प्रमोशन से कायम पति और पत्नी का रिश्ता

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प्रमोशन से कायम पति और पत्नी का रिश्ता

ये स्टोरी है एक पति की जो आधा पागल था(पतला, लंबा, छोटे बालो वाला, गोरा). एक बेटे की जो बिगड़ा हुआ था (काला, मोटा, लंबा, तोतला) और एक औरत मंजू की जो सावित्री के पल्लू के अंदर रंडी बाज़ी करती थी (गोरी, ऊची चुचि, कटीला बदन, लाल चूत, सुरीली आवाज़, लंबे बाल नरम नरम बदन). मंजू जैसी औरते

समाज मैं कम होती है लेकिन होती है. ऐसी औरतो की सेक्स करने के लिए पागल रहती है.सभी पात्र वास्तविक है, बस फ़र्क यही है की तीनो पात्र एक घर मैं एक साथ दिखना मुश्किल है.अगर आप कभी शहर के पिछड़े क्षेत्र मैं जाओगे तो आपको ऐसे लोग ज़रूर मिलेंगे.आप को तो परिस्थिति समझ मैं आ गयी होगी.

अब स्टोरी पर आते है..पति (महेश) एक दिन गुस्से मैं घर आता है. बेटा ( राजू ) पी.सी पर गेम्स खेल रहा होता है, और माँ (मंजू ) किचन मैं खाना बना रही होती है. पति का पारा चढ़ा हुआ होता है, वो मंजू को गुस्से से पुकारता है, "रंडी , बाहर आजा, आज मैं तुझे नही छोड़ूँगा, तुने हमारी इज़्ज़त का कचरा कर दिया है, साली कुत्तों की औलाद, बाहर आ". मंजू बाहर आकर कहती है, "डार्लिंग, क्या हुआ क्यों चिल्ला रहे हो". और पति के हाथ मैं डंडा देख कर चौक जाती है. राजू बाप का हाथ पकड़ कर कहता है, "बापू मत मारो माँ को". बाप बेटे को धकेल कर कहता है, "आज मैं इस रंडी को छोड़ूँगा नही, . महोल्ले मैं हमारी नाक कटा दी है, सड़क पर लोग हमे देख कर हँसते है". मंजू कहती है, "मैने किया क्या है? आप बताओ". पति ये सवाल सुनकर और बौखला जाता है, डंडा ज़मीन पर पटक कर, मंजू के बाल खीचता हे और जमीन पर गिरा देता हे .

मंजू रोते हुए डंडा दूर फेक देती है. बेटा बाप के पास जाकर कहता है क्या हुआ पापा, माँ ने और कोई नई ग़लती कर दी क्या.महेश नीचे बैठ जाता है और रोते हुए अपना माथा फोड़ते हुए कहता है, मैने क्या पाप किया था की ऐसी पत्नी हमे मिली. महेश अपनी पेन्ट से मोबाइल निकालता है और बेटे के हाथ मैं दे देता है, और कहता है, "इस में जो MMS हे उसे खोल कर देख". बेटा विडियो मैं देखता है तो एक विडियो देखता है. बेटा ओपन करता है. MMS मैं एक औरत दो आदमी के साथ सेक्स कर रही थी, फेस छिपा हुआ था पर आवाज़ तो माँ की ही थी. बेटा कहता है, "बापू इस में जो औरत है वो माँ है आप कैसे बोल सकते हो?".महेश गुस्से में कहता है, "हमे कैसे पता !!!". उठकर पागलो की तरह अपनी पत्नी को देखता है, और एक ज़ोरदार गाल पर मारता है. बेटा के मुहँ से माँ !! निकली. बेटे का माँ के प्रती फिक्र देख, वो कहता है, "जानना चाहता है हमे कैसे पता". वो ज़ोर से मंजू के बाल खीचता है मंजू चिलाती है. महेश कहता है, "आवाज़ सुनी, वही आवाज़ इस MMS मैं है ध्यान से सुन". बेटा कुछ नही कहता. महेश फिर जोश मैं मंजू को अपनी गोद मैं पेट के बल सुला देता है और मंजू की साड़ी को ऊपर कर देता है और चड्डी नीचे कर देता है. राजू के सामने मंजू की गांड पर मस्सा दिखाकर कहता है, "देख ये है तेरी माँ की पहचान".बेटा कुछ नही बोलता, चुप हो जाता है.महेश कहता है, और देखना चाहता है?. राजू की आँखों मैं सवाल था और क्या. महेश मंजू की गांड और चूत फैला कर दिखा कर कहता है, "देख तेरी माँ की असली तस्वीर, देख !!!, गांड का छेद देख कितना बड़ा है, चूत का रंग देख लगता है की चूत मैं रोज़ कोई ना कोई हल जोतने आता है. इस MMS मैं औरत के गांड पर जो तिल है वो ही तिल तेरी माँ की गांड पर है, ध्यान से देख" महेश कहते कहते चूत और गांड को दोनो हाथो से. फैला कर दिखा रहा था.

