श्वेता की सिसकियों ने अन्तर्वासना जगा दी

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Hindi sex story, antarvasna: विजय और मुझे कंपनी के काम से लखनऊ जाना था और हम दोनों दिल्ली रेलवे स्टेशन पर गए। जब हम लोग दिल्ली रेलवे स्टेशन पर गये तो वहां पर ट्रेन नहीं थी क्योंकि ठंड काफी ज्यादा थी इसलिए सारी ट्रेनें देरी से चल रही थी और हम दोनों को वहां पर इंतजार करना पड़ा। दो घंटे के बाद ट्रेन आ गई और जब ट्रेन आई तो हम दोनों ने अपना सामान अपनी बोगी में रख दिया और हम दोनों अपनी सीट पर बैठ गए। सफर का पता ही नहीं चला कि कब हम लोग लखनऊ पहुंच गए। हम दोनों लखनऊ पहुंच चुके थे और जब हम लोग लखनऊ गए तो उस दिन हम लोग होटल में ही रुके और अगले दिन हम लोगों को अपने काम से जाना था।

हम लोग सुबह के वक्त होटल से निकल चुके थे और शाम को हम लोग होटल में वापस लौट आए। हम लोगों को लखनऊ में दो दिनों का ही काम था इसलिए हम दोनों दो दिन बाद दिल्ली वापस लौट आए। जब हम लोग दिल्ली वापस लौटे तो मेरी तबीयत कुछ ठीक नहीं थी और मैंने कुछ दिनों के लिए अपने ऑफिस से छुट्टी ले ली। मैं कुछ दिनों के लिए अपने ऑफिस से छुट्टी ले चुका था और काफी दिन हो गए थे जब मैं अपने परिवार के साथ समय भी नहीं बिता पाया था इसलिए मैं चाहता था कि मैं अपने परिवार के साथ कुछ समय बिताऊं। अपनी फैमिली के साथ काफी लंबे समय बाद मैंने अच्छा समय बिताया। कुछ दिन बाद मैं अपने ऑफिस जाने लगा था मैं जिस ऑफिस में जॉब करता हूं मैंने अब वहां से रिजाइन देने का फैसला कर लिया था।

वहां पर मुझे जॉब करते हुए काफी समय भी हो चुका था और मुझे दूसरी कंपनी से अच्छी अपॉर्चुनिटी भी मिली थी इसलिए मैंने सोचा कि क्यों ना मैं अब दूसरी कंपनी में जॉब कर लूँ। वहां पर मेरी तनख्वाह भी काफी ज्यादा थी और मैंने वहां पर जॉब करनी शुरू कर दी मैं बहुत ज्यादा खुश था और मेरी फैमिली भी बड़ी खुश थी। कुछ समय तक वहां जॉब करने के बाद मेरा ट्रांसफर मुंबई हो गया। मेरा ट्रांसफर मुंबई हो जाने के बाद मैं मुंबई में ही रहने लगा मेरे साथ मेरी पत्नी श्वेता भी रहती है। श्वेता और मैं मुंबई में ही रहने लगे थे हम लोग चाहते थे कि हम लोग मुंबई में ही घर खरीद ले लेकिन मुंबई में घर खरीदना इतना आसान भी नहीं था। अभी तक मुंबई में मैं घर तो नहीं खरीद पाया था लेकिन मैं चाहता था कि मैं मुंबई में जल्द ही एक घर खरीद लूं। मेरी पत्नी श्वेता भी अब नौकरी करने लगी थी और श्वेता की जॉब भी अच्छे से चल रही थी।

