नताशा को चुदवा के अच्छा लगा

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Antarvasna, desi kahani: मेरे कॉलेज का पहला दिन था और मैं जब अपनी क्लास में गया तो पहले दिन मैं अनामिका से मिला। अनामिका से मिलकर मुझे बहुत ही अच्छा लगा और मैं बहुत ज्यादा खुश होता जिस तरीके से अनामिका और मैं एक दूसरे के साथ होते। जब अनामिका और मैं साथ में होते तो हम दोनों को बहुत अच्छा लगता हम दोनों के बीच दोस्ती तो हो ही चुकी थी लेकिन अब मैंने अनामिका को प्रपोज भी कर दिया था। जब मैंने अनामिका को प्रपोज किया तो अनामिका और मेरा रिलेशन चलने लगा था। हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश हैं और एक दूसरे के साथ हम लोग काफी अच्छा समय बिताने लगे थे लेकिन समय के साथ साथ अनामिका और मेरे बीच ना जाने क्यों दूरियां बढ़ती चली गई।

अनामिका की फैमिली दिल्ली शिफ्ट हो चुकी थी उसके बाद अनामिका से मैं ज्यादा बात नहीं किया करता था और ना ही अनामिका मुझसे बात किया करती। हम दोनों अब एक दूसरे से दूर होते चले गए और अनामिका और मैं एक दूसरे से बहुत दूर हो चुके थे। ना ही मेरा अनामिका से कोई संपर्क था और ना ही अनामिका मुझसे बातें किया करती थी। मैं भी अब जॉब करने लगा था मेरी जॉब कुछ समय पहले ही लगी थी और जब मैं जॉब करने लगा तो मैं अपने काम पर पूरी तरीके से ध्यान देना लगा और मैं बहुत ज्यादा खुश हूं। हमारे ही ऑफिस में नताशा कि कुछ समय पहले जॉब लगी थी।

मुझे उस ऑफिस में काम करते हुए 6 महीने हो चुके हैं लेकिन जबसे नताशा ने ऑफिस जॉइन किया तो नताशा सबसे ज्यादा मुझसे ही बातें किया करती। मुझे भी नताशा से बातें करना बहुत ही अच्छा लगता हम दोनों एक दूसरे से काफी बातें किया करते हैं और हम दोनों लंच टाइम में भी साथ में समय बिताते। मैं जब भी नाताशा के साथ होता तो मुझे बहुत अच्छा लगता है और नताशा को भी बहुत अच्छा लगता है जब भी वह मेरे साथ होती। एक दिन नताशा और मैं साथ में बैठे हुए बातें कर रहे थे उस दिन नताशा ने मुझे कहा कि मेरा जन्मदिन है और मैं सोच रही हूं हम लोग अपने बर्थडे को सेलिब्रेट साथ में करें। उस दिन नताशा ने मुझे जब अपने बर्थडे के बारे में बताया तो मैं बहुत ज्यादा खुश हुआ।

मैं नताशा के बर्थडे में गया तो मुझे काफी अच्छा लगा लेकिन उस दिन मेरे लिए खुशी की बात यह थी कि नताशा ने हीं मुझे अपने दिल की बात कह दी थी। मैं बहुत ही ज्यादा खुश था जब नताशा ने मुझसे अपने दिल की बात कही मेरे लिए यह बहुत ही अच्छा था। जिस तरीके से नताशा और मैं एक दूसरे के साथ समय बिताया करते हैं उससे हम दोनों को बहुत अच्छा लगता। हम दोनों की जिंदगी बड़े ही अच्छे से चल रही है मैं नताशा के साथ रिलेशन में बहुत खुश हूं और वह भी मेरे साथ बहुत ज्यादा खुश है। जिस तरीके से हम दोनों का रिलेशन चल रहा है वह बहुत ही अच्छा है और मुझे अच्छा लगता है जब भी मैं नताशा के साथ होता हूं। उस दिन नताशा और मैं साथ में बैठे हुए बातें कर रहे थे तो नताशा ने मुझे कहा कि आज हम लोग मूवी देखने चलते हैं। हम दोनों ने उस दिन साथ में लंच किया और हम दोनों ऑफिस खत्म होने के बाद मूवी देखने के लिए चले गए।

