पूजा से हम पूछे की अभी ये सब करने की क्या जरूरत थी तो वो बोली की मेरा सारा ध्यान आपके ऊपर ही लगा रहता इसलिए कही और जाने के बजे आपके पास ही आ गए हम और वैसे भी घर मे सब जनता है हम कॉलेज गए है किसी काम से और फिर मार्केट भी जाएंगे और आप आज आने वाले है नहीं तो फिर किसी को कोई दिक्कत हो ही नहीं सकती................................फिर हम बोले की अगर मा देख लेती टंकों अभी आने समय तो.............तो वो बोली की हम देखने मे बुद्धू दिखते है पर जैसे जैसे आप हमको सिखाए थे न सब समझ कर देख कर ही किए है हम जानते है की मा घर मे ही रहेगी पर आपसे मिलना तो था ही और जब तक हम रहते आंटी यही बेठी रहती या फिर हमको उनके पास जाना पड़ता ना इसलिए उनके सामने हम चले गए और फिर अपनी जान के पास वापिस आ गए..................हम बोले वह बहुत तेज फिर वो मेरी चादर को पूरा हट कर हमको बोली की आप हटिए बेड साफ कर दु फिर हम दोनों बैटहेनेग और फिर हम उसको बोले की तुम ये करो जब तक हम दो नंबर कर के आते है............और हम निकल लिए हगने को और जब वापिस कमरे मे आएर तो पूजा बेड लगा कर उसपे लेटी थी और हमको देखि और बोली जल्दी मेरे पास आइए हम फिर उसके साथ बिस्तर मे घुसे और ये क्या पूजा पूरी नंगी थी मेरा लौड़ा तुरंत सलामी देने लगा और वो मेरे हाथ को पकड़ के अपने पेट पे रखती हुई बोली की कल रात वाली गर्मी देनी बाकी रह गई थी ना हम बोले की फिर तो हमको भी तुम्हारी तरह सोने आने पड़ेगा न तो वो बोली की अभी किए देती हु आप बस लेटे रहिए और फिर पूजा अपने ऊपर से चादर हटा कर नंगी ही खड़ी हुई और मेरे एक एक कर के सारे कपड़े उतार दिए और फिल हम दोनों एक दूसरे के आलिंगन मे खो गए................

पूजा आज कुछ ज्यादा ही जंगली तरीके से मेरे होंठों को खा रही थी चुंबन तोड़ते हुए हम पूजा को बोले की क्या बात है कुछ ज्यादा ही ताव मे हो तो वो हस्ते हुए बोली की जबसे आपने मेरे अंदर प्यार करने की आग लगाई है वो दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है हर समय बस आपके पास रहना चाहती हु आपके बाहों मे बाहे डालने के बाद आपसे गले मिलने के बाद जो सुकून मिलता है न वो आप नहीं समझ सकते जान...............
आपको पता है आप बस हमको छु देते है न यतों मेरे अंदर की नागिन जाग उठती है............हम हस कर बोले की बस उसके बाद तुम मौका ढूंढती है की कब हमको डस सको इसपे वो मेरे लंड को हाथों मे ले कर बोली की नहीं जैसे चंदन के पेड़ पे सांप लिपट के रहता है न वैसे ही हम इससे लिपट कर रहना चाहते है..............

हम बोले की पगली हम तेरे ही है जब मन करे इससे लिपट जाने के चक्कर मे फस मत जाना कल भी तुम कुछ ज्यादा ही डेरिंग दिखला रही थी तो वो मेरे बदन से सटते हुए बोली की अभी तो बस आप देखते जाइए और वो मेरे को चूमने के लिए फिर से मेरे होंठों की तरफ बढ़ी तो हम उसको रोकते हुए बोले की ज्यादा चुम्मी मत करो वरना तुम्हारी भी तबीयत बिगड़ जाएगी पर वो हमको अपने तरफ खींची और फिर दोनों एक बार फिर चुंबन के आगोश मे समा गए थे.............आज मेरी तबीयत उतनी ठीक नहीं थी पर साल लंड की आग के आगे सब तबीयत सही है और अब मुझसे और पूजा दोनों से रुकना मुश्किल था नतीजतन मेरा लंड पूजा की चिकनी चुत मे गोते लगा रहा था और पूजा अपनी सिसकियों को बहुत हद तक रोक रही थी और जब उससे बर्दाश्त नहीं होता तो वो मेरे को चूमने लगती और हम भी जहा तक हो सके चट चट की आवाज कम करने की कोशिश मे लगे थे क्युकी भले अभी हमरे आस पास कोई नहीं था पर अगर मा नीचे आ जाती तो बहुत गड़बड़ हो सकती थी..............
खैर हम दोनों जैसे जैसे चरम के नजदीक पहुच रहे थे अब बाहरी दुनिया से संपर्क कम होते जा रहा था और एक समय ऐसा आया जब हमको लगा की हम छूटने वाले है तो पूजा हमको लिटा के मेरे ऊपर आ गई और हमरी चादर जमीन पे गिरी हुई थी औरे दो नंगे बदन मेरे बिस्तर पे काम क्रीडा मे मशगूल थे और फिर पूजा मेरे लंड को चूसने लगी और हम छूट गए और मेरा सारा माल वो एक एक बूंद चूस गई और फिर हाफते हुए वो मेरे ऊपर ही लेट गई..............हम उसके सर को सहलाते हुए उसके चूतड़ों को दबाते हुए उससे बोले की थका दिया न मैंने तो वो बोली की नहीं बल्कि हमदोनों ने एकदूसरे को अपने प्यार के रस से ओत पोत कर दिया है जो हम जितनी बार करेंगे उतना ज्यादा हमारा प्यार गहरा और मजबूत होता जाएगा..............ये बात सुन के हम उसको उसके सर पे चूम लिए और फिर पूजा बोली की अभी आप आराम कीजिए थोड़ी देर अब आप देखना शाम तक आप बिल्कुल ठीक हो जाओगे हम बोले हा क्यू नहीं तुमने अपने लव डोज का जूस जो पिलाया है.............फिर हम दोनों वैसे ही नंगे सोने लगे तो पूजा ने अपने एक हाथ से चादर उठा ली और हम दोनों पे डाल ली और फिर हम एक गहरी नींद मे चले गए वैसे भी साल चुदाई के बाद नींद अच्छी आती है......................

हम दोनों नंगे सो रहे थे और हमारी नींद तब खुली जब मा दरवाजे पे दस्तक दे रही थी शाम हो चुकी थी और अभी शाम के पाँच बजने वाले थे पूजा और हम दोनों हड़बड़ा कर उठे और वो नंगी ही मेरे बेड के नीचे छुप गई और हम अपना हाफ पैंट पहन कर दरवाजा खोल कर मा से मुखातिब हुए तो मा बोली कि कितना सोएगा ऐसे मे और सर भारी भारी लगेगा अब उठ जा मै चाय बना देती हु फिर थोड़ा बाहर निकल घूम के आ मन हल्का हो जाएगा और कपड़े पहन कर जाना क्युकी ठंड लगेगी आज ठंड है भी

हम बोले की आते है मा और वापिस से दरवाजा बंद कर लिए तो मा बोली की अरे फिर से सोएगा क्या हम चिल्ला कर बोले कि नहीं मा आते है ना आप नीचे जाइए और तब तक पूजा बेड के नीचे से निकाल कर खड़ी थी पर वो हास रही थी हम उसको धकेल के बिस्तर पे गिर दिए और उसके बगल मे लेट कर बोले की अभी पकड़े जाते तो ..............तो मुह बनाते हुए बोली की अभी ही फैसला हो जाता आर या पार हम बोले की बहुत बढ़िया चलो अब बाते न बनाओ कपड़े पहनो फिर हम चलते है साथ मे वैसे भी तुम्हारे घर से फोन कभी भी आ जाएगा तो वो आंखे घूमा कर बोली की पाँच बजने वाले है हम बोले की हा चलो मैडम वरना घर से निकालना बंद हो जाएगा आपका वो फट से उठी और हमको पकड़ के एक चुंबन मस्त वाला की और फिर तैयार हो गई और बोली की बाहर देखिए फ़ीर तो निकलूँगी न हम बोले की कोई बात नहीं हम जब नीचे जाएंगे तो मा को उलझा कर रखेंगे और तुम मौका देख के निकल जाना और उसी नुक्कड़ पे मेरा वेट करना हम आते है वो बोली की जाने का बिल्कुल मन नहीं है पर क्या करे ये जालिम दुनिया हमारे प्यार को नहीं समझेगी हम बोले की सब समझेगा बस समय आने दो न मेरा बच्चा और फिर हम उसको अपने आलिंगन मे ले के चूतड़ों को दबाते हिये उसपे चपत लगाए तो वो हाथ पीछे ले जा कर अपनी पायजमी को अपने जांघों से भी नीचे कर दी और बोली की अब मारिए .................हम उसके चूतड़ को फैला कर उसके गाँड़ के छेद मे चिकोटी काटे और वो चीहुक कर आहे भरी फिर उसके चूतड़ों पे लगातार तीन चार थप्पड़ लगाए वो आंखे बंद किए मार खाती रही और आहे भरती रही और इस बीच मेरा लंड उसकी चुत पे दस्तक देने लगा तो वो घुटनों के बाल बैठी और मेरे लौड़े को पैंट से बाहर निकाल कर चूसने लागि और तब तक चुसी जब तक वो माल नहीं छोड़ दिया और फिर पूजा उठी और मेरे गालों को चूमते हुए बोली की अगर तबीयत सही रही तो रात मे आइएगा ना हम उसकी पायजमी को ऊपर करते हुए बोले की ये भी कोई पूछने और बोलने की बात है इन सब मे साढ़े पाँच बजने को आए थे हम बोले की समय देखो स्वीट्हार्ट वो फिर घबरा कर बोली की अरे बाप रे जाना होगा अब.................... जान चलिए आप नीचे चलिए और फिर हम नीचे आए औरे पूजा मौका देख के निकल गई...............और हम भी मा के हाथ की चाय पी कर फट फट निकले तो देखा की पापा की बाइक खड़ी है हम मा से पूछे तो वो बोली की पापा किसी काम से गए है बाहर तो मोटरसाइकिल यही है तो हजम चाभी लिए और निकलगाए और पूजा बाइक देख के खुश हो गई बोली की ये किसकी है हम बोले की पापा की चलो अब जल्दी से घर छोड़ दे कुछ देर तक तो वो एकदम शरीफ की तरह बैठी पर जब हम बोली की पास आ जाओ न अब कोई खतरा नहीं है और वो तुरत वो मेरे को पीछे से अपने आलिंगन मे ले ली और गर्दन पे एक चुम्मी दे दी और बोली की आज का दिन हमेशा याद रहेगा आपके साथ का और फिर उसको उसके घर के पास छोड़े और वापिस से हम अपने कुछ दोस्तों से मिलने निकाल गए..................

इधर जब पूजा घर पहुंची तो सुगंधा और मा उसको घेर कर बैठ गई और सवालों की बारिश कर डाली जिसका जवाब पूजा ने उसको समझाते हुए और हालात को संभालते हुए दी क्युकी हम दोनों फसने के बहुत नजदीक थे पर भगवान ने सब संभाल लिया............................

उस रात भी हम पूजा से मिलने नहीं जा पाए क्युकी ठंड बहुत थी और अगर हम जाते तो मेरी तबीयत और बिगड़ जाती तो हम सोचे की अब सीधा सोमवार सेकलसस जाएंगे और पूजा बेचारी सिर्फ मैसेज और कल से बाते कर के खुद को संतावना देती रही पर रोज रोज कॉलेज तो जाती नहीं थी और अब अगर वो जाने की जिद करती तो मामला बिगड़ सकता था इसलिए वो भी घर पे ही रही और हम भी अपने घर पे ही रहे अब इंतेजार था संडे का.......................................
 
आज संडे था और आज उधर पूजा भी बेचैन थी और इधर मै भी क्युकी आज हमे पूरे तीन दिनों के बाद मिलने वाले थे इसलिए दोनों बेचैन थे पर आज तो कबाब मे हड्डी भी थी न हमारी सुगंधा रानी पता नही उसके मन मे क्या था........खैर जैसे तैसे समय बीता और हम तीनों मिले और कसम से पूजा क्या दिख रही थी वो सुर्ख लाल कलर के स्वेटर के अंदर पीले रंग के सूट मे पूरी तरह से सजी धजी जैसे की मुझे पसंद है और सुगंधा भी आज बन ठन के आई थी पर हमको उससे क्या हमको तो मेरी पूजा से मतलब था और साला आज हम भी कहा पीछे रहने वाले थे अपने हिसाब से एकदम हीरो के माफिक बन के गए थे और हमको देखने के बाद सुगंधा बोली की बाप रे कहा बिजली गिराने चल दिया है आज पूजा दी और तेरा लछन कुछ ठीक नहीं लग रहा है..............हम बोले की चल न अब नजर मत लगा और पूजा दी का उम्र हो चल है अब अगर बिजली नहीं गिराएंगी तो उनका हाल भी तेरे जैसा हो जाएगा इसपे पूजा जोर से हास दी और सुगंधा हमको मुक्का दिखा के बोली की बेटा हम हम है बाकी सब पानी कम है.............हमलोग पहले मेला घूमने गए वहा पूजा दी मेरे साथ चल रही थी जबकि कई बार सुगंधा पूजा को बुलाया चुकी थी पर वो तो वो है बस हममे खोई खोई सी थी मौका देख के हाथ पकड़ के बोली की अच्छे लग रहे है आप बहुत हम बोली की तुम भी कम नहीं लग रही मन तो बहुत खराब हो रहा है तुमपे पर क्या करे मजबूर हु वो हल्के से मुस्कुरा के रह गई सुगंधा आज बार बार हमदोनों को ही देख रही थी जैसे कुछ गौर कर रही हो हम मौका देख के पूजा को आगाह कर दिए इसपे वो बोली की गौर करने दीजिए हम बोले की पकड़े जाने का डर है वो बोली की डरे मेरी जूती आप न बहुत घबराते है...........