मंजू रोते रोते कहती है, "बस कीजिए, में आपके सामने हाथ जोड़ती हूँ , हमारे बेटे के सामने हमे और ज़लील मत कीजिए". महेश कहता है, "तुम्हारे बेटे ने अभी देखा ही क्या है, अब इसे जानना चाहिए की ये किस किस के और कितने लंड के पानी से बना हुआ है".राजू कहता है, "माँ क्या ये सच है?". मंजू वैसे हो पेट के बल, महेश की गोद मैं थी और महेश मंजू की गांड और चूत को फैला कर राजू को दिखा रहा था.मंजू रोते रोते अपनी दास्तान बताने लगी. जेसे जेसे मंजू बोल रही थी चूत और गांड के लिप्स भी हिल रहे थे और सांस ले रहे थे.बाप बेटे का ध्यान उसी पर था, "मंजू हाँ बेटा मैं आज तुझे सब बताती हू,. मैं जब 16 साल की थी तब से रंडी बाजी करती थी, घर से 3-4 बार भाग चुकी थी, हमारे बाप ने हमे बहुत बार छोड़ा था, पर वो हमारा भला भी चाहते थे इसलिए हमारी शादी भले इंसान से कर दी पर सेक्स की भूख बढ़ती गयी, और बढ़ती गयी.हमारे महोल्ले मैं बनवारी चाचा हमे रोज़ चोदने घर आते थे, जब तो स्कूल जाता, तब उनके एक दो दोस्त हमे घर पर मिलते थे..हमे डर था की घर की इज़्ज़त ख़तरे मैं ना पड़े इसलिए मैं उनके घर और कई लोगो के घर कामवाली बनकर काम करने जाती. पर असल कामवाली के काम कभी किये नही.वो लोग हमे रेस्टोरेंट मैं खाना खिलाते मूवी दिखाते.साड़ी खरीद के देते, बड़ा मज़ा आता था..एक दिन तुम्हारे पापा ने हमे रंगे हाथ पकड़ लिया, मैं नंगी दो लोगो के साथ थ्रीसम कर रही थी तब... क्या था तुम्हारे पापा ने हमारा खर्चा पानी बंद कर दिया..घर मैं ही क़ैद कर दिया.पर मैने हार नही मानी .महोल्ले के अकरम चाचा, तेरा अमीर दोस्त घनश्याम और 3,4 लोगो के साथ हफ्ते मैं एक बार तो सेक्स करती हूँ ..हमारी भूख इतनी बढ़ गयी है की एक टाइम पर 2 लोग लगते है.तेरे बाप मैं दम नही है 2 मिनिट मैं ही लंड ढीला पड़ जाता है. आंखिर तुम ही कहो की मैं क्या करती..एक दिन तुम्हारे बापू के दो दोस्त घर आए थे,, उनको ऐसा नज़ारा दिखाया की घर का रास्ता नही भूले.ये MMS उनका और हमारा है इसी बेड पर लिया है, हमे नही पता था की बात यहाँ तक पहुचं जाएगी".महेश निराशाजनक आवाज़ मैं बोला, "तुमने हमारे प्यार के साथ खेला है, इज़्ज़त के साथ खेला है, पता है ये MMS हमे किसने दिया है पता है?".

