वह खुश हो गई। उसके चेहरे पर एक अलग ही चमक थी।

मैंने अपने लंड को उसकी चूत के अंदर से निकाला तो मेरा वीर्य बाहर की तरफ टपक रहा था और वह बहुत ज्यादा खुश थी। उसके बाद दोबारा से हम दोनों ने शारीरिक सुख का मजा लेने का फैसला किया। मैंने अपने लंड को उसकी चूत में घुसाया तो मेरा लंड दोबारा से दीप्ति की चूत में चला गया था। मैं उसके होंठों को चूस रहा था। मैं उसके स्तनों को दबाकर उसकी गर्मी को और भी ज्यादा बढ़ा रहा था। वह गरम सिसकारियां लेकर मेरी गर्मी को बढ़ाती जाती जिससे कि मुझे उसे धक्के मारने में मजा आता। वह मेरा साथ अच्छे से दिए जा रही थी। मेरा लंड पूरी तरीके से छिल चुका था। 5 मिनट की चुदाई का आनंद लेने के बाद मेरा वीर्य जैसे ही उसकी चूत मे गिरा तो वह खुश हो गई थी।
 
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