Antarvasna, desi kahani: सुबह के वक्त मैं अखबार पढ़ रहा था तभी मेरी बहन का फोन आया और जब मेरी बहन का फोन आया तो वह मुझे कहने लगी कि भैया आप अभी घर पर आ जाइए। उसने मुझे और कुछ तो नहीं बताया लेकिन मैं जल्दी से तैयार हुआ और अपनी बहन के घर चला गया मैं जब अपनी बहन के घर पहुंचा तो मैंने देखा उसके पति की तबीयत काफी ज्यादा खराब थी और उन्हें मुझे अस्पताल लेकर जाना पड़ा। जब मैं उनको अस्पताल लेकर गया तो मैंने उनको वही एडमिट करवा दिया था अस्पताल में एडमिट करवाने के बाद मैंने अपनी बहन से पूछा तो उसने मुझे बताया कि आज सुबह से ही इनकी काफी ज्यादा तबीयत खराब थी पहले तो मुझे लगा कि ठीक हो जाएगी लेकिन जब इनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी तो मैं बहुत ज्यादा घबरा गई थी। मैंने अपनी बहन को कहा कि तुम्हें मुझे पहले ही यह सब बता देना चाहिए था वह मुझे कहने लगी भैया मुझे लगा था कि उनकी तबीयत ठीक हो जाएगी लेकिन इनकी तबीयत तो ठीक ही नहीं हुई। मैं और मेरी बहन साथ में बैठे हुए थे डॉक्टर ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है पेट में कुछ गलत खाने की वजह से तकलीफ हो गई थी।
डॉक्टर ने उन्हें दवाई भी दी थी और हम लोग अब उन्हें घर लेकर आ गए थे मैंने अपनी बहन को कहा कि यदि कोई परेशानी होगी तो तुम मुझे फोन कर देना वह कहने लगे ठीक है भैया। मैं अब घर वापस लौट चुका था मैं जब घर वापस आया तो मेरी पत्नी ने पूछा कि अब आनंद कैसे हैं तो मैंने अपनी पत्नी को कहां वह पहले से ठीक है। मैं और मेरी पत्नी साथ में बैठे हुए थे और बात कर रहे थे वह मुझे कहने लगी कि आज मैं सोच रही हूं कि अपनी सहेली को घर बुला लूं। मैंने उसे कहा कि हां तुम अपनी सहेली को घर पर बुला लो वैसे भी मैं अपने किसी काम से अभी जा रहा हूं। मुझे अपने काम के सिलसिले में अपने एक दोस्त से मिलना था और मैं उससे मिलने के लिए जाने वाला था मैं तैयार होने के लिए चला गया। मैं नहा कर जब निकला तो मैं तैयार हो चुका था उसके बाद मैं अपने दोस्त को मिलने के लिए चला गया मैंने अपनी पत्नी से कहा कि यदि कोई जरूरी काम होगा तो तुम मुझे फोन कर देना। मैं अब अपने दोस्त के घर पहुंच गया जब मैं उसके घर पर पहुंचा तो उससे उस दिन बिजनेस को लेकर मेरी काफी देर तक बात हुई।
शाम के वक्त मैं घर लौटा तो मेरी पत्नी घर पर नहीं थी मैंने घर का दरवाजा खोला और मैंने उसे फोन किया तो वह मुझे कहने लगी कि मैं अपनी सहेली के साथ शॉपिंग करने के लिए आ गई थी। मैंने अपनी पत्नी से कहा लेकिन तुम्हें मुझे बताना तो चाहिए था वह कहने लगी कि मैं आपको बताना चाहती थी लेकिन हम लोग बहुत जल्दी में थे और मैं आपको बता ना सकी मैंने उसे कहा कोई बात नहीं मैं तुम्हारा घर पर इंतजार कर रहा हूं। मैं घर पर बैठा हुआ था थोड़ी देर बाद मेरी पत्नी भी आ चुकी थी और जब वह आई तो मैंने उससे पूछा कि आज तो तुमने काफी शॉपिंग कर ली है। वह मुझे कहने लगी कि मेरी सहेली ने मुझसे जिद की और कहा कि तुम मेरे