मुझे डॉगी स्टाइल में चोदो

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Antarvasna, hindi sex kahani: रोहित चलो ना कहीं घूम आते हैं जब अनुष्का ने मुझसे कहा कि चलो कहीं घूम आते हैं तो मैंने उससे कहा ठीक है। हम दोनों उस दिन साथ में समय बिताना चाहते थे क्योंकि मुझे लगता था कि मैं अनुष्का को बिल्कुल भी समय नहीं दे पा रहा हूं। अनुष्का और मेरी शादी को 4 वर्ष होने आए हैं इन 4 वर्षों में हम दोनों ने एक दूसरे का साथ बखूबी दिया अनुष्का भी अपनी जॉब से बहुत खुश है और मैं भी अपनी जॉब से बहुत खुश हूं। हम दोनों एक दूसरे को थोड़ा बहुत समय दे ही देते हैं लेकिन ना जाने कब इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में शादी को 4 वर्ष हो गए कुछ पता ही नहीं चला। अनुष्का के कहने पर मैं और अनुष्का उस दिन साथ में समय बिताना चाहते थे हम लोगों ने पूरा दिन साथ में बिताया और जब शाम के वक्त हम लोग घर लौट रहे थे तो मुझे अनुष्का ने कहा कि मैं तुम्हें एक बात बताना भूल ही गई तो मैंने अनुष्का को कहा अनुष्का कहो ना तुम्हें क्या कहना था।

वह मुझे कहने लगी कि कल पापा मम्मी मुझसे मिलने के लिए आ रहे हैं मैंने अनुष्का को कहा चलो यह तो बहुत अच्छी बात है कि तुम्हारे पापा मम्मी तुमसे मिलने के लिए आ रहे हैं। अनुष्का कहने लगी कि कुछ दिन वह लोग हमारे साथ ही रुकने वाले है मैंने अनुष्का को कहा ठीक है यदि वह लोग हमारे साथ रुकने वाले हैं तो इसमे भला मुझे क्या आपत्ति होगी। अनुष्का कहने लगी कि क्या तुम कुछ दिनों के लिए अपने ऑफिस से छुट्टी ले सकते हो मैंने अनुष्का को कहा ऑफिस से छुट्टी लेना तो मेरे लिए मुश्किल हो जाएगा लेकिन फिर भी मैं कोशिश करूंगा कि मैं ऑफिस से छुट्टी ले लूँ क्योंकि हो सकता है कि मुझे अपने ऑफिस के टूर के सिलसिले में दुबई जाना पड़े, मैंने अनुष्का को कहा मैं कोशिश करूंगा कि मैं कुछ दिनों के लिए छुट्टी ले लूं। अब हम लोग घर पहुंच चुके थे और घर पहुंचते ही अनुष्का कहने लगी मुझे तो बहुत नींद आ रही है मैंने अनुष्का को कहा आज तो मुझे भी काफी थकान हो चुकी है।

