रचना की कुंवारी चूत से खून आने लगा

sexstories

Administrator
Staff member
Hindi sex stories, antarvasna sex stories: मनीषा और मैं एक दूसरे को बहुत ही ज्यादा प्यार करते थे लेकिन अब हम दोनों के बीच बहुत झगड़े होने लगे थे इसलिए हम दोनों एक दूसरे से अलग होना चाहते थे। मैं मनीषा को पिछले तीन वर्षों से डेट कर रहा था और अब हम दोनों एक दूसरे से अलग हो चुके थे। हम दोनों के ब्रेकअप हो जाने के बाद हम दोनों अपनी जिंदगी में आगे बढ़ गये और मैं भी अपनी नौकरी के लिए बेंगलुरु चला आया। जब मैं बेंगलुरु आया तो मेरे लिए कुछ भी आसान नहीं था क्योंकि मेरे दिमाग से मनीषा का ख्याल उतर नही पाया था। मैं हमेशा ही मनीषा के बारे में सोचा करता लेकिन मुझे अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना ही था। मैं अपनी जिंदगी में आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा था मेरा मनीषा से कोई भी सम्पर्क नहीं था लेकिन मेरे दोस्तों ने मुझे बताया कि मनीष अब शादी करने वाली है। जब मुझे यह बात पता चली तो मुझे काफी बुरा लगा की मनीषा शादी करने वाली थी।

मनीषा ने शादी करने का फैसला किया तो मेरे लिए यह बहुत ही कठिन समय था। हम दोनों एक दूसरे से अलग तो हो चुके थे लेकिन मेरे लिए यह स्वीकार करना थोड़ा मुश्किल था परंतु अब मुझे आगे बढ़ना ही था इसलिए मैं अब आगे बढ़ने की कोशिश में लगा हुआ था। इस बात से कहीं ना कहीं मेरी नौकरी पर भी असर पड़ने लगा था और जिस कंपनी में मैं नौकरी करता था वहां से मुझे जॉब छोड़नी पड़ी थी। मैं काफी परेशान रहने लगा था और यही वजह थी कि मेरी जिंदगी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था। मैं बेंगलुरु में जिस कॉलोनी में रहता हूं वहां पर मेरे बिल्कुल सामने वाले फ्लैट में एक लड़की रहने के लिए आई वह काफी बिंदास किस्म की है। उससे मेरी ज्यादा बात तो नहीं हुई थी लेकिन जब भी वह मुझे मिलती तो उसके चेहरे पर हमेशा ही मैं मुस्कुराहट देखा करता जिससे कि मुझे भी लगता कि वह कितनी ज्यादा खुश है लेकिन अभी तक ना तो मैं उसका नाम जानता था और ना हीं मेरी उससे बात हुई थी।

मैं अक्सर उसे देख ही लिया करता था और जब भी वह मुझे दिखती तो मुझे बहुत अच्छा लगता। एक दिन हम दोनों लिफ्ट में थे और उस दिन उसने मुझसे बात की वह कहने लगी कि क्या आप यहीं रहते हैं तो मैंने उसे कहा कि हां मैं आपके बिल्कुल सामने वाले फ्लैट में रहता हूं। शायद उसने मुझे कभी भी नोटिस नहीं किया था लेकिन उस दिन उसने मुझसे बात की और जब पहली बार रचना ने मुझसे बात की तो मुझे अच्छा लगा। रचना से बात कर के मैं काफी खुश था और यह काफी समय बाद हुआ था जब मेरे चेहरे पर खुशी थी। उस दिन के बाद मैं रचना से बातें करने लगा रचना और मेरी एक दूसरे से बातें होने लगी थी और हम दोनों जब भी एक दूसरे से बातें करते तो हम दोनों को ही अच्छा लगता है। रचना के बारे में भी मुझे अब पता चलने लगा था और कहीं ना कहीं वह भी मेरे बारे में जानने लगी थी। अब हम दोनों की काफी अच्छी दोस्ती हो चुकी थी इसलिए मैंने भी रचना को अपनी जिंदगी से जुड़ी हर बात को बता दिया।

