मुझे तो आपसे ही चुदना है

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Antarvasna, hindi sex story: मैं स्कूल से घर लौट रहा था जब मैं स्कूल से घर लौट रहा था तो उस वक्त मेरे भैया मुझे मिलेें और वह मुझे कहने लगे रोहित तुम कैसे हो? मैंने भैया से कहा भैया मैं तो ठीक हूं लेकिन आप काफी दिनों से घर भी नहीं आए हैं। भैया मुझे कहने लगे कि तुम तो जानते ही हो समय का कितना भाव है और कहीं जाने के लिए समय ही नहीं मिल पाता है लेकिन आज तुम मिल गए तो काफी अच्छा लगा। भैया से मैं काफी दिनों बाद मुलाकात कर रहा था भैया से मिलकर मुझे काफी अच्छा लगा और भैया भी बहुत खुश थे। भैया मुझे कहने लगे रोहित कभी तुम घर पर आ जाया करो मैंने भैया को कहा ठीक है भैया दूसरे दिन मैं घर पर जरुर आऊंगा। मैंने वजह से कहा भैया अभी मैं चलता हूं आपसे मैं घर पर मुलाकात करुंगा भैया कहने लगे ठीक है रोहित तुम घर पर जरुर आना और फिर मैं घर वापस लौट आया। मैं जब अपने घर वापस लौटा तो मेरी पत्नी ने मुझे कहा आज आपको आने में देर हो गई तो मैंने अपनी पत्नी से कहा आज मुझे भैया मिले थे तो कुछ देर भैया के साथ बात करता रहा इस वजह से मुझे आने में देर हो गई। वह कहने लगी भाई साहब तो काफी दिनों से घर भी नहीं आए हैं मैंने अपनी पत्नी सुधा को कहा कि हां भाई साहब काफी दिनों से घर नहीं आए हैं क्योंकि उनके पास भी समय नहीं हो पाता है इसलिए वह घर नहीं आ पाते।

मैंने अब अपनी पत्नी सुधा से कहा कि तुम मेरे लिए चाय बना दो तो वह रसोई में चली गई और मेरे लिए थोड़ी देर बाद चाय बना कर ले आई। वह मेरे लिए चाय बना कर ले आई तो मैंने चाय पी उसके बाद हम लोग कुछ देर तक साथ में बैठकर बात करते रहे सुधा मुझे कहने लगी कि रोहित मुझे आपसे कुछ जरूरी बात करनी थी। मैंने सुधा को कहा हां सुधा कहो ना तुम्हें क्या जरूरी बात करनी थी वह मुझे कहने लगी कि रोहित मैं अब बच्चों के भविष्य को लेकर काफी चिंतित हूं। मैंने सुधा से कहा लेकिन अभी तुम्हे चिंता करने की क्या जरूरत है अभी तो बच्चे स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं और उनकी पढ़ाई भी अच्छे से चल रही है। सुधा कहने लगी कि रोहित अब आप जानते ही हैं कि 2 वर्ष बाद रजत अपनी 12वीं की पढ़ाई पूरी कर लेगा उसके बाद हमें उसे किसी अच्छे कॉलेज में पढ़ाना चाहिए।