फिर हमलोग एक नाश्ते के दुकान पे गए और वहा गरम गरम चाट कॉरदेर हुआ हम बोले की हम नहीं खाएंगे तुम दोनों ही खाओ चाट और हम खाएंगे गुलाब जामुन इसपे पूजा हमको देखने लगी फिर हमलोग मस्त खाए पिए और अब शाम गहराने लागि थी और अब मेले से बाहर आ गए थे सुगंधा ने बोला की यार चलते है मूवी देखने हम बोले की देख तेरा कुछ गिर गया है वो बोली क्या हम बोले तेरा दिमाग वो गुस्सा हो के बोली की साफ साफ बोल ना की नहीं जाने का मन है तेरा तू बात पूजा दी तू जाएगी या नहीं जिसको चलना है चले हम तो जाएंगे जल्दी बात पूजा दी ..................

पूजा अभी कुछ जवाब देती पीछे से पूजा को किसी ने दीदी कह कर पुकारा हम लोग घूमे तो देखे की उनका भाई खड़ा है और वो हमरे करीब आ कर बोला कहा जाने का प्लान है सुगंधा बोली की कही नहीं बस मेला घूम लिए हमलोग और अभी सोच ही रहे थे की कहा जाए तब तक तू आ गया वैसे तू यहा क्या कर रहा है वो बोला की हम दुकान का समान लाने निकले थे तो आपलोग को देख के रुके हम आग लगाते हुए बोले की अरे सुगंधा बताओ ना की अभी तुम मूवी जाने के लिए कह रही थी इसपे वो आंखे गोल कर के डरते हुए बोली की नहीं हम कब बोले ऐसा पूजा दी हास के बोली की चल अब ड्रामा मत कर फिर उसका भाई बोल की आर जाना है तो जाओ ना परेशान मत हो बस समय से घर आ जाना वरना फिर हम भी चिलाएंगे और पापा ममी भी अभी जाओगे तो साढ़े नौ बजे तक आ ही जाओगे वैसे भी सुमित भैया है ही तो फिर कोई दिक्कत नहीं .................

हम मन ही मन बोले की साले जीजा के भैया बोलत है .........फिर हम बोले की नहीं नहीं मूवी की कोई जरूरत नहीं है वो फिर कभी चले जाएंगे आज ठंड बहुत हो रही है सो मूवी से अच्छा है हम लोग घर चलते है और वह सब के साथ बैठ कर मेरे हाथों का गरम गरम मैगी खाएंगे क्यू दी खाओगे ना सब कोई ................

सुगंधा का मुह देखने लायक था पर क्या ही कर सकते थे फिर हम चल पड़े घर की तरफ और फिर तय प्रोग्राम के तहत हम किचन में गरम गरम मैगी बनाने का कार्यक्रम शुरू किये और आज सन्डे होने के कारण दुकान तो खुली थी पर जब पापा ने भी कार्यक्रम के बारे में सुना तो दुकान बंद कर घर आ गए.....इधर हम बोले की मैगी हम और पूजा दी दोनो मिल कर बनाते है क्युकी सुगंधा का मूड बहुत खराब है इसपर आंटी बोली की क्यू तो पूजा दी बोली की बेचारी का कुछ अरमान आज पूरा नही हो पाया पर कोई ना फिर कभी पूरा कर लेंगे......इतने में सुगंधा बोली की अरे क्या दी इतना छोटा सा बात का बतंगड़ बना रही हो सुमित के साथ मिल के.....हो गया अब बक्श दो हमको......

फिर हम लोग किचन में लग गए.......हम पूजा से बोले की इतना मेहनत कर रहे है कुछ इनाम तो बनता है ना......
तो वो पीछे देख ली कि कोई है तो नही और एक छोटा सा हल्का सा चुम्मा मेरे होठों पे चिपका दी......फिर हम खुश हो के बोले आय हाय ये हुआ ना बात अब ना मजा आयेगा और ये बोल के हम पूजा के चूतड़ों पे एक चपत लगा दिये......इतने में सुगंधा किचन में आई हम दोनो सकपका गए क्युकी अभी तो पक्का पकड़े जाते

और बोली यार खुशबू तो बड़ा अच्छा आ रहा है क्या क्या डाले हो इसमें हम बोले की थोड़ा सा गुस्सा उड़ाने वाला मसाला साथ में थोड़ा प्यार का ताना बाना छोटा छोटा काट के मिलाए है........और और और मैगी है बस.....वो एक बार फिर देखी गुस्से में तो पूजा हस के बोली की अरे अब बस भी कर दे भाई हो गया.....अच्छा सुन सग्गू मूवी का प्लान किसी और दिन के बजाए इस शुक्रवार रखते है दोपहर वाला शो तू अपने कोचिंग मत जाना ना ये जायेगा फिर हम मार्केट के बहाने चले आयेंगे फिर चला जायेगा बोल क्या बोलती है.......सुगंधा अपनी बहन के प्लानिंग को सुन के बोली वाह दी कब से इतना तेज हो गई है तू........
हम बोले की अब एक गधी है तो दूसरी घोड़ी तो बनेगी ही ना.......पूजा हमको एक मुक्का मारी और सुगंधा बोली की ठीक किए बहुत टर टर कर रहा था तब से......हम बोले की अच्छा बेटा हमसे दुश्मनी भारी पड़ेगा तो वो ये बोल के गई की बेटा वो तो वक्त बताएगा और मुस्कुरा के चल दी वहा से.......

हम पूजा से बोले की क्या लगता है उसके इस बात में कोई मतलब है क्या......तो वो बोली की भक् नही ऐसा कुछ नही है.......फिर मैगी का खाने का दौर चला और फिर हम अपने घर के लिए निकले.....सब कुछ नॉर्मल रहा और रात में पूजा से मैसेज से बात भी हुआ ऐसे ही करते करते शुक्रवार का दिन आ गया.......कोचिंग ना जा के हम लोग सिनेमा हॉल पहुंच गए और अंदर हम बीच में और मेरे अगल बगल दोनो बहन बैठी थी......अब अगर हम कुछ करते भी तो बड़ी सावधानी के साथ करना था इसलिए केवल पूजा का हाथ पकड़े फिल्म देखा उधर सुगंधा अपने मस्ती में मूवी देखी बीच बीच में वो किसी सीन को डिस्कस भी करती की ऐसा रहा ऐसा होता तो और अच्छा होता पर उस वक्त भी पूजा मेरा हाथ नही छोड़ती.......और तभी इंटरवल की लाइट्स जल गई......हम तीनो बाहर लॉबी में गए और फिर पॉपकॉर्न का दाम पूछे और दाम सुन कर ही हम हल्का सा फ्रेश होने बाथरूम में गए.....हम फ्रेश हो के अपने सीट पे आ के बैठ गए जबकि पूजा और सुगंधा अभी तक नही आई थी.......

इधर बाथरूम में पूजा अपना काजल और बाल को सवार रही थी इसको देख के सुगंधा बोली की अब क्यू कर रही है ये चल ना हो तो गया तेरा काम......पूजा को थोड़ा रूखापन लगा उसके आवाज में तो वो बोली उसको की ऐसे क्यू बोल रही है क्या हुआ रे तो सुगंधा बोली की चल चल ज्यादा गुस्सा मत कर दी अभी मूवी स्टार्ट हो जायेगी चल और वो बीना पूजा की बात का जवाब दिए आ गए.....हम बोले की कहा रह गए थे दोनो.......इस पर सुगंधा बोली की सज रहे थे सजन के लिए.......हम बोले अच्छा कौन है वो..... ऊ पॉपकॉर्न वाला....की फ्री में पॉपकॉर्न दे दे.....हद्द करती है तू भी ऐसा मत कर यार वरना बाबू बड़ी मारेंगे तुझको......वो खड़ी खड़ी ही हमको देखे जा रही थी जबकि पूजा बैठ गई थी अपने सीट पे फिर हम हस्ते हुए उसका हाथ पकड़ के सीट पे बिठाए और बोले की गुस्सा मत किया कर अच्छी नही दिखती तू.......और एक टपली सर पे दे मारे......फिर वो बीना मुस्कुराए बैठ गई.....इस बार भी अंधेरा होने पे पूजा मेरा हाथ पकड़े रही जबकि सुगंधा गुस्सा छोड़ मूवी में ध्यान लगाई.....फाइनली मूवी खतम करने के बाद हम बाहर आए अभी शाम के 7 बज रहे थे......आज सुगंधा अपने सिलाई बुनाई वाले क्लास भी नही जाने वाली थी इसलिए हम आराम आराम से पैदल पैदल चलने लगे घर की तरफ तभी एक बैटरी रिक्शा आ कर बोला कहा चलना है सर.....हम और पूजा मना कर दिए पर सुगंधा बोली की चलो इसी पे चलते है.......फिर हम बैठ गए उसपे......उस रिक्शे में गाना बज रहा था.....

तेरे खामोश होठों से मोहब्बत गुनगुनाती है......
मैं तेरी हु तू मेरा है बस यही आवाज आती है......
तेरे खामोश होठों से मोहब्बत गुनगुनाती है........

उस गाने के बोल सुन कर हम नजरे चुरा कर पूजा को देखते और वो हमको और सुगंधा बस बाजार देखते जा रही थी......यूंही करते करते हम उनके घर के नुक्कड़ पे पहुंचे जहा वो रिक्शा वाला गया और हम पैदल चल पड़े उसके गली के पास आ कर हम बोले की आज घर नही आ रहे हम आज सब मन मूवी में लग गया पढ़ाई का मन बिलकुल नहीं है.....तो सुगंधा बोली की क्यू ऐसा क्या हो गया भाई मूवी ही तो देखे है ना कही कुछ और तो नही ना छू आया तू.....मेरा मतलब देख आया तू.........

हम बोले की क्या छू आया देख आया कर रही है बौरा गई क्या......तो वो हस कर बोली की अच्छा चल छोड़ अभी घर चल नौटंकी मत कर इस्पे पूजा बोली की हा चल ना क्या दिक्कत है पढ़ना मत बस बैठे रहेंगे वैसे भी घर में तो लगना चाहिए न की पढ़ रहे है......सुगंधा बोली की देखा पूजा दी कितना खयाल रखती है पढ़ाई लिखाई का.......नतीजतन हम फिर से उसके घर में थे......जबकि सुगंधा और पूजा दोनो बारी बारी से चेंज कर के आ के बैठी आज सुगंधा भी हमारे साथ ही बैठी थी......और इतने दिन में हम लोग क्या क्या कवर किए वो पूछने लगी.....अभी ऐसा लग रहा था की वो एक पुलिस वाली है और हम अपराधी........

पूजा दी थोड़ी देर बर्दाश्त की फिर ये बोल के चली गई की खाना बनाना है तैयारी करते है आज अब रहने देते है......पर उसके जाने के बाद हम सुगंधा के साथ बैठे रहे और इधर उधर का बात करते थे......क्युकी आज कल उसका तेवर बदला बदला लग रहा था......बात जानना जरूरी हो गया था पर कैसे.......ये सोचते सोचते वहा से निकल कर घर आ गए हम.....

रात में तो दोनो बहन एक ही साथ सोती है.......इसलिए पूजा को बड़े सावधानी से हमसे बात करना पड़ता था.....पर हमें क्या पता था की सावधानी हट चुकी है और दुर्घटना घट चुकी है......उस रात सुगंधा सोने का नाम ही नही ले रही थी.....हम तकरीबन 15 मैसेज भेज चुके थे पर रिप्लाई एक का भी नही.......बहुत मुश्किल से एक रिप्लाई आया वेट का......

सुगंधा पूजा से पूछी की तेरा कोई बॉयफ्रेंड बना है क्या कॉलेज में आजकल बहुत सज कर जाती है कही भी जाती है तो.....तो पूजा बोली की नही तो तू पागल हो गई है क्या......सुगंधा फिर बोली की बेवकूफ मत बना सब जानते है हम......पूजा घबरा गई और उससे बोली की क्या मतलब.......सुगंधा बोली तेरे और सुमित के बारे में....सन्डे को किचन में क्या किए थे तुम दोनो हम देखे थे......और अब झूट मत बोलना दी क्युकी हमसे अब छुपेगा नही कुछ भी.......पूजा घबरा गई बुरी तरह से उसके कुछ बोलते नही बन रहा था और ना ही वो कुछ सोच पा रही थी......पूजा की घबराहट को देख कर सुगंधा उसको हिलाते हुए बोली की सुन सुन घबरा मत हम कुछ नही बता रहे किसी को पर इतना जरूर बोलेंगे की तू गलत की है......