मंजू महेश की गोद से नीचे उतरती है और महेश को सवालो भरी नज़र से देखती रही. बेटे ने पूछा किसने दिया है बापू..महेश बोला हमारे बॉस ने. दोनो हैरान हो गये.महेश बोला आज के बाद तुम किसी पराये मर्द के साथ रिश्ता नहीं बनाओंगी वादा करो". मंजू स्ट्रॉंग आवाज़ मैं आँसू पोछते हुए कहती है," मैं वादा करती हूँ". महेश कहता है, "लेकिन!, आज तुम्हे हमारी जॉब को बचाना होगा, हमारा बॉस और उसकी बीवी आज खाने पर आ रहे है, दोनो बहुत चूतक्कड़ है, हमारा जॉब बचा लो". मंजू अपने पति के आँसू पोछती है और कहती है, "मैं आपसे प्यार करती हू, सब कुछ आप पर निर्चावर कर सकती हूँ , हमे माफ़ कर दो, पर मैं क्या करती अपने मन पर काबू नही है". महेश बोला, आज के बाद तुम सिर्फ़ हमारी हो हमारी रहोगी".मंजू कहती है, "मैं हमेशा आपकी ही रहूंगी". दोनो एक दुसरे को देखते है और किस करना स्टार्ट कर देते है.राजू दोनो को देख वापस पी.सी पर गेम खेलने चल जाता है. मंजू बोलती है, "हटो जी, हमे बहुत काम है, घर की सफाई करनी है, आपके लिए नाश्ता बना देती हूँ".महेश कहता है "सॉरी!". मंजू कहती है, "इट्स ऑल राईट , लव यू ". फिर दोनो काम पर लग जाते है, मंजू शाम की तेयारी करती है और महेश साफ सफाई करता है.शाम को 7 बजे बॉस और वाइफ आती है. सब मिलकर हॉल मैं शरबत पीते है और यहाँ वाहा की बाते करते है. बॉस मंजू को गंदी नज़र से देखता है, और जुबान से गंदे इशारे करता है, मंजू इसका जवाब स्माइल से देती है. महेश अपने बच्चे को बेडरूम मैं भेज देता है. बात करते करते महेश बोलता है, बॉस अपनी वाइफ (मोहिनी) को कहता है, "तुझे मैं एक मस्त विडियो क्लिप दिखाता हूँ ".और मोबाइल हाथ मैं पकड़ा देता है, मोहिनी कहती है, "ओह ...ये क्या दो को एक साथ..आपके ऑफिस मैं जो पार्वती है उसकी है ना?". बॉस ने कहा नो. मोहिनी क्लिप देख कर बोली, " आवाज़ कुछ पहचानी लग रही है". बॉस और महेश हँसने लगे. महेश कहता है बॉस, खाना हो ज़ाये? . बॉस कहता है, "हाँ टाइम पर खाना ज़रूरी है नही तो ऑफीस मैं प्रोब्लम हो जाती है". मंजू खाना परोसती है. सब डाइनिंग टेबल पर खाना खाना स्टार्ट करते है. फर्स्ट नीवाला डालते ही बॉस खुश हो जाता है और कहता है की खाना बहुत अच्छा है. मंजू थैंक्स कहती है. बॉस कहता है, इसका इनाम तुम्हे मैं ज़रूर दूँगा". मंजू थैंक्स कहती है. राजू अंदर बेडरूम मैं ही पढ़ते पढ़ते खाना खा लेता है.खाना खाने के बाद बॉस और मोहिनी बहुत तारीफ करते है. बॉस कहता है, "महेश बहुत मेंहनती है, बहुत लगन से काम करता है, अगर तुम्हे कुछ सीखना हो ऑफिस का तो महेश के पास आया करो". मोहिनी कहती है, "आपने कहा तो भरोसे का आदमी ही होगा, इसको तो देखना पड़ेगा क्या क्या सिखाता है". बॉस बोला, "तुम बहुत शरारती हो". महेश कहता है, "बॉस आप ड्रिंक लेंगे?". मोहिनी बीच मैं कहती है आज सोमवार है,"हम नही ले सकते". महेश कहता है, "सर, सॉरी भूल गया था, फिर क्या करे आप बताओ". बॉस कहता है चलो बाहर एक राउंड मारकर आते है. सब बाहर पार्क मैं गये. वाहा पर बहुत सारे कपल बैठे थे, एक दूसरे से चिपके और एक दूसरे मैं फंसे हुए. मोहिनी महेश को पूछती है कुछ ऑफिस की बात हो ज़ाये. महेश कहता है हाँ क्यो नही. वो दोनो आगे निकल जाते है. बॉस और मंजू पीछे रह जाते है.