अगले दिन सुबह मैं जल्दी उठ गया था और सुबह जल्दी उठने के बाद मैं अपने घर के पास के ही पार्क में चला गया। मैंने अनुष्का को भी कहा था कि वह भी मेरे साथ चले लेकिन उसने कहा कि पापा मम्मी आ रहे हैं इसलिए मैं घर की साफ सफाई कर देती हूं और वह घर की साफ सफाई कर रही थी। मैं पार्क से जब वापस लौटा तो अनुष्का घर की सफाई कर रही थी मैंने अनुष्का को कहा मैं तुम्हारी कुछ मदद कर देता हूं अनुष्का ने कहा कि ठीक है तुम मेरी मदद कर दो। मैंने अनुष्का की मदद की मैं जल्दी से अपने ऑफिस के लिए तैयार होने लगा मैंने अनुष्का को कहा अनुष्का क्या तुमने मेरे लिए नाश्ता बना दिया है तो वह कहने लगी हां मैंने आपके लिए नाश्ता बना दिया है। मैंने जल्दी से नाश्ता किया और मैं अपने ऑफिस के लिए निकल चुका था शाम के वक्त जब मैं अपने ऑफिस से लौटा तो अनुष्का के मम्मी पापा आ चुके थे तो मैं अनुष्का के पापा के साथ बैठ गया। उन्होंने मुझसे पूछा कि रोहित बेटा तुम्हारी जॉब कैसी चल रही है मैंने उन्हें कहा मेरी जॉब अच्छी चल रही है मैंने उनसे पूछा आप लोगों का सफर कैसा रहा वह कहने लगे हमारा सफर अच्छा रहा। वह लोग हमारे साथ कुछ दिनों तक रुकने वाले थे और कुछ दिनों तक वह लोग हमारे साथ रुके उसके बाद वह वापस चले गए इसी बीच मुझे भी कुछ दिनों के लिए अपने ऑफिस से दुबई जाना था मैंने जब यह बात अनुष्का को बताई तो अनुष्का मुझे कहने लगी कि आप वहां से वापस कब लौटेंगे। मैंने अनुष्का से कहा दो-चार दिन बाद मैं वापस लौट आऊंगा मैंने अनुष्का को कहा तुम अपना ध्यान रखना वह कहने लगी कि हां रोहित मैं ध्यान रखूंगी। मैं अब दुबई के लिए जा चुका था करीब दो से तीन दिन वहां रुकने के बाद मैं अपना काम खत्म कर के वापस लौट आया। मैं जब वापस लौटा तो उस दिन अनुष्का घर पर ही थी मैंने अनुष्का को कहा कि आज तुम ऑफिस नहीं गई अनुष्का मुझे कहने लगी कि नहीं रोहित आज मैं ऑफिस नहीं जा पाई क्योंकि मेरी तबीयत ठीक नहीं थी और मुझे लगा कि शायद आज मैं ऑफिस नहीं जा पाऊंगी इसलिए मैं घर पर ही थी। मैंने अनुष्का को कहा क्या तुमने डॉक्टर को दिखाया था तो अनुष्का कहने लगी कि नहीं। मैं अनुष्का को डॉक्टर के पास ले गया और डॉक्टर ने जब अनुष्का का बुखार देखा तो उसका बुखार काफी ज्यादा बढ़ा हुआ था डॉक्टर ने उसे दवाई दी और आराम करने के लिए कहा। मैंने अनुष्का को कहा अनुष्का तुम आज आराम कर लो मैं खाना बाहर से आर्डर करवा देता हूं अनुष्का को मैंने दवाई दी और वह आराम करने लगी। करीब दो दिन बाद वह ठीक हो चुकी थी वह अपने ऑफिस भी जाने लगी।

एक दिन अनुष्का और मैं अपने ऑफिस से वापस लौटे ही थे कि अनुष्का मुझे कहने लगी कि पड़ोस में आज कोई रहने के लिए आए हैं वह लोग अपना सामान शिफ्ट कर रहे हैं चलिए हम लोग उनसे जाकर बात करते हैं और यदि उन्हें कुछ मदद की जरूरत हो तो उनकी मदद भी कर देते हैं। अनुष्का ने जब मुझे यह कहा तो मैं भी अनुष्का के साथ चला गया हम दोनों जब पड़ोस में गए तो वह लोग सामान शिफ्ट कर रहे थे वहां पर खड़े व्यक्ति से मैंने हाथ मिलाते हुए अपना परिचय दिया और उनका नाम पूछा उन्होंने मुझे बताया कि वह लोग नागपुर के रहने वाले हैं। मैंने उन्हें कहा नागपुर में तो मेरी मौसी भी रहती हैं और ऐसे ही हम लोगों की बात बढ़ी हम लोगों का उनसे परिचय हो गया। उनके परिवार में वह लोग चार सदस्य हैं रोहन की उम्र भी लगभग मेरी जितनी ही है तो मैंने उन्हें कहा कि आज आप लोग हम लोगों के साथ ही डिनर कीजिएगा। हम उन लोगों के लिए डिनर की तैयारी करनी शुरू कर दी और हम लोगों ने उनके साथ उनका सामान शिफ्ट करने में भी काफी मदद की।