पूजा उसका हाथ पकड़ कर बोलने वाली ही थी की सुगंधा बोली की चल अभी सो जा घबरा मत कल सुबह कॉलेज चलते है वही बात करेंगे.....चल सो जा आराम से तुझको उसकी कसम...... और वो पूजा का मोबाइल ले के सुमित को खुद मैसेज कर दी की सो जाए आज बात नही होगा.........

पूजा बहुत घबरा रही थी पर अब पछताए होत क्या जब चिड़िगा चुग गई खेत........
 
रात भर पूजा सोई ही नही जबकि मै इधर कुछ देर पूजा के कॉल का वाईट करता रहा और जब मन नहीं माना तो उठ गया मन बहुत बेचैन हो रहा था इसलिए सोचा की एक चक्कर लगाए आता हु पूजा के घर का शायद वो दिख जाए और चल पड़ा उसके घर की तरफ अभी रात के साढ़े बारह ब्याज रहे थे और ठंडी का मौसम होने के कारण सड़क एकदम सुनसान थी इसलिए मै निश्चिंत हो कर पूजा के घर के गलियारे मे आ कर खड़ा हो गया.............

अभी मै ये तो समझ गया था की कुछ गड़बड़ है पर क्या वो जानना था क्युकी पूजा हमसे बात ना करे ये हो ही नहीं सकता था और बिना कुछ वाजिब कारण बताए वो बात तो बिल्कुल भी बंद नहीं कर सकती थी.............और इसी कशमकश मे मैंने पूजा के फोन पे मैसेज छोड़ा और इंतेजार करने लगा कुछ देर बाद रिप्लाइ आया की कहा है हम फटाक से रिप्लाइ दिए बाहर हु............इधर पूजा बिस्तर पे जागी ही थी और उसका फोन सुगंधा के पास था जिसको वो अभी तक ले नहीं पाई थी क्युकी वो बहुत घबरा गई थी उसी वक्त से............. पर जब मोबाईल की लाइट जाली तो धीरे धीरे सुगंधा की तरफ देखते हुए उठी और मेरा मैसेज पढ़ी और दबे पाव लाइसे भी कर के गेट खोली और लगभग दौड़ती हुई आई और हमसे गले मिल के रोने लागि हम उसको हौले हौले संभालते हुए बोली की क्या हो गया है बता तो वो हमसे अलग हो कर सुबकते हुए बोली की सुगंधा सब कुछ जान चुकी है और ये सुनते ही मेरा मन धक्क से हो कर रह गया क्युकी ये बहुत टेंशन वाली बात थी फिर भी हम पूजा को समझाए और उसको बोले की पहले तू रोना बंद कर और आराम से पहले मेरे को बताया की क्या हुआ और वो फिर हमको सारी बात बाताई फिर हम उसको समझाए की उससे कल बात कर वो क्या कहती है क्युकी अगर उसको किसी को बोलना या हल्ला करना ही होता तो वो अब तक कर चुकी होती इसलिए तू परेशान मत हो अभी आराम से जा सो जा देख मुझसे भी तेरी ये खामोशी बर्दाश्त नहीं हुई इसलिए यहा चला आया क्युकी हमको एहसास हो गया था की कुछ दिक्कत है मेरी जान को और ये बोल के उसके माथे पे चूम लिए वो अभी तक नम आँखों से हमको देखे जा रही थी हम बोले की पागल घबरा मत जो कुछ भी होगा हम है तेरे साथ तू ऐसा वैसा कुछ मत सोचना समझी ना

वो हमको जोर से गले लगाते हुए बोली की हम आपसे दूर नहीं रह सकते है और ये बात हम सब को बता देंगे हमबोले की मै भी कहा रह पाता हु तुझसे दूर पर अभी अपना समय अच्छा नहीं है ना जान इसलिए और मेरी एक बात तू दिमाग मे घुसा ले की तू पहले सुगंधा की सारी बाते सुनेगी की वो क्या कहती है उसके बाद ही कुछ करना समझी................और जहा तक हमको लगता है वो कुछ नहीं करेगी पर फिर भी कल बात कर के देख और हा आइ लव यू मेरा जान और ये कहते हुए हम उसके सर को अपने सर से सटा लिए वो अभी भी हल्के हल्के सुबुक रही थी हम उसको बोले की अब जा और रोना बंद कर और लगे हाथ उसके दोनों आँखों को चूम लिए जवाब मे हमको अपने गले से लगा ली और मेरे गर्दन पे हल्के से चूमी और अलग होते हुए बोली की कल जो कुछ भी हो उससे हमको कोई फरक नहीं पड़ेगा आप मेरे है और हम आपके हम मुस्कुरा कर बोले की हा जान मेरा अब जाओ और सो जाओ हम भी चलते है वरना अगर सुगंधा जागी तो फिर से मुसीबत आ जाएगी................वो मेरे हाथों को एकदम जोर से दबाते हुए छोड़ी जैसे उसका जाने का मन नहीं हो...........जब वो गलियारे से घर के गेट के अंदर चली गई फिर हम वह से निकले....................

घर आ के सो गया सुबह जब नींद खुली तो मेरा ध्यान पूजा पे गया पर अब जब तक हम शाम को वहा नहीं जाते तब तक हम कॉल करना ठीक नहीं समझे वैसे भी पूजा को मौका मिलते ही वो खुद फोन करेगी या मैसेज करेगी.................इधर पूजा के घर मे सब कुछ नॉर्मल था जबकि सुगंधा भी एकदम नॉर्मल थी और पूजा से आम दिनों की तरह ही बात कर रही थी और घर के काम कर रही थी जबकि पूजा का सारा सिस्टम हैंग हुआ पड़ा था और जब दोनों बहन नाश्ते करने साथ बैठी उस वक्त टीवी चालू था सुगंधा जान बुझ कर पूजा को चिढ़ने के लिए गाना का चैनल लगा ली जिसपे गाना आ रहा था

तेरी सूरत निगाहों मे फिरती रहे इश्क तेरा सताये तो मै क्या करू................
कोई चंचल सी याद आके तनहाई मे मेरी नींदे चुराए तो मै क्या करू .............

अभी तक पापा और भाई दुकान जा चुके थे ममी बाथरूम मे कपड़े धो रही थी .............खाते खाते सुगंधा पूजा का मुह देख के हस्ते हुए बोली की तू इतना डर क्यू रही है जैसे कोई चोरी की हो इस बार पूजा का सब्र का बांध टूट गया और वो थाली जमीन पे रख घुटनों के बल सुगंधा के पैरों पे हाथ रखते हुए बोली प्लीज तू मेरी बात सुन ले सुगंधा उसको ऐसे रोते हुए देख कर बोली की तू पहले रोना बंद कर मा देख लेगी पर पूजा की आँख थी जो रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी फिर सुगंधा घबरा कर उसको हटाते हुए उठी और जा के मा को देख कर आई जो अब तक नहाने जा चुकी थी इसलिए वो निसचीनत हो कर वापिस कमरे मे आई और पूजा जमीन पे ही बैठी सुबक रही थी उसको कंधों से पकड़ कर उठाई और कुर्सी पर बिठाते हुए बोली की तू रो मत न दी क्या हो गया आर हम तेरे और उसके बीच मे काटा नहीं बन रहे है और अगर ऐसा कुछ करना ही होता तो हम संडे को ही कर देते ना या फिर कल रात को जब तू उससे गलियारे मे मिल रही थी ये सुन कर पूजा को दूसरा झटका लगा वो फिर से रोने के मुद्रा मे आ ही रही थी की सुगंधा उसके आँखों से आँसू पोंछते हुए बोली की तू पहले मेरी बात सुन और ये रोना बंद कर पूजा उसके हाथों को जोर से पकड़ कर दबाते हुए रो पड़ी और बोली की प्लीज सुगगु आइ लव हिम और और और वो भी हमसे उतना ही प्यार करता है .............वो उसको चुप कराते हुए बोली की हा हम जानते है कल हम तेरा और उसका सब बात सुने थे इसलिए तो कह रही की तू रो मत पर मेरी बात समझ कोई नहीं समझेगा तुझको अपने घर मे वैसा महोल नहीं है इसपे पूजा बोली की वो सब हम नहीं जानते अभी हमको बस तुझसे जानना है की तू क्या सोचती है ...........इसपर वो बोली की हम कुछ गलत नहीं सोच रहे है पर पहले उस दगाबाज से तो मिले की वो ऐसा क्यू किया.........

इसपर पूजा अपने आँसू पोंछते हुए बोली की सुन हम बताते है इसमे उसकी कोई गलती नही है और फिर हमारे रांची जाने से ले कर आने के बाद क्या क्या हुआ वो सब कुछ बता दी और साथ ही साथ ये भी बताई की कैसे हम खुद से माधुरी को दूर किए और उसको अपनाए और ये भी की कॉलेज के आखिरी साल कम्प्लीट होने को है पर इसके बावजूद उसका कभी भी इन सब चीजों मे ध्यान नहीं गया पर सुमित का मिलना किस्मत थी नाकी उसने ये जान बुझ के किया है

इस बार सुगंधा की आंखे मन थी और वो पूजा को गले लगा ली और बोली की तू अभी शांत हो जा और चल हम तेरे साथ आज कॉलेज चलते है सुमित को भी वही बुला लेते है वही बात करेंगे उससे तो पूजा बोली की क्या कहेगी तू उनसे पहले हमको बता क्युकी कल रात से वो भी परेशान है और अभी वो भी यही सोच रहे होंगे की तू क्या बोलेगी क्या नहीं ................इसपे सुगंधा बोली की तू घबरा मत कुछ सवाल करने है बस अब चल तैयार हो जा मा आती ही होगी ..................

और सुगंधा चली गई जबकि पूजा हमको मैसेज कर के सारी बात बता दी और कॉलेज बुलाया हम जब उसका मैसेज पढे तो उसको रिप्लाइ किए की आ रहे है हम तुम ठीक हो तो वो बोली की हा ठीक हु मै हम पूछे की रोई है न तू खूब तो वो बोली की आपके लिए कुछ भी मेरे जान आप आइए हम भी पहुँच रहे है और वो तैयार होने चली गई जबकि सुगंधा कमरे मे वापिस आते वक्त पूजा से फोन मांग ली तो पूजा बोली की हम बोल दिए है आने को तो वो बोली की हा ठीक है तू फोन दे और जा तैयार हो के आ.....................और फिर पूजा के जाने के बाद सुगंधा ने फोन पूरा स्कैन कर लिया की अभी पूजा हमसे कैसे बात की और मैसेज पढ़ के वो समझ गई की आग दोनों तरफ बराबर की है..............................

इधर हम उन दोनों के आने से पहले ही कॉलेज पहुँच कर दोनों का वेट कर रहे थे क्युकी अंदर ही अंदर मेरी भी गाँड़ फटी पड़ी थी और नियति का खेल देखो इतने आसू देने के बाद एक Unexpected खुशी पूजा का इंतेजार कर रही थी जो सच मे हम दोनों के प्यार को मुकम्मल बनाने मे एक और कदम था ............

मेरे पास होते ही सुगंधा पूजा को एक जगह रहने को बोली और हमको बोली की चल हम बोले की कहा वो थोड़ा रुख स्वर मे बोली की ज्यादा सवाल जवाब मत कर बस चल...........थोड़ी दूर ले जा के वो हमसे पहले पूछी की तू क्या सोच के ये सब किया है तू पीठ मे छुरा मारा है तूने मेरी सीधी साधी बहन को कैसे अपने हवस के जाल मे फसाय है तुझको शर्म नहीं आया ये सब करते हुए अपना दोस्त माना था तुझे और अगर हमको जरा भी भनक होता न की तेरे इस चेहरे के पीछे इतना घिनौना इंसान रहता है तो कभी तुझको अपने घर मे तो दूर अपना दोस्त तक न बनाती हम बस उसको देखे जा रहे थे एक शब्द नहीं बोल धीरे धीरे उसका गुस्सा बढ़ता ही जा रहा था .............
वो आगे बोली की रांची मे जो कुछ हुआ वो सब मेरी बहन ने हमको बताया तू ऐसा कैसे कर सकता है सुमित (आज उतने दिन के बाद सुगंधा हमको मेरे नाम से बुलाई थी वरना वो यार ही बोलती थी ) इससे साफ हो चुका था की पूजा पे वो गुस्सा नहीं थी बल्कि वो उसको शिकार समझ रही थी और हमको शिकारी जिसने जान बुझ कर उसकी मासूम बहन को जाल मे फसाय था इसलिए सर गुस्सा हमपे निकाल रहा था ..................जबकि ऐसा कुछ था नहीं