बॉस मंजू को कहता हें की खाना अच्छा था, मंजू कहती है इनाम क्या मिलेगा?. बॉस कहता है जो माँगो वो दूँगा. मंजू बॉस को प्यार भरी नज़र और सेक्सी स्माइल देती है. बॉस समझ जाता है और मंजू का हाथ पकड़कर झाड़ियो मैं घुस कर दोनो चूमन छाती करते है.वाहा मोहिनी महेश को बताओ बताओ पूछती है, की MMS किसका था. महेश मुस्कुराकर कहता है मंजू का है, मोहिनी के बदन मैं आजीब सा करंट दौड़ जाता है. मोहिनी कहती है, हमारे साथ वोंहि करो जो मंजू के साथ किया. महेश कहता है, बॉस को पूछना पड़ेगा, मोहिनी कहती है, "अभी हमारी चूत मैं खुजली हो रही है, यही पर खुजली करके दो, इट्स मी ऑर्डर". और मोहिनी महेश को खीचं कर झाड़ी मैं ले जाती है. महेश मोहिनी की साड़ी उठाकर चड्डी नीचे करता है और चूत को कुत्ते की तरह चाटने लगता है. 45 मिनिट के बाद बॉस महेश को फोन करता है और चारो फिर से मिल जाते है और घर लौटते है. राजू पढ़ाई ख़त्म करके टी.वी देख रहा होता है और बॉस को फिर से देख हैरान हो जाता है. बॉस कहता है, "महेश, अंदर चलेंगे, बेडरूम मैं". महेश को ऐतराज़ था पर वो कुछ नही बोल पाया. महेश राजू को कहता है की हॉल मैं ही सो ज़ाये बॉस की तबीयत ठीक नही है वो बेडरूम मैं सो ज़ाएँगे. बॉस का लंड टाइट था, मोहिनी की चूत गीली थी. दोनो पति और पत्नी को बिस्तर मैं खीचं लाते है. महेश कहता है, "विंडो एंड डोर क्लोज़ कर लेता हू". बॉस और मोहिनी मना कर देते है. उन्हे खुले मैं और लाइट में सेक्स करना पसंद था. महेश का घर ग्राउंड फ्लोर पर था और बाहर के लोगो को आसानी से अंदर का नज़ारा दिख जाता था. महेश का टेन्शन से लंड फिर ढीला हो गया पर वो क्या करता, बदनामी मंज़ूर थी. बॉस और महेश ने सेक्स का प्रोग्राम स्टार्ट किया. मोहिनी महेश से नॉटी बाते करके हंसी जा रही थी.महेश को इस बात की टेन्शन थी की राजू सुन लेगा, पर इस पर भी वो क्या करता?. वो लोग 69 पोज़िशन मैं काफ़ी देर बने रहे, एक दूसरे के गांड मैं पेन या पेन्सिल डाल कर गेम की तरह खेलते रहे, लंड और चूत चटवाते रहे. फिर मोहिनी और मंजू दोनो एक दूसरे के बगल मैं घोड़ी बने खड़े हो गये. नेक्स्ट गेम मैं मंजू की गांड मैं उंगली डाली और पूछा की किसकी उंगली है.मंजू का जवाब सही था. नेक्स्ट मोहिनी के साथ भी ऐसा ही किया.गेम यू ही काफ़ी देर चलता रहा. कभी चूत मैं लंड, कभी चूत चाटना, कभी गांड पर तमाशा, कभी, एक की उंगली गांड मैं और एक की उंगली चूत मैं. चारो हँसते हँसते सेक्स गेम खेल रहे थे. राजू को पता था की अंदर सेक्स चल रहा है पर वो हॉल मैं टीवी पर बी.एफ देखने मैं मग्न था. रात काफ़ी हो रही थी, सब ने डिसाइड किया की चुदाई करके सो जाते है.

