लता की धक्के मारकर चुदाई

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Hindi sex stories, antarvasna: मैं अपने दोस्त आकाश के बर्थडे पार्टी के लिए तैयार होकर अपने घर से निकला। मैं जैसे ही अपनी कार में बैठा तभी मेरे दोस्त सुरेश का फोन आया और वह मुझे कहने लगा कि क्या तुम मुझे लेने के लिए मेरे घर पर आ जाओगे। मैंने सुरेश को कहा कि ठीक है मैं तुम्हारे घर पर थोड़ी देर में ही पहुंचता हूं और मैं थोड़ी देर बाद सुरेश के घर पर पहुंच गया। जब मैं सुरेश के घर पर गया तो सुरेश तैयार हो रहा था सुरेश ने मुझे कहा कि तुम थोड़ी देर बैठो मैं अभी बस तैयार हो जाता हूं। मैं बैठक में बैठा हुआ था और मैं अपने मोबाइल को टटोल रहा था। 15 मिनट हो चुके थे लेकिन अभी भी सुरेश तैयार नहीं हुआ था। जब सुरेश तैयार हुआ तो सुरेश मुझे कहने लगा कि चलो मोहन हम लोग चलते हैं और फिर हम दोनों आकाश के बर्थडे पार्टी में चले गए। जब हम लोग आकाश के बर्थडे पार्टी में पहुंचे तो वहां पर काफी ज्यादा भीड़ थी।

मैंने आकाश को उसके जन्मदिन की बधाई दी और सुरेश ने भी आकाश को उसके जन्मदिन की बधाई दी। हम दोनों ने आकाश को उसके जन्मदिन की बधाई देने के बाद अपने कुछ पुराने दोस्तों से मिले। जब हम लोग अपने पुराने दोस्तों से मिले तो हम लोगों को अच्छा लगा। उस दिन आकाश की बर्थडे पार्टी में हम लोगों ने खूब इंजॉय किया और अपने पुराने दोस्तों से मिलकर भी हमे अच्छा लगा। हम लोग बड़े ही खुश थे जिस तरीके से हम लोग अपने दोस्तों से मिले थे। एक दिन मैं और आकाश जब एक दूसरे को मिले तो उस दिन मैंने आकाश को कहा कि क्या आज हम लोग सुरेश को मिलने के लिए चलें तो आकाश ने मुझे कहा कि ठीक है। हम लोग उस दिन सुरेश को मिलने के लिए उसकी शॉप में चले गए।

सुरेश के पिताजी का गारमेंट का बिजनेस है और सुरेश भी अपने पापा के काम को संभालता है। जब हम लोग सुरेश की शॉप में गए तो सुरेश हम दोनों को देखकर बड़ा ही खुश हुआ वह कहने लगा कि आज तुम लोग मुझसे मिलने के लिए आए मुझे बहुत ही अच्छा लगा। हम लोग सुरेश के साथ बैठकर बातें कर रहे थे तो सुरेश की दुकान में काम करने वाले लड़के से कहा कि हम लोगों के लिए वह चाय ले आए और थोड़ी ही देर बाद वह हम लोगों के लिए चाय ले आया। हम लोगों ने चाय पी और थोड़ी देर तक हम लोग सुरेश के साथ बैठे रहे फिर हम लोग वहां से चले गए। मैं और आकाश अकेले बोर हो रहे थे तो हम दोनों ने सोचा कि क्यों ना हम लोग मूवी देखने के लिए चलें। हम दोनों उस दिन मूवी देखने के लिए चले गए, मूवी देखने के बाद हम दोनों वहां से वापस अपने घर लौट आए थे। कॉलेज की पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद मैं घर पर ही रहता लेकिन अब मुझे भी लगने लगा था कि मुझे कुछ करना चाहिए। हमारे घर की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत है लेकिन उसके बावजूद भी मैं जॉब करना चाहता था।