अब हम बोले की सुन मेरी बात वो गुस्से मे बोली की अब क्या सुनना है जो करना था तूने कर लिया और अब मेरी बहन से दूर रह समझा वरना अच्छा नहीं होगा और हा आज से मेरे घर मत आना कोई जरूरत नहीं और पूजा दी को हम समझा देंगे की तू क्यू नहीं आएगा और आज के बाद से मेरी बहन का पीछा छोर दे वरना अच्छा नहीं होगा............अब मेरे सबर का बांध टूटने वाला था हम जोर से चिल्ला कर उसको रोकते हुए उंगली दिखा कर बोले की ये धमकी तू उन लड़कों को देना जो केवल हवा पानी देते है और लड़कियों की इज्जत से खेल कर चले जाते है वो हमको रोकती हुई कुछ बोलती इससे पहले हम दुबारा चिल्ला कर उसको बोले की बोला न मेरी बात सुन अभी एक शब्द नहीं बोलेगी तू जब से मै सुना ना तेरी बात अब तू मेरी बात सुन समझी वो हमको चिल्लाते देख के थोड़ा शांत हुई जबकि पूजा हम दोनों के बीच बहस और चिलम चिल्ली देख के हमारे पास आने लागि हम उसको आता देख कर उसको बोले की वही रुको जान तुम जरा इसका दिमाग ठिकाने पे नहीं है अभी लगा कर आते है और फिर हम तेज आवाज मे ही सुगंधा से बोले की जो भी हुआ उसमे हम दोनों की मर्जी थी सिर्फ मेरी ही नहीं और वैसे भी जब कल रात तू हम दोनों को देख रही थी तो तुझको जरा भी लगा की हम पूजा के साथ किसी गलत मकसद से है अगर ऐसा होता ना तो हम कल रात उससे मिलने नहीं आते और एक बात हम उससे प्यार करते है समझी तेरी इन गीदड़ धमकियों से डरने वाले नहीं है अगर मेरी आज जॉब लग जाए न तो आज के आज उसको तुम सब के आँखों के सामने से यू यू उड़ा के ले जाऊ और एक और बात मेरे घर मे उसको सब अपना लेंगे समझी क्युकी सब को पता है की सुमित की पसंद है तो वो गलत नहीं हो सकता और भले हमारा रिश्ता कैसे भी तरीके से अपने अस्तित्व मे आया हो पर आज हमदोनों के बीच एक मजबूत डोर कायम हो चुकी है जो कोई माई का लाल नहीं तोड़ सकता समझी और अगर जी मे आए तो आजमा लेना डोर टूटी भी तो हमदोनों भी टूटेंगे मर जाएंगे हम दोनों और ये कहते हुए मेरे आँखों से आसू की लकिरे फुट पड़ी और रोते रोते ही हम बोले फिर कही न कही किसी न किसी रूप मे वो हमको या हम उसको पा ही लेंगे चल निकल अब यहा से आज के बाद से अपनी शक्ल मत दिखलाना हमको वरना जो बात तूने आज कही है न उसके लिए मै तेरे चोपटे का नक्शा बिगाड़ दूंगा समझी और हम निकल लिए जबकि सुगंधा वही खड़ी थी

हम पूजा के पास आए और उसके चेहरे को अपने हाथों मे ले कर बोले की तू घबराना मत हम हमेशा तेरे साथ है समझी आइ लव यू और उसके माथे पे चूमते हुए निकल गए वो पूछती रह गई की हुआ क्या आप रो क्यू रहे है तो हम उसपे भी चिल्ला कर रुँधे गले से सुगंधा के तरफ हाथ दिखा कर बोले की अरे साली हमको बोलती है की हम तेरा अपनी जान का पीछा छोर दे और तेरी जिंदगी से चले जाए ऐसा कभी हो नहीं सकता बोल देना उसको समझा देना की तू मेरे लिए क्या है और हम तेरे लिए क्या है मदारचोद साली हमको ऐरा गैरा आशिक समझती है ये सब सुन के पूजा भी रो दी हम उसके आँसू पोंछते हुए बोले की खबरदार तू रोई तो भूल गई मेरी कसम तू मुझे मारेगी क्या अभी तो हमने पूरी जिंदगी साथ बितानी है पागल रो मत और उसके आँसू पोंछते हुए उसके सर से अपना सर सटाते हुए बोले की अभी जा उसके पास हम यही कॉलेज के पीछे गंगा घाट किनारे बैठे है जब महारानी का गुस्सा शांत हो जाए और लगे की कुछ सुनने समझने की शक्ति आ गई है उसमे तो आना वही हम रात से पहले वहा से हिलने नही वाले...................... वो बोली की आप भी तो रो रहे है न तो हम कैसे चुप रहे भला..........हम उसको थोड़ा सुगंधा की तरफ धकेलते हुए अपने आँसू पोंछते हुए वहा से चल दिए ...................
 
पूजा रोते हुए हमको जाते देख रही थी और तभी सुगंधा तेज तेज कदमों के साथ चलते हुए उसके पास आई और उसका हाथ पकड़ के बोली चल यहा से पूजा अपना हाथ छुड़ाते हुए बोली की सुगगु तू ऐसा कैसे कर सकती है जबकि तुझको सब कुछ बता दिए थे फिर भी सुगंधा बोली की हम जो कह रहे है वो तू कर अभी चल यहा से वो जबरदस्ती पूजा का हाथ पकड़ के घसीटते हुए कॉलेज से बाहर निकाल गई और पूजा ना चाहते हुए भी उसके साथ घसीटते हुए चली जा रही थी बस यही रट लगाए जा रही थी की मेरा हाथ छोड़ हमकौनके पास जाने दे वो मेरा वेट लकार रहे है पर सुगंधा पे उसके बातों का कोई फरक नहीं पद रहा था और उसने एक ऑटो रुकवाया और उसको ले के चल दी और ऑटो जब चल पड़ा तो सुगंधा पूजा को जोर से चिल्ला कर बोली की तुझको ऐसा क्या मिल गया है उसमे जो कुछ दिनों मे ही वो तुझको इतना अजीज हो गया है की अब तू कुछ सुनने समझने को तैयार ही नहीं है .............पूजा बोली की हम ये सब बात नहीं जानते न समझते है बस इतना पता है की वो नहीं मिले तो जान दे देंगे हम और ये कह कर पूजा चलते ऑटो से बाहर कूद गई ...............

ये सब इतने जल्दी मे हुआ की सुगंधा को कुछ पता ही नहीं पड़ा पर गनीमत रही की ऑटो धीमे था और पूजा गिरने के बाद उठी और लँगड़ाते हुए मेरे तरफ भागने लगी उसके हाथों और पैर मे चोट आई थी सिर मे भी थोड़ा लगा था पर अछि बात ये रही की फुटा नहीं था वरना दिक्कत हो जाती बहुत बड़ी वाली........इधर ऑटो वाला ऑटो रोक दिया तो सुगंधा उतर कर दौड़ते हुए पूजा के पास आई और उसको पकड़ने की कोशिश की तो पूजा उसको धकेल दी और मेरे तरफ आती रही वो रो भी रही थी और उसके घुटने छील गए थे खून बह रहा था पर उसको अभी अपने सुमित के पास पहुचना था .............सुगंधा फिर से उसको रोकी और जोर से गले लगा के बोली की अरे पगली ऐसे कौन करता है भला पर पूजा कुछ सुनने को तैयार ही नहीं थी वो उसको अपने आप से जोर से धकेल के अलग करते हुए बोली की तू प्लीज चली जा यहा से तू नहीं समझ सकती जो लड़का मेरे लिए वहा बैठा रो रहा है और इस इंतेजार मे है की उसकी जान उसके पास आएगी तूहकों वो लड़का गलत लग रहा है तो तू क्या ही समझेगी मेरी बातों को और रोते हुए फिर से भागने लागि इतने मे कुछ दुकानदार लोगों ने पूजा को समझा कर मेडिकल की दुकान मे ये कह कर बिठाया की दवाई लगा लो फिर चली जाना ऊसको अभी कुछ सुध नहीं थी अपनी

सुगंधा वही खड़ी थी वो अंदर से डर गई थी की अब घर पे क्या कहेगी वो की ये सब कैसे हुआ तो उसका दिमाग काम ही नहीं कर रहा था तकरीबन पंद्रह मिनट के ट्रीट्मन्ट के बाद पूजा का खून निकलना बंद हुआ और वो फिर यह कह कर उठने लागि की अब वो ठीक है अब वो जाना चाहती है और उस दुकान से वो निकाल गई जबकि दुकान वाले लोग और सुगंधा उसको रोकते रह गए ..................कॉलेज अभी थोड़ी ही दूर था इसलिए वो कॉलेज के पास पहुँच गई और फिर उसको याद आया की हम कहा बैठे है तो वो आगे बढ़ी इधर सुगंधा दुकान मे पैसे देने लागि जो इलाज मे लगा तो उन्होंने मना कर दिया और फिर सुगंधा दौड़ती हुई पूजा के पास पहुंची तो इस बार पूजा चिल्ला कर बोली की तू चली जा वरना कुछ बुरा हो जाएगा सुगंध उसको बोली की पहले मेरी बात तो सुन ले पर पूजा उसको इग्नोर करते हुए घाट किनारे पहुँच गई जहा हम उसको दिखे

गंगा के पानी तरफ देख कर बार बार अपना चेहरा पोंछ रहे थे इससे पूजा समझ गई की हम रो रहे है और रोते भी क्यू ना साला एक तरफ माधुरी को खोए और आज अपनी पूजा को भी खोने के कगार पे थे आज जितना गम अंदर भड़ा पड़ा था वो सब आँखों के रास्ते निकाल रहा था ............इतने मे पूजा पीछे से जान आप रो क्यू रहे है और उसकी आवाज ज्यों ही मेरे कानों मे पड़ी हम पीछे घूमे और पूजा को देखे वो रोते हुए लँगड़ाते हुए मेरे पास आ रही थी हम चौंक कर भागते हुए उसके पास गए और उसको अपनी बाहों मे ले लिए और सवालों की झड़ी लगा डाली की ये क्या हुआ कैसे हुआ क्युकी अभी तो अच्छी भली तू गई थी मेरे सामने से वो मुसकुराते हुए सुबकते हुए अपने आप को मेरी बाहों मे समर्पित करते हुए बोली कुछ नहीं जान आपसे दूर ले जा रहा था कोई मै बीच मे कूद के भाग आई आपनी जान के पास और उसके बाहों के घेरे का दबाव बता रहा था की वो अब कितने सुकून मे है ये सब पीछे खड़ी सुगंधा देख रही थी हम उसको देख कर चिल्ला कर बोले मादरचोद साली हारामजादी ठंडक मिल गई कलेजे मे तेरे को देख क्या कर दिया तूने इसका हाल क्या हुआ अभी तो वो कुछ बोली नहीं बस अपने सर नीचे कर के रोते हुए घुटनों पे बैठ गई हम उसको छोड़े और पूजा को अपने आलिंगन मे लिए जहा हम बैठे थे वहा ले आए और अपने गोद मे उसका सर रखते हुए उसको लिटा दिए और अपने पॉकेट से अपना रुमाल निकाल कर उसका चेहरा साफ कीये वो मेरा हाथ जोर से पकड़ कर बोली की आपसे दूर नहीं रह पाएंगे अब हम ...........हम बोले की हा मेरी जान हमको पता है पर ये कैसे हुआ इतना चोट कैसे लग गया तुझको बता पहले वो मेरे हाथ को चूमती हुई बोली की अरे कुछ नहीं और जो भी हुआ पट्टी तो हो ही गया है न फिर टेंशन क्यू लेते है आप हम आपके पास है बस हम खुश है फिर हम उसको पानी पिलाने को उठाए और वो पी कर दुबारा से मेरे गोद मे सर रख कर लेट गई

इतने मे सुगंधा हम दोनों के करीब आई हम उसको देख के अपना बैग उठाए और उसको दे मारे वो मेरा बैग से टकरा के पीछे हुई पर बैग को पकड़ कर फिर हमारे पास आ कर कुछ बोलती हम उसको गुस्से मे देख कर बोले की भाग जा कोशिश भी मत करिओ हमदोनों के पास आने की अभी ये लेटी न होती न तो तुझको बताता मै क्या हुआ रास्ते मे क्या की तू

वो थोड़ा पीछे हटते हुए बोली की दीदी चलते ऑटो मे से कूद गई तेरे पास आने को हम पूजा को देखे तो वो मेरा हाथ जो अभी तक वो पकड़ रखी थी फिर से जोर से दबा दी हम हाथ छुड़ा के उसके गाल पे एक हल्का सा तमाचा लागाए और बोले की इसका क्या मतलब था अभी कुछ हो जाता तो
तो वो मेरे हाथों को चूमते हुए बोली की ऐसे ही थोड़े थामे है इस हाथ को देखिए पकड़ने मात्र से कितने सुकून मे है हम और वो अनकहे बंद कर दी और मेरे आँखों से आसू की एक बूंद उसके गालों पे गिर गई तो वो आंखे खोल कर उठ कर बैठी और मेरे आँखों को पोंछती हुई बोली की हम ठीक है अब आप मत रोइए देखिए कितना रोए है आप आंखे लाल लाल हो रखी है आपकी हम बोले हा और तेरी पीली हो गई है गधी वो हस्ते हुए मेरे गले से लग गई पूजा का पूरा काजल उसके चेहरे पे फ़ाइल गया था वो भी खूब रोई थी

जबकि पीछे से सुगंधा सब कुछ देख रही थी हमदोनों को देख कर वो बोली की तुमदोनों जो कर रहे हो न वो बहुत खतरनाक साबित होगा देखना हम पूजा को अपने से सटाते हुए बोले की जो होगा देखा जाएगा तू ये सब का चिंता छोर दे और जो तूने करना है वो तू कर तो वो रोते हुए बोली की माफ कर दे हमको हम समझ नहीं पाए तुमदोनों को हमको लगा की तू धोका देगा दी को पर