बॉस और मोहिनी बेड पर सो गये और मंजू बॉस के लंड पर बैठ गयी, महेश मोहिनी के उपर चड़ गया. मंजू महेश से बोली, "काफ़ी दिनों बाद मज़ा आया है, इनको कभी कभी ऐसे ही बुलाया करो". महेश को मंजू की बात पर गुस्सा आया पर सारा गुस्सा पीकर वो बोला, "बॉस, आप को कभी कभी भूख़ लगे तो हमारे घर आइए, हमारी बीवी हमेशा रेडी रहती है". बॉस बोला, "साले, ये क्या बोलने की बात है,ऑफिस से तुम्हे ड्रॉप करने के बाद तेरी बीवी को ले जाया करूँगा".महेश बोला , आप की खुशी मैं हमारा प्रमोशन है". ये सुनकर चारो हँसने लगे.मोहिनी चिल्लाने लगी, "डीपर, हार्डर.ओहो हाँ ". महेश ये सुन कर रेस के घुड़सवार की तरह दौड़ने लगा. मंजू बड़े आराम से सेक्स कर रही थी, उसे पता था की लंड को कैसे कंट्रोल करते है. मोहिनी महेश को कस कर पकड़कर स्मोच करने लगी और महेश ज़ोर से झटके देने लगा. 5 मिनिट मैं ही, महेश झड़ गया. मोहिनी, ने पूछा क्या हुआ?. महेश ने सिर झुका लिया. बॉस देखकर हँसने लगा और मंजू भी. मोहिनी को इतना गुस्सा आया की उसने अपने पति से कहा की उसे तुरंत यहाँ से जाना है. मंजू और बॉस सेक्स करते करते समझा रहे थे. मोहिनी ने नही सुनी. बॉस ने महेश को कहाँ देख, तेरा प्रमोशन तब होगा व्हेन आई ऐम हैप्पी, और मैं हैप्पी तब हो सकता हूँ जब हमारी वाइफ का मूड अच्छा हो, महेश तुम कुछ करो वरना तुम्हारा प्रमोशन ख़तरे मैं है समझो. महेश टेन्शन मैं आ गया और लंड हिलाने लगा, पर खड़ा नही हो रहा था. महेश बोला, "एक ही रास्ता है, राजू !" मंजू झटके देना बंद करके बोली, क्या पागल तो नही हुए हो? मोहिनी बोली चलेगा, "लेकर आओ उसे हमारी चूत को अभी चाहिए जल्दी!!!". बॉस कहता है, जल्दी जाओ. महेश नंगा भागकर हॉल मैं गया, बेटे को समझा दिया. राजू ने फिर एंट्री की अपनी माँ के साइड मैं आ गया, माँ बॉस के उपर थी और वो मोहिनी के उपर. बॉस अब मंजू के उपर आ गया. महेश साइड मैं स्टूल पर बैठकर अपने घरवालो की चुदाई देख रहा था. राजू ने अपने बाप की इज़्ज़त रखी, लगातार, झटके मारता गया, मोहिनी के आँखों मैं आँसू आ गये, पर वो नही रुका, थोड़ा और थोड़ा और करके झटके मारता गया.महेश मोहिनी और मंजू के बोबे दबाने और चाटने का काम करने लगा.ऑलमोस्ट 30 मिनिट के बाद मंजू ने बॉस का लंड मूहँ मैं लिया और कुछ ही देर मैं बॉस झड़ गया राजू शॉट लगाते लगाते बोबे चूसने लगा...मोहिनी की आँखे आधी खुली थी आधी बंद थी.

