हेलो फ्रेंड्स, आई ऍम अमित. मुझे यहाँ पर आने वाले हर रीडर की तरह सेक्स बहुत पसंद है या यू कहे, कि मैं बहुत बड़ा वाला ठरकी हु. क्यों ना भी हु, मैं दिखने में अच्छा हु और भाभिया और गर्ल्स मुझ से पट भी जल्दी जाती है. दोस्तों, किसी को टिप्स चाहिए हो, तो मुझे जरुर बताना. पहले मैं आप सबको अपने बारे में बता हु. आई एम् अमित और मैं जयपुर में बीटेक कर रहा हु. मेरी हाइट ५.८" है और लंड ६.५ इंच का है. जो किसी भी लेडी को आराम से खुश कर सकता है. मैं दुसरे लोगो की तरह बिना मतलब के लंड का साइज़ ज्यादा नहीं बताना चाहता हु. ये मेरे लंड का एक्चुअल साइज़ है. सो फ्रेंड, मैंने अपने बीटेक के दौरान बहुत साड़ी भाभी और गर्ल्स को पटाया और खूब मस्ती करी और उन सब को खुश किया. आज मैं आप लोगो के साथ एक स्टोरी शेयर करने जा रहा हु. अगर आप लोगो को अच्छी लगे, तो प्लीज मुझे बताइयेगा. सो अब मैं आप लोगो को ज्यादा बोर ना करते हुए स्टोरी पर आता हु. मैं जयपुर में फ्लैट रेंट पर लेकर रहता हु. सो एक बार मेरे सामने वाले फ्लैट में जोकि खाली था, वहां एक फॅमिली रहने के लिए आई, रेंट पर. कुछ दिन रहने के बाद, मेरी उनसे अच्छी दोस्ती हो गयी और धीरे - धीरे, मैं उनके घर भी जाने लगा और ऐसे ही हम साथ में घुल - मिल गये थे.
उनके घर में एक अंकल आंटी और उनका बेटा और बेटी थे उनकी लड़की की उम्र कोई २० इयर्स की थी. और मैं जब भी उसे देखता, तो मेरा मन करता; कि इसे गर्लफ्रेंड बनाना है कुछ भी हो जाए. सो ऐसे ही काफी दिन निकल गये और कुछ दिन तक मैं देखता रहा. लेकिन उसकी तरफ से कुछ खास रेस्पोंस नहीं मिला और इस वजह से मैंने उसे देखना बंद कर दिया. मेरा ऐसा करने के बाद, मैंने नोटिस किया कि वो मुझसे बात करने की कोशिश करती थी और लाइन भी देने लगी थी. सो फिर मैंने भी उसे देखना स्टार्ट कर दिया. सो अब वो भी मेरी तरफ देख कर मुस्कुराती और मैं उसकी तरफ . फिर कुछ दिन ऐसे ही निकल गये और एक दिन वो मुझे नीचे मिल गयी. मैंने पहले ही प्लान बना रखा था. सो उस दिन उसे प्रोपोज कर दिया. वो बिना कुछ बोले एक मस्त सी स्माइल देकर चली गयी. मैं बहुत ही खुश था. फिर कुछ दिन बाद, हम दोनों ने एक दुसरे के साथ नम्बर एक्सचेंज किये और फ़ोन पर बात करनी शुरू कर दी. ऐसे ही कुछ और दिन निकल गये और मैंने उससे एक बातो - ही - बातो में सेक्स के बारे में पूछा, तो वो नाराज़ हो गयी और फ़ोन काट दिया. लेकिन उस रात, कुछ देर बाद उसका फ़ोन आया और फ़ोन काटने के लिए सॉरी बोला.
सो मैंने नार्मल बात करी उससे. उस रात को हमने फ़ोन पर सेक्स किया और रेगुलर करने लगे. एक दिन वो बोली, यार सेक्स करने का मन है. मैंने बोला - जब सब लोग कहीं बाहर जाए, तो बता देना. अब कुछ दिन बाद ही, उसके माँ डैड को कहीं बाहर जाना पड़ा. उसने मुझे फ़ोन किया और कहा - मैं घर में अकेली हु. माँ, डैड और भाई.. सब लोग बाहर गये है और ३ घंटे बाद वापस आयेंगे. मैं खुश हुआ और उसके बताये टाइम पर उसके घर चले गया. अन्दर जाते ही, मैंने देखा कि, आज उसने मिलने के लिए बहुत ही सेक्सी ड्रेस पहन रखी थी. क्या मस्त लग रही थी वो. मैंने फ्लैट में जाते ही उसे पकड़ लिया और किस करने लगा. किस करते - करते मैंने उसे गोद में उठा लिया और उसे बेडरूम में ले गया. अन्दर जाते ही, मैंने उसे बेड पर पटक दिया और बुरी तरह से किस करने लगा. वो गरम हो रही थी और मेरा पूरा साथ दे रही थी. मैंने उसे किस करते - करते, उसका टॉप और जीन्स उतार दी और उसके बाद, उसके ३४ साइज़ के बूब्स और गोरी चिकनी चूत मेरे सामने थी. उसका बॉडी का कलर एकदम वाइट था दूध की तरह. मैंने उसे पकड़ा पीछे हाथ डालकर उसकी ब्रा भी उतार दी और उसके मस्त बूब्स को आजाद कर दिया.