मैंने सुधा से कहा तुम बेवजह अभी से चिंता ना करो मैंने सुधा को समझाया, वह कहने लगी कि ठीक है रोहित अब मैं आपसे कभी इस बारे में बात नहीं करूंगी। मैं कुछ देर रजत के साथ भी बैठा हुआ था रजत पढ़ाई कर रहा था मैंने उससे कुछ देर बाद की तो रजत से बात कर के मुझे अच्छा लगा क्योंकि वह पढ़ाई में अपना पूरा ध्यान दे रहा था। मैं अपने पारिवारिक जीवन से बहुत खुश था क्योंकि सुधा ने घर की जिम्मेदारी बखूबी निभाई थी। मां के देहांत हो जाने के बाद सुधा ने घर की जिम्मेदारी को बड़े अच्छे से निभाया। भैया और भाभी ने भी उसके बाद अपना अलग घर ले लिया था जिसके बाद वह लोग वहां रहने के लिए चले गए लेकिन आज भी मेरा भैया के साथ उतना ही प्यार और स्नेह है जितना कि पहले था। मैं एक दिन अपने स्कूल से लौटा तो मैंने उस दिन सुधा से कहा कि क्यों ना हम लोग कल भैया से मिलने के लिए चलें। सुधा कहने लगी हां रोहित आप ठीक कह रहे हैं हम लोगों को भाई साहब से मिलकर आना चाहिए उनसे मिले हुए काफी समय हो गया है और दीदी से भी मैं बहुत दिनों से मिली नहीं हूं। अब हम लोग अगले दिन भैया के घर चले गए जब हम लोग भैया के घर गए तो मुझे काफी अच्छा लगा क्योंकि काफी दिनों बाद मैं भैया से मिल रहा था और भाभी भी बहुत खुश थी भाभी से मिलकर भी अच्छा लगा। भैया ने मुझे बताया कि उनका अब ट्रांसफर हो चुका है मैंने भैया से कहा भैया लेकिन आपने तो इस बारे में मुझे कुछ बताया नहीं। भैया कहने लगे रोहित अब तुम मिले ही नहीं थे तो तुमसे इस बारे में बात नहीं हो पाई लेकिन मेरा ट्रांसफर मुरादाबाद हो चुका है। मैं और सुधा उस दिन भैया और भाभी से मिलकर खुश थे और काफी देर तक हम लोग उनके साथ में ही बैठे रहे उस दिन हम लोगों ने साथ में ही डिनर किया और रात के वक्त हम लोग घर लौट आए। जब हम रात को घर लौटे थे तो भैया ने मुझे रात के वक्त फोन कर दिया था और कहा रोहित क्या तुम लोग घर पहुंच चुके हो तो मैंने भैया से कहा हां भैया हम लोग घर पहुंच चुके हैं।

हम लोग घर पहुंच चुके थे और सुबह के वक्त जब मैं उठा तो मैंने सुधा से कहा सुधा तुम मेरे लिए जल्दी से नाश्ता बना दो सुधा कहने लगी रोहित बस आधे घंटे में नाश्ता तैयार कर देती हूं। सुधा ने करीब आधे घंटे में नाश्ता तैयार कर दिया और उसके बाद मैंने जल्दी से नाश्ता किया फिर मैं अपने स्कूल के लिए घर से निकल गया। मैं जब स्कूल पहुंचा तो हमारे प्रिंसिपल मुझसे कुछ बात करना चाहते थे उन्होंने मुझे कहा कि रोहित मुझे आपसे कुछ बात करनी है मैंने उन्हें कहा ठीक है सर। उन्होंने मुझे अपने ऑफिस में आने के लिए कहा तो मैंने कहा ठीक है सर मैं आपके ऑफिस में आ जाऊंगा। मैं अपनी क्लास खत्म कर के प्रिंसिपल से मिलने के लिए गया। जब मैं उनसे मिलने के लिए गया तो उन्होंने मुझे कहा कि हम लोग इस वर्ष अपने स्कूल में फंक्शन का आयोजन कर रहे हैं तो उसमें आपको भी और टीचरों की मदद करनी है। मैं ही स्कूल में सीनियर टीचर था इसलिए मुझे ही अन्य टीचरों की मदद करनी थी मैंने अपने प्रिंसिपल से कहा कि ठीक है सर मैं जरूर मदद करूंगा। हमारे स्कूल में हर वर्ष एनुअल फंक्शन होता है और उसकी तैयारियों में सभी टीचर जुटे हुए थे और इसमे मैंने भी उनकी मदद की।