मैं घर पर अकेले बोर हो जाया करता था जिस वजह से मुझे लगता कि मुझे कहीं नौकरी करनी चाहिए और मैं अब नौकरी करना चाहता था। मैंने जब इस बारे में अपने पापा से बात की तो वह मुझे कहने लगे कि लेकिन बेटा तुम्हें नौकरी करने की क्या जरूरत है तुम मेरी कंपनी में काम क्यों नहीं संभाल लेते। मैंने पापा से कहा कि पापा मैं अभी आपकी कंपनी में काम संभालने के लिए तैयार नहीं हूं मुझे थोड़ा वक्त चाहिए। मैंने अब जॉब करने का फैसला कर लिया था मैं एक कंपनी में जॉब करने लगा और जब मेरा पहला दिन था तो उस दिन मुझे काफी अच्छा लगा। पहले दिन ही मेरी ऑफिस में काफी लोगों से दोस्ती हो गई थी। मैं बड़ा खुश था जिस तरीके से मैं अपनी जॉब कर रहा था और मेरे काफी दोस्त भी बनने लगे थे। जिस ऑफिस में मैं जॉब करता हूं उस ऑफिस में लता भी जॉब करती है लता और मैं एक दूसरे से बात नहीं करते थे लेकिन हम दोनों एक दूसरे को अक्सर देखा करते। जब भी मैं लता की आंखों में देखता तो मुझे ऐसा लगता कि जैसे वह भी मुझसे प्यार करती है। कहीं ना कहीं उसके दिल में मेरे लिए कुछ तो चल रहा था और मैं चाहता था कि मैं लता से बात करूं। एक दिन लंच टाइम में हम दोनों साथ में बैठे हुए थे जब हम दोनों एक दूसरे से बातें कर रहे थे तो मैं लता की आंखों में देख रहा था और मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था।

मैं लता की आंखों में देखकर अपने प्यार का इजहार लता से करना चाहता था। मैंने लता को अपने प्यार का इजहार कर दिया था जब मैंने लता से अपने दिल की बात कही तो वह बड़ी ही खुश थी और मैं भी बहुत ज्यादा खुश था जिस तरीके से हम दोनों का रिलेशन एक दूसरे के साथ चल रहा था। हम एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश किया करते। जब भी मैं और लता साथ में होते तो हम दोनों को बड़ा ही अच्छा लगता। लता को भी बहुत ज्यादा अच्छा लगता था जब वह मेरे साथ होती और हम दोनों अक्ज़र साथ मे समय बिताया करते। मैं चाहता था कि मैं पापा के बिजनेस को संभाल लूं और अब मैं पापा के बिजनेस को संभालने के लिए तैयार था। मैंने पापा के बिजनेस को संभाल लिया था पापा भी इस बात से बड़े खुश थे और मैं पूरी मेहनत के साथ काम कर रहा था। लता और मेरे बीच बहुत ही ज्यादा प्यार है हम दोनों एक दूसरे को हर रोज मिलते हैं। एक दूसरे से जब भी हम दोनों बात करते तो हमें बहुत अच्छा लगता। मैं और लता जब भी एक दूसरे को नहीं मिलते तो हम दोनों को बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता। मैं सोचता कि मैं और लता एक दूसरे से बाते ही करते रहे।

मैं लता को अक्सर फोन कर दिया करता मैं लता के बिना बिल्कुल भी नहीं रह पाता था ना ही लता मेरे बिना रह पाती थी इसीलिए तो हम दोनों की नजदीकियां और भी ज्यादा बढ़ती जा रही थी। लता चाहती थी कि हम दोनों अब शादी कर ले लेकिन मैं शादी के लिए तैयार नहीं था। कई बार लता और मेरे बीच इस बात को लेकर झगड़े हो जाया करते थे लेकिन लता और मेरा रिलेशन अच्छा चल रहा है। हम दोनों के जब भी झगड़े होते तो उसके बाद हम दोनों एक दूसरे से बात कर के बहुत ही खुश रहते और हमारी जिंदगी में अब सब कुछ अच्छे से चल रहा है। मैं और लता एक दूसरे के साथ बहुत ही खुश हैं हम दोनों एक दूसरे के साथ अपने रिलेशन को इंजॉय कर रहे हैं और हमारी जिंदगी बड़े ही अच्छे से चल रही है। मैं एक दिन लता को मिला और जब हम दोनों एक दूसरे से मिले तो उस दिन लता और मैं साथ में बैठे हुए थे हम दोनों ने उस दिन काफी देर तक साथ में समय बिताया और फिर मैंने लता को भी उसके घर पर छोड़ दिया था। लता और मेरा मिलना तो होता ही रहता था एक दिन हम दोनों ने फोन पर एक दूसरे से बातें की। मैंने जब उस दिन पहली बार लता का फिगर उससे पूछा तो वह थोड़ा शर्मा जरूर रही थी लेकिन उसने मुझे अपने फिगर का साइज बता दिया था।