साथ चलो इसलिए मुझे उसके साथ जाना पड़ा और मैंने भी सोचा कि मैं भी अपने लिए शॉपिंग कर लेती हूं। हम दोनों की शादी को 4 वर्ष हो चुके हैं और मेरे माता पिता के देहांत के बाद सारी जिम्मेदारी मेरे ऊपर ही आ गई थी इसलिए मैंने काफी देर से शादी की। मैंने अपनी बहन की शादी भी करवा दी थी उसके बाद ही मैंने अपनी शादी कि। अगले दिन मुझे अपने ऑफिस जाना था मैं जल्दी तैयार हुआ और अपने ऑफिस चला गया मैं जब अपने ऑफिस पहुंचा तो दोपहर के वक्त मैं अपने केबिन में बैठा हुआ था। हमारे ऑफिस में काम करने वाले राजेश ने मुझसे कहा कि सर मुझे कुछ दिनों के लिए छुट्टी चाहिए मैंने उससे पूछा लेकिन तुम्हें छुट्टी किस लिए चाहिए तो वह मुझे कहने लगा कि सर मेरी शादी है और अपनी शादी के लिए मुझे छुट्टी चाहिए थी। मैंने उसे कहा ठीक है तुम कुछ दिनों के लिए छुट्टी ले लेना और उसके बाद वह मेरे केबिन से चला गया मैं अपने केबिन में ही बैठा हुआ था। मेरे ऑफिस में काम करने वाली रिसेप्शनिस्ट जब मेरे पास आई और कहने लगी कि सर आपसे मिलने के लिए कोई आए हुए हैं तो मैंने उसे कहा तुम उन्हें अंदर भेज दो और उसने उन्हें अंदर भेज दिया। मैंने देखा कि वह मेरे पुराने मित्र हैं और उनसे मिल कर मैं बहुत खुश हुआ उनसे काफी वर्षों बाद मेरी मुलाकात हो रही थी मैंने उनसे कहा कि आज आप ऑफिस में कैसे आ गए।
वह मुझे कहने लगे कि हम आपसे मिलने के लिए तो हमे समय निकालना पड़ा मैंने उन्हें कहा कि आप मुझे शर्मिंदा मत कीजिए मैं और वह दोनों साथ में बैठे हुए थे मैंने उनसे पूछा कि आपका काम कैसा चल रहा है। वह मुझे कहने लगे कि मेरा काम भी अच्छा चल रहा है उनका नाम मोहन है मोहन पहले हमारी कॉलोनी में ही रहते थे लेकिन अब उन्होंने दूसरी जगह घर बना लिया है इसलिए वह वहां शिफ्ट हो चुके हैं और हमारी कॉलोनी वाला घर उन्होंने बेच दिया है। मोहन के पिताजी और मेरे पिताजी के बीच बहुत अच्छी दोस्ती थी और वह लोग पहले अक्सर हमारे घर पर आया जाया करते थे। मोहन मुझे कहने लगे कि सुरेश कभी आप हमारे घर पर भी आइए तो मैंने उन्हें कहा जरूर जब मुझे समय मिलेगा तो मैं जरूर आपके घर पर आऊंगा उन्होंने मुझसे कहा कि अब मुझे इजाजत दीजिए मैं चलता हूं और वह अब चले गए। मैं भी उस दिन जल्दी घर चला गया मैं जब घर पहुंचा तो मेरी पत्नी अनामिका मेरा इंतजार कर रही थी और अनामिका ने मुझसे कहा कि आज आप जल्दी आ गए।
मैंने उसे कहा आज मेरा काम करने का मन नहीं था इसलिए मैंने सोचा कि घर जाकर कुछ देर आराम कर लेता हूं तो अनामिका मुझसे पूछने लगी कि सुरेश क्या आपकी तबीयत तो ठीक है। मैंने अनामिका को कहा हां मेरी तबीयत तो ठीक है ना मेरी तबीयत को क्या होगा मैंने अनामिका को कहा लेकिन मैं कुछ देर आराम करना चाहता हूं और मैं अपने बेडरूम में चला गया। मैं कुछ आराम करना चाहता था मुझे काफी थकान महसूस हो रही थी मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरी आंख लग गई और मैं बहुत गहरी नींद में सो चुका था। मैं काफी गहरी नींद में