मेरा नाम तरुण कुमार है, गुड़गाँव में रहता हूँ। इस वक्त मेरी उम्र 28 साल की है।
मेरे लंड का साइज़ भी खासा मोटा और लम्बा है।
मुझे शादीशुदा और मैच्योर चूत को चोदने में ही मज़ा आता है।
बात एक साल पुरानी है।
मैंने सेक्स करने के लिए फ़ेसबुक पर अपना एक फेक अकाउंट बनाया हुआ था और मैंने वहाँ पर अपने लंड की पिक डाली हुई थी। मेरे प्रोफाइल में भी लिखा हुआ था कि मेरा लंड सिर्फ शादीशुदा और मैच्योर औरतों के लिए उपलब्ध है।
उसके बाद 2-3 दिन बाद एक फीमेल ने मुझे लाइक किया।
मैंने उसको ‘हाय’ करके एक मैसेज किया।
उसने भी मेरे सन्देश का जवाब दिया और इस तरह हमारी बात होना शुरू हो गई।
अब हम दोनों रोज ऐसे ही फ़ेसबुक पर बात करने लगे थे।
चूंकि उसने लौड़े के लिए ही मुझे लाइक किया था तो ये जाहिर था कि वो भी मेरी तरह सेक्स के लिए बहुत पागल थी, मुझे भी पागल होकर सेक्स करना पसंद है।
कुछ दिन बाद उसने मेरे साथ अपना मोबाइल नम्बर शेयर किया और हम दोनों की बातें फोन पर हुईं।
उसने मुझे बताया कि वो मुझसे चुदना तो चाहती है.. लेकिन वो डरती है और कोई सुरक्षित जगह भी नहीं है।
मैंने उसको विश्वास दिलाया कि सब कुछ सेफ होगा।
मैंने गुड़गाँव में एक जगह अरेंज कर ली और उससे इस बारे में बात की।
फिर हम दोनों पहले मार्केट में मिले।
वो दिखने में ज़्यादा खूबसूरत नहीं थी। उसकी उम्र करीब 45 साल की होगी। उसकी हाइट भी छोटी थी.. लगभग 5 फुट 2 इंच की होगी।
हमने मार्केट से कुछ हार्ड ड्रिंक और खाने का सामान लिया और हम दोनों मेरे उस कमरे में आ गए.. जो मैंने उसे चोदने के लिए अरेंज किया था।
वहाँ पर हम दोनों पीना स्टार्ट की और धीरे-धीरे हम एक-दूसरे के साथ घुल-मिल गए।
अब वो मुझसे खुल कर बिना डर के बात करने लग गई क्योंकि फोन पर हम दोनों पहले ही चुदाई के सम्बन्ध में हर तरह बात पहले कर चुके थे।
मैंने उसको पकड़ कर अपनी बांहों में कस लिया।
वो भी मेरा साथ दे रही थी और उसने पैन्ट के बाहर से ही मेरे लंड को पकड़ किया।
मैंने उसके मम्मों को मसलना शुरू किया।
धीरे-धीरे वो गर्म होने लगी और हम दोनों ने एक-दूसरे के कपड़े उतारने चालू कर दिए।
उसके चूचे टाइट हो गए थे।
फिर मैंने उसके एक चूचे को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू किया और एक हाथ से उसकी चूत को रगड़ना चालू कर दिया।
उसने चूत को साफ़ कर रखा था।
अब तक उसकी चूत बहुत बुरी तरह से गीली हो गई थी।
यह हिन्दी सेक्स कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!