अब मैंने उसे नीचे लिया और उसकी पेंटी भी उतार दी और उसकी चूत को भी पेंटी की कैद से आजाद कर दिया. उसकी चूत बहुत ही मस्त थी एकदम डबल रोटी की तरह फूली हुई. मैंने उसकी चूत के दाने को चाटना स्टार्ट कर दिया, जिस से वो पूरी तरह से पागल हो गयी और तड़पने लगी. मेरे सिर को अपनी चूत के अन्दर अपने हाथो के प्रेशर से घुसा रही थी. मुझे पता लग गया, कि ये लंड लेने को तैयार है. मैं ज्यादा देर ना करते हुए, उसकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया और अपना ६.५ इंच का लंड उसकी चूत पर रखा और एक जोरदार शॉट मारा. जिस से मेरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ अन्दर तक चले गया. वो जोर से चिल्लाई और मुझे बोली - अमित अपना लंड बाहर निकालो. मैं कुछ देर उसके ऊपर ऐसे ही पड़ा रहा और उसके बूब्स को दबा रहा था. उसके लिप पर किस करता रहा. अब कुछ देर बाद, वो नार्मल हुई, तो मैंने एक और जोरदार झटका मारा, जिस से मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया. इस बार, वो ज्यादा तो नहीं चिल्लाई; लेकिन उसकी आँखों में दर्द की वजह से आंसू आ गये और मेरे लंड में भी दर्द हो रहा था.
अब मैंने चुदाई स्टार्ट की और अपने लंड को धीरे - धीरे आगे - पीछे करने लगा. वो अब अपनी धीमी चुदाई का मज़ा लेने लगी थी. कुछ ५ मिनट के बाद, वो भी अपनी गांड उठा कर मेरा साथ देने लगी. मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और उसे जोर से चोदना स्टार्ट कर दिया. वो जोर - जोर से चिल्ला रही थी. प्लीज अमित चूत को फाड़ दो.. ये बहुत परेशान करती है मुझे. जिस से मैं और भी ज्यादा जोश में आ रहा था और उसकी जोरदार चुदाई करने लगा था. धक्को की ताबड़तोड़ बारिश से भरी चुदाई, करीब २० मिनट करने के बाद; हम दिनों एक साथ ही झड गये. मैंने अपना सारा माल उसकी चूत के बाहर निकाला. ताकि उसे कोई प्रोब्ल्म नहीं हो. तो दोस्तों, इस तरह से मैंने उसके साथ अपनी पहली चुदाई की और उसके बाद तो, हमें जब भी मौका मिलता हम चुदाई करते और भरपूर सेक्स का मज़ा लेते. ये मेरी कहानी है दोस्तों.. आप लोगो को कैसी लगी.
उनके घर में एक अंकल आंटी और उनका बेटा और बेटी थे उनकी लड़की की उम्र कोई २० इयर्स की थी. और मैं जब भी उसे देखता, तो मेरा मन करता; कि इसे गर्लफ्रेंड बनाना है कुछ भी हो जाए. सो ऐसे ही काफी दिन निकल गये और कुछ दिन तक मैं देखता रहा. लेकिन उसकी तरफ से कुछ खास रेस्पोंस नहीं मिला और इस वजह से मैंने उसे देखना बंद कर दिया. मेरा ऐसा करने के बाद, मैंने नोटिस किया कि वो मुझसे बात करने की कोशिश करती थी और लाइन भी देने लगी थी. सो फिर मैंने भी उसे देखना स्टार्ट कर दिया. सो अब वो भी मेरी तरफ देख कर मुस्कुराती और मैं उसकी तरफ . फिर कुछ दिन ऐसे ही निकल गये और एक दिन वो मुझे नीचे मिल गयी. मैंने पहले ही प्लान बना रखा था. सो उस दिन उसे प्रोपोज कर दिया. वो बिना कुछ बोले एक मस्त सी स्माइल देकर चली गयी. मैं बहुत ही खुश था. फिर कुछ दिन बाद, हम दोनों ने एक दुसरे के साथ नम्बर एक्सचेंज किये और फ़ोन पर बात करनी शुरू कर दी. ऐसे ही कुछ और दिन निकल गये और मैंने उससे एक बातो - ही - बातो में सेक्स के बारे में पूछा, तो वो नाराज़ हो गयी और फ़ोन काट दिया. लेकिन उस रात, कुछ देर बाद उसका फ़ोन आया और फ़ोन काटने के लिए सॉरी बोला.