जब हम लोग मूवी देखने के लिए गए तो मैं बहुत ही ज्यादा खुश था और जिस तरीके से मैं नताशा के साथ समय बिता पा रहा था उससे मुझे बहुत ही अच्छा लगा। अब हम दोनों मूवी देखने के बाद जब वापस घर लौट रहे थे तो नताशा को मैंने उसके घर पर छोड़ दिया था। नताशा को उसके घर पर छोड़ने के बाद मैं अपने घर चला गया। मैं अपने घर पहुंचा तो मैंने डिनर किया और डिनर करने के बाद मैं अपने रूम में लेटा हुआ था कि तभी नताशा का फोन आया। जब नताशा का फोन मुझे आया तो हम दोनों एक दूसरे से बातें करने लगे मैं नताशा से बातें कर रहा था तो मुझे अच्छा लग रहा था। हम दोनों की बातें काफी देर तक हुई लेकिन मुझे पता ही नहीं चला कि कब मुझे नींद आ गयी और मैं सो गया था। अगले दिन हम दोनों एक दूसरे को सुबह ऑफिस में मिले, जब लोग ऑफिस में एक दूसरे को मिले तो नताशा ने मुझे कहा कि कल मैं तुमसे बात कर रही थी और तुम सो गए। मैंने नताशा से कहा कि मुझे बहुत नींद आ रही थी इसलिए मैं सो गया था।

उस दिन हम लोगों ने अपने ऑफिस का काम खत्म किया और शाम के 6:30 बजे हम लोग ऑफिस से निकल गए। जब हम लोग ऑफिस से निकले तो मैं और नताशा साथ में बैठे हुए थे। हम लोग अपने ऑफिस के बाहर ही एक कैंटीन है वहां पर हम लोग बैठे हुए एक दूसरे से बातें कर रहे थे। मैं नताशा के साथ बात कर रहा था तो मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था और नताशा को भी अच्छा लग रहा था। हम लोगों ने कॉफी ऑर्डर की और कॉफी पीने के बाद नताशा और मैं वहां से अपने अपने घर चले आए थे। मैंने नताशा को उसके घर छोड़ा और मैं वहां से वापस अपने घर चला आया था। मैं बहुत ही ज्यादा खुश हूं जिस तरीके से मैं और नताशा एक दूसरे के साथ होते हैं और जब भी हम दोनों एक दूसरे के साथ होते हैं तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता है और नताशा को भी बहुत अच्छा लगता है। मैं हमेशा ही नताशा के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश किया करता हूं और जिस तरीके से मैं नताशा के साथ समय बिताता हूं उससे मुझे बहुत ही अच्छा लगता है और मैं बहुत ज्यादा खुश हूं।

हम दोनों के बीच प्यार बहुत ज्यादा है और जिस तरीके से नताशा और मेरा रिलेशन चल रहा है उससे हम दोनों को बहुत ज्यादा खुशी भी हैं। एक दिन नताशा और मैं साथ में बैठकर अपनी शादी को लेकर बातें करने लगे थे नताशा और मैं चाहते थे कि हम लोग शादी कर ले। नताशा और मैं चाहते हैं हम दोनों शादी कर ले। मैंने नताशा को कहा शादी को लेकर कहा तो वह मुझे बोली हां मुझे भी यही लगता है कि हम लोगों को शादी कर लेनी चाहिए। उस दिन हम दोनों साथ में बैठे हुए बातें कर रहे थे लेकिन मेरा मन उस दिन नताशा के साथ सेक्स करने का था। नताशा और मेरे बीच उस से पहले भी कई बार सेक्स हो चुका था लेकिन उस दिन मेरा बहुत ज्यादा मन था तो मैंने नताशा से कहा चलो आज हम लोग साथ में कहीं चलते हैं और हम दोनों उस दिन साथ में ही रुकने वाले थे। मैंने होटल में रूम ले लिया। मैं और नताशा होटल के रूम में साथ में थे। मैं नताशा की जांघों को सहलाने लगा था वह मेरी गोद में आ गई। जब नताशा मेरी गोद में आई तो वह मेरी गर्मी को बढ़ाती जा रही थी और मेरी गर्मी भी बढ़ती जा रही थी। नताशा की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ती जा रही थी जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे के साथ होते उससे हम दोनो को बहुत ही अच्छा लग रहा था।