हम बोले पर पर क्या बोल न वो कुछ बोली नही बस हाथ जोड़ के खड़ी थी रोते हुए इसपे पूजा बोली की सुगंध तू समझ हम दोनों दुनिया के लिए भले गलत हो पर एक दूसरे की जान है और हम एक हो कर रहेंगे देख लेना बस समय का इंतेजार है

सुगंधा फिर डरते डरते हम दोनों के पास आई और बोली की हम तुमदोनों को अलग नहीं करना चाहते थे बस पूजा दी को समझाना मेरा मकसद था की तू बस उसका इस्तेमाल कर के छोर देगा इसलिए अभी समय है वो तुझसे दूर हो जाए हम फिर गुस्सा हो के चिल्ला के बोले की तू बच के भाग जा यहा से वरना अगर हम पकड़ लिए तो फिर बहुत बुरा होगा तेरे लिए वो फिर से बोली की जो जितना बुरा हो सकता था हो चुका है अब बस अंजाम का इंतेजार है

हम बोले की भाग यहा से तो पूजा दी मेरे से अलग हुई और उठ कर उसके पास गई और बोली की कम से कम आगे अगर मदद नहीं कर सकती तो जो जैसा चल रहा था चलने दे प्लीज वो इस बात पे मुह फेर ली पर बोली कुछ नहीं

पूजा उसका हाथ पकड़ कर बोली की बोल न सुगगु इसपर पीछे से हम बोले की रहन दे क्यू भीख मांग रही है अपना प्यार इतना भी मोहताज नहीं है रोज मिल ना पाए तो कोई बात नहीं जब नियति मे होगा मिलना न हम मिल लेंगे पर रहेंगे तो हम दोनों एक दूसरे के ही

पूजा हमको शांत रहने का इशारा की और उससे दुबारा पूछी इस बार सुगंधा सिर्फ हा मे सिर हिला कर रह गई पूजा उसको बोली की बोल के बता तो सुगंध बोली की हा ठीक है वैसे भी हम कुछ नहीं करने वाले थे बस तुझको समझाना था पर शायद हम गलत थे ............

फिर वो बोली की पर तूने जो किया उसका क्या घर पे क्या बोलेंगे की कैसे आया इतना चोट तो पूजा मेरे तरफ देखने लागि हम भी सोचे की हा ये तो समस्या है पर फिर दिमाग लगाए और बोले की बोल देना की रास्ते मे मोबाईल छीनने की कोशिश की और ये गिर पड़ी......

पूजा मुस्कुरा के सुगंधा की तरफ देखि और बोली की देखि चुटकी बजाते प्रॉब्लेम गायब ..............इस बार सुगंध भी हौले से मुस्कुरा दी

फिर हम बोले की अब चलो पहले अछे से दवाई करवाऊ आपकी मैडम........... पूजा बोली की हो तो गया है मेरा हम ठीक है अब बस घर जा कर आराम करेंगे और जब आप शाम को आइएगा न तो देखना हम आपको कैसे मिलेंगे

हम सुगंध से बोले की ओए हिटलर ठीक है न की अभी भी कोई दिक्कत है तो वो बोली की तू हमको एक बात बता दी को तू धोखा नहीं देगा ना हम उसको बोले की ये ना सुधरेगी इसक हटने को बोलो मेरे सामने से तो वो

बस मुस्कुरा कर ये बोलते हुए जाने लागि की हम कॉलेज से आते है जब तक दोनों यही आराम करो ................

वो कॉलेज चली गई और ये बात तय थी की अब सुगंधा पूजा और हमको ले कर निश्चिंत थी और ये बात से हमदोनों को भी काफी सुकून मिला था ..............तकरीबन एक घंटे बाद सुगंधा आई तो देखि की पूजा मेरे गोद मे सर रखे रखे सो गई है और उसका हाथ अभी भी मेरे हाथ मे था जबकि हम गंगा की तरफ टकटकी लागए बैठे है हम उसको देखे ही नहीं की वो कब आई और कब से देख रही थी हम दोनों को

पाँच मिनट के बाद वो आवाज लागाई हम घूम के देखे उसको तो पूजा दी को सोता देख कर वो बोली की रहन दे अभी उसको सोने दे तू अभी भी हमसे गुस्सा है
हम बोले की नहीं उस वक्त थे पर तेरे जाने के बाद पूजा समझाई हमको और फिर हम तेरे को माफ कीये वरना बहुत गुस्सा थे हम तुझसे

वो बोली की हम समझते है पर देख दिक्कत होगी हम बोले की कुछ नहीं होगा देखना तू बस सही समय क इंतेजार करना है हमे

इसपर वो कुछ नहीं बोली फिर हम पूजा को उठाए और फिर धीरे धीरे उसको ले कर घर की तरफ चल दिए कूदने के बाद का दर्द अब उसको तकलीफ दे रहा था पर क्या ही कर सकते थे वो दोनों घर जा चुकी थी और हम अपने घर आ चुके थे

दिल से बहुत बाद बोझ उतार गया था साला और अब इंतेजार था शाम का
 
पूजा और सुगंधा जब घर पहुंची तब वहा एक बॉम्ब जैसा फट पड़ा सब यही पूछने लगे की कैसे हुआ क्या हुआ फिर सुगंधा मेरे बताए हुए बहाने को सब को बताई और फिर सब पूजा को ले के पास के ही डॉक्टर के पास गए जहा वो उसकी मरहम पट्टी अच्छे से कर दिया और बोला की अभी एक हफ्ते तक आराम करना है कही नहीं जाना है समझी................घर आने के बाद पूजा सच मे थक गई थी इसलिए वो अपने कमरे मे सो गई जबकि सुगंध बैठ कर सब कुछ विस्तार से मा और पापा को बतलाई की कैसे फोन छीनने की कोशिश हूई और पूजा दी गिर पड़ी ..........और उसके बाद बात आई गई हो गई सब कुछ नॉर्मल हो गया.................सुगंधा अपने समय से क्लास गई और आज उसकी नजरे हमको ही ढूंढ रही थी पर आज दोपहर के बाद हम भी थक गए थे और आ कर सो गए जबकि इस बीच ना ही सुगंधा को मौका हाथ लगा हमको कुछ बताने का नाही पूजा को

खैर हम जब जागे तो लेट हो गया था पर फिर भी क्लास जाने के लिए लेट से निकले क्युकी अपनी जान के पास तो जाना ही था ना ............और आज रास्ते मे जाते जाते एक मोबाईल के हैन्ड्सेट के ऐड पर नजर पड़ी सोचा की आज पापा से पूछता हु क्या पता कुछ जुगाड़ बैठ ही जाए क्युकी अब बटन वाले फोन से काम नहीं चलने वाला था और जैसे जैसे पूजा और मेरे बीच रिश्ता कदन कदम बढ़ाए जा रहा था वैसे वैसे हम दोनों एक दूसरे के जितना हो सके उतना करीब रहना चाहते थे इसी सोच मे हम पहुच गए अपने दुकान पे वहा पापा और भैया के अलावे तिवारी अंकल बैठे थे इनका बहुत फैला हुआ लोहे और उससे बनी चीजों का कारोबार था जब हम उनसे मुखातिब हुए तो पापा से पहले भैया बोल पड़ा की ये भी अकाउंट्स का स्टूडेंट है इसके लायक कोई काम होगा तो बतलाइएगा .........हम उनसे मुस्कुरा के नमस्ते कीये और फिर पापा से मोबाईल के लिए बोले

जाहीर सी बात है की बिना चार बात गुस्सा कीये काम तो बनता ही नहीं इसलिए पहले सवाल जवाब हुआ की क्यू चाहिए क्या जरूरत है हम बोले की बस लेना है कब से इसी कीपैड वाले फोन को ढो रहा हु इसपर बीच बचाव करते हुए तिवारी जी बोले की आर कोई बात नहीं भाई आज कल सब के हाथों मे है आज न कल लेना ही है तो आज ही सही क्या दिक्कत है फिर भी पापा नहीं माने बोले की अभी खिच इसी मे अगले महीने देखते है हम ये बोल के निकाल गए रहने दीजिए कोई दिक्कत नहीं है लोड लेने का एक्स्ट्रा अभी कुछ दूर गए होंगे की भाईया पीछे से आवाज देता हुआ आया मेरे पास और हमको कुछ पैसे देते हुए बोला की ले पापा दिए है ............हम देखे वो पैसे 5000 थे हम बोले की इसमे नहीं होगा भाई नाम के लिए नहीं चाहिय पैसे रहने दे बाद मे देख लेंगे वो फिर अपने हाथ से 2000 निकाल कर दिया और बोल की जा मिला के ले लेना फिर हम पैसा ले के निकले वहा से और सीधा कोचिंग के पास पहुचे अभी छुट्टी होने मे दस मिनट था इसलिए वही साइड मे खड़े हो कर सोचने लगा की कौन स मोबाईल लेना है सोचते सोचते मेरे मोबाईल पे एक मैसेज आया की रिजल्ट डिक्लेर्ड फॉर प्री इग्ज़ैम ऑफ आईबीपीएस हम बोले की यार अभी तो साइबर जाना पड़ेगा पर पूजा का रिजल्ट भी तो देखना था ना इसलिए सुगंधा के आने का वेट करने लगे और साला मन मे बहुत बेचैनी हो रहा था की तभी सुगंधा हमको आती दिखी वो हमको नहीं देखि थी फिर जब वो करीब आ गई तो हम उसको आवाज दिए वो हमको देख कर करीब आते हुए बोली की आर तू कोचिंग क्यू नहीं आया हम बोले की दिमाग खराब करती है न मेरा इसलिए आज से कोचिंग नहीं आएंगे हम फिर वो झिड़कते हुए बोली की भाग ना बड़ा आया तू और क्लास छोड़ दे हूह और इल्जाम हमपे लगा रहा है हम क्या कीये तेरे साथ तो हम बोले की मारेंगे ना दोपहर मे तू क्या दिमाग खराब की थी मेरा वो सड़ा हुआ मुह बनाते हुए बोली की तू तो बोला था की हमको माफ कर दिया है तू और ये कहते हुए हम उसके चेहरे पे अफसोस साफ देख सकते थे इसलिए बोले की हा माफ कर दिए थे पर थक गए थे आज इसलिए सोया रह अगया और फिर तुरंत उससे अगला सवाल दागे की पूजा कैसी है ये बता तेरे फालतू के सवालों मे हम अपनी जान का हाल भी नहीं पूछे ...................फिर वो दोपहर मे हुए घर की सारी बात हमको बताई और बोली की दीदी सोई होगी अभी या हो सकता है तेरे आने का टाइम हो गया है तो जागी हुई हो ..............ये सुनते ही हम चैन की सांस लिए और उसके साथ घर की तरफ चल पड़े....................

इधर पूजा जागी हुई थी और हाथ मुह धो कर क्रीम लगा रही थी तो मा टोकी उसको की रे तू आराम कर ना क्यू ये ससब कर रही है वो बोली की नहीं मा अभी सुमित आएगा तो वो बंदर जैसा चेहरा देख के मजाक उड़ाएगा तो मा बोली की नहीं बेटा सुमित ऐसा लड़का नहीं है अभी वो जानेगा की तुझको चोट लगा है तो वो खुद तुझको आराम करने बोलेगा नाकी ये सब जो तू सोच रही है

जबकि पूजा तो मेरे लिए हल्का सज रही थी क्युकी उसको पता था न हमको उसके आँखों मे काजल कितना पसंद है फिर भी मा उसकी बोली की अच्छा ठीक है ला तेरे बाल सही कर दु सच मे बहुत उलझ गए है ये ................फिर पूजा बोली की देखा मा अभी आप ही मेरे बाल सुलझाने लागि फिर दोनों मा बेटी हास पड़े इतने मे हम सुगंधा पापा से मिलते घर पहुंचे उधर वो भी सुगंधा के भाई को दुकान का ध्यान रखने बोल के हमरे साथ आए की पूजा का हाल चाल जान लेंगे रास्ते मे हम बोले की रिजल्ट आ गया है रांची वाले इग्ज़ैम का देखने जाना है साइबर तो सुगंधा बोली की चल फिर जल्दी देखते है क्या हुआ पर सुन तू पूजा दी को मत बतलाना फिर पापा सुगंधा को बोले की जो घर से उसका ऐड्मिट कार्ड ले आ रिजल्ट जो भी हो देखने के बाद ही चला जाएगा और अगर पास हो गई होगी तो साथ ही मिठाई भी ले चलेंगे वरना कोई इसस बारे मे कुछ बात नहीं करेगा घर मे......................... हम मन ही मन मना रहे थे की रिजल्ट आ गया हो क्युकी ये बहुत बड़ी खुशी वाली बात होती और साथ ही साथ कान्फिडन्स लेवेल बहुत बढ़ेगा पूजा का और अगर मेरा भी हुआ हो तो क्या कहने पर मेरा होने न होने से कोई फरक नहीं पड़ता था क्युकी अभी हम फर्स्ट एयर मे थे और जॉइनिंग के लिए ग्रैजवैशन पास आउट चाहिए था या फिर लास्ट ईयर का इग्ज़ैम दे रखा हो जो की पूजा दे चुकी थी ..................