सो मैंने नार्मल बात करी उससे. उस रात को हमने फ़ोन पर सेक्स किया और रेगुलर करने लगे. एक दिन वो बोली, यार सेक्स करने का मन है. मैंने बोला - जब सब लोग कहीं बाहर जाए, तो बता देना. अब कुछ दिन बाद ही, उसके माँ डैड को कहीं बाहर जाना पड़ा. उसने मुझे फ़ोन किया और कहा - मैं घर में अकेली हु. माँ, डैड और भाई.. सब लोग बाहर गये है और ३ घंटे बाद वापस आयेंगे. मैं खुश हुआ और उसके बताये टाइम पर उसके घर चले गया. अन्दर जाते ही, मैंने देखा कि, आज उसने मिलने के लिए बहुत ही सेक्सी ड्रेस पहन रखी थी. क्या मस्त लग रही थी वो. मैंने फ्लैट में जाते ही उसे पकड़ लिया और किस करने लगा. किस करते - करते मैंने उसे गोद में उठा लिया और उसे बेडरूम में ले गया. अन्दर जाते ही, मैंने उसे बेड पर पटक दिया और बुरी तरह से किस करने लगा. वो गरम हो रही थी और मेरा पूरा साथ दे रही थी. मैंने उसे किस करते - करते, उसका टॉप और जीन्स उतार दी और उसके बाद, उसके ३४ साइज़ के बूब्स और गोरी चिकनी चूत मेरे सामने थी. उसका बॉडी का कलर एकदम वाइट था दूध की तरह. मैंने उसे पकड़ा पीछे हाथ डालकर उसकी ब्रा भी उतार दी और उसके मस्त बूब्स को आजाद कर दिया.
अब मैंने उसे नीचे लिया और उसकी पेंटी भी उतार दी और उसकी चूत को भी पेंटी की कैद से आजाद कर दिया. उसकी चूत बहुत ही मस्त थी एकदम डबल रोटी की तरह फूली हुई. मैंने उसकी चूत के दाने को चाटना स्टार्ट कर दिया, जिस से वो पूरी तरह से पागल हो गयी और तड़पने लगी. मेरे सिर को अपनी चूत के अन्दर अपने हाथो के प्रेशर से घुसा रही थी. मुझे पता लग गया, कि ये लंड लेने को तैयार है. मैं ज्यादा देर ना करते हुए, उसकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया और अपना ६.५ इंच का लंड उसकी चूत पर रखा और एक जोरदार शॉट मारा. जिस से मेरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ अन्दर तक चले गया. वो जोर से चिल्लाई और मुझे बोली - अमित अपना लंड बाहर निकालो. मैं कुछ देर उसके ऊपर ऐसे ही पड़ा रहा और उसके बूब्स को दबा रहा था. उसके लिप पर किस करता रहा. अब कुछ देर बाद, वो नार्मल हुई, तो मैंने एक और जोरदार झटका मारा, जिस से मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया. इस बार, वो ज्यादा तो नहीं चिल्लाई; लेकिन उसकी आँखों में दर्द की वजह से आंसू आ गये और मेरे लंड में भी दर्द हो रहा था.
अब मैंने चुदाई स्टार्ट की और अपने लंड को धीरे - धीरे आगे - पीछे करने लगा. वो अब अपनी धीमी चुदाई का मज़ा लेने लगी थी. कुछ ५ मिनट के बाद, वो भी अपनी गांड उठा कर मेरा साथ देने लगी. मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और उसे जोर से चोदना स्टार्ट कर दिया. वो जोर - जोर से चिल्ला रही थी. प्लीज अमित चूत को फाड़ दो.. ये बहुत परेशान करती है मुझे. जिस से मैं और भी ज्यादा जोश में आ रहा था और उसकी जोरदार चुदाई करने लगा था. धक्को की ताबड़तोड़ बारिश से भरी चुदाई, करीब २० मिनट करने के बाद; हम दिनों एक साथ ही झड गये. मैंने अपना सारा माल उसकी चूत के बाहर निकाला. ताकि उसे कोई प्रोब्ल्म नहीं हो. तो दोस्तों, इस तरह से मैंने उसके साथ अपनी पहली चुदाई की और उसके बाद तो, हमें जब भी मौका मिलता हम चुदाई करते और भरपूर सेक्स का मज़ा लेते. ये मेरी कहानी है दोस्तों.. आप लोगो को कैसी लगी.