श्वेता अपनी नौकरी से काफी खुश थी और हम दोनों एक दूसरे को बहुत ही अच्छे से समझते हैं। जब भी हम दोनों को मौका मिलता है तो हम दोनों एक दूसरे के साथ में समय बिता लिया करते हैं। मुझे काफी लंबा समय हो गया था मैं घर भी नहीं जा पाया था इसलिए मैंने एक दिन श्वेता से इस बारे में डिस्कशन किया। श्वेता ने कहा कि हम लोग कुछ दिनों के लिए दिल्ली हो आते हैं और हम लोग कुछ दिनों के लिए घर जाना चाहते थे। हम लोग दिल्ली गए तो हम लोगों को काफी अच्छा लगा श्वेता ने मुझे कहा कि वह कुछ दिनों के लिए अपने मायके जाना चाहती है। मैंने श्वेता को कहा कि ठीक है तुम अपने मायके चली जाओ। श्वेता कुछ दिनों के लिए अपने मायके चली गई थी जब हम लोग वापस लौट आए तो श्वेता ने मुझसे कहा कि वह अपने ऑफिस से रिजाइन दे रही है।

श्वेता ने अपने ऑफिस से रिजाइन दे दिया था, मैंने श्वेता से इस बारे में बात तो नहीं की लेकिन कुछ दिनों बाद श्वेता ने मुझे बताया कि वह दूसरी जगह जॉब करना चाहती है। श्वेता दूसरी जगह जॉब करने लगी। श्वेता के ऑफिस में ही उसकी एक सहेली है जिसका नाम महिमा है जो कि हमारे घर पर अक्सर आती रहती थी। श्वेता और महिमा की आपस में काफी अच्छी बनती है और हम दोनों को बड़ा अच्छा लगता था जब भी महिमा हमारे घर पर आती थी। महिमा ने अभी तक शादी नहीं की थी और महिमा की शादी को लेकर कई बार मैं और श्वेता महिमा से बात कर लिया करते है लेकिन महिमा अभी शादी नहीं करना चाहती थी। महिमा ने कभी भी हमें इस बारे में नहीं बताया था कि उसकी सगाई हो चुकी थी लेकिन उसकी सगाई टूट गई जिस वजह से उसने अभी तक शादी नहीं की है।

मैंने भी कभी महिमा से इस बारे में नहीं पूछा था लेकिन एक दिन श्वेता और मैं महिमा के साथ बैठे हुए थे उस दिन महिमा हमारे घर पर आई हुई थी और महिमा ने हम लोगों से जब इस बारे में बात की तो मैंने महिमा को कहा कि यह तो तुम्हारे साथ काफी गलत हुआ लेकिन तुम्हें अब अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना चाहिए और तुम्हें शादी कर लेनी चाहिए। महिमा ने मुझे कहा कि मैं भी कई बार शादी करने के बारे में सोचती हूं और मेरी फैमिली भी कई बार मुझे इस बारे में कहती है लेकिन मैं अभी शादी करने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं हूं। मैंने एक दिन अपने ही घर में श्वेता के जन्मदिन की पार्टी रखी और जब मैंने श्वेता के जन्मदिन की पार्टी रखी तो उस दिन हमारे घर पर श्वेता के ऑफिस के कुछ लोग आए हुए थे और मैंने भी अपने कुछ दोस्तों को इनवाइट किया था। श्वेता बहुत ज्यादा खुश थी और उसने मुझे कहा कि आज मुझे बहुत ही अच्छा लगा।

श्वेता का जन्मदिन हम लोगों ने बहुत ही अच्छे से सेलिब्रेट किया। श्वेता और मेरी मुलाकात आज से 5 वर्ष पहले हुई थी। जब हम दोनों की पहली बार मुलाकात हुई तो हम दोनों एक दूसरे से मिलकर बड़े खुश हुए थे और हम दोनों के बीच बहुत ही ज्यादा प्यार है। हम दोनों एक दूसरे को बहुत ज्यादा प्यार करते हैं और एक दूसरे को अच्छे से समझते हैं शायद यही वजह है कि श्वेता और मेरी शादीशुदा जिंदगी बहुत ही अच्छे से चल रही है। हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश हैं जिस तरीके से मैं और श्वेता एक दूसरे के साथ में होते है। जब भी हम समय बिताते हैं तो हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगता है और श्वेता को भी बड़ा अच्छा लगता है जब भी वह मेरे साथ होती है। जल्द ही हम लोग मुंबई में अपना घर खरीदने वाले थे और हम लोग इस बात से बड़े खुश थे।