इसलिए अभी देखते है क्या होता है सुगंधा घर पे गई और उसको अकेला देख के पूजा बेचैन सी हो गई वो मा के सामने ही पूछी उससे की सुमित नहीं आया तो सुगंधा अपना बैग रखते हुए उसको बोली की वो दुकान पे है अभी आएगा थोड़े देर मे पूजा ये सुन के मन ही मन घबरा गई की काही सुगंधा डबल गेम तो नहीं न खेल गई और इतने मे सुगंधा पूजा का ऐड्मिट कार्ड ले के निकल गई ये कहते हुए की वो अभी आती है थोड़े देर मे और उसको ऐसे हड़बड़ा के जाते देख पूजा की जान हलक मे आ गई थी पर वो खुद पे काबू रखी और मा से अलग कमरे मे जा कर हमको फोन लगाई हम पापा के साथ थे उसके इसलिए काट कर उसको मैसेज कीये की हम अपनी जान के पास थोड़े देर मे आ रहे है एक काम है पापा साथ मे है ठीक है तो वो दुबारा मैसेज की की सब ठीक है न हम बोले की हा मेरा जान आप आराम से वेट करो मेरा हम आते है आपके पास उममाह और फिर वो निश्चिंत हो कर मेरा वेट करने लागि जबकि इधर सुगंधा हमारे पास आई तो हम लोग साइबर पहुचे और पहले पूजा का रिजल्ट चेक हुआ और फिर जो सामने आया वो बहुत खुशी की बात थी पूजा का रिजल्ट हो गया था और उसको मुख्य परीक्षा के लिए चुन लिया गया था और फिर मेरा चेक हुआ तो हम भी पास कर गए थे पर बहेनचोद समझ नहीं आ रहा था की खुश होऊ या नहीं क्युकी इस रिजल्ट का कोई मतलब नहीं बंता था पर फिर भी पहले अटेम्प्ट मे क्लेयर करने पे खुशी हुई की साला चलो कुछ तो अच्छा हुआ हम तुरंत अपने घर मे मा को और फिर पापा को बतलाये वो भी खुश हुए की चलो मेहनत बेकार नहीं गया ..............साइबर मे भी दुकान वाला congratulate कर रहा था फिर हम लोग वहा से निकाल कर मिठाई लिए पूजा का मनपसंद गुलाब जामुन और घर पहुंचे और सुगंधा चिल्लाते हुए पूजा के गले लग गई और बोली की तेरा और सुमत दोनों का रिजल्ट हो गया है सेकंड स्टेज के लिए तुमलोग जा रहे हो ये सुनते पूजा के आँखों से आँसू बह पड़े ................फिर उसके पापा और ममी उसको अपने बीच बीठा कर उसको प्यार से चुप कराते हुए बोले की बेटा खुश हो जा आज इतनी चोट खाई पर शाम होते होते देख क्या खुशी मिल गई तुझे और लगे हाथ हमको और सुगंधा को भी अपने पास बीठा लिए और प्यार से सर पे हट फेरते हुए बोले की ऐसे ही आगे बढ़ो हमेशा .................

सुगंधा अपनी गलती का सुधार करते हुए बोली की ये सब सुमित के आने के कारण हो पाया है ये ही लकी साबित हुआ दी के लिए फिर उसके पापा भी इस बात से इत्तेफाक रखते हए बोले की हा ये बात तो तूने बिल्कुल सही बोली बेटा और फिर खड़े हो कर हमको गले से लगा लिए बोले की जीता रह बेटा हम उनके पाव छूए और फिर मा के भी पैर छूए और फिर सब ने गुलाब जामुन खाई और हम पूजा को अपने हाथ से खिलाए तो उसने भी अपना जूठा मुझे मेरे मुह मे खिलाया और हम जान बुझ कर उसकी उंगली मे अपने दात गड़ा दिए वो चीहुक गई पर किसी ने नोटिस नहीं किया फिर हम बोले की पूजा दी अब मुख्य परीक्षा की तैयारी मे लग जाना चाहिए हमे क्युकी ज्यादा समय नहीं मिलेगा हमे वो बोली की हा पर आज नहीं आज इस खुशी को जी भर के जी लेने दे क्युकी बहुत समय बाद इस खुशी से पाला पड़ा है मेरा हम भी बोले की हा ये भी सही है तो आज बनाते है पनीर की सब्जी और पराँठे उसकी मा बोली की हा मेरे बच्चे क्यू नहीं ...............फिर पापा दुकान गए और जबकि सुगंधा उनके साथ दुकान गई पनीर वैगरह लाने और मा किचन मे गई जबकि हम पूजा को अपने गोद मे उठा कर बाहर के कमरे मे आ गए और पूजा मेरे को इतने करीब पा कर खुशी से मेरे होंठ चूमने लागि और हम उसको अभी भी अपने गोद मे उठाए हुए थे और फिर कुछ पलों के बाद उसको सोफ़े पे बिठाए और पर्दा गिराए तो पूजा चिल्ला कर मा से बोली की मा हम दोनों यहा बैठे है बहार तो मा ठीक है बोली फिर हम बोले की कोई काम हो तो बोलिएगा आंटी वो बोली की नहीं बेटा तुम बैठो सब ठीक है

फिर पूजा उठी और वो मेरे गोद मे आ कर बैठी तो हम उसका हाथ अपने हाथ मे ले कर पूछे की अब दर्द कैसा है तो वो बोली की मन तो हो रहा है की आपको खा जाऊ हम बोले की अरे हम क्या कीये तो वो कुछ बोले बगैर एक बार फिर हमको चूमने लगी और मेरा हाथ पकड़ कर अपने सिने पे रख कर जोर से दबा दी हम उसके चूचियों का एहसास पाते ही जोर से भींच दिए वो हमको चूमते चूमते कसमसा गई और मुह से दबी दबी आवाज मे दर्द जाहीर की फिर कुछ देर चूमने दबाने के बाद हम उसको अपने गोद से उतारे और बोले की बैठ जाओ सुगंधा आती होगी फिर वो बुरा स मुह बना के बोली की दवाई तो पी लेने देते हम बोले पी तो ली ज्यादा पीओगी तो हानी करेगा वो बोली की हूह ये मेरे लिए अमृत से कम थोड़े है फिर हमदोनों हस दिए और फिर हम बोले की दुबारा चलने को तैयार हो न अपने साजन के साथ प्यार के ससफर पे तो वो बोली की हा बेसब्री से इंतेजार है हम बोले की सुनो ये बढ़िया मौका है इस बार ये इग्ज़ैम भी तुम्हें पास करना है और ये सोच के चलन की अगर ये इग्ज़ैम निकाल गया तो हम लोग एक हो जाएंगे अपनी शादी की बात करने मे हिम्मत मिलेगी माने तो ठीक वरना दुनिया बहुत बड़ी है जान और ये बोल के उसके गाल पे चूम लिए और इतने मे सुगंधा घर आ गई और वो शायद हमको उसको चूमते देख ली थी सुगंधा आंखे गोल करती हुई अंदर गई जहा आंटी प्याज काट रही थी पनीर दी तो आंटी उसको बोली की तू आज वो क्लास मत जा आज यही ठहर काम होगा क्युकी पूजा अभी ठीक नहीं है वो बोली की अब तो दी बिल्कुल ठीक है मा

उसके बोलने के अंदाज मे साफ साफ पता पड़ रहा था की वो हमको पूजा को चूमते देख ली थी फिर हम लोग थोड़ा देर पढ़ाई का बात किए और बीच बीच मे पूजा हमको चूम ले रही थी फिलहाल शाम हो चली थी और उसके बाद पूजा बोली की आज रात आइएगा ना हम बोले की नहीं मेरा जान आप आराम करिएगा आज अभी एक हफ्ते हम आपके साथ सुबह से ही पढ़ने आ जाया करेंगे इसलिए रात मे कुछ नहीं बस आराम और आराम वो बोली की सुबह से ही तो हम बोले की हा और वो कैसे करना है आप हमपे छोर दो इतने मे सुगंधा पीछे से आई और बोली की हा दी तू अब परेशान मत हो हम पापा को बोल देंगे पूजा उसको देख कर जैसे उससे बिन बोले पूछ रही हो की इसमे कोई चाल तो नहीं तो सुगंधा उसको भापते हुए बोली की तू आराम से रह जल्दी से जॉब ले ले और अपनी मंजिल पा ले ......................

पूजा उसका हाथ पकड़ के बस आँख बंद कर उसका शुक्रिया अदा की फिर सुगंधा उठ कर अंदर चली गई

आज काफी देर होने वाली थी इसलिए हम घर पे फोन कर दिए की लेट से आएंगे थोड़ा 9 बजे तक उधर मा बोली की आ जा हम भी तेरे लिए बनाए है कुछ तेरा पसंद का हम बोली की आ रहे है मा थोड़े देर मे तभी उनका फोन कटते ही मेरा बैंक वाला भाई का फोन आया और फिर उससे बात कीये उसको भी बतलाये की मुख्य परीक्षा के देने से कोई फायदा नहीं तो वो बोला की आर कोई बात नहीं यही चीज तुझे आगे काम देगी फिर उसे बात करने के बाद हम पूजा से बोले की देख रही हो ना कामयाबी के कितने चर्चे होते है और वही अगर हम फेल हो जाते तो कोई नहीं पूछता इसलिए जान मेरा कामयाब होन बहुत जरूरी है अगर अपने मनपसंद व्यक्ति से शादी करनी हो तो
वो मेरे हाथ को अपने हाथ मे ले कर बोली की जब तक इस हथेली मेरी हथेली समाई रहेगी हम दोनों हर मुश्किल यू चुटकी बजा कर पार कर लेंगे ...........फिर हम उसको अपने पास झुका कर बोले की अच्छा कल को अगर ये हाथ छूट गया तो इसपे वो बुरा सा मुह बना के बोली की फिर हम आपके ऊपर चढ़ बैठेंगे हम बोले क जॉब लगने के बाद आप झारखंड चले जाइएगा जबकि हम तो बिहार मे ही रह जाएंगे तो वो मायूस होते हुए बोली की फिर हम जॉब नहीं करेंगे हम बोले की अच्छा ये नहीं कह सकती थी की आपको अपने साथ शादी कर के भगा के ले जाऊँगी और फिर हम उसका हाथ छोर दिए तो वो मेरा हाथ वापिस से पकड़ के बोली की आपसे अलग होने के नाम से मेरी बत्ती गुल हो जाती है माफी देई दो हमका हमरे सजन हमको पता है आप हमको कभी नहीं छोड़िएगा हम हसे और बोले की जब पता है तो घबराती क्यू है जो हम गुस्सा है तो बोली की आर नहीं मेरा जान आइ लव यू ना अच्छा बोलिए की मेरे सजन को क्या चाहिए हम बोले की एक चुम्मा मीठा स अपने इस छोटे से सजन को दे दो वो हस कर मेरे होंठों पे चूम ली और उसी वक्त सुगंधा कमरे मे आ गई वो फिर देख ली और पूजा को बोली की अरे बस करो तुम दोनों अभी मा आती तो उसके हाथ मे दो थाली था खाना का हम लोग उसको कुछ जवाब नहीं दिए और खाना खाने लगे सतह मे उसको भी बिठाए तो वो बोली की अभी तुम दोनों खा लो हम मा का मदद कर रहे है ...................खाते खाते हम पूजा से बोले की एक मोबाईल लेने चलते है कल फिर वो बोली की अच्छा हमको तो अभी कोई जाने नहीं देगा तो इतने मे सुगंधा वापिस कमरे मे आई तो हम उसको पूछे तो वो बोली की ठीक है इसी बहाने हम पापा से अपने लिए भी एक फोन का डिमांड करेंगे फिर पूजा बोली की ये अच्छा रहेगा फिर हमलोग विडिओ कॉल पे बात कर पाएंगे हमबोले की बहुत बढ़िया सबकुछ पहले से दिमाग मे अटा राखी है इसपे हम तीनों हस पड़े फिर कल जाने का तय कर के हम आंटी से मिल के आए और घर निकल गए ...........................
 
घर पहुँच कर देखा तो मा और पापा बहुत खुश थे बोले की ऐसे ही लगा रह जब समय आएगा तो तेरा भी हो जाएगा तो हम दोनों गंगा नहा लेंगे .........फिर मैंने दोनों का आशीर्वाद लिया और मा ने जो खाना बनाया था वो खाया क्युकी किसी भी रिश्ते से ऊपर मा बाप का रिश्ता होता है.............उसके बाद हम कमरे मे गए अपने और पूजा को मैसेज कर रहे थे की तभी पापा आए और पूछे की मोबाईल लिया हम बोले की नहीं कल लेंगे जाएंगे तो ज तो इन्ही सब कामों मे शाम बित गई उधर पूजा दी का भी रिजल्ट हुआ है न इसलिए उनके घर पे भी खाना पीना हुआ थोड़ा तभी पापा अपने पास से 5000 रुपये निकाल कर रख दिए मेरे पास और बोले की जो पसंद हो वो मोबाईल ले लेना कल हम बोले की नहीं पापा जितना दिए है आप उसके अलावे भईया भी 2000 दिया है इसपे वो बोले की ले ले हम अपनी मर्जी से दे रहा हु गधे फिर हम ले लिए वो पैसे फिर वो हमको देखते हए बोले की और दुबारा कब जाना है इग्ज़ैम के लिए हम बोले की अभी पता नहीं पापा बता देंगे डेट आएगा तो वो बोले की चल अच्छा है अब सो जा थक गया होगा और वो कमरे से निकल गए...............