मैं जब उस दिन घर लौटा तो सुधा मुझे कहने लगी कि रोहित कल मैं अपनी दीदी से मिलने के लिए जा रही हूं और मुझे घर लौटने में थोड़ा देर हो जाएगी। मैंने सुधा से कहा कोई बात नहीं तुम अपनी दीदी से मिलने के लिए चली जाओ। अगले दिन सुधा अपनी दीदी से मिलने के लिए चली गई थी। मैं भी स्कूल चला गया था। जब मैं स्कूल गया तो हमारे स्कूल में ही कावेरी मैडम हैं वह बहुत ही अच्छी है, उनका फिगर बड़ा ही सेक्सी है। हमारे स्कूल के टीचर उन पर फिदा है लेकिन वह तो मुझ पर डोरे डाला करती है। मुझे नहीं मालूम था कि उस दिन वह जब मेरे साथ घर लौटेंगे तो मुझे कहेंगी आप मुझे अपने घर ले चलिए। मैं उन्हें अपने घर ले आया मैं जब उन्हें अपने घर लाया तो उस दिन सुधा घर पर नहीं थी। कावेरी मैडम और मैं साथ मे थे उन्होंने मेरी बाहों में आने की कोशिश की मैंने उन्हें अपनी बाहों में समाते हुए अपने लंड को बाहर निकाल लिया। मैंने जब अपने मोटे लंड को बाहर निकाला तो उन्होंने अपने मुंह के अंदर मेरे लंड को समा लिया और कहने लगी मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। वह मेरे लंड को बड़े ही अच्छे से सकिंग कर रही थी जिस प्रकार से उन्होंने मेरे लंड को सकिंग किया उससे मुझे बहुत ही मजा आ रहा था। मेरे अंदर की गर्मी पूरी तरीके से बढ़ती जा रही थी मैंने उनके गले तक अपने लंड को डाल दिया था। मैंने जब उनकी चूत पर अपने लंड को लगाया तो वह मुझे कहने लगी रोहित सर मैं आपके लिए ना जाने कब से तड़प रही थी लेकिन आज आपने मेरी इच्छा पूरी की है। मैंने कावेरी मैडम से पूछा क्या आपके पति आपकी इच्छा पूरी नहीं कर पाते हैं? वह मुझे कहने लगी वह मेरी इच्छा पूरी नही कर पाते हैं इसीलिए तो मुझे आपसे अपनी इच्छा पूरी करवानी थी। मैंने उन्हें कहा स्कूल मे तो और भी टीचर है।

वह कहने लगी मुझे उन लोगों से क्या लेना देना मैं तो आपको ही पसंद करती हूं अब मैं उन्हें बड़ी तेजी से चोद रहा था। वह मेरा साथ बड़े अच्छे से दे रही थी उन्होंने मुझे अपने पैरों के बीच में जकड लिया था जिस गति से मै उनको धक्के मार रहा था उससे मुझे बहुत ही मजा आ रहा था। मुझे उन्हें चोदने में इतना मजा आ रहा था कि वह मुझे कहने लगी आप मुझे घोड़ी बना कर चदो। मैंने उनको घोडी बना दिया और उनकी बड़ी चूतडो को मैंने कसकर अपने हाथों मे पकड़ लिया मैंने अब उनकी चूतडो को इतना कस कर पकड़ा हुआ था कि मैं उन्हें धक्के देने लगा। मैं उन्हें काफी देर तक ऐसे ही धक्के दिए वह कहने लगी मुझे लगता है अब मै झडने वाली हूं। उन्होंने अपने दोनों पैरों को आपस में मिला लिया मुझे उनकी चूत बहुत टाइट महसूस हो रही थी। उनकी चूत के अंदर मेरा वीर्य गिर चुका था। जैसे ही उनकी चूत मे मेरा वीर्य गिरा तो उन्होंने कहा अपने अंदर ही अपने वीर्य को गिरा दिया। मैंने उन्हे कहा आज मुझे आपको चोद कर बहुत मजा आया मेरा वीर्य उनकी चूत से बाहर की तरफ को टपक रहा था। मैंने उन्हें कहा मेरा वीर्य आपकी चूत मसे टपक रहा है।

वह कहने लगी आप मुझे दोबारा से चोदो। उन्होंने अपने दोनों पैरों को खोल लिया और मैंने उनकी चूत के अंदर अपने लंड को डाल दिया जब मेरा लंड उनकी चूत के अंदर गया तो वह बड़ी तेजी से चिल्लाई और मुझे कहने लगी तुम ऐसे ही मुझे धक्के देते रहो। मैं उन्हें बड़ी तेज गति से ऐसे ही धक्के दिए जा रहा था। मुझे उन्हे चोदने मे बहुत मजा आ रहा था वह मेरा साथ दे रही थी और अपनी गर्म सांसो से वह मेरे अंदर की गर्मी को और भी अधिक बढ़ाने लगी। मैंने उन्हें कहा आपको चोदकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है वह बड़ी खुश थी और मुझे कहने लगी मुझे भी आपके साथ सेक्स करने मे बहुत अच्छा लग रहा है। मैंने उनके साथ काफी देर तक सेक्स का मजा लिया और जब मेरा वीर्य पतन हुआ तो मैंने उन्हें कहा मेरा वेरी पतन हो चुका है। उसके बाद कावेरी मैडम और मैंने कपड़े पहन लिए वह भी अपने घर जा चुकी थी। यह पहला ही मौका था और इसके बाद तो ना जाने हम लोगों के बीच कितनी बार सेक्स संबंध बने। मुझे कावेरी मैडम के साथ करने में बहुत अच्छा लगता है वह भी मेरा साथ बड़े अच्छे से दिया करती है।
 
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