मोहिनी को लग रह था जैसे वो सेक्स करते करते बेहोश ही हो जायेगी..वो दर्द से चिल्ला रही थी और बीच बीच मैं मून कर रही थी.बॉस और सब की नज़र राजू और मोहिनी पर थी. मोहिनी नही नही बोल रही थी, बॉस एक और एक और बोल रहा था, राजू एक के बाद एक शॉट लगा रहा था. मंजू राजू की गोलियो को सहला रही थी. मोहिनी के बोबे लाल हो गये थे और चूत से इतना पानी निकला की बेड गीला दिख रहा था.राजू ने फिर मोहिनी को उल्टा करने लगा. मोहिनी नहीं नहीं बोल रही थी, पर मदहोशी मैं मोहिनी उल्टी हो गई और राजू ने उसकी गांड को उपर करके घोड़ी बना दिया (सिर नीचे). मोहिनी की चूत और खुल गयी, राजू और नज़दीक आ गया.जैसे ही राजू शॉट मारने लगा मोहिनी ज़ोर से चिल्लाई और रोने लगी.बॉस को अच्छा लग रहा था सब को मज़ा आ रहा था. ये देख कर महेश का लंड फिर से खड़ा हो गया महेश का लंड उसकी पत्नी ने पकड़ रखा था और राजू और मोहिनी का शो देखते देखते महेश के लंड का रस पि गई. महेश अपने लंड से दुबारा रस निकला देख हैरान था.राजू एक , एक करके शॉट लगाता गया और मोहिनी एक के बाद एक झटके लेती गयी. हर बार अम्मा .., अम्मा .. चिल्ला रही थी. मोहिनी का बुरा हाल था. 5 मिनिट बाद, आख़िर राजू ने आँखरी शॉट लगाया और लंड को निकाल लिया. मोहिनी को सीधा किया और उसके मूहँ मैं लंड भर दिया. एक दो मिनिट मोहिनी के मूहँ मैं हिलने के बाद लंड का बहुत सारा पानी मोहिनी के मूहँ मैं आ गया. मोहिनी इतनी थकी प्यासी थी की राजू का वीर्यपान कर गयी. बॉस ने कभी अपनी वाइफ को लंड का पानी पीते नही देखा था. वो बहुत खुश था.अगले दिन सुबह उठ कर सब ने बेड पर ही ब्रेकफास्ट किया, संडास करके वापस बेड पर आ गये. सबको लग रहा था की मोहिनी आज सेक्स नही करेगी, लेकिन वो घोड़ी की तरह रेडी थी और चूत खुजाते जा रही थी.