सो रहा था लेकिन जब मुझे एहसास हुआ कि कोई मेरे पैरों को दबा रहा है तो मैंने अपनी आंखों को खोली मैंने जब देखा अनामिका मेरे पैरों को दबा रही थी। मैंने अनामिका से कहा तुम रहने दो, वह कहने लगी सुरेश मुझे लगा कि तुम बहुत ज्यादा थक चुके हो। मैंने उसे कहा कोई बात नहीं मैं अभी लेटा हुआ हूं लेकिन अनामिका मेरे पैरों को दबा रही थी। वह मेरे पैरो को दबाती तो उसके स्तन बाहर की तरफ दिख रहे थे। मैंने उसे अपने पास बैठने के लिए कहा वह मेरे पास आकर बैठी जब वह मेरे पास आकर बैठी तो मैंने उसके ब्लाउज को उतारते हुए उसके स्तनों को अपने हाथों से दबाया। वह कहने लगी लगता है आपका मन आज सेक्स करने का होने लगा है? मैंने उसे कहा हम लोगों को काफी दिन हो चुके हैं जबसे हम लोगों ने सेक्स नहीं किया है। अनामिका ने भी अपनी साड़ी उतार दी और मेरे सामने वह नंगी लेटी हुई थी। मै उसकी चूत के अंदर उंगली डाल रहा था वह मेरे लंड को हिलाने लगी। उसने मुझे कहा हम लोग 69 पोज मे एक दूसरे को मजे देते हैं। हम दोनों एक दूसरे के साथ 69 मे पूरी तरीके से मजे करने लगे मैंने उसकी चूत के अंदर अपनी जीभ डाल दी। उसकी चूत को मै अच्छे तरीके से चाटने लगा मैंने उसकी चूत से पूरी तरीके से पानी बाहर निकाल दिया था। अनामिका इस बात से बहुत ज्यादा खुश हो गई थी वह मुझे कहने लगी मैं अपने आपको नहीं रोक पा रही हूं। मैंने उसे कहा रोक तो मैं भी अपने आपको नहीं पा रहा हूं।
मैंने उसकी चूत के अंदर लंड घुसाना शुरू किया वह बड़ी तेजी से चिल्लाने लगी और मुझे कहने लगी कितने समय बाद आज आप मुझे चोद रहे हैं। मैंने उसे कहा मुझे बहुत मजा आ रहा है मैंने उसके दोनों पैरों को खोल दिया और अपनी पूरी ताकत के साथ मे उसे धक्के देने लगा। थोड़ी देर बाद मैंने उसके दोनों पैरों को अपने कंधों पर रखा और मैंने उसे तेजी से धक्के दिए वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा है। वह अपने पैरों को खोलने लगी जब वह अपने पैरों को खोल रही थी तो मैं उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को कर रहा था जिससे कि वह बहुत ज्यादा खुश नजर आ रही थी। जब मैंने उसे डॉगी स्टाइल में चोदा तो मेरा मन उसकी गांड मारने का होने लगा। मैने अनामिका से पूछा तो वह बोली तुम्हें मुझसे पूछने की क्या जरूरत है।
मैंने उसे कहा मैं अपने लंड को तेल की मालिश कर रहा हूं मैंने तेल की मालिश की जब मैने अनामिका की गांड के अंदर अपने लंड को घुसाया तो मेरा मोटा लंड उसकी गांड के अंदर चला गया। जिससे कि वह बहुत तेजी से चिल्लाई और मुझे कहने लगी मै अपने आपको बिल्कुल मैं रोक नहीं पाऊगी। उसने मुझे कहा तुम मुझे अब ऐसे ही धक्के देते रहो मैंने उसे बड़ी तेज गति से धक्के देने शुरू कर दिए थे और जिस तेज गति से मै उसे धक्के दे रहा था उससे मुझे बहुत ही मजा आ रहा था। मैं उसे लगातार तेजी से धक्के देता रहा वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा है। मैंने उसे कहा आज कितने दिनों बाद मै तुम्हारी