ससुराल में मरदानगी का सबूत दिया कहानी शादी की[भाग-2]

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कहानी के पहले भाग में मैने आपको बताया कि कैसे मेरे ससुराल वाले मेरी मर्दानगी पर शक कर रहे थे। ये सब अफ़वाह इस वजह से थी कि किसी ने मेरे बारे में कुछ गलत खबर फ़ैला दी थी। इसी वजह से कोहबर मतलब कि वह कमरा जिसमें दुल्हा दुल्हन को कुछ टाईम दिया जाता है शादी की रात बिताने को, वही पर मेरे साले की बीबी माने कि मेरी सरहज मेरी लंड परीक्षा लेने को आ गयी और मुझसे चिपकने लगी। मैने उसका कार्यक्रम लगा दिया क्योंकि इज्जत का सवाल था। मेरा लंड जो उसकी चूत के दरवाजे पर दस्तक दे चुका था उसके आगे की कहानी सुनिये। मेरा लौड़ा जो काफ़ी सख्त था, उसकी चूत के बाहरी चमड़ी को लिये अंदर सीधा जाने लगा। वो चिल्लाने लगी क्योंकि उसे दरद तो होना हि था। बाहरी चमड़ी अंदर की तरफ़ लौड़े के साथ जाने लगे तो फ़िर महिलाओ को दरद होता है क्योंकि वो खिचने लगती है तो ऐसा लगता है जैसे कोई चूत का कान उमेठ रहा हो।

वो चिल्लाती इससे पहले मैने उसका मुह बंद कर दिया और नीचे जमीन पर गिरा कर लंड अंदर ठूसने लगा। गच गचाती हुई फ़च फ़च करती चूत में मेरा लंड सीधा अंदर चला गया और उसका मुह खुल गया। हाय राम दामाद जी आपने तो कमाल कर दिया। मेरे लौड़ा उसके बच्चेदानी पर चोट कर रहा था और मैने अपनी स्पीड तेज कर दी थी। एक साल का संचा हुआ लंड आज अपने साले की बीबी की चूत में अपने ससुराल वालो को मरदानगी का सबूत दे रहा था। मैने ठोस प्रमाण देना था इसलिए उसके पैर मोड कर उसके माथे पर चढा दिये और अब उसकी गांड का बंद छेद छत को घूर रहा था। मैने ठीक उपर से आते हुए उसकी गांड में अपना लंड धकेला और वो चिल्ल्लाई हाये राम मारोगे क्या?? मैने बिना रहम किये लौड़ा पेलता रहा और उसकी गांड से खून बहने लगा। पंद्रह मिनट तक उसकी गांड का भरता बनाने के बाद लगभग बीस मिली लीटर वीर्य उसकी चूत में घुसा बच्चे दानी के मुह में छोड़ दिया।

उसकी गांड से खून बह रहा था लेकिन बच्चेदानी में वीर्य् के जाने की गुदगुदी से उसने अपने पेट पर अपनी हथेली रगड़नी शुरु कर दी इस जनम में उसे ये पहला और आखिरी अहसास था क्योंकि ये काम मुझ जैसे वीभत्स लंड के स्वामी के द्वारा ही किया जा सकता है। फ़टी हुई गांड का दर्द भूल चुकी थी वो। कपड़े से खून बहते हुए छेद को मूंद उसने अपनी टांगे उपर कर लीं जिससे कि मेरे मूठ का कतरा भी बाहर ना निकल पाये। वो वहां से चली गयी। मैने मेरी मरदानगी का सबूत उसे दे दिया था और मेरे ससुराल वालों को कोई गिला नही रहा मुझसे। एक साल बाद गवना कराने के लिये जब मैं गया तो मुझे मेरी साले की बीबी को एक सुन्दर बेटा उसकी गोद में खेलता दिखा। ये मेरी मरदानगी का सर्टिफ़िकेट था उसकी गोद में। आपको कहानी कैसी लगी दोस्तों जरुर बताना और मैने ये काम करके सही किया कि नही इसपे भी प्लीज अपना कमेँट देना दोस्तों ससुराल की हर चूत दहेज में होती है। और बाबा बेलन के मुताबिक चूत और भूत जहां देखो तुरत मार दो नहीं तो जी के जंजाल हो जाते हैं। मजे कीजिए और ससुराल जाकर चूत चोदन और चूंच मर्दन जरुर करिये। दोस्तों हमें जरुर कमेन्ट में लिख भेजे की आपको यह कहानी कैसी लगी और आप किस प्रकारकी कहानी पढना पसंद करते है ताकि हम सक्सेक्स पर आपका कहानी अनुभव और भी सुखद कर सके..!!!!
 
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