लेस्बीयन सेक्स की मस्ती भरी रात खत्म हुई और चारों ऐसे ही पूरी नंगी सो गई।
सुबह 9 बजे उन लोगों की आँख खुली।
काम वाली बाई को रिया ने 10 बजे का बोला था, इसलिए फटाफट सबने मिलकर पूरे घर से अपनी बदमाशियों के निशान हटाये।
कपड़े धुलने के लिए मशीन चला दी।
कपड़े क्या थे, वो तो उन लोगों ने पहने कितनी देर को थे, पर बेड शीट और हैण्ड टोवेल्स जिनसे उन लोगों ने अपनी चूत साफ़ की थीं
उनका तो जमघट था।
नहा कर सब ढंग के कपड़ों में आईं।
काम वाली बाई जब तक काम करती, तब तक इन लोगों ने नाश्ता निबटाया।
काल बॉय
काम वाली के जाते ही दीपा बोली- चलो, किसी मसाज वाले को बुलाते हैं।
सबने मन कर दिया तो दीपा और रिया बोलीं- चलो हम करा लेंगी, तुम देख लेना।
न्यूज़ पेपर से मसाज के कॉलम से उन्होने दो-तीन जगह बात की और एक लड़का जो बातचीत में अच्छा लगा, उसे पांच हजार रुपये में
अपने एक साथी के साथ आने को कहा।
वो लड़का राजू और उसका दोस्त कालू कश्मीरी थे.. दोनों 6′ लम्बे और लाल टमाटर, बदन गठीला!
लगभग 12 बजे दोनों आये, दोनों पठानी सूट पहने थे और साफ़ सुथरे थे।
रिया एक बार तो डरी पर दीपा पहले भी मसाज करा चुकी थी डलहौजी में, तो उसने रिया से कहा- घबरा मत, जितना मन करे उतना
कराना…
ड्राइंग रूम में नीचे योग मेट के ऊपर चादर डाल कर राजू ने उनसे लेटने को कहा।
राजू ने उनसे पूछा कि क्या वो फुल बॉडी मसाज चाहती हैं या फिर केवल पैर, पीठ, गर्दन और बाँहों की।
दीपा बोली- तुम शुरू करो, बता देंगे।
दीपा और रिया को पहनने के लिए राजू ने डिस्पोजेबल ब्रा और पैंटी दी।
दोनों दूसरे कमरे में जाकर बदल कर टॉवल लपेट कर आ गईं।
शिखा और रीना चुपचाप बेड रूम मे से झांक रहीं थी।
पर इन दोनों के लेटते ही राजू ने बेड रूम का पर्दा कर दिया और राजू ने दीपा की और कालू ने रिया के पैरों और हाथों की मसाज शुरू
की।
धीरे धीरे उन लोगों ने लड़कियों की पीठ और गर्दन की भी मसाज की।
अब दीपा और रिया को भी मजा आने लगा था और उन्होंने सहयोग करना शुरू कर दिया था।
उनका इशारा देख कर राजू ने दीपा की जांघों की मालिश शुरू की और उसकी पैंटी के किनारों तक भी हथेली लगाई।
जब दीपा ने कोई एतराज नहीं किया तो राजू ने अपनी हथेली से उसकी चूत के दोनों फलकों के बीच में मालिश की…
उसका चूत को छूना था कि दीपा सहर गई और राजू का हाथ पकड़ने लगी।
राजू खेला खाया था.. उसने अब उसकी पैंटी को थोड़ा नीचे किया और उसके चूतड़ों पर भी तेल लगाया।
अब उसने दीपा की करवट पलटी, अब दीपा का मुँह उसकी ओर था, पर दीपा ने आँखें बंद कर रखी थी।
इधर कालू राजू से तेज निकला, उसने पीठ की ओर से ही रिया के मम्मे दबाने और उनकी मालिश करनी शुरू की।
वो अपने हाथ पीछे से ही उसके पेट पर होता हुआ उसके निप्पल तक ले गया।
रिया ने आँख खोलकर दीपा की ओर देखा तो राजू उसकी चूत मे मालिश कर रहा था।
अब तो रिया का डर भी निकल गया और उसने भी करवट बदल ली।
कालू ने उसकी ब्रा निकाल दी और उसके सर की ओर बैठ कर उसके मम्मे मसलने लगा।