मैंने अपना मुँह उसकी चूत पर रखा और चूत चाटना चालू कर दिया।
उसको मज़ा आ रहा था और फिर हम 69 की अवस्था में आ गए। उसने मेरे लंड को अपने मुँह में मानो निगल ही लिया था।
क्या बताऊँ.. मेरे लवड़े की ऐसी सकिंग पहले कभी किसी ने शायद नहीं की होगी।
थोड़ी देर बाद वो एकदम से झड़ गई और शिथिल हो गई।
पर मेरे लगातार चूत चाटते रहने से वो मेरे खड़े लंड को अपनी चूत में डलवाने के लिए फिर से बेताब हो उठी थी।
उसने कहा- अब अन्दर पेल दो।
मेरे लंड का साइज़ भी खासा मोटा और लम्बा है।
मुझे शादीशुदा और मैच्योर चूत को चोदने में ही मज़ा आता है।
बात एक साल पुरानी है।
मैंने सेक्स करने के लिए फ़ेसबुक पर अपना एक फेक अकाउंट बनाया हुआ था और मैंने वहाँ पर अपने लंड की पिक डाली हुई थी। मेरे प्रोफाइल में भी लिखा हुआ था कि मेरा लंड सिर्फ शादीशुदा और मैच्योर औरतों के लिए उपलब्ध है।
उसके बाद 2-3 दिन बाद एक फीमेल ने मुझे लाइक किया।
मैंने उसको ‘हाय’ करके एक मैसेज किया।
उसने भी मेरे सन्देश का जवाब दिया और इस तरह हमारी बात होना शुरू हो गई।
अब हम दोनों रोज ऐसे ही फ़ेसबुक पर बात करने लगे थे।
चूंकि उसने लौड़े के लिए ही मुझे लाइक किया था तो ये जाहिर था कि वो भी मेरी तरह सेक्स के लिए बहुत पागल थी, मुझे भी पागल होकर सेक्स करना पसंद है।
कुछ दिन बाद उसने मेरे साथ अपना मोबाइल नम्बर शेयर किया और हम दोनों की बातें फोन पर हुईं।
उसने मुझे बताया कि वो मुझसे चुदना तो चाहती है.. लेकिन वो डरती है और कोई सुरक्षित जगह भी नहीं है।
मैंने उसको विश्वास दिलाया कि सब कुछ सेफ होगा।
मैंने गुड़गाँव में एक जगह अरेंज कर ली और उससे इस बारे में बात की।
फिर हम दोनों पहले मार्केट में मिले।
वो दिखने में ज़्यादा खूबसूरत नहीं थी। उसकी उम्र करीब 45 साल की होगी। उसकी हाइट भी छोटी थी.. लगभग 5 फुट 2 इंच की होगी।
हमने मार्केट से कुछ हार्ड ड्रिंक और खाने का सामान लिया और हम दोनों मेरे उस कमरे में आ गए.. जो मैंने उसे चोदने के लिए अरेंज किया था।
वहाँ पर हम दोनों पीना स्टार्ट की और धीरे-धीरे हम एक-दूसरे के साथ घुल-मिल गए।
अब वो मुझसे खुल कर बिना डर के बात करने लग गई क्योंकि फोन पर हम दोनों पहले ही चुदाई के सम्बन्ध में हर तरह बात पहले कर चुके थे।
मैंने उसको पकड़ कर अपनी बांहों में कस लिया।
वो भी मेरा साथ दे रही थी और उसने पैन्ट के बाहर से ही मेरे लंड को पकड़ किया।
मैंने उसके मम्मों को मसलना शुरू किया।
धीरे-धीरे वो गर्म होने लगी और हम दोनों ने एक-दूसरे के कपड़े उतारने चालू कर दिए।
उसके चूचे टाइट हो गए थे।
फिर मैंने उसके एक चूचे को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू किया और एक हाथ से उसकी चूत को रगड़ना चालू कर दिया।
उसने चूत को साफ़ कर रखा था।
अब तक उसकी चूत बहुत बुरी तरह से गीली हो गई थी।
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मैंने अपना मुँह उसकी चूत पर रखा और चूत चाटना चालू कर दिया।
उसको मज़ा आ रहा था और फिर हम 69 की अवस्था में आ गए। उसने मेरे लंड को अपने मुँह में मानो निगल ही लिया था।
क्या बताऊँ.. मेरे लवड़े की ऐसी सकिंग पहले कभी किसी ने शायद नहीं की होगी।
थोड़ी देर बाद वो एकदम से झड़ गई और शिथिल हो गई।
पर मेरे लगातार चूत चाटते रहने से वो मेरे खड़े लंड को अपनी चूत में डलवाने के लिए फिर से बेताब हो उठी थी।
उसने कहा- अब अन्दर पेल दो।