गांड के मजे ले रहा हूं। वह बहुत ज्यादा खुश हो गई थी उसने मेरा साथ बडे अच्छे से दिया उसके बाद मेरा वीर्य बाहर की तरफ को निकलने वाला था। मैंने उसे कहा मुझे लगता है मेरा वीर्य गिरने वाला है। अनामिका कहने लगी तुम अपने वीर्य को मेरी गांड के अंदर गिरा दो। मैंने भी अनामिका की गांड के अंदर ही अपने वीर्य को गिरा दिया। उसके बाद हम दोनों एक दूसरे की बाहों मे थे। अनामिका ने मेरा साथ दिया उससे मेरी सारी थकान दूर हो गई और मैं बहुत ही ज्यादा खुश था। मैने उसे कहा आज तुम्हारी गांड इतने समय बाद मारी तो मजा आ गया।
डॉक्टर ने उन्हें दवाई भी दी थी और हम लोग अब उन्हें घर लेकर आ गए थे मैंने अपनी बहन को कहा कि यदि कोई परेशानी होगी तो तुम मुझे फोन कर देना वह कहने लगे ठीक है भैया। मैं अब घर वापस लौट चुका था मैं जब घर वापस आया तो मेरी पत्नी ने पूछा कि अब आनंद कैसे हैं तो मैंने अपनी पत्नी को कहां वह पहले से ठीक है। मैं और मेरी पत्नी साथ में बैठे हुए थे और बात कर रहे थे वह मुझे कहने लगी कि आज मैं सोच रही हूं कि अपनी सहेली को घर बुला लूं। मैंने उसे कहा कि हां तुम अपनी सहेली को घर पर बुला लो वैसे भी मैं अपने किसी काम से अभी जा रहा हूं। मुझे अपने काम के सिलसिले में अपने एक दोस्त से मिलना था और मैं उससे मिलने के लिए जाने वाला था मैं तैयार होने के लिए चला गया। मैं नहा कर जब निकला तो मैं तैयार हो चुका था उसके बाद मैं अपने दोस्त को मिलने के लिए चला गया मैंने अपनी पत्नी से कहा कि यदि कोई जरूरी काम होगा तो तुम मुझे फोन कर देना। मैं अब अपने दोस्त के घर पहुंच गया जब मैं उसके घर पर पहुंचा तो उससे उस दिन बिजनेस को लेकर मेरी काफी देर तक बात हुई।
शाम के वक्त मैं घर लौटा तो मेरी पत्नी घर पर नहीं थी मैंने घर का दरवाजा खोला और मैंने उसे फोन किया तो वह मुझे कहने लगी कि मैं अपनी सहेली के साथ शॉपिंग करने के लिए आ गई थी। मैंने अपनी पत्नी से कहा लेकिन तुम्हें मुझे बताना तो चाहिए था वह कहने लगी कि मैं आपको बताना चाहती थी लेकिन हम लोग बहुत जल्दी में थे और मैं आपको बता ना सकी मैंने उसे कहा कोई बात नहीं मैं तुम्हारा घर पर इंतजार कर रहा हूं। मैं घर पर बैठा हुआ था थोड़ी देर बाद मेरी पत्नी भी आ चुकी थी और जब वह आई तो मैंने उससे पूछा कि आज तो तुमने काफी शॉपिंग कर ली है। वह मुझे कहने लगी कि मेरी सहेली ने मुझसे जिद की और कहा कि तुम मेरे साथ चलो इसलिए मुझे उसके साथ जाना पड़ा और मैंने भी सोचा कि मैं भी अपने लिए शॉपिंग कर लेती हूं। हम दोनों की शादी को 4 वर्ष हो चुके हैं और मेरे माता पिता के देहांत के बाद सारी जिम्मेदारी मेरे ऊपर ही आ गई थी इसलिए मैंने काफी देर से शादी की। मैंने अपनी बहन की शादी भी करवा दी थी उसके बाद ही मैंने अपनी शादी कि। अगले दिन मुझे अपने ऑफिस जाना था मैं जल्दी तैयार हुआ और अपने ऑफिस चला गया मैं जब अपने ऑफिस पहुंचा तो दोपहर के वक्त मैं अपने केबिन में बैठा हुआ था। हमारे ऑफिस में काम करने वाले राजेश ने मुझसे कहा