अब तक आपने पढ़ा..
मेरी पड़ोसन सोनम आंटी ने संतान पाने के लिए मुझसे शारीरिक सम्बन्ध बनाना तय कर लिया था बस अंकल से सहमति लेना बाकी थी।
अब आगे..
रात को करीब 11 बजे उनका मैसेज आया ‘मेरे पति मान गए हैं.. उन्हें सिर्फ़ उनकी इज़्ज़त बनाए रखनी है.. चाहे उसके लिए हम दोनों को कितने भी बार सेक्स करना पड़े। उन्होंने कहा है कि बस किसी को पता नहीं चलना चाहिए।’
थोड़ी देर बाद आंटी का फोन आया उन्होंने बताया- तुम्हारे अंकल कल वर्धा जा रहे हैं.. तो तुम 11 बजे मेरे घर पर आ जाना।
दूसरे दिन मैं सुबह नहा धोकर शेव करके उनके घर पर 11 बजे पहुँच गया। मैंने डोरबेल बजाई तो दरवाजा आंटी ने खोला। जैसे ही उन्होंने मुझे देखा.. वो मुस्कुरा उठीं।
आज उन्होंने लाइट पिंक कलर की साड़ी पहनी थी, आज भी लो-नेक ब्लाउज था और आज तो पीछे से उनकी बैक ऑलमोस्ट खुली थी।
मैंने जल्दी से दरवाजा लगाया और उन्हें अपनी बांहों में भर लिया।
फिर हम दोनों हॉल में जाकर उनके सोफे पर बैठ गए। मैंने उनका हाथ पकड़ कर उनको अपनी जाँघों पर बिठा लिया.. और किस करने लगा।
वो शुरूआत से ही बढ़िया रेस्पॉन्स कर रही थीं।
मैं उनके चेहरे को अपने हाथों में पकड़ कर किस कर रहा था और उनके बालों में धीरे-धीरे मसाज कर रहा था.. जिससे वो और गरम हो रही थीं।
फिर मैं अपना एक हाथ पीछे ले जाकर उनकी पीठ पर फेर रहा था और दूसरे हाथ से उनके मम्मों को दबा रहा था।
अब हम लोग फ्रेंच किस करने लगे। जल्द ही हमने अपनी लार चूसना शुरू कर दी।
दोस्तो, इतना मज़ा आ रहा था कि मैंने उन्हें अपने और करीब खींच लिया और चूमने लगा।
अब उनकी साँसें बढ़ चुकी थीं। मैंने उन्हें गर्दन पर चूमना शुरू किया.. फिर धीरे से जाकर उनके कान पर काटा.. उन्होंने ज़ोर से ‘आह..’ भरी।
फिर मैंने उनके ब्लाउज के बटन खोल कर उसे निकाल कर साइड में रख दिया।
आंटी ने झट से अपनी 38 सी की ब्रा निकाल कर फेंक दी।
उनके बड़े-बड़े मम्मों को सामने देख कर मैं मदहोश हो गया। मैंने झट से उनके एक मम्मे को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया और दूसरे हाथ से उनके दूसरे मम्मे को दबाने लगा। फिर मैंने उनके निप्पलों को अपनी उंगली से गरम करना शुरू किया और वो पागल हो गईं। मेरे बालों को ज़ोर से दबा कर अपने मम्मों पर मेरे मुँह को घिसने लगीं। इसी तरह मैंने उनके दूसरे चूचे को भी गरम किया।
फिर मैंने उन्हें खड़े करके किस करना शुरू किया। किस करते-करते उनकी साड़ी और पेटीकोट निकाल कर साइड में रख दिया। अब वो सिर्फ़ अपनी जालीदार पिंक पैन्टी में थीं.. जो पूरी तरह से गीली हो चुकी थी।
मैंने आंटी को सिंगल सीट सोफे पर बिठा दिया और उनके पैरों को चूमने लगा। वो अपने दोनों मम्मों को हाथों से ज़ोर-ज़ोर से दबा रही थीं।
मैं उनके पैरों से चूमते-चूमते घुटनों तक आया.. और फिर जाँघों तक आया, मैंने उनकी दोनों जाँघों को करीब 10 मिनट तक चूसा।
अब उनकी चूत को प्यार करने की बारी थी, मैं पैन्टी के ऊपर से ही अपनी जीभ को घुमा रहा था। मैंने उनकी पैन्टी थोड़ी नीचे की.. और नाभि के नीचे की स्किन को चूसने लगा।
वो मोनिंग करने लगी थीं.. अब मैंने उनकी पैन्टी को धीरे से निकाल दिया और उन्हें दिखाकर उसे चूमा।
वो शर्मा गईं और आँखें बंद कर लीं।
मेरी पड़ोसन सोनम आंटी ने संतान पाने के लिए मुझसे शारीरिक सम्बन्ध बनाना तय कर लिया था बस अंकल से सहमति लेना बाकी थी।
अब आगे..
