ममता की कुंवारी जवानी का मजा

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Antarvasna, hindi sex stories: मैं घर पर पहुंचा ही था मां ने मुझे कहा कि बेटा मेरी तबीयत बहुत ज्यादा खराब है। मैंने मां को कहा कि मां मैं आपके लिए दवा ले आता हूं लेकिन मां की तबीयत काफी ज्यादा खराब थी इसलिए मुझे उन्हें नजदीकी अस्पताल लेकर जाना पड़ा और मैं उन्हें हॉस्पिटल लेकर चला गया। डॉक्टर ने कुछ दवा दी और मां को आराम करने के लिए कहा उसके बाद मैं उन्हें घर ले आया था।

जब मैं उन्हें घर लेकर आया तो मां मुझे कहने लगी कि शोभित बेटा तुम मेरा कितना ध्यान रखते हो मैंने मां को कहा कि मां अगर मैं आपका ध्यान नहीं रखूंगा तो आपका ध्यान कौन रखेगा। भैया की शादी हो जाने के बाद वह अलग रहने लगे थे इसलिए भैया से उम्मीद करना अब शायद बेकार ही था। वह पूरी तरीके से बदल चुके थे और मां को भी यह बात अच्छे से मालूम थी कि गौतम भैया पूरी तरीके से बन चुके हैं क्योकि वह मिलने के लिए भी घर पर नहीं आया करते थे।

हम दोनों भाइयों की जिंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन जब से भैया की शादी हुई है उसके बाद से वह पूरी तरीके से बदल चुके हैं और वह शायद ही पहले की तरह हो पाएंगे। हमे उनसे यह उम्मीद नहीं थी की वह शादी के बाद इतने बदल जाएंगे। पापा के देहांत के बाद मां ने ही हम दोनों को देखभाल की और उन्होंने हमें किसी भी चीज की कभी कोई कमी महसूस नहीं होने दी। हम दोनों भाइयों की परवरिश में मां ने कभी कोई भी कमी नहीं रहने दी।

हमारे घर में सब कुछ ठीक होने लगा था लेकिन बस भैया के अलग चले जाने के बाद मां बहुत ज्यादा दुखी हो गई और वह पूरी तरीके से टूट भी चुकी है। मां को भैया से बहुत ज्यादा उम्मीदें थी लेकिन भैया मां की उम्मीदों पर बिल्कुल भी खरे नहीं उतरे। मेरी जिंदगी भी अच्छे से चल रही है मैं एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करता हूं और पिछले दो वर्षों से मैं उस कंपनी में जॉब कर रहा हूं।

हमारे ऑफिस में ही ममता जॉब करती है ममता मुझे बहुत ही पसंद है और ममता के साथ मेरी काफी अच्छी बातचीत भी है लेकिन हम दोनों एक दूसरे को जब भी देखते हैं तो ना जाने क्यों हम दोनों एक दूसरे से कम बातें किया करते हैं। हालांकि जब भी मुझे ममता से कोई काम होता है तो मैं जरूर उससे बात कर लिया करता हूं परंतु ममता और मुझे भी कई बार लगता है कि हम दोनों एक दूसरे से शायद अपने दिल की बात कभी कह ही नहीं पाते हैं। मुझे यह बात अच्छे से पता है कि ममता भी मुझे पसंद करती है लेकिन मैंने कभी ममता को अपने दिल की बात नहीं कही और ना ही उसने मुझसे अपने दिल की बात कही। हम दोनों बस एक दूसरे को जब भी देखते तो एक दूसरे को देख कर हम लोग मुस्कुरा लिया करते। एक दिन मैं और ममता साथ में बैठे हुए थे उस दिन हम दोनों आपस में बातें कर रहे थे मैंने ममता से कहा कि क्या तुम आज शाम को मेरे साथ डिनर पर चलोगी।