कि सर मुझे कुछ दिनों के लिए छुट्टी चाहिए मैंने उससे पूछा लेकिन तुम्हें छुट्टी किस लिए चाहिए तो वह मुझे कहने लगा कि सर मेरी शादी है और अपनी शादी के लिए मुझे छुट्टी चाहिए थी। मैंने उसे कहा ठीक है तुम कुछ दिनों के लिए छुट्टी ले लेना और उसके बाद वह मेरे केबिन से चला गया मैं अपने केबिन में ही बैठा हुआ था। मेरे ऑफिस में काम करने वाली रिसेप्शनिस्ट जब मेरे पास आई और कहने लगी कि सर आपसे मिलने के लिए कोई आए हुए हैं तो मैंने उसे कहा तुम उन्हें अंदर भेज दो और उसने उन्हें अंदर भेज दिया। मैंने देखा कि वह मेरे पुराने मित्र हैं और उनसे मिल कर मैं बहुत खुश हुआ उनसे काफी वर्षों बाद मेरी मुलाकात हो रही थी मैंने उनसे कहा कि आज आप ऑफिस में कैसे आ गए।
वह मुझे कहने लगे कि हम आपसे मिलने के लिए तो हमे समय निकालना पड़ा मैंने उन्हें कहा कि आप मुझे शर्मिंदा मत कीजिए मैं और वह दोनों साथ में बैठे हुए थे मैंने उनसे पूछा कि आपका काम कैसा चल रहा है। वह मुझे कहने लगे कि मेरा काम भी अच्छा चल रहा है उनका नाम मोहन है मोहन पहले हमारी कॉलोनी में ही रहते थे लेकिन अब उन्होंने दूसरी जगह घर बना लिया है इसलिए वह वहां शिफ्ट हो चुके हैं और हमारी कॉलोनी वाला घर उन्होंने बेच दिया है। मोहन के पिताजी और मेरे पिताजी के बीच बहुत अच्छी दोस्ती थी और वह लोग पहले अक्सर हमारे घर पर आया जाया करते थे। मोहन मुझे कहने लगे कि सुरेश कभी आप हमारे घर पर भी आइए तो मैंने उन्हें कहा जरूर जब मुझे समय मिलेगा तो मैं जरूर आपके घर पर आऊंगा उन्होंने मुझसे कहा कि अब मुझे इजाजत दीजिए मैं चलता हूं और वह अब चले गए। मैं भी उस दिन जल्दी घर चला गया मैं जब घर पहुंचा तो मेरी पत्नी अनामिका मेरा इंतजार कर रही थी और अनामिका ने मुझसे कहा कि आज आप जल्दी आ गए।
मैंने उसे कहा आज मेरा काम करने का मन नहीं था इसलिए मैंने सोचा कि घर जाकर कुछ देर आराम कर लेता हूं तो अनामिका मुझसे पूछने लगी कि सुरेश क्या आपकी तबीयत तो ठीक है। मैंने अनामिका को कहा हां मेरी तबीयत तो ठीक है ना मेरी तबीयत को क्या होगा मैंने अनामिका को कहा लेकिन मैं कुछ देर आराम करना चाहता हूं और मैं अपने बेडरूम में चला गया। मैं कुछ आराम करना चाहता था मुझे काफी थकान महसूस हो रही थी मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरी आंख लग गई और मैं बहुत गहरी नींद में सो चुका था। मैं काफी गहरी नींद में सो रहा था लेकिन जब मुझे एहसास हुआ कि कोई मेरे पैरों को दबा रहा है तो मैंने अपनी आंखों को खोली मैंने जब देखा अनामिका मेरे पैरों को दबा रही थी। मैंने अनामिका से कहा तुम रहने दो, वह कहने लगी सुरेश मुझे लगा कि तुम बहुत ज्यादा थक चुके हो। मैंने उसे कहा कोई बात नहीं मैं अभी लेटा हुआ हूं लेकिन अनामिका मेरे पैरों को दबा रही थी। वह मेरे पैरो को दबाती तो उसके स्तन बाहर की तरफ दिख रहे थे। मैंने उसे अपने पास बैठने के लिए कहा वह मेरे पास आकर बैठी जब वह मेरे पास आकर बैठी तो मैंने उसके ब्लाउज को उतारते हुए