मैं रचना से अपने रिलेशन के बारे में भी बता चुका था मैंने उसे मनीषा के बारे में सब कुछ बता दिया था। रचना ने मुझे कहा कि तुम्हें आगे बढ़ना चाहिए और यह सब तुम्हे भूल जाना चाहिए इससे तुम्हारी जिंदगी पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। जब रचना ने मुझसे यह बात कही तो मुझे भी काफी अच्छा लगा और अब हम दोनों ही एक दूसरे को मिलने लगे। रचना मेरे पड़ोस में ही रहती थी इसलिए कभी भी उसे कुछ जरूरत होती तो मैं हमेशा ही उसकी मदद के लिए खड़ा रहता। मेरी जिंदगी में रचना के आने से बहुत ज्यादा बदलाव आने लगे थे और मैं अपनी नौकरी पर भी पूरी तरीके से ध्यान देने लगा था। मैं जिस तरीके से अपनी जॉब कर रहा हूं उससे भी मैं बहुत ज्यादा खुश हूं और मैं अब रचना के साथ अपना समय अच्छे से बिताने की कोशिश किया करता। रचना और मेरे बीच बहुत अच्छी दोस्ती है और हम दोनों एक दूसरे को बहुत अच्छे से समझते हैं।

कहीं ना कहीं हम दोनों के ख्यालात भी मिलते हैं जिस वजह से मुझे बहुत ही अच्छा लगता है। मैं बहुत ज्यादा खुश हूं कि रचना और मैं एक दूसरे के साथ अपने रिलेशन को अच्छे से चला रहे है। हम एक दूसरे को बहुत अच्छे से समझते हैं और कहीं ना कहीं हम दोनों के खयालात भी मिलते हैं जिस वजह से मुझे बहुत ही अच्छा लगता है और मैं बहुत ज्यादा खुश हूं। हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा खुश हैं और जिस तरीके से हम दोनों की जिंदगी चल रही है उससे मैं और रचना अब अपनी दोस्ती से भी कुछ आगे बढ़ चुके थे। रचना का मेरी जिंदगी में बहुत महत्व है इसलिए मैं भी चाहता हूं कि रचना से मैं अपने दिल की बात कह दूं। मैं चाहता था कि रचना मेरी जिंदगी में आ जाए और मैंने भी रचना से अपने प्यार का इजहार किया तो रचना मुझसे कहने लगी कि रोहित यह सब तो ठीक है लेकिन मैं भी तुम्हें अपने बारे में बताना चाहती हूं। उस दिन मुझे रचना ने अपनी जिंदगी के बारे में बताया।

रचना ने मुझे बताया कि उसकी जिंदगी बेहद गरीबी में गुजरी है और इस वजह से उसके पापा ने उसकी शादी जल्द ही तय कर दी थी लेकिन वह शादी करने के लिए तैयार नहीं थी इसलिए वह घर से भाग गई। मुझे यह बात रचना ने पहली बार ही बताई थी और जब मुझे यह बात पता चली तो मैंने उसे कहा कि तुमने मुझे इस बारे में कभी क्यों नहीं बताया। रचना ने मुझे कहा कि मैं तुम्हें इस बारे में नहीं बताना चाहती थी लेकिन हां जब तुमने मुझसे अपने दिल की बात कही तो मैं भी चाहती हूं कि तुमसे मैं कुछ ना छुपाऊं। रचना ने मुझे यह बात बता दी थी तो मुझे भी इससे कोई परेशानी नहीं थी। रचना और मैं अब एक दूसरे के साथ रिलेशन में है और हम दोनों बहुत ज्यादा खुश हैं। जिस तरीके से रचना और मैं साथ में है उससे मुझे बहुत अच्छा लगता है क्योंकि हम दोनों की जिंदगी एक दूसरे से जुड़ी हुई है। जिस तरीके से हम दोनों की लाइफ चल रही है उससे हम दोनों बहुत ज्यादा खुश है।