उस दिन मेरे अंदर ना जाने कहां से इतनी हिम्मत हो गई और मैंने ममता को अपने साथ डिनर पर चलने के लिए कहा तो ममता भी मेरी बात मान गई। वह मुझे मना ना कर सकी और वह मेरे साथ डिनर पर आ गई। उस रात जब हम दोनों ने साथ में डिनर किया तो कहीं ना कहीं हम दोनों की बातें भी खुलकर होने लगी और हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगा था जिस तरीके से हम दोनों ने एक दूसरे से बातें की। मुझे इस बात की खुशी थी कि मैं ममता को अपने दिल की बात कह पाया और ममता ने मेरे दिल की बात को स्वीकार कर लिया है मैं बहुत खुश हूं।

मैं ममता को उस दिन प्रपोज कर चुका था ममता बहुत ही ज्यादा खुश थी क्योंकि ममता भी तो मुझसे पहले से ही प्यार करती थी। हम दोनों का रिलेशन चलने लगा था हम दोनों का रिलेशन अच्छे से चल रहा था और मैं चाहता था कि ममता को मैं एक बार मां से मिलवा दूँ।

मैंने एक दिन ममता को घर पर आने के लिए कहा और जब मैंने ममता को उस दिन मां से मिलवाया तो ममता भी बड़ी खुश थी और वह मां से मिलकर बहुत ही ज्यादा खुश थी। मां भी ममता से मिलकर बहुत खुश थी और वह मेरी पसंद पर बहुत ही ज्यादा खुशी थी कि मैं ममता को पसंद करता हूं।

मैंने मां को ममता के बारे में बता दिया था मां चाहती थी कि मैं और ममता अपना घर बसा ले और हम दोनों अपनी आगे की जिंदगी अच्छे से साथ मे जिये। ममता को भी इस बात से कोई एतराज नहीं था और उसके परिवार वालों ने भी हम दोनों के रिश्ते को स्वीकार कर लिया था। मैं बहुत ज्यादा खुश था क्योंकि जिस लड़की से मैं प्यार किया करता था उससे मैं अब शादी करने जा रहा था मेरे लिए शायद इससे बड़ी खुशी की बात और कुछ भी नहीं हो सकती थी।

ममता और मैं अपनी शादी को खास बनाना चाहते थे इसलिए मैंने अपनी शादी में अपने सारे दोस्तों को बुलाया था। ममता चाहती थी कि हम दोनों की शादी बड़े ही धूमधाम से हो इसलिए मैंने शादी में कोई भी कमी नहीं रहने दी। ममता के पिताजी ने भी उसकी शादी में कोई कमी रहने दी क्योंकि ममता उनकी इकलौती लड़की है और उन्होंने ममता की शादी में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं की।

हम दोनों की शादी में हमारे जितने भी रिश्तेदार आए हुए थे वह सब बड़े ही खुश थे और हम लोग भी बहुत ज्यादा खुश थे। हम दोनों की शादी बड़े ही धूमधाम से हुई और हमारे दोस्तों ने हमें हमारी शादी की शुभकामनाएं दी उसके बाद हम दोनों ने अपने आगे की जिंदगी शुरू करने का फैसला कर लिया था। हम दोनों अपनी शादी से बड़े ही खुश थे शादी हो जाने के बाद हम दोनों एक हो चुके हैं। मेरे लिए बहुत ही खुशी का दिन था और ममता भी बड़ी खुश थी।

उस रात हम दोनों साथ में बैठे हुए थे और एक दूसरे से बातें कर रहे थे। हम लोग की कुछ पुरानी बातें ताजा होने लगी। जब मैं ममता से बातें कर रहा था मैंने ममता को कहा जब मैंने तुम्हें पहली बार देखा था मैं तुमसे बात करने की हिम्मत नहीं कर पाया था लेकिन आज देखो तुम मेरी पत्नी बन चुकी हो। ममता भी इस बात पर बड़ी खुश थी वह मेरे गले मिलकर मुझे कहने लगी शोभित मैंने भी कभी सोचा नहीं था तुम से मेरी शादी हो जाएगी लेकिन देखो आज हम दोनों की शादी हो गई है। अब हम दोनों ने कुछ देर तक बातें की फिर मैंने उसे अपनी बाहों में ले लिया वह मेरी बाहों में आ चुकी थी।