उसके बाद हम लोग एक दूसरे के साथ में सेक्स करने के लिए तड़पने लगे थे। मैं चाहता था मैं लता के साथ सेक्स के मजे लूं लता भी यही चाहती थी। जब लता ने मुझसे कहा मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है तो हम दोनों एक दूसरे को मिले। जब हम दोनों एक दूसरे को मिले तो हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स करने के लिए तड़पने लगे थे और हमारी तडप इतनी ज्यादा बढ़ने लगी थी हम दोनों बिल्कुल भी रह नहीं पा रहे थे। हम दोनों एक दूसरे की बाहों में आने के लिए तड़प रहे थे। मैंने लता के होंठों को चूमना शुरू किया। जब मैं उसके होठों को चूमने लगा तो उसे मज़ा आने लगा वह बहुत ज्यादा खुश हो गई थी मैं जिस तरीके से उसके होठों को चूम रहा था। उसकी गर्मी अब बढती जा रही थी। मैं बहुत ही ज्यादा गरम हो चुका था और मेरी गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी। हम दोनों ने अपने कपड़े उतार दिए थे हम दोनों एक दूसरे के साथ बिस्तर में लेटे हुए थे। मैंने लता के बदन को बहुत ही अच्छे से महसूस किया मैं उसके बदन को ऊपर से लेकर नीचे तक महसूस करता रहा जिससे कि वह बिल्कुल भी रह ना सकी और वह मुझे कहने लगी मेरे अंदर की गर्मी को तुमने बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है।

हम दोनों पूरी तरीके से तड़पने लगे थे मेरे अंदर की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी मैंने लता से कहा मैं बिल्कुल भी रह नहीं पाऊंगा। वह भी तड़प रही थी उसने मेरे सामने अपने पैरों को खोला। जब उसने अपने पैरों को खोला तो मैं समझ चुका था वह मुझसे अपनी चूत मरवाने के लिए तैयार है। मैंने लता की चूत में अपने लंड को घुसा दिया था। मैंने जैसे ही उसकी योनि में अपने लंड को घुसाया तो वह जोर से चिल्लाई। यह पहली बार था जब हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स करने के लिए तड़प रहे थे। मैं लता को तेजी से धक्के मारने लगा था जिससे वह बहुत ही ज्यादा तड़पने लगी थी और उसकी तडप बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी। मैंने लता को तेजी से धक्के दिए जा रहा था। वह मेरा साथ अच्छे से दे रही थी हम दोनों बहुत ज्यादा गरम हो चुके थे।

मैंने लता से कहा मुझे अच्छा लग रहा है मैं उसको तेजी से धक्के मार रहा था वह मेरा साथ अच्छे से दे रही थी। हम दोनों बहुत ज्यादा तड़पने लगे थे मैं पूरी तरीके से गर्म हो चुका था। हमारी तडप बढ़ने लगी थी मैं लता को तेजी से धक्के मारता तो वह जोर से सिसकारियां लेकर मुझे कहती मुझे अच्छा लग रहा है। हम दोनों एक दूसरे का साथ अच्छे से दे रहे थे लता ने अपने पैरों को आपस में मिला लिया था जिससे मुझे उसे चोदने में बहुत मजा आने लगा था। मुझे 5 मिनट के बाद एहसास होने लगा मैं रह नहीं पाऊंगा मैंने लता की योनि में अपने माल को गिरा दिया। उसकी योनि में अपने माल को गिराने के बाद मुझे बड़ा ही अच्छा लगा जिस तरीके से हम दोनों ने एक दूसरे के साथ सेक्स संबंध बनाए थे और एक दूसरे की गर्मी को शांत कर दिया था।
 
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