काफ़ी देर तक सेक्स गेम्स खेला और चुदाई करके सो गये.शाम को फिर से चुदाई करके बॉस और मोहिनी अपने घर भाग गये. उसी दिन महेश को छुट्टी मिल गयी. उसी दिन शाम को महेश मंजू से बोला, "मंजू हमे माफ़ कर दो, जो वादा मैने तुमसे करवाया था वो मैं वापस लेता हू. बॉस तुम्हे छोड़ने यहाँ आता रहेगा". मंजू बोली, "मैं तुम्हारी पत्नी हूँ , चाहे किसी के भी साथ शारीरिक संबंद्ध बनाऊ , हमारा रिश्ता नही बदलने वाला और नही टूटने वाला, तुम चिंता मत करो, मैं तुम्हारे साथ हूँ".मंजू महेश से एक वादा मांगती है, "महेश कहता है, कैसा वादा". मंजू कहती है, "वादा करो की मैं अगर किसी पराये मर्द से सेक्स करू पैसे के लिए या खुद की खुशी के लिए या तुम्हारी प्रमोशन के लिए तो तुम कोई ऐतराज़ नही जताओगे, बल्कि, तुम हमे सपोर्ट करोगे". महेश मंजू की आखोँ मैं देख कर कहता है, "तुम चाहे जिससे भी चूतवाओ मैं माना नही करूँगा; अगर मैं घर आया और तुम किसी और के साथ दिखी तो भी मैं कुछ नही बोलूँगा; चाहे जीतने भी आदमी आए-जाए, घर मैं लंड के वीर्य से गंदगी हो, मैं कुछ नही बोलूँगा; तुम दिन भर बाहर रहो मैं मना नही करूँगा; घर मैं हमारे दोस्तो रिस्तेदारो के साथ तुम सेक्स करो मैं मना नही करूँगा, दरवाजा खोलकर सेक्स करो, बालकनी मैं सेक्स करो मैं मना नही करूँगा, चिल्ला चिल्ला कर सेक्स करो मना नही करूँगा, रात मैं सड़क पर अजनबी के साथ सेक्स करो मना नही करूँगा, महोल्ले के सारे बच्चे तेरी चूत मैं उंगली करने आए, मैं माना नही करूँगा, महोल्ले के बुड़ो के लंड चूसो हमे कोई प्रोबलम नही..तुम बुस, हमे छोड़ कर मत जाना और हमारे घर का और बेटे का ख्याल रखना."इतना कहकर दोनो ने एक दूसरे को किस करने लगे और हॉल मैं नंगे हो गये.

उनका बेटा राजू सामने आकर बोला, "बापू, अम्मा, क्या मैं इस परिवार का हिस्सा नही हूँ ? अम्मा ने कितने सारे गैर मर्द के साथ सेक्स करके हमे पैदा किया होगा पर हूँ तो मैं आपकी की चूत ना!", मंजू मुस्कुराते हुए बोली, "हमारे राजा, आजा, इतना दुखी क्यो होता है मैं तुझसे भी प्यार करती हूँ..आजा, आजा तेरा भी ले लेती हूँ , जल्दी से कपड़े निकाल". तीनो नंगे होकर सेक्स करने लगे.मंजू के मूहँ मैं राजू का लंड और चूत मैं महेश का लंड. फिर मंजू ने दोनो का एक साथ मूहँ मैं लिया. फिर एक साथ चूत मैं घुसाने की कोशिश की, फिर राजू का चूत मैं रखा और महेश का मूहँ मैं लिया. महेश ने मंजू को मूहँ मैं चोदा, और राजू ने चूत मैं. दोनो का पानी अपने उपर कर संतुष्ट हो गई.उस दिन के बाद ये परिवार सुखी सुखी रहने लगा.मंजू ने महोल्ले के लोगो से संबंध नही तोड़ा और वो भी घर मैं कभी कभी फोन करके आते थे..महेश को इस बात के अब चिड़ नही होती थी क्यो की मंजू की इसी नेचर की वजह से वो बड़ी पोस्ट पर आ गया.राजू भी अपनी गर्लफ्रेंड को घर मैं लाकर चोदता .
 
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