मुझे भी बहुत ज्यादा खुशी थी की हम दोनों की गर्मी बहुत ज्यादा बढती जा रही थी। मैंने नताशा के होंठों को चूमना शुरू कर दिया था। जब मैंने नताशा के होंठों को चूमना शुरू किया था तो मैं और नताशा एक दूसरे की गर्मी को इतना बढ़ाते चले गए कि मैंने अपने हाथों को नताशा के स्तनों पर रखा और उसके स्तनों को मैं सहलाने लगा। मैं उसके स्तनों को जिस प्रकार से दबा रहा था उससे मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था और नताशा को भी बहुत ज्यादा मजा आ रहा था। जब मैं उसके स्तनों को दबाता तो उसकी गर्मी को मैं बढाता जा रहा था और हम दोनों बहुत ज्यादा गर्म हो चुके थे। मेरी गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी और नताशा की भी गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी। नताशा की चूत को मैंने चाटना शुरू किया जब उसकी योनि को मैंने चाटना शुरू किया तो उसकी चूत से निकलता हुआ पानी बढने लगा था।

वह मुझे कहने लगी मेरी चूत से निकलता हुआ पानी बहुत ज्यादा बढने लगा है। अब हम दोनों गरम होते चले गए थे मैंने नताशा कि योनि के अंदर अपने लंड को घुसा दिया। मैंने जब उसकी चूत के अंदर अपने लंड को डाला तो वह चिल्लाने लगी थी। वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा है तुम ऐसे ही मुझे चोदते रहो। उसकी चूत से बहुत ज्यादा पानी निकल रहा था और मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था। हम दोनों जिस तरीके से सेक्स के मजे ले रहे थे वह हम दोनों के लिए बहुत ही ज्यादा अच्छा था। मैं उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को तेजी से करता। मेरा लंड नताशा की चूत के अंदर बाहर हो रहा था। नताशा ने मेरे अंदर की गर्मी को भी बढ़ा दिया था और मैंने नताशा को डॉगीस्टाइल पोजीशन में चोदना शुरू किया। मेरा लंड उसकी चूत में जाता तो मैं उसे तेजी से धक्के दिए जा रहा था। जब मैं नताशा की चूत के अंदर अपने लंड को घुसा रहा था तो मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था।

नताशा को भी बहुत अच्छा लग रहा था अब मैं उसे तेजी से धक्के दिए जा रहा था और वह मेरा साथ अच्छे से दिए जा रही थी। जिस तरीके से नताशा और मैं एक दूसरे का साथ दे रहे थे उससे मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था और नताशा को भी मजा आ रहा था। मेरा लंड नताशा की चूत के अंदर तक सेट हो चुका था और नताशा की चूत से इतना ज्यादा पानी निकलने लगा था कि वह मुझे कहने लगी मैं तुम्हारा साथ ज्यादा देर तक नहीं दे पाऊंगी। नताशा की चूत में जब मेरा वीर्य गिरा तो मुझे मजा आ रहा था और मैं बहुत ज्यादा खुश था जिस तरीके से नताशा और मैंने एक दूसरे के साथ सेक्स संबंध बनाए।
 
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