मुझे बहुत खुशी है कि रचना के साथ मैं अपने रिलेशन को अच्छे से चला पा रहा हूं और हम दोनों का रिलेशन बहुत ही अच्छे से चल रहा है। रचना और मुझे एक दूसरे के साथ बहुत ही अच्छा लगता। जब भी हम दोनों एक दूसरे को नहीं मिलते तो हम दोनों को ही ऐसा लगता जैसे कि कुछ अधूरा रह गया है। रचना अपने काम के सिलसिले में कहीं बाहर जाती तो मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता। हम दोनों का प्यार दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा था। एक दिन हम दोनो साथ में बैठे हुए थे क्योंकि उस दिन रचना भी घर पर थी और में भी घर पर ही था। हम दोनों एक दूसरे से बातें कर रहे थे। मैंने रचना की तरफ देखा तो रचना की आंखों में मुझे बहुत ज्यादा प्यार नजर आ रहा था। मैंने रचना के हाथों को पकड़ा मै उसके हाथों को सहलाने लगा और रचना की गर्मी भी बढ़ती जा रही थी। उसकी गर्मी इतनी ज्यादा बढ़ चुकी थी वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी ना तो मैं अपने आपको रोक पा रहा था और ना ही वह अपने अंदर की गर्मी को रोक पा रही थी।

मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो वह मेरे लंड को देखकर बोली तुम्हारा लंड कितना मोटा है। मैंने उसे कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह में ले लो। रचना अपने मुंह मे मेरे लंड को चूसने लगी और जिस तरीके से वह मेरे लंड को चूस रही थी उससे मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था। मैं बहुत ज्यादा खुश था रचना की गर्मी बढ़ रही थी। उसने मेरे लंड से माल बाहर की तरफ को निकाल दिया था। उसने मेरे लंड को बड़े ही अच्छे से चूसा मैंने उसके कपड़े उतार कर उसके स्तनों का रसपान करना शुरू किया। मुझे उसके स्तनों को चूसने मे मजा आ रहा था। उसे भी बहुत अच्छा लग रहा था हम लोगों की गर्मी बढ़ती जा रही थी। जिस तरीके से वह मेरी गर्मी को बढ़ रही थी उससे मुझे और रचना को मजा आ रहा था। हम दोनो एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा खुश हैं।

अब मैंने उसकी चूत पर अपनी जीभ को लगाया तो उसकी चूत से निकलता हुआ पानी मेरी गर्मी को बढ़ाने लगा। मैंने उसकी योनि के अंदर अपने लंड को घुसा दिया था। मेरा लंड उसकी चूत मे जाते ही उसकी चूत से खून निकलने लगा था। मुझे बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी रचना की चूत के मजे मै ले पाऊंगा। मैं उसे चोद रहा था उसकी चूत से खून निकलने लगा था। मैं रचना को बड़ी ही तेजी से धक्के दिए जा रहा था। मैं जिस तरीके से उसे चोद रहा था उसको भी मजा आ रहा था और मुझे भी बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था। हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बढ़ाते जा रहे थे जब हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बढ़ाते तो हम दोनों को अच्छा लग रहा था। उसे बड़ा मजा आ रहा था रचना बिल्कुल भी रह ना सकी और मैंने उसकी चूत में अपने वीर्य को गिराने का फैसला कर दिया था। मैंने अपने वीर्य को रचना की चूत में गिराया तो वह खुश हो गई और मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है। रचना बहुत ही ज्यादा खुश थी हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को शांत कर पाए। मैंने रचना की चूत की गर्मी को शांत करके उसकी इच्छा को पूरा कर दिया था और उस दिन के बाद हम लोगों के बीच हमेशा ही सेक्स संबध बनने लगे और हम दोनों एक दूसरे के साथ पति पत्नी की तरीके से रहते हैं लेकिन अभी भी हम दोनों की शादी नहीं हुई है।
 
Back
Top