रिया की चूत फट रही थी।
सुबह 9 बजे उन लोगों की आँख खुली।
काम वाली बाई को रिया ने 10 बजे का बोला था, इसलिए फटाफट सबने मिलकर पूरे घर से अपनी बदमाशियों के निशान हटाये।
कपड़े धुलने के लिए मशीन चला दी।
कपड़े क्या थे, वो तो उन लोगों ने पहने कितनी देर को थे, पर बेड शीट और हैण्ड टोवेल्स जिनसे उन लोगों ने अपनी चूत साफ़ की थीं
उनका तो जमघट था।
नहा कर सब ढंग के कपड़ों में आईं।
काम वाली बाई जब तक काम करती, तब तक इन लोगों ने नाश्ता निबटाया।
काल बॉय
काम वाली के जाते ही दीपा बोली- चलो, किसी मसाज वाले को बुलाते हैं।
सबने मन कर दिया तो दीपा और रिया बोलीं- चलो हम करा लेंगी, तुम देख लेना।
न्यूज़ पेपर से मसाज के कॉलम से उन्होने दो-तीन जगह बात की और एक लड़का जो बातचीत में अच्छा लगा, उसे पांच हजार रुपये में
अपने एक साथी के साथ आने को कहा।
वो लड़का राजू और उसका दोस्त कालू कश्मीरी थे.. दोनों 6′ लम्बे और लाल टमाटर, बदन गठीला!
लगभग 12 बजे दोनों आये, दोनों पठानी सूट पहने थे और साफ़ सुथरे थे।
रिया एक बार तो डरी पर दीपा पहले भी मसाज करा चुकी थी डलहौजी में, तो उसने रिया से कहा- घबरा मत, जितना मन करे उतना
कराना…
ड्राइंग रूम में नीचे योग मेट के ऊपर चादर डाल कर राजू ने उनसे लेटने को कहा।
राजू ने उनसे पूछा कि क्या वो फुल बॉडी मसाज चाहती हैं या फिर केवल पैर, पीठ, गर्दन और बाँहों की।
दीपा बोली- तुम शुरू करो, बता देंगे।
दीपा और रिया को पहनने के लिए राजू ने डिस्पोजेबल ब्रा और पैंटी दी।
दोनों दूसरे कमरे में जाकर बदल कर टॉवल लपेट कर आ गईं।
शिखा और रीना चुपचाप बेड रूम मे से झांक रहीं थी।
पर इन दोनों के लेटते ही राजू ने बेड रूम का पर्दा कर दिया और राजू ने दीपा की और कालू ने रिया के पैरों और हाथों की मसाज शुरू
की।
धीरे धीरे उन लोगों ने लड़कियों की पीठ और गर्दन की भी मसाज की।
अब दीपा और रिया को भी मजा आने लगा था और उन्होंने सहयोग करना शुरू कर दिया था।
उनका इशारा देख कर राजू ने दीपा की जांघों की मालिश शुरू की और उसकी पैंटी के किनारों तक भी हथेली लगाई।
जब दीपा ने कोई एतराज नहीं किया तो राजू ने अपनी हथेली से उसकी चूत के दोनों फलकों के बीच में मालिश की…
उसका चूत को छूना था कि दीपा सहर गई और राजू का हाथ पकड़ने लगी।
राजू खेला खाया था.. उसने अब उसकी पैंटी को थोड़ा नीचे किया और उसके चूतड़ों पर भी तेल लगाया।
अब उसने दीपा की करवट पलटी, अब दीपा का मुँह उसकी ओर था, पर दीपा ने आँखें बंद कर रखी थी।
इधर कालू राजू से तेज निकला, उसने पीठ की ओर से ही रिया के मम्मे दबाने और उनकी मालिश करनी शुरू की।
वो अपने हाथ पीछे से ही उसके पेट पर होता हुआ उसके निप्पल तक ले गया।
रिया ने आँख खोलकर दीपा की ओर देखा तो राजू उसकी चूत मे मालिश कर रहा था।
अब तो रिया का डर भी निकल गया और उसने भी करवट बदल ली।
कालू ने उसकी ब्रा निकाल दी और उसके सर की ओर बैठ कर उसके मम्मे मसलने लगा।
रिया की चूत फट रही थी।