इधर पूजा खुश थी और अब उसको उसके जख्म काटने को दौड़ रहे थे की ये आज ही क्यू हुआ कम से कम वो हमसे रात को मिलने जा पाती गलियारे मे पर ठंड के समय की चोट रात को और तकलीफ देती है न इसलिए वो मन मसोस कर रह गई और जब मेरा मैसेज उसे मिला आइ लव यू जान मेरा आज सुगंधा को हमदोनों पार पा लिए इससे अंदाज हो गया होगा उसको की हमदोनों का प्यार कितना मजबूत है

तो वो बोली की हा मेरा जान पर आपको पता है हम बहुत घबरा गए थे की कही सुगु घर मे सब को बतला ना दे हम बहुत ज्यादा डर गए थे जैसे वो हम्मको खींच कर ले के जा रही थी न आप सोच नहीं सकते हमपे क्या बीत रहा था उस समय.............हम बोले की जो भी हो हम एक तरह से अपने प्यार की पहली सीधी चढ़ गए है इग्ज़ैम का रिजल्ट भी आ गया अब दुबारा से सुहाग रात मनाएंगे रेडी रहना इसस बार अछे से क्युकी आबकी बार सोने नहीं देंगे रात मे हम पर साथ साथ इग्ज़ैम की तैयारी भी अच्छे से करना क्युकी ये भी बहुत जरूरी है.................वो बोली की हा जान आप साथ हो ना इग्ज़ैम पास कर लेंगे हम और इसस बार आप क्या हम ही नहीं सोने देंगे आपको बिकउज आइ लव यू एण्ड यस आइ मिस यू सो मच ..............इसी तरह हम बात करते रहे बीच बीच मे सुगंधा पूजा को बोली भी की सो जा कब तक जागेगी तबियात बिगड़ेगा तेरा पर पूजा मानी नहीं और तकरीबन रात ढाई बजे तक बात करते रहे जब तक पिछले दिन और आज के दिन के 200 एसएमएस खतम नहीं हो गए फिर लास्ट मे वो कॉल लगाई और बोली की मैसेज खतम हो गया हम बोले की कोई बात नहीं अब थोड़ी देर सो लो कल सुबह मिलते है वो चुम्मा दी फोन पे तो सुगंधा उसक चिमटी काटी और बोली की सो जा पागल वो हास कर बोली की देखो आपकी दोस्त आपकी जान को चिमटी काटी है इसपर हम बोले की बोल देना कल उसको सब चिमटी काटना निकाल देंगे और फिर हम दोनों सो गए ................................

सुबह हम जल्दी जल्दी नाश्ता कीये और मा से बता कर पूजा के घर पहुँच गए वहा पहुंचे तो देखे की पूजा अभी ऐसे ही बैठी है और वो हमको देख के बहुत खुश हुई पर जाहीर नहीं कर सकती थी ना अंकल दुकान जाने वाले थे जबकि उनका बेटा दुकान जा चुका था सुगंधा ममी के साथ किचन मे थी अंकल हमको देख के बोले की आ बेटा बैठ और आज से तैयारी की रफ्तार डबल कर दे दोनों कोई परिणाम जो भी हो हमे अपने तरफ से पूरा ताकत लगा देनी है हम बोले हा अंकल इसलिए तो सुबह सुबह ही टपक पड़े है वो हस कर बोले की नहीं बच्चा ऐसे नहीं कहते है तुझमे और अपनी पूजा मे या सुगु मे कोई फरक थोड़े है सब अपने ही हो ............फिर सुगंधा कमरे मे आई और बोली की आ गया चाय पिएगा हम बोले की नहीं अभी पढ़ना चालू करेंगे इसपे वो बोली की आर पूजा दी सुबह से ऐसे ही बैठी है अभी तक नहाई भी नहीं है समझा हम बोले की कोई बात नहीं ऐसा थोड़े लिखा है की नहा कर ही पढ़ना है तो वो बोली की अरे मेरा मतलब दिमाग फ्रेश भी तो होना चाहिए न हम बोले की अछा ठीक है मैडम फ्रेशनेश वो हास के चली गई और फिर पूजा धीरे धीरे हम लोग के पास आई हमबोले की कैसा है अब चोट तो वो बोली की अब ठीकहै नॉर्मल होने मे लगेगा अभी टाइम हम बोले की हा कोई बात नहीं जा अब नहा धो ले तब पढ़ना चालू करे ....................

इतने मे अंकल दुकान के लिए निकल गए और सुगंधा को आंटी आवाज दी तो सुगंध ये बोलते हुए गई की जा लग जा अब टॉनिक पीने मे ताकत का ..............इसपे पूजा हस्ते हुए मेरे गोद मे सिदह आ कर बैठ गई और लागि मेरे होंठों को चूमने हमभी बिना कोई ढील दिए कस के उसको दबा कर चूमने लगे और मेरे हाथ अभी उसके छाती पे थे और दूसरा हाथ चूतड़ों पे था..................वो चूमने के बाद मेरे गोद मे बैठे ही बोली की आइ लव यू मेरा जान और फिर एक छोटी सी पप्पी मेरे माथे पे जवाब मे हम उसके चुची को पकड़ के उसके होंठों को अपने दातों से खींच कर चूमे और उसके बाद उसको बोले की अब शरीफ बन जा वरना कुछ भी हो सकता है वो मुह बनाते हुए मेरे गोद से उतार गई और पास मे ही बैठ गई जबकि हम बोले की अभी नहाई नहीं हो बोलो तो नहला दु वो किचन की तरफ देखते हुय बोली की ये भी पूछने की बात है आपका जो मन हो वो आप करो मेरे साथ हम उसके गालों को खींचते हुए बोले की बस बस हो गया बहुत चढ़ गए हम चने के झाड पे अब ज्यादा मत चढ़ाओ वरना मुह के बल गिर जाएंगे.............वो हस दी फिर हम किताब खोल कर बैठ गए की कुछ तो पढ़ना भी चाहिए पूजा दी बाथरूम मे घुस गई थोड़ी देर अकेला बैठा रहा फिर सुगंधा और आंटी दोनों कमरे मे आई और आंटी हाल चल पूछी की कल रात का खाना कैसा रहा हम बोले की बढ़िया था आंटी मजा आ गया फिर वो थोड़ा इधर उधर का बात की और चली गई जबकि सुगंध वही बैठी थी आंटी के जाने के बाद वो बोली की साले रात मे नींद नही आता है हम बोए की नहीं नहीं आता है तू क्यू फुदक रही है तू तो सोई ना वो बोली की हम सोये कहा थोड़े थोड़े देर मे तो ये पागल हुई जा रही थी हम बोले की तो जल्दी से भागा देना उसको मेरे घर इसके आगे वो कुछ बोली नहीं बस सड़ा हुआ मुह बना के हमको देखती रही हम भी अपना किताब देखने लगे ...............

थोड़ी देर बाद पूजा नहा कर निकली बला की खूबसूरत लग रही थी गीले बालों मे हमको पूजा को देखते सुगंधा बोली की सब्र कर ले थोड़ा हम उसको बोले की शेर के मुह मे खून लगने के बाद उसको हर वक्त खून की तलब होती है तू नहीं समझेगी और पूजा को देखने लागि जिसको आंटी उसके जखम पे लगे पट्टी का मुआयना कर रही थी फिर सुगंध को बोली की जा पापा को बुलाय ला वो इसकी पट्टी बदलवा देंगे इतने मे वो बोली की अरे हम और सुमित बदलवा आते है उनको क्यू बुलाना अभी अभी तो वो दुकान गए है

पूजा बोली की अरे कुछ नहीं है वो सुख जाएगा आज दवाई खा रहे है न फिर .............तो आंटी बोली की गधी का बात कोइ मत सुनना वरना बाद मे रोएगी की दर्द कर रहा है फिर हम सब हस दिए

फिर हम सुगंधा मिल के पूजा को डॉक्टर के पास ले गए और पट्टी करा के वापिस ले आए इस बीच कोई बकचोदी वाली बात नहीं हुई घर आने के बाद सुगंधा हमारे बैठ गई तो पूजा दी उसको बोली की तू जा ना उधर हम उसकी इस हरकत पे हस दिए वो गई तो नहीं पर ये जरूर पूछी की मोबाईल लेने कब चलना है हम बोले की जब पूजा ठीक हो जाएगी तब ............

पूजा बोली की नही मोबाईल आज ही आएगा हम बोले की जब तुम चलेगी तब ही लेंगे वरना नहीं तुम भी तो पसंद करेगी ना समझी बात खतम तो सुगंधा बोली की यार आज ले लेते है पापा से पैसा भी मिलने का चांस है और फिर वो पूजा को देखते हुए बोली की रात मे इसको ही सबसे ज्यादा फायदा होगा ये बोल के वो रूम से चली गई हम पूजा को बाहों मे भर लिए तो वो बोली की मोबाईल ले आइए बात करने मे आसानी होगा वैसे भी अब जमाना अड्वान्स हो रहा है तो हम क्यू नहीं हम बोले की तुमको पता है ना फिर हम कुछ और ज्यादा अड्वान्स हो जाएंगे और ये बोलते हए हम उसके कुर्ते के अंदर झाकने लगे वो अपने आप को मेरे और करीब करते हुए बोली की क्या ढूंढ रहे है हम नीचे देखते हए बोले की मेरा दिल यही कही खो गया है उसको ही ढूंढ रहे है वो हस दी और बोली की वो महफूज रखा है अंदर मेरे दिल के पास आप नहीं ढूंढ पाइएगा उसको

तो हम उसके कुर्ते मे अपना हाथ डालते हुए बोले की ढूँढने तो दो मेरे को पहले वो कुछ नहीं बोली बस मुसकुराते हुए देखती रही हमको और अभी हम हाथ अंदर डाले ही थे की सुगंधा रूम मे आ गई और हम फटाक से अलग हुए वो गोल घूमते हुए बोली की हे भगवान............फिर हम उसको बोले की बस बस ज्यादा ऐक्टिंग मत कर तू अब चल ..................आंटी जो अंदर के कमरे मे टीवी देख रही थी वो बोली की ध्यान से जाना दोनों कोई .............फिर हम पूजा को इंतेजार करने का बोल कर सुगंधा के साथ उसके दुकान गए जहा वो भी पापा से एक छोटा स जंग लड़ी और फाइनली पैसे मिलने के बाद हम दोनों मोबाईल लेने पहुचे दुकान ...............................
 
एक से एक मोबाईल दुकान मे हमदोनों ने देखे और फाइनली हमे एक मोबाईल के फीचर्स पसंद आए और फिर मोबाईल का डब्बा खोल और अपना सिम डाल कर उसको चालू किया फिर सुगंधा ने अपने फोन से हमदोनों की एक सेल्फ़ी निकाली सच मे यार नया नया फोन का मजा ही कुछ और होता है फिर हम दोनों वापिस घर आ गए मोबाईल देख के आंटी और पूजा बहुत खुश हुए फिर एक बार और मिठाई मँगवाई गई और उसके बाद कुछ देर फ़ोटो खिंचवाने का दौर चला फिर आंटी अपने कमरे मे सोने चली गई और सुगंधा हम दोनों को अकेला छोड़ कर टीवी वाले कमरे मे चले गई इधर हम और पूजा नए नए मोबाईल के साथ लगे एक्सपेरिमेंट करने एक दूसरे की गोद मे बैठे बैठे पिक्चर लिए फिर एक दूसरे को किस करते हुए हम बोले की ध्यान से कोई तेरे फोन मे ये देख न ले तो वो बोली की नहीं नहीं हम हटा देंगे इनको अभी तो युही खींच रहे है

फिर कुछ देर पढ़ाई भी की हमने और उसके बाद अकाउंटस का कोचिंग जाने का समय हो गया.........सुगंधा हमसे बोली की चलेगा ना हम बोले की नहीं नहीं जायेगे फिर पूजा बोली की क्या हो गया हम बोले की कुछ नहीं इसस गधी को देखो क्या पूछ रही है की कोचिंग जाएगा की नहीं अब बताओ इसको क्या बोलते हम फिर हमदोनों हास दिए जबकि सुगंधा सड़ा हुआ मुह बना के घर से निकाल गई उसके जाने के बाद हम पूजा को एक छोटा स किस कीये और बोले की आते है तब तक तुम तैयार रहना वो बस मुस्कुरा कर रह गई और हम रास्ते मे सुगंधा के पास पहुच गए.................हमको देख कर वो बोली की यार तू लोग का मन नहीं भरता है हम बोले किस चीज से तो बोली कुछ नहीं तू चल सब चीज तेरे को खुल कर ही बतलाऊ अब ..............

