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Bua ki beti ko uske hi ghar me choda- Incest kahani

हेलो फ्रेंड्स, मैं स्टोरीज पड़ रहा हु और मुझे ये रीड करना बहुत पसंद है. काफी स्टोरी पढ़ने के बाद, मुझे लगा; कि मुझे भी अपनी लाइफ की एक सेक्सी स्टोरी आप लोगो शेयर करनी चाहिए और आज मैं आप लोगो की रियल सेक्स स्टोरी शेयर कर रहा हु, कि किस तरह से बड़ी लड़की की चुदाई लिया! दोस्तों, मेरा नाम राहुल है और मैं दिल्ली का रहने वाला हु गुरुग्राम में रहती है. उनकी २ बेटिया है. दोनों ही कमाल है दिखने में.

वैसे तो मेरी बुआ ही बहुत सेक्सी है. वैसे तो उनकी ऐज ३६ साल है, लेकिन दिखने में जवान लड़कियों मात कर देती है. उनकी फिगर ३४-३०-३८ है. दोस्तों, आप फिगर से पता चल रहा होगा, कि उनकी गांड कितनी भरी हुई है. ऐसा लगता था, जैसे फूफा जी चूत गांड ठोंकते हो. मैं भी अपनी बुआ के साथ सेक्स करना चाहता था, लेकिन मुझे मौका मिला उनकी बड़ी बेटी अनु को चोदने का. वो २० साल की है और अपनी माँ की तरह ही एकदम करारा माल है. उसकी फिगर ३४-२६-३२ है. क्यों है ना ऐसी फिगर, कि मुंह में पानी आ जाए. उनकी दूसरी बेटी का नाम प्रीति है और वो १८ के आसपास है. मैं बचपन से ही अनु को चोदना चाहता था, लेकिन हिम्मत ही नहीं होती थी. लेकिन मैं जब भी उस से मिलता था, तो उसको टच करने का मौका नहीं छोडता था. कभी मैं उसके ब्रेस्ट को दबाने का मजा लेता और कभी उसकी मोटी गांड को दबा कर उसकी गांड की मोटाई को मापने की कोशिश करता था. वो इस बार समर वेकेशन में मेरे घर आई थी. हम दोनों हम उम्र थे, तो हम दोनों साथ में पढ़ रहे थे. मैं उसको जानबूझ कर टच कर रहा था. कभी उसकी टीशर्ट को खींचता और कभी उस पर बने डिज़ाइन को अपनी हाथ से छूता. इस तरह से मैं उसके बूब्स को छूने की कोशिश कर रहा था.

ऐज में, मैं उस से सिर्फ १५ दिन बड़ा हु. उसको भी समझ आ गया था, कि मेरे इरादे बहुत ज्यादा नेक नहीं है. जब भी मैं उसको छूने की कोशिश करता, तो वो मेरे हाथ को हटा देती थी. इस तरह से २ दिन निकल चुके थे. उस रात को अचानक से पापा के दोस्त आ गए और घर में जगह काम होने की वजह से मुझे अनु के साथ बुआ के घर जाना पड़ा. मेरी बुआ का घर कुछ ज्यादा बड़ा नहीं है. इसलिए बुआ ने मुझे अनु के साथ उसके रूम में सोने के लिए कह दिया. अनु का रूम बहुत ही मेस था. ज्यादा जगह ना होने की वजह से हम दोनों अनु के बेड पर ही लेट गए. मुझे और क्या चाहिए था! मानो मेरे मन की मुराद पूरी होने वाली थी. मैंने मन ही मन सोचा, कि आज की रात किसी भी कीमत पर बेकार नहीं जाने दूंगा.आज की रात ही अनु को चोद कर उसकी चुदाई का मजा लूंगा. अनु और प्रीति एक ही रूम में सोते थे, लेकिन दोनों के बेड अलग - अलग थे. मैं अनु के साथ उसके बेड पर सो गया और प्रीति अपने बेड पर. पर मुझे नींद कहाँ आने वाली थी. मैं तो बस उसके सोने का वेट कर रहा था. १ घंटे बाद, मैंने उसको थोड़ा सा टच कर के देखा, कि वो सोई कि नहीं? उसने कोई रिप्लाई नहीं किया. मुझे समझ आ गया, कि वो सो चुकी है. उस रात उसने एक टीशर्ट और स्कर्ट पहनी हुई थी.

