आज मैं सभी को अपनी भाभी की चिकनी चूत चूत की कहानी सुनाने जा रहा हूँ जिसका अकेला प्रेमी मैं ही था और और शिकारी भी | दोस्तों मैं आपको बता दूँ की मेरे माता पिता के दो ही बेटे हैं एक मैं शिकारी और दूसरा मेरा बड़ा भाई जो पढाकू रहा है अपने जमाने में और जब नौकरी लग गयी है तो अपने काम में इतना व्यस्त रहता है की पूछो ही मत | अप जब मेरे माता - पिता ने थोड़ी जिद्द की तो मेरे भाई ने शादी तो कर ली पर हमेशा अपनी बीवी यानी भाभी को वक्त ही नहीं दे पाया | अब जरा आप ही सोचिये अगर शादी के बाद भी एक औरत की चूत प्यासी रह जाए तो वो अपने लिए खुद नया कुवा धुंढना बखूबी जानती है जो मेरे भाई बता समझ नहीं आई |
यह सब मुझे सब साफ़ नजर आ रहा था और मैं चुपके से बस अपनी बारी का इन्तेज़ार करने लगा | मैं अगले दिन जब अपने कमरे में सो रहा था तो मैंने जानबूझ कर अपनी चड्डी को नीचे कर दिया जिससे ऐसा लगे की हस्तमैथुन करता हुआ सो गया पर चड्डी उप्पर करना भूल गया हुआ | मेरे आईडीये ने भी ऐसा काम किया की भाभी आई और मेरे लंड को देखकर फिसल गयीं | मैंने देखा आज भाभी मेरे कमरे में ही जानबूझ कर सो गयीं | मुझे पता था की मेरे माता - पिता अभी तक सो चुके हैं और भाई काम के सिलसिले में बहार गया हुआ है | मैंने देखा की भाभी का हाथ मेरे लंड पर अब बढ़ता ही जा रहा और अब मुझसे भी बर्दाश्त नहीं और मैं अचानक से भाभी को बाहों में दबोच लिपट गया |
पहले बहभी घबरा गयीं फिर खुद भी कामुक होती चली गयीं और मैंने उनके काम में फूसफुसाया, किसी को बताना नहीं . . .!! मैंने बहुत ही प्यार से उनकी चुचियों को अपने हाथ से फिराते हुए सहला रहा जिसपर देर पे देर मेरी हाथों की सख्ती उनके चुचों पर बढती जा रही थी | भाभी अपने होंठों को चबा रही थी तभी मैंने उनके होठों चूसने लगा | मैंने वहीँ भाभी को नंगी कर डाला और चुचों को चूस रहा था | भाभी मज़े तर्र थी और मेरे लंड को अपने हाथ में लेते हुए मसल रही थी | मैं यूंह बेकाबू हुआ की अब अपनी उँगलियाँ भाभी की चूत में घुसाने लगा और जब चूत भी रसीली हो चली तो अपने लंड को तैनात कर लिया | अब मैंने चूत पर अपने लंड को टिका दिया और उनकी चूत में झटके मार अंदर को देने लगा |
कुछ पल में मैं भाभी के उप्पर चढ उनको ज़ोरों से चोद रहा था और वो भी मुझे सहयोग कर रही थी | मुझे मालुम था की मैं भाभी की चूत के आगे मेरा लंड ज्यादा देर नहीं टिक पायेगा क्यूंकि भाभी की चिकनी चूत थी इसलिए अब मैंने कुछ देर अपनी तीन उँगलियों की बौछार करनी चालू कर दी भाभी की चूत में और वो सिसकियाँ लेती हुई अपनी कमर अकड़ रही थीं | मैं अब फिरसे उन्हें अपने लंड को टिकाये चोदने लगा और फिर १० मिनट में झड पड़ा | अब मैं फिरसे बहभी से लिपटते हुए उन्हें चूमने लग और और अगली पारी के लिए तैयार होने लगा | मैंने उस दिन भाभी की चूत को तीन बार चोदा पूरी रात और जब भी भाभी की चूत में खुजली मचाती है तो उसे मैं अपने लंड से दूर कर देता हूँ |
यह सब मुझे सब साफ़ नजर आ रहा था और मैं चुपके से बस अपनी बारी का इन्तेज़ार करने लगा | मैं अगले दिन जब अपने कमरे में सो रहा था तो मैंने जानबूझ कर अपनी चड्डी को नीचे कर दिया जिससे ऐसा लगे की हस्तमैथुन करता हुआ सो गया पर चड्डी उप्पर करना भूल गया हुआ | मेरे आईडीये ने भी ऐसा काम किया की भाभी आई और मेरे लंड को देखकर फिसल गयीं | मैंने देखा आज भाभी मेरे कमरे में ही जानबूझ कर सो गयीं | मुझे पता था की मेरे माता - पिता अभी तक सो चुके हैं और भाई काम के सिलसिले में बहार गया हुआ है | मैंने देखा की भाभी का हाथ मेरे लंड पर अब बढ़ता ही जा रहा और अब मुझसे भी बर्दाश्त नहीं और मैं अचानक से भाभी को बाहों में दबोच लिपट गया |
पहले बहभी घबरा गयीं फिर खुद भी कामुक होती चली गयीं और मैंने उनके काम में फूसफुसाया, किसी को बताना नहीं . . .!! मैंने बहुत ही प्यार से उनकी चुचियों को अपने हाथ से फिराते हुए सहला रहा जिसपर देर पे देर मेरी हाथों की सख्ती उनके चुचों पर बढती जा रही थी | भाभी अपने होंठों को चबा रही थी तभी मैंने उनके होठों चूसने लगा | मैंने वहीँ भाभी को नंगी कर डाला और चुचों को चूस रहा था | भाभी मज़े तर्र थी और मेरे लंड को अपने हाथ में लेते हुए मसल रही थी | मैं यूंह बेकाबू हुआ की अब अपनी उँगलियाँ भाभी की चूत में घुसाने लगा और जब चूत भी रसीली हो चली तो अपने लंड को तैनात कर लिया | अब मैंने चूत पर अपने लंड को टिका दिया और उनकी चूत में झटके मार अंदर को देने लगा |
कुछ पल में मैं भाभी के उप्पर चढ उनको ज़ोरों से चोद रहा था और वो भी मुझे सहयोग कर रही थी | मुझे मालुम था की मैं भाभी की चूत के आगे मेरा लंड ज्यादा देर नहीं टिक पायेगा क्यूंकि भाभी की चिकनी चूत थी इसलिए अब मैंने कुछ देर अपनी तीन उँगलियों की बौछार करनी चालू कर दी भाभी की चूत में और वो सिसकियाँ लेती हुई अपनी कमर अकड़ रही थीं | मैं अब फिरसे उन्हें अपने लंड को टिकाये चोदने लगा और फिर १० मिनट में झड पड़ा | अब मैं फिरसे बहभी से लिपटते हुए उन्हें चूमने लग और और अगली पारी के लिए तैयार होने लगा | मैंने उस दिन भाभी की चूत को तीन बार चोदा पूरी रात और जब भी भाभी की चूत में खुजली मचाती है तो उसे मैं अपने लंड से दूर कर देता हूँ |