(हम उसका मतलब समझ गए थे फिर भी अनजान बने रहे ) हम बोले की तो फिर उट पटाँग सवाल पूछती क्यू है............ऐसा बोल कर हस दिए हम फिर कोचिंग के गेट तक कोई बात नहीं हुआ सर को भी हम अपने रिजल्ट के बारे मे बतलाये तो वो भी खुश हुए और बोले की चलो अच्छा है कोई विद्यार्थी तो अच्छी खबर सुनाया उसके बाद शांति से क्लास किया और फिर सुगंधा के साथ नकले उसके घर के लिए रास्ते मे हम उसको नोटिस कीये की उस समय जो डाँटे थे हमउसको उसक बाद से वो हमसे कुछ नहीं बोल रही थी इसलिए उसको बोले की चल मोमो खिलाते है तुझको तो वो गुस्से मे बोली की जा जा के अपनी माशूका को खिला और मेरे को कुछ मत बोल हम हास दिए जोर से और बोले की तू हमपे क्यू गुस्सा कर रही है यार अब हो गया ना कम से कम तू तो समझ.................जब प्यार नया नया होता है न तो मन नही करता उसको छोरने का समझ न और ऐसा बोल के उसके दोनों हाथों को पकड़ के मोमो वाले के स्टॉल की तरफ धकेल के ले कर जाने लगे...............मोमो वाले के पास पहुँच कर मोमो वाले को बोले भईया दो प्लेट लगाइए पनीर मोमो और एक प्लेट पैक कर दीजिएगा पनीर मोमो ही ............... फिलहाल मैडम को एकदम तीखा चटनी मे डूबो के दीजिए बहुत चिड़चिड़ा गई है मोमो वाला भी अपने दांत फाड़े हल्के से हास दिया इसपे सुगंधा और चिढ़ गई और जाने लागि फिर हम उसको दौड़ के वापिस लाए और फिर हस्ते हस्ते सॉरी सॉरी बोल के उसको राजी कीये खाने को खाते खाते उसके आँख नाक मुह सब जगह से पानी आ रहा था सच मे साला बहुत तीखा चटनी दे दिया था भोंसड़ी वाला.............हमको देख के सुगंधा बोली की हरामखोर खिलाने भी लाया तो ऐसा चीज की आँसू ही निकलवा दिया हम बोले की नहीं रे ये तो एक झलक है की प्यार मे कितनी तकलीफ होती है मोमो उसी तकलीफ का प्रतीक है समझी ................वो भी हस दी और बोली चल न बड़ा आया फिर हम घर पहुंचे और मेरे इंतेजार मे पूजा एकदम रपचिक बन के बैठी थी हम कुछ बोलते इससे पहले सुगंधा चुटकी लेते हुए बोली बाप रे किसपे बिजली गिराएगी दी तू वो हस्ते हुए बोली की जा ना भाग मा कब से तेरा वेट कर रही है और पूजा मेरे करीब आ गई और सुगंधा बोलते हुए चली गई की हा सही है जितना तैयार हुई है न तकलीफ की निशानी खा ले सब बिगड़ जाएगा..............पूजा कन्फ्यूज़ होते हुए मेरे गले मे बाहे डालती हुई बोली की क्या बोल के गई वो फिर हम उसको सब बात बतलाये वो भी हस दी फिर हम उसके कमर मे चिकोटी काटते हुए चूतड़ों पे एक एक थप्पड़ लगाते हुए बोले की एकदम बवाल लग रही हो अभी अगर तुमको चोट नहीं लगा होता ना तो यही इसी सोफ़े पे सब मेकप खराब कर देते.............ये बोल के सलवार के ऊपर से ही उसके चूतड़ों से होते हुए चुत के अंदरूनी भाग तक सहला दिए और अपना हाथ उसी जगह रखे हुए खड़े रहे और उसकी आँखों मे देखते रहे इधर पूजा एक लंबी सीत्कार भरते हुए वो भी एकदम मेरे गले से अपनी बाहे और कसती हुए बोली की जान हम बिल्कुल ठीक है ..........

आपको पता है मेरे जख्म मे दर्द बिल्कुल नहीं है जितना आपसे दूर रहने पे हमको होता है

इसलिए आप इन सब छोटे मोटे जख्म को भूल जाइए और हमको अपने अंदर समा लीजिए ...............हम उसके चेहरे पे अपने होंठ सटाते हुए बोले की क्या करे जान जगह भी तो देखो और अभी आप पहले ठीक हो जाओ उसके बाद ये सब तो करते ही रहते है हम पर हा एक बात जरूर बोलेंगे की अपनी दूसरी सुहागरात मे हम आप पर अपना पूरा कब्जा जमा लेंगे और ये कहते हुए हम पूजा की सलवार मे जबरदस्ती हाथ घुसाये और सीधा उसकी गाँड़ के छेद को छेड़ दिए वो अपने पंजों पे खड़ी हो कसमसाती हुई बोली की जान हम आपके ही है और ये कहते हुए वो मेरे होंठों को काटने लगी तभी सुगंध आंटी के साथ बात करते हुए बाहर इधर ही आ रही थी इसलिए हम अलग हुए .................हम जल्दी से अपने खड़े लंड को अपने पैंट मे सेट कीये और बैठ गए जबकि पूजा की हालत खराब थी पूरा चेहरा उसका पसीने पसीने हो गया था और वो आंखे बंद कीये हाफते हुए मेरे सामने वाले सोफ़े पे बैठ गई थी उसको देख कर ये लग रहा था की किसी दुखती रग को छेड़ कर हम छोड़ दिए थे ..............इतने मे सुगंधा पहले हमारे कमरे मे आई और पूजा को देखते ही वो समझ गई की यहा क्या हु है वो जल्दी से सामने खूंटी पे टंगा हुआ तौलिया उसके मुह पे फएकी तो जैसे पूजा होश मे आई और अपना मुह साफ करने लगी इधर हम किताबों मे अपना सर घुसेड़ चुके थे ताकि आंटी को कोई शक की गुंजाईश ना हो ..............पूजा को देख कर आंटी कुछ ऐसा वैसा नहीं सोची और ये बोली की बाजार जा रहे है कुछ लाना है तो बोल दे बाद मे चील पो नहीं मचाना वो धीमे आवाज मे बोली की नहीं मा कुछ नहि चाहिए फिर दोनों मा बेटी निकाल गए अभी दोनों गलियारे मे ही होगी की सुगंधा दौड़ते हुए वापिस आई और पूजा से मोबाईल मांग कर बोली की अभी से दो घंटा खुल के रायता फैलाओ दोनों कोई बाप रे जरा भी सब्र नहीं है ..............और ये कहते हुए वो दरवाजा बंद कर के चली गई हम फटाक से उठे और चिटकनी लगा कर सीधा पूजा के तरफ गए जहा वो खुद बाहे फैलाए मेरा इंतेजार कर रही थी हम बोले की ऐसा भी क्या हो गया था तुमको जो इतने पसीने छूटने लगे वो हस्ते हुए बोली की आप ना बहुत गंदे है और ये बोल के वो हमको अपने ऊपर खींच ली और हम दोनों सोफ़े पे लेट गए वो बोली की रूम मे चलते है हम भी उसके ऊपर से उठते हुए उसको अपनी गोद मे उठा लिए और बोले जो हुकूम मेरी रानी और फिर हम दनों बीच वाले कमरे मे आ गए और पूजा को लिटा कर खुद भी बगल मे लेट गए वो मेरे सिने पे अपना सर रख कर एक हाथ से मेरे लंड को सहलाने लागि उसका हाथ लगते ही वो साला अपना रूप धरणे लगा हम उसको कुछ बोले नहीं पर मन मे ये बीठा रखे थे की आज कुछ नहीं करना है तब तक तो बिल्कुल नहीं जब तक पूजा ठीक नहीं हो जाती.............पर साला हर्मोनल इम्बैलन्स जब होने लगता है तो ईमान डोलने लगता है न इसलिए उसको बैलन्स मे लाने के लिए हम पूजा को अपने से चिपका लिए और मेरे हाथ उसके पीठ से होते हुए चूतड़ और जांघों तक जाने लगे इतने मे पूजा ने अपना एक पैर उठाया और मेरे कमर पे लपेट लिया उसके बाद हम पूजा को कान मे बोले की जान मेरा सुनो अभी आप ठीक हो लो पहले उसके बाद अभी आपको उस कमरे मे यही ना बोले थे .................वो मेरे गर्दन को कटती हुई बोली की आप न बहुत तेज है हमको कहा कहा हाथ लगा लगा के बावरी बना देते है और फिर बहाना करते है................हम उसका ध्यान भटकाने के लिए उससे पूछे की कहा कहा हाथ लगा दिए भाई हम अपनी जानेमन को हम भी तो जाने जरा इसपे वो शर्मा कर हमको मुक्का मारने लगी.............हम अरे अरे बस बस कर के उसको फिर से अपने गले से लगा लिए वो अचानक से सुबकते हुए बोली की

अपनी नजदीकियों से कभी दूर मत करिएगा हमको
मेरे पास पहले से ही खुश रहने की वजह बहुत कम है ...............

हम उसको बोले की अरे पगली रो क्यू रही है गधी हम है तो तेरे पास ना कहा जा रहे है हम और तू रो रो के बार बार मेरा कसम तोड़ती है देखना जैसे हम छोड़ के चले जाएंगे एक दिन तब खूब रोना

इसपे वो फिर से आँसू अपने मेरे शर्ट मे पोंछती हुई बोली की अगर आपको जाना होगा तो चले ही जाइएगा...........अब भला जान जब जिस्म से जाती है तो पूछती थोड़े है .............

हम उसको अपने से और चिपका के बोले बस कर बस कर ऐसा ना हो की तेरी दुआ ऊपरवाला जल्दी ही कुबूल कर दे और हम मार जाए ............वो एकदम से उठ बैठी और मेरे हाथ को जोर से पकड़ते हुए बोली की बस ऐसे ही पकड़ के रखूंगी सदा आपका हाथ जहा जाओगे हम आपके साथ चलेंगे ...................

हम उसको वापिस अपनी बाँहों मे खींचते हुए बोले की बस बहुत हो गया अब एक बूंद आँसू नहीं देखने है मैंने तेरी आँखों मे अगर रोई तो हम अभी उठ कर चले जाएंगे ...................वो रोई तो नहीं पर कुछ देर तक सुबकती रही हम उसको पीठ सहला कर शनत कराने की कोशिश करते रहे और लगा की अब वो शांत है तो हम उससे पूछे की अब बताया रोई क्यू अभी तो तुम किसी और मूड मे थी फिर अचानक से रोना क्यू शुरू किया वो बच्चे जैसी आवाज मे बोली की हमको आप चाहिए बस और कुछ नहीं और इन्ही लम्हों के दरमियान तो हम एक दूसरे के और करीब आते है न इसलिए हम रो दिए

हम उसको समझाते हुए बोले की तू ना पागल है भला अपनी मोहब्बत को ऐसी निगाह से कौन देखता है वो बोली की अरे मेरा मतलब ना हम बोले की क्या क्या हा वो कन्फ्यूज़ होते हुए बोली अरे हम न मेरा मतलब ऐसा नहीं था जैस आप बोल रहे है भक्क फिर हम उसको हसाते हुए बोले की हम बखूबी तेरा मतलब समझे वो फिर जोर जोर से अपने दोनों हाथों से मुक्का मरने लागि हमको और हम हस्ते हस्ते बेड पे लेट गए और वो फिर से मेरे सिने पे लेट गईआऊर हम उसके बालों मे हाथ फिराते हुए बोले की

तुमने देखा है गौर से मुझको कभी हा
किया कभी गौर
नहीं किया न तुमने हम्म
और हम वो है मेरी जान की जिसको चाह ले उस को पागल बना दे बोल की नहीं किया मैंने

वो मुसकुराते हुए बोली की पागल ही तो बना दिए है आप हमको जो हर समय केवल आपके ख्याल मे ही डूबे रहते है इसीलिए तो अभी रो दिए थे हम की आप हमको मना कर रहे है वो भी मेरे करीब आने से ऐसा क्या हो गया भला
फिर हम उसका हाथ उठा के पलट कर दिखाए जहा छील गया था और फिर घुटनों की तरफ इशारा किए और बोले की जितना तुम सोच नहीं सकती ना जान मेरा उसे कही ज्यादा हम तुम्हारे इस कातिलाना हुस्न के दीवाने है पर जब तुम ही ठीक नहीं हो तो फिर हम तुमको उस दर्द से मुखातिब कैसे करवाए जिससे तुम्हारा दर्द और दोहरा हो जाएगा और हमको देखि नहीं हो क्या हम तो दस सेकंड मे तुम्हारे जिस्म को अपने आगोश मे ले लेते है और तुम उस वक्त मेरा साथ देती हो ना तभी तो मजा दुगना आता है न जान मेरा

हमको ये सब बोलते हुए वो सुन रही थी फिर साली दुबारा से आँख भिगो ली हम बोले की हे भगवान अब क्या हुआ अब कहा चिमटी काटे हम जो रो रही हो वो डबडबाई आँखों से हस्ते हुए बोली की नहीं आप जैसा प्यार किस्मत से मिलता है और वो खुशकिस्मत हम है तो आँख से खुशी के आँसू निकाल गए हम उसके आँखों को चूमते हुए बोले की बस अब हमको किस्मत वाला बनाएगी की नहीं

वो बोली की आप बोलिए ना जान मेरा हम बोले की बस एक मीठा