उसके स्तनों को अपने हाथों से दबाया। वह कहने लगी लगता है आपका मन आज सेक्स करने का होने लगा है? मैंने उसे कहा हम लोगों को काफी दिन हो चुके हैं जबसे हम लोगों ने सेक्स नहीं किया है। अनामिका ने भी अपनी साड़ी उतार दी और मेरे सामने वह नंगी लेटी हुई थी। मै उसकी चूत के अंदर उंगली डाल रहा था वह मेरे लंड को हिलाने लगी। उसने मुझे कहा हम लोग 69 पोज मे एक दूसरे को मजे देते हैं। हम दोनों एक दूसरे के साथ 69 मे पूरी तरीके से मजे करने लगे मैंने उसकी चूत के अंदर अपनी जीभ डाल दी। उसकी चूत को मै अच्छे तरीके से चाटने लगा मैंने उसकी चूत से पूरी तरीके से पानी बाहर निकाल दिया था। अनामिका इस बात से बहुत ज्यादा खुश हो गई थी वह मुझे कहने लगी मैं अपने आपको नहीं रोक पा रही हूं। मैंने उसे कहा रोक तो मैं भी अपने आपको नहीं पा रहा हूं।
मैंने उसकी चूत के अंदर लंड घुसाना शुरू किया वह बड़ी तेजी से चिल्लाने लगी और मुझे कहने लगी कितने समय बाद आज आप मुझे चोद रहे हैं। मैंने उसे कहा मुझे बहुत मजा आ रहा है मैंने उसके दोनों पैरों को खोल दिया और अपनी पूरी ताकत के साथ मे उसे धक्के देने लगा। थोड़ी देर बाद मैंने उसके दोनों पैरों को अपने कंधों पर रखा और मैंने उसे तेजी से धक्के दिए वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा है। वह अपने पैरों को खोलने लगी जब वह अपने पैरों को खोल रही थी तो मैं उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को कर रहा था जिससे कि वह बहुत ज्यादा खुश नजर आ रही थी। जब मैंने उसे डॉगी स्टाइल में चोदा तो मेरा मन उसकी गांड मारने का होने लगा। मैने अनामिका से पूछा तो वह बोली तुम्हें मुझसे पूछने की क्या जरूरत है।
मैंने उसे कहा मैं अपने लंड को तेल की मालिश कर रहा हूं मैंने तेल की मालिश की जब मैने अनामिका की गांड के अंदर अपने लंड को घुसाया तो मेरा मोटा लंड उसकी गांड के अंदर चला गया। जिससे कि वह बहुत तेजी से चिल्लाई और मुझे कहने लगी मै अपने आपको बिल्कुल मैं रोक नहीं पाऊगी। उसने मुझे कहा तुम मुझे अब ऐसे ही धक्के देते रहो मैंने उसे बड़ी तेज गति से धक्के देने शुरू कर दिए थे और जिस तेज गति से मै उसे धक्के दे रहा था उससे मुझे बहुत ही मजा आ रहा था। मैं उसे लगातार तेजी से धक्के देता रहा वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा है। मैंने उसे कहा आज कितने दिनों बाद मै तुम्हारी गांड के मजे ले रहा हूं। वह बहुत ज्यादा खुश हो गई थी उसने मेरा साथ बडे अच्छे से दिया उसके बाद मेरा वीर्य बाहर की तरफ को निकलने वाला था। मैंने उसे कहा मुझे लगता है मेरा वीर्य गिरने वाला है। अनामिका कहने लगी तुम अपने वीर्य को मेरी गांड के अंदर गिरा दो। मैंने भी अनामिका की गांड के अंदर ही अपने वीर्य को गिरा दिया। उसके बाद हम दोनों एक दूसरे की बाहों मे थे। अनामिका ने मेरा साथ दिया उससे मेरी सारी थकान दूर हो गई और मैं बहुत ही ज्यादा खुश था। मैने उसे कहा आज तुम्हारी गांड इतने समय बाद मारी तो मजा आ गया।