मैंने धीरे से उसके बूब्स पर हाथ रख दिया. पहले तो मैंने उसकी रिएक्शन का इंतज़ार किया. जब उसने कोई हरकत नहीं की, तो मैंने उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया. उसको कुछ भी पता नहीं चल रहा था. थोड़ी देर बूब्स दबाने के बाद, मैंने अपना हाथ धीरे से उसकी टीशर्ट के अंदर डाल दिया. मैं ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स को दबा रहा था और फिर दूसरे हाथ से उसकी जांघों को सहलाना शुरू कर दिया. धीरे - धीरे मैंने उसकी चूत की तरफ हाथ बढ़ा दिया और पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहला रहा था. मेरा लण्ड जोकि ७ इंच लम्बा और ३ इंच मोटा है, किसी बम्बे की तरह टाइट हो चूका था. मैंने धीरे से उसके हाथ को उठा कर अपने अंडरवियर के अंदर डाल दिया. मैंने अपने लण्ड को उसके हाथ में पकड़ा दिया. लण्ड की गरमी को महसूस कर के वो चौक कर उठ गई. उसने अपना हाथ एकदम बाहर खींच कर निकाल लिया. मेरा हाथ, जो उसकी टीशर्ट के अंदर था, उसको भी खींच कर बाहर कर दिया. फिर वो बिना कुछ बोले हुए मेरी तरफ पीठ कर के लेट गई.

पर मुझ से भी कहाँ रुका जा रहा था. ५ मिनट के बाद, मैंने फिर से अपना खेल स्टार्ट कर दिया. इस बार लण्ड को बाहर निकाल लिया और उसकी स्कर्ट को थोड़ा उप्पर कर के पैंटी के ऊपर से ही लण्ड को उसकी गांड में घिसने लगा. मैंने फिर से अपना एक हाथ उसके बूब्स पर रख दिया और उसके बूब्स को भी दबाना शुरू कर दिया. उसने मुझे कुछ भी नहीं बोला. लेकिन, उसकी उसकी साँसों की आवाज़ से मुझे पता लग चूका था, कि गरम होने लगी है और उसको भी अब मजा आने लगा है. फिर एकदम से वो मेरी तरफ मुड़ गई और मेरे चेहरे को पकड़ कर अपने लिप्स मेरे लिप्स पर रख दिए. १० मिनट तक किस करने के बाद, मैंने उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया था.

फिर उसने धीरे से अपनी टीशर्ट उतार दी और वो अब मेरे सामने सिर्फ ब्रा में थी. मैंने ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया. साथ ही साथ मैं उसकी चूत को भी सहला रहा था. अब उसने भी अपना हाथ मेरे अंडरवियर के अंदर डाल दिया. उसने मेरे लण्ड को एकदम से पकड़ लिया. मेरे लण्ड की गरमी को महसूस कर के उसके मुंह से हलकी सी आह निकल गयी. उसने मेरे लण्ड को कस कर पकड़ लिया और जोरो से हिलाने लगी. फिर मैंने उसकी ब्रा खोल दी और उसके बूब्स को देख कर मैं तो एकदम से पागल हो उठा. मैंने अपना मुंह उसके बूब्स में घुसा दिया और उसको मस्ती में चूसने लगा. उसके बूब्स वास्तव में बहुत बड़े थे और उसके निप्पल लाइट पिंक कलर के थे. वो सिसकारियाँ लेने लगी थी. मैंने डर कर कहा, प्लीज थोड़ा आवाज़ धीरे से करो, कोई सुन लगा. मेरा इतना कहते ही, वो खड़ी हो गयी और अपनी टीशर्ट पहन ली. वो बाथरूम की तरफ चली गयी और मुझे अपने पीछे आने का इशारा कर दिया. २ मिनट के बाद, मैं भी वहां पर चला गया उसके पीछे - पीछे.

बाथरूम में जाते ही उसने मेरा लोअर खोल दिया और मेरा अंडरवियर भी खींच कर उतार दिया. उसने मेरे लण्ड को झट से अपने मुंह में भर लिया. मुझे बहुत मजा आने लगा था. कोई मेरे लण्ड को पहली बार चूस रहा था आज. आज तक मैंने सिर्फ मुठ ही मारा था. लेकिन, आज तो मेरा लण्ड मचल रहा था, चूत जो मिलने वाली थी. १० मिनट तक उसने मेरे लण्ड को चूसा और फिर मैं उसके मुंह में ही झड़ गया. वो मेरा सारा माल पी गयी. फिर मैंने उसकी स्कर्ट उतार दी और पैंटी के अंदर हाथ डाल कर एक ही झटके में उसकी पैंटी को फाड़ डाला. उनके घर में इंग्लिश टॉयलेट है. मैंने अनु को टॉयलेट की सीट पर बैठाया और उसकी चूत को घूर कर देखने लगा. उसकी चूत एकदम पिंक कलर की थी. उसके ऊपर एक भी हेयर नहीं था. मैंने उसको पूछा - शेव की थी क्या? उसने हाँ में सिर हिला दिया और कहा - आज ही शाम को किये है. उस ने कहा, मुझे मालूम था, कि साथ सोना पड़ेगा और तुम मुझे जरूर चोदोगे. इतना कह कर वो अपनी हवस से भरी आँखों से मेरे लण्ड को देखने लगी और मुस्कुराने लगी.

