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देवर भाभी की चुदाई गाथा

मेरा नाम अमित है।

एक दिन घर में मैं, मेरा भाई और रजनी भाभी थे। मेरा रूम रजनी भाभी के बगल में है।

रात में रजनी भाभी के कमरे से अजीब आवाज आ रही थी।

मैंने देखा भाई और रजनी भाभी दोनो नंगे थे।

भाई उनकी चूत चाट रहे थे। रजनी भाभी आंख बंद किये मजा ले रही थी।

और आह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह्ह की आवाज निकाल रही थी।

रजनी भाभी की बड़ी चूच एक दम साफ़ नजर आ रही थी। निप्पल एक दम कड़े थे।

भाई चूत चुसाई करने में मशगूल थे।

ये देख कर मेरा लंड तनता जा रहा था रजनी भाभी ने इशारे से कहा कि अब बरदाश्त नहीं हो रहा है।

अब चोद दो लंड मेरी चूत में डाल दो

रजनी भाभी भरपूर जोश में थी। भाई जब हटे तब रजनी भाभी के चूत देखाई दी,

एक भी बाल नहीं था, बिलकुल मुंडा चूत थी .

मैं जोश में भर गया था तभी भाई ने अपना लंड उनकी रसीली चूत में डाल दिया

थोड़ी देर बाद में ही वो रुक गये। रजनी भाभी बोली बस हो गया

भाई उनके ऊपर से हट गये

और दूसरी तरफ़ सो गये मगर रजनी भाभी ने गुस्से में थी।

अपनी ही चूत में उंगली में डाल रही थी।

मुझे लगा कि रजनी भाभी अभी झड़ी नहीं है।

तभी मेरा पैर फोटो से टकराया। रजनी भाभी ने मुझे देख लिया। रजनी भाभी साल लपेट कर मेरे कमरे के तरफ़ आ रही थी। मैं झट से बेड पर आ कर लेट गया रजनी भाभी कमरे में मेरे पास आ कर खड़ी हो गयी। बरमूडा में मेरा लंड खड़ा था। उन्होंने मुझे चूमना शुरु किया वो इतने जोश में थी। मेरे सारे कपड़े निकाल दिये। मेरे लंड को चाटने लगी।

शुरू हो गयी देवर भाभी चुदाई

भूखी शेरनी की तरह वो मुझपर टूट पड़ी। रजनी भाभी का साल हट गया था। सो उनकी चिकनी गांड साफ़ साफ़ देखाई दे रही थी। उनकी चूची अभी बहुत टाइट थी। मैंने कहा रजनी भाभी दरवाजा खुला है, कहीं भाई आ गये तो रजनी भाभी बोली आने दो . उन्हें भी देख लेने दो देवर रजनी भाभी की ये चुदाई .मेरी प्यास अब तक नहीं बुझा पाये, मैं बहुत प्यासी हूं मेरी प्यास बुझा दो जो कहो मैं करूंगी।

रजनी भाभी मेरा बड़ा लण्ड की लण्ड चुसाई ऐसे कर रही थी जैसे लोलीपोप। मैंने रजनी भाभी की चूत पर अपनी झीभ रख दी, वो मदहोश होती जा रही थी। रजनी भाभी की आंखों में अजीब सा नशा था। रजनी भाभी बोली अपने लंड से आज मेरी इतनी चुदाई करो इतनी चुदाई कि मेरी सालों की प्यास बुझ जाये। मैंने रजनी भाभी को लिटा कर कहा रजनी भाभी अब आप सिर्फ़ आंख बंद कर के मजे लो। रजनी भाभी की चूत एक दम लाल थी। मैंने अपना मोटा लंड रजनी भाभी की चूत पर रख दिया और अन्दर डालने लगा। रजनी भाभी ने अपने होठों को दातों से दबा रखे थे। उनको बहुत मजा आ रहा था।

लण्ड चूत की गर्मी

रजनी भाभी की चूत इतनी गरम थी कि मेरा लंड अन्दर गर्मी पा कर और भी मोटा हो गया था। अब मैंने पूरा लंड रजनी भाभी की चूत में डाल दिया और धक्का मारने लगा रजनी भाभी अपनी कमर ऊपर उठा रही थी, मेरा साथ दे रही थी, लगभग 40 मिनट तक रजनी भाभी को चोदता रहा रजनी भाभी ने मुझे कस के पकड़ लिया और बोली मेरा माल बाहर आने वाला है, मैं धक्का मार ही रहा था मैंने सोचा कि रजनी भाभी झड़ने वाली है। मैं भी साथ में झड़ जाऔं मगर वो बोली बस करो वो हाफ़ रही थी। मैंने कहा मैं अभी नहीं झड़ा हूं तो जल्दी करो मैंने स्पीड बढ़ा दी और थोड़ी देर बाद मेरे लंड का रस भी रजनी भाभी के चूत में गिर रहा था

मुझे बहुत मजा आया। थोड़ी देर तक हम दोनो ऐसे ही पड़े रहे फिर दोनो अलग अलग हुये। जैसे रजनी भाभी की चूत से मैंने अपना लंड निकाला ढेर सारा वीर्य रजनी भाभी की चूत से निकलने लगा, चूत से सफ़ेद सफ़ेद रस बाहर निकलते पहली बार देख रहा था। मैं और रजनी भाभी थक गये थे। वो उठी और मुझे चूम लिया फिर मेरे लंड को चूम कर बोली थैंक्स प्लीज़ अमित, देवर रजनी भाभी की चूत चुदाई चलते रहनी चाहिए. तुम जो बोलोगे मैं वो करूंगी। मैने कहा ठीक है फिर रजनी भाभी को मैंने नये तरीके से चोदा।
 
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