जब रात को वह हमारे घर पर डिनर के लिए आए तो हम लोगों की उस दिन काफी बात हुई और मुझे उनके बारे में काफी कुछ जानकारी पता चल चुकी थी अब उन लोगों का हमारे साथ बहुत अच्छा संबंध हो चुका था और अक्सर वह लोग हमसे मिलने के लिए घर पर आते ही रहते थे। कभी भी रोहन कहीं बाहर जाते तो वह हमेशा ही हमें कहते कि आप सुमन का ध्यान रखिएगा सुमन रोहन की पत्नी का नाम है। एक दिन मुझे रोहन से कुछ जरूरी काम था मैं जब डोर बेल बजा रहा था तो काफी देर तक कोई दरवाजा नहीं खोल रहा था। मैंने देखा कि दरवाजा तो खुला हुआ है मैं सीधा ही अंदर चला गया मैं जब अंदर गया तो मैंने देखा सुमन अपने कमरे में कपड़े बदल रही है वह पैंटी को पहन रही थी। मैं उसकी बड़ी गांड को देख कर अपने आपको रोक ना सका मैंने दरवाजा खटखटाते हुए कहा कि रोहन घर पर है वह घबरा गई और उसने अपने बदन पर तौलिया लपेट लिया वह बाहर आई और मुझे कहने लगी कि वह घर पर नहीं है लेकिन उसके गोरे बदन को देखकर मेरे अंदर आग जल चुकी थी मैं चाहता था कि उसके साथ क्या सेक्स कर पाऊंगा। मैंने जब सुमन के हाथ को पकड़ा तो वह मेरी बात समझ चुकी थी मैंने उसे अपनी बाहों में समा लिया वह अपने आपको बिल्कुल रोक ना सकी और मेरे होंठों को चूमने लगी जिस प्रकार से वह मेरा साथ दे रही थी उससे मुझे बहुत मजा आया और मैं उसके होठों को बहुत देर तक चूमता रहा। मैंने अपने लंड को बाहर निकालते हुए सुमन के मुंह पर लगाया तो सुमन ने मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया वह जिस प्रकार से मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर बाहर ले रही थी उससे मेरे अंदर एक अलग ही उत्तेजना पैदा हो रही थी और मुझे बड़ा ही अच्छा महसूस हो रहा था। सुमन बहुत ज्यादा खुश हो गई थी वह मुझे कहने लगी तुम्हारे लंड को चूसने में बहुत मजा आया तुम्हारा लंड बहुत ही मोटा है मैंने उसकी पैंटी को उतारा और उसकी चूत को मै चाटने लगा तो वह मचलने लगी वह मेरे बालों को पकड़ रही थी।

मैने काफी देर तक उसकी चूत का रसपान किया तो मुझे मजा आ रहा था मैंने अपने लंड को उसकी चूत के अंदर बाहर करना शुरू कर दिया था मेरा लंड सुमन की चूत के अंदर तक जा चुका था मेरा लंड उसकी कोमल चूत की दीवार से टकरा रहा था। वह अपने मुंह से सिसकियां लेकर मेरी गर्मी को दोगुना बढ़ा थी उससे मुझे और भी ज्यादा मजा आ रहा था वह बहुत ज्यादा खुश नजर आ रही थी उसने बहुत देर तक मेरे साथ संभोग का आनंद लिया। सुमन ने मुझे कहा मुझे तुम अब डॉगी स्टाइल में चोदो मुझे डॉगी स्टाइल में अपनी चूत मरवाने में बड़ा मजा आता है। उसने अपनी चूत से मेरे लंड को बाहर निकाला और मेरे लंड से पानी बाहर निकल चुका था लेकिन मेरे लंड से मेरा वीर्य अभी तक बाहर नहीं आया था। मैंने उसे डॉगी स्टाइल पोज में बनाते हुए उसकी चूत के अंदर अपने लंड को घुसाया तो मेरा लंड उसकी चूत के अंदर घुस गया उसकी चूत का टाइट पन मुझे साफ महसूस हो रहा था।

अब मैं उसे धक्के मारना शुरू कर चुका था उसकी गोरी और बड़ी चूतडो पर मेरा लंड टकराता तो उसे बड़ा आनंद आता और मैं उसे लगातार तेजी से चोदता जा रहा था मेरा लंड उसकी चूत के अंदर बाहर हो रहा था तो उसकी चूत की चिकनाई में बढ़ोतरी हो रही थी। उसकी चूत से निकलता हुआ पानी और भी ज्यादा बढ़ता जा रहा था वह मुझे कहती मेरी चूत से बहुत ज्यादा पानी बाहर की तरफ निकल रहा है मैंने उसे कहा लगता है मैं झड़ने वाली हूं। वह कहने लगी मुझे भी ऐसा ही लगता है तुम भी अपने वीर्य को मेरी चूत के अंदर ही गिरा दो। मैंने उसे कहा ठीक है मैं अपने वीर्य को तुम्हारी चूत में गिरा देता हूं। मैंने उसकी चूत के अंदर अपने वीर्य को गिरा दिया जैसे ही उसकी चूत के अंदर मेरा वीर्य गिरा तो मैंने अपने लंड को बाहर निकाला और उसने मेरे लंड को चूसना शुरू किया। वह मेरे लंड को बड़े ही अच्छे से चूस रही थी बहुत देर तक उसने मेरे लंड को चूसा तो मुझे बड़ा ही आनंद आया। कुछ दिनों बाद मैंने उसके साथ एनल सेक्स के भी मजे लिए सुमन के साथ सेक्स करने में बड़ा ही मजा आता।
 
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