रात को करीब 11 बजे उनका मैसेज आया ‘मेरे पति मान गए हैं.. उन्हें सिर्फ़ उनकी इज़्ज़त बनाए रखनी है.. चाहे उसके लिए हम दोनों को कितने भी बार सेक्स करना पड़े। उन्होंने कहा है कि बस किसी को पता नहीं चलना चाहिए।’
थोड़ी देर बाद आंटी का फोन आया उन्होंने बताया- तुम्हारे अंकल कल वर्धा जा रहे हैं.. तो तुम 11 बजे मेरे घर पर आ जाना।
दूसरे दिन मैं सुबह नहा धोकर शेव करके उनके घर पर 11 बजे पहुँच गया। मैंने डोरबेल बजाई तो दरवाजा आंटी ने खोला। जैसे ही उन्होंने मुझे देखा.. वो मुस्कुरा उठीं।
आज उन्होंने लाइट पिंक कलर की साड़ी पहनी थी, आज भी लो-नेक ब्लाउज था और आज तो पीछे से उनकी बैक ऑलमोस्ट खुली थी।
मैंने जल्दी से दरवाजा लगाया और उन्हें अपनी बांहों में भर लिया।
फिर हम दोनों हॉल में जाकर उनके सोफे पर बैठ गए। मैंने उनका हाथ पकड़ कर उनको अपनी जाँघों पर बिठा लिया.. और किस करने लगा।
वो शुरूआत से ही बढ़िया रेस्पॉन्स कर रही थीं।
मैं उनके चेहरे को अपने हाथों में पकड़ कर किस कर रहा था और उनके बालों में धीरे-धीरे मसाज कर रहा था.. जिससे वो और गरम हो रही थीं।
फिर मैं अपना एक हाथ पीछे ले जाकर उनकी पीठ पर फेर रहा था और दूसरे हाथ से उनके मम्मों को दबा रहा था।
अब हम लोग फ्रेंच किस करने लगे। जल्द ही हमने अपनी लार चूसना शुरू कर दी।
दोस्तो, इतना मज़ा आ रहा था कि मैंने उन्हें अपने और करीब खींच लिया और चूमने लगा।
अब उनकी साँसें बढ़ चुकी थीं। मैंने उन्हें गर्दन पर चूमना शुरू किया.. फिर धीरे से जाकर उनके कान पर काटा.. उन्होंने ज़ोर से ‘आह..’ भरी।
फिर मैंने उनके ब्लाउज के बटन खोल कर उसे निकाल कर साइड में रख दिया।
आंटी ने झट से अपनी 38 सी की ब्रा निकाल कर फेंक दी।
उनके बड़े-बड़े मम्मों को सामने देख कर मैं मदहोश हो गया। मैंने झट से उनके एक मम्मे को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया और दूसरे हाथ से उनके दूसरे मम्मे को दबाने लगा। फिर मैंने उनके निप्पलों को अपनी उंगली से गरम करना शुरू किया और वो पागल हो गईं। मेरे बालों को ज़ोर से दबा कर अपने मम्मों पर मेरे मुँह को घिसने लगीं। इसी तरह मैंने उनके दूसरे चूचे को भी गरम किया।
फिर मैंने उन्हें खड़े करके किस करना शुरू किया। किस करते-करते उनकी साड़ी और पेटीकोट निकाल कर साइड में रख दिया। अब वो सिर्फ़ अपनी जालीदार पिंक पैन्टी में थीं.. जो पूरी तरह से गीली हो चुकी थी।
मैंने आंटी को सिंगल सीट सोफे पर बिठा दिया और उनके पैरों को चूमने लगा। वो अपने दोनों मम्मों को हाथों से ज़ोर-ज़ोर से दबा रही थीं।
मैं उनके पैरों से चूमते-चूमते घुटनों तक आया.. और फिर जाँघों तक आया, मैंने उनकी दोनों जाँघों को करीब 10 मिनट तक चूसा।
अब उनकी चूत को प्यार करने की बारी थी, मैं पैन्टी के ऊपर से ही अपनी जीभ को घुमा रहा था। मैंने उनकी पैन्टी थोड़ी नीचे की.. और नाभि के नीचे की स्किन को चूसने लगा।
वो मोनिंग करने लगी थीं.. अब मैंने उनकी पैन्टी को धीरे से निकाल दिया और उन्हें दिखाकर उसे चूमा।
वो शर्मा गईं और आँखें बंद कर लीं।