जब मैं ममता के गुलाबी होठों का रसपान करने लगा तो मुझे बड़ा ही अच्छा लगने लगा था और ममता को भी बहुत ज्यादा मजा आने लगा था वह पूरी तरीके से गर्म होने लगी थी। मेरी गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी मैंने ममता से कहा मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा है। ममता और मैं एक दूसरे को अच्छे से किस कर रहे थे जिसके बाद मैंने ममता की गर्मी को बहुत ही ज्यादा बढा दिया चुकी था वह पूरी तरीके से गरम हो गई थी। मैंने जब अपने लंड को बहार निकलकर हिलाना शुरु किया तो ममता ने उसे देखते ही हाथो मे ले लिया और हिलाना शुरु कर दिया।

वह मेरे लंड को जिस तरीके से हिलाने लगी उससे मुझे मजा आने लगा था मैंने उसे कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह में ले लो। उसने मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर ले लिया और वह उसे चूसने लगी। जब वह मेरे लंड को संकिग करने लगी तो मुझे मजा आने लगा था और ममता को भी मजा आ रहा था जिस तरीके से वह मेरी गर्मी को बढ़ा रही थी। उसने बहुत देर तक मेरे लझड को सकिंग किया वह उत्तेजित हो गई। मैंने उसके बदन से कपड़े उतार कर उसके गोरे और सुडौल स्तनों को चूसना शुरू किया तो उसके स्तनों से मुझे गर्मी महसूस होने लगी थी।

अब वह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी वह बहुत ज्यादा तड़पने लगी थी मैंने उसकी योनि पर अपने लंड को लगाते ही अंदर की तरफ डालना शुरू किया। जैसे ही मेरा लंड ममता की योनि के अंदर प्रवेश हुआ तो वह बहुत जोर से चिल्ला कर मुझे कहने लगी मुझे मजा आने लगा है। मै ममता को बड़ी तेज गति से चोद रहा था वह जोर से चिल्ला रही थी मैंने ममता को कहा मुझे मजा आ रहा है। ममता भी मुझे कहने लगी मुझे भी बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है लेकिन ममता की योनि से खून बाहर की तरफ को निकलने लगा था।

मैं समझ चुका था ममता बिल्कुल भी रह नहीं पाएंगी। मैं उसे और भी तेजी से धक्के मारने लगा था उसकी सिसकारियो में बढ़ोतरी होती जा रही थी। उसकी गर्म सिसकारियां मुझे और भी ज्यादा गर्म कर रही थी मेरी गर्मी इतनी बढ रही थी मेरे धक्को में और भी तेजी आती जा रही थी और मैं उसे बड़ी तेज गति से चोदे जा रहा था। मैंने ममता को बहुत ही ज्यादा तेज गति से धक्के देने शुरू कर दिए थे।

जब मैंने ममता की चूत पर प्रहार करना शुरू किया तो ममता खुश होने लगी थी और मुझे कहने लगी मैं बहुत ही ज्यादा खुश हूं। हम दोनों बहुत ज्यादा खुश हो चुके थे अब मैं और ममता साथ में जमकर सेक्स का मजा ले रहे थे। ममता की सिसकारियां बढ रही थी लेकिन मुझे भी एहसास हो चुका था अब मैं ज्यादा देर तक ममता के सामने टिक नहीं पाऊंगा इसलिए मैंने उसकी चूत में वीर्य की पिचकारी को गिराकर उसकी इच्छा को पूरा कर दिया। मेरा वीर्य ममता की योनि में गिरते ही उसकी इच्छा पूरी हो गई और वह खुश हो गई थी। जिस तरीके से हमने साथ में सेक्स संबंध बनाए थे हम दोनों बहुत ही ज्यादा खुश थे। हम दोनों ने एक दूसरे के साथ पहली रात को रंगीन बना दिया।
 
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