जब हम लोगों ने मुंबई में घर खरीद लिया तो मैं चाहता था कि कुछ दिनों के लिए पापा मम्मी हमारे साथ रहने के लिए आए और वह कुछ दिनों के लिए हमारे साथ मुंबई रहने के लिए आ गए। मुझे बड़ा अच्छा लगा जब पापा और मम्मी हम लोगों के साथ कुछ दिनों के लिए मुंबई में रहे उसके बाद वह लोग दिल्ली चले गए। मैंने श्वेता को गिफ्ट दिया वह मेरे गले लगकर बोली आई लव यू। जब श्वेता मेरे गले लगी तो मैं बहुत खुश था हम दोनो एक दूसरे को किस करने लगे थे। मैंने श्वेता के होंठो को चूमा तो मुझे बडा मजा आ रहा था और हम दोनो एक दूसरे के लिए बहुत तडपने लगे थे। श्वेता अब गर्म होने लगी थी। वह मेरे लंड को चूसने के लिए तैयार थी। श्वेता ने मेरे लंड को हाथो मे ले लिया था, हम दोनों पूरी तरीके से गर्म होने लगे थे। मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था। मैंने श्वेता के बदन से कपड़े उतार दिए थे। श्वेता ने मेरे लंड को अपने मुंह मे ले लिया था वह मेरे लंड को गले तक ले रही थी और मेरे लंड से पानी निकल चुका था मै अब तडप रहा था। मैंने श्वेता की पैंटी को उतारकर उसकी चूत को सहलाया और उसकी चूत को गरम कर दिया। श्वेता की चूत से पानी निकल रहा था।

मैंने अब श्वेता की चूत को चाटना शुरू कर दिया था श्वेता की चूत से पानी निकलने लगा था और मुझे मजा आने लगा था। उसकी चूत का पानी मैं चाटता जा रहा था और वह तडपती जा रही थी मैं भी तडप रहा था। मैं श्वेता की चूत पर अपने लंड को रगड रहा था उसकी चूत गिली हो चुकी थी। मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर लगाकर अंदर डाला। मेरा मोटा लंड श्वेता की योनि को चीरता हुआ अंदर चला गया था। श्वेता सिसकारियां लेने लगी थी। श्वेता की योनि से पानी निकलता जा रहा था वह मादक आवाज मे मुझे गरम कर रही थी। श्वेता ने मुझे अपने पैरो के बीच मे जकड लिया था। मेरे धक्को मे तेजी आ रही थी और श्वेता तडप रही थी। श्वेता ने मुझे अपने पैरो के बीच मे कसकर जकडा हुआ था और 10 मिनट बाद मेरा वीर्य श्वेता की चूत मे गिरा तो मुझे मजा आ गया था। उसके बाद श्वेता को मैंने घोडी बना दिया था और उसे तेजी से चोदा मुझे मजा आ गया था जब मैंने श्वेता को चोदा और उसकी चूत से पसीना निकाल दिया था। मेरे धक्के तेज होतो जा रहे थे श्वेता अपनी चूतडो को मुझसे टकाराए जा रही थी। जिस तरह मे उसे चोद रहा था उसकी चूतडो का रंग लाल हो गया था और मेरा लंड भी छिल चुका था। मेरा माल मेरे लंड तक आ चुका था और जब मैंने श्वेता की चूत मे माल गिराया तो मुझे मजा आ गया था। श्वेता मुझसे लिपट गई थी मुझे मजा आया जिस तरह हम दोनो ने सेक्स किया था।
 
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