मैंने कहा - अच्छा साली रंडी और जब मैं तुझे रूम में टच कर रहा था, तो तुमने मुझे दूर क्यों कर दिया? अब देख, कैसे मजा चखाता हु तुझे. क्या हालत करता हु तेरी! उसके बाद, मैं उसकी चूत पर टूट पड़ा और उसकी चूत को जोर से चाटने लगा. वो बड़ी मोहक आवाज़ निकाल रही थी ाहहअाहहह ाहअाा .उसकी आवाज़ों को सुनकर मुझे भी जोश आ गया था और मैंने अपनी पूरी जीभ को उसकी चूत के अंदर डाल दिया. फिर मैंने अपनी एक ऊँगली भी उसकी चूत में घुसा दी. वो एकदम से उछल पड़ी. मैंने उसको कहा - मेरी जान, अभी तो मेरा ७ इंच का हथौड़ा भी बाकी है. वो एकदम से शॉक हो गयी. मेरी जीभ की वजह से वो ५ मिनट में ही झड़ गयी. मैंने भी उसका सारा पानी चाट लिया. बहुत ही टेस्टी था. मुझे लगा, जैसे कि मुझे अमृत मिल गया हो पीने के लिए. मैंने अपनी जीभ से चाट - चाट कर उसकी चूत को साफ़ कर दिया.

इतनी देर में, मेरा लण्ड फिर से तन गया और मैंने देर ना करते हुए उसको घोड़ी बनने को कहा. फिर मैंने उसकी गांड पर जोरका थप्पड़ मारा और अपने दोनों हाथो से उसकी गांड को खोल कर उसकी चूत पर थूक दिया. फिर मैंने अपने लण्ड पर भी बहुत सारा थूक मल कर उसको एकदम से चिकना कर दिया. हम दोनों का पहला ही सेक्स था. इसलिए मैं कुछ ज्यादा नहीं करना चाहा रहा था. फिर मैंने धीरे से अपने लण्ड को उसकी चूत पर रख दिया. उसने कहा, जरा आराम से करना. तुम्हारा लण्ड कुछ ज्यादा ही बड़ा और मोटा है. मेरे छोटे से छेद में कैसे जायेगा, पता नहीं? बहुत दर्द करेगा. मैंने उसको दिलासा दिया और कहा - डर मत. थोड़ा सा ही दर्द होगा. चिलाना मत. वो बोली - ठीक है. मैंने अपना अंडरवियर उसके मुंह में ठूस दिया, ताकि उसकी आवाज़ बाहर ना जा सके. फिर मैंने एक जोरदार धक्के के साथ, अपना ७ इंच बड़ा लण्ड उसकी चूत में घुसा दिया. वो तड़प उठी. उसके मुंह से अंडरवियर भी बाहर निकल गया. और उसने चिललना शुरू कर दिया. बाहर निकालो इसे. कुत्ते, तूने मेरी चूत फाड़ दी है. लेकिन मैंने उसकी एक भी नहीं सुनी. मैंने उसके बूब्स को पकड़ कर मसलना शुरू कर दिया और झटके लगाने शुरू कर दिए. वो रो रही थी. लेकिन मैंने कहा, थोड़ी देर में ही तेरा दर्द कम हो जाएगा. उसकी चूत में से बहुत सारा खून निकलने लगा था. उसकी पहली चुदाई थी, इसलिए उसको खून आ रहा था और दर्द भी ज्यादा हो रहा था. ५ मिनट के बाद ही, उस ने भी अपनी गांड हिलानी शुरू कर दी. मैं समझ गया, कि उसका दर्द कम हो चूका है और मैंने धक्के मारने तेज कर दिए.

अब वो मयोंन करने लगी थी. वो बड़ी ही मोहक और मादक आवाज़े निकाल रही थी. ोऊऊह्ह्ह्ह्ह् ऊऊऊऊफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ् मर गयी.. और जोर से और जोर से कर भाई... और जोर से चोद मुझे. मुझे और भी ज्यादा जोश चढ़ गया ये सब सुन कर. मैंने और भी जोर - जोर से धक्के लगाने शुरू कर दिए. मैं एक बार झड़ चूका था और दूसरी बार झड़ने में मुझे टाइम लगता है. मैंने उसको कोई ३० मिनट तक चोदा. वो इस इस सेक्स में २ बार झड़ चुकी थी और मुझ से अब लण्ड निकालने को बोल रही थी. फिर मैंने अपने धक्कों की स्पीड बड़ा दी और मैंने अपने माल उसकी चूत में छोड़ दिया और मैं एकदम से झड़ गया.

फिर मैंने उसको सीधा किया और बैठा दिया. वो रो रही थी, क्योंकि उसको बहुत पेन हो रहा था. लेकिन उसके चेहरे से ख़ुशी भी टपक रही थी. वो मुझ से बोली, भाई दर्द बहुत हो रहा है. लेकिन मजा बहुत आया. तो मैंने उसको कहा, तो चल.. एक राउंड और मार लिया जाए वो बोली - नहीं भाई.. बहुत दर्द हो रहा है. मैंने कहा - चल इस बार तेरी गांड मारता हु. वो बोली - ना रे बाबा ना. वहां तो और भी ज्यादा दर्द होगा. पर मेरे समझाने पर वो मान गयी और अपनी गांड चुदवाने को रेडी हो गई.

मैंने कहा, कि चल मेरा लण्ड मुंह में ले ले और उसको रेडी कर. उसने मेरे कहने से लण्ड को अपने मुंह में ले लिया और १० मिनट तक चूसा. मेरा लण्ड एकदम से रेडी हो गया और फिर से मैंने उसको घोड़ी बना दिया. मैंने पहले अपने थूक से अपने लण्ड को नहला कर उसको पूरी तरह से चिकना उसकी उसकी गांड के छेद को भी अंदर तक चिकना कर दिया. वो बोली - इस बार धीरे - धीरे करना. एकदम से पूरा का पूरा लण्ड अंदर मत उतार देना. मैंने कहा - ठीक है.

फिर मैंने लण्ड को उसकी गांड पर रख और एक झटका मारा. मेरे लण्ड का टोप उसकी गांड में घुस गया. वो तड़प उठी और बोली - बस कर. ज्यादा अंदर तक मत डाल. बहुत दर्द हो रहा है. निकाल ले बाहर इस हथोड़े को अभी. पर अब मैं कहाँ सुनने वाला था. मैंने दूसरे ही झटके में अपना पूरा लण्ड उसकी गांड में घुसा दिया. उसकी गांड से बहुत सारा खून निकल पड़ा, इतना तो उसकी चूत नहीं निकला था. उसकी गांड फट चुकी थी. वो बेहोश सी होने लगी. मैंने उसके निप्पल पर जोर जोर से चुटकी काटी, तो वो होश में आई. मैंने उसकी गांड को मारना जारी रखा. वो सिसकारियाँ भर रही थी. जोर से और जोर से फाड़ दे इसे अहहहह ाहहहहहा हहहहहह. ... उसकी ये आवाज़े मेरा जोश बड़ा रही थी. कसम से दोस्तों, मजा आ गया था उस रात.

४५ मिनट हो चुके थे मुझे उसकी गांड को ठोकते हुए, लेकिन मेरा लण्ड झड़ने का नाम ही नहीं ले रहा था. उस ने बहुत बार कहा, कि अब बस करो. मुझे बहुत दर्द हो रहा है. पर मैंने उसकी एक बार नहीं सुनी और धक्के देना जारी रखा. जैसे ही मैं झड़ने वाला था, मैंने अपने लण्ड को बाहर खींच लिया और उसको सीधा कर के, लण्ड की पूरी धार उसके मुंह पर मार दी. वो पी गयी मेरा सारा मुठ. उसके बाद मैंने अपना लण्ड उसके मुंह में घुसा दिया और धीरे से उसके मुंह में ही पेशाब कर दिया. वो मेरे लण्ड को बाहर निकालना चाहती थी, लेकिन मैंने उसके मुंह को पकड़ कर बंद कर दिया. उसको मेरा पेशाब पीना पड़ा. उसके बाद हम दोनों फ्रेश हुए और कपडे पहन कर रूम में वापस आ गए. उस से चला भी नहीं जा रहा था. सुबह जब बुआ ने पूछा, कि वो चल क्यों नहीं पा रही है? तो उस ने बोल दिया, कि वो बाथरूम में फिसल गयी थी.

दोस्तों, अब तो हम दोनों ही बेशरम हो चुके है. जब भी हम मिलते है तो इसी तरह से चुदाई का मजा लेते है. मैं उसकी चूत और गांड मारने का मजा लेता हु और उसको अपना पेशाब भी पिलाता हु. तो दोस्तों, मुझे आप जरूर लिखना; कि आप को मेरे पहले सेक्स की स्टोरी कैसी लगी? जो मुझे आज भी भुलाए नहीं भूलती.
 
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