नशे में किये जिस्मानी तालुकात

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नमस्कार दोस्तों,

चुदाई का भुत फिर आज के सामने चुदाई की उत्सुक क रदेने वाली कहनी रखने जा रहा जोकि मेरे ही ग्रुप की एक लड़की की है | मेरा ग्रुप यानी मेरे दोस्तों की बीच नौजवान महिला और उसकी चुत का शौक़ीन तो अमिन यूँ हुआ की बस जैसे खाना - पानी ही छोड़ रखा था मैंने | दोस्तों, एक दिन जब सब लोग मेरे दोस्त कॉलेज में जीते के फ्न्शन पर पार्टी कर रहे थे तो मैंने उसकी चुत को अपना बनाने की ठान ली और पार्टी में मैंने उसे व्हिस्की खूब पिलाई जिससे वो नशे में आ चुकी थी | जब पार्टी खतम हुई तो सब दोस्त अपने - अपने घर को जाने को हुए और मैंने उसे यह कहकर रोक लिया की कुछ देर आराम करने के बाद मैंने उसे खुद ही छोड़ के आ जाऊंगा |

अब हम दोनों ही घर पर अकेले रह चुके थे और मैंने अपनी तरकीबें चलानी शुरू कर दी | मैंने उसे कहा की मैं उसके तन को बहुत पसंद करता हूँ जिसपर नशे में उसने अपने कपड़े उतार दिया और मैंने भी उसके करीब आकार उसके ब्रा की हुक पर पहुंचा और मैंने उसकी पीठ की तरफ से उसकी ब्रा को खोल दिए जिससे उसके नंगे चुचे मेरे सामने ही आ गए | अब जैसे उसने अपने उप्पर ध्यान दिया तो मैंने उसके होंठों अपने काबू में लेते हुए उसके नंगे चुचों को कुछ देर मस्त में चूसा | कुछ पल बाद जब उसके होंठों को भी तरसते हुए देखा तो उसके होठों को अपने होठों से चूसने लगा तो वो भी बिलकुल मस्त वाले मुड में आ गयी और उसने अपनी पैंटी को वहीँ उतार दिया |

मैंने अब उसकी चुत वाले हिस्से को थामते हुए अपनी उँगलियों को उसकी चुत पर रख लिया | पहले तो कई देर उसकी चुत को यूँही मसला और फिर मैंने अपने लंड को निकाल बेरहमी से उसके मुंह में ही डाल दिया और वो मस्त तरीके से चूसने लगी | कुछ देर बाद जब वो भी अपनी चुत में ऊँगली कर रही थी तो मैंने भी अपने लंड को उसकी चुत में आगे - पीछे करना शुरू कर दिया | वो मस्त वाली सिसकियाँ ले रही थी और साथ ही अपनी चुत को अपनी जाँघों के सहारे मेरे लंड की और भी धकेल रही थी ताकि मेरा लंड और गहरा उसकी चुत में जा सके | उसकी गहरी पिलपिली चुत में मेरा लंड कूदक - कूदक कर अपने लिए गहरा रास्ता बनाये जा रहा था और मज़े में उसकी पीच्थ को कभी अपने होंठों से चूम लिया करता |

हम दोनों मज़े में इतने बेसुध होते जा रहे थे की वो अपनी सारे शर्म और लज्जा को भूलती जा रही थी और भल गयी की केवल हम दोस्त ही थे और यूँ एक दूसरे से जिस्मानी तालुकात नहीं रख सकते थे | मैंने अब उसकी चुत के क्किनारे थूक गिराया और उसकी गीली हो चुकी चुत में अपने लंड को नचाते तो कभी घुमाते हुए पेलना शुर कर दिया हिस्पर वो भी आहें भर रही थी मस्त वाले और चुदाई के आनंद को मेरे सामने अपने मुंह को फाडकर दिखा रही थी जिसके १० मिनट बाद ही मैं भी थक गया और वहीँ उसके साथ लेट गया | होश आने बाद जब हमें सब सच्चाई का पता चला अतो अगली बार से उसे हमने रोज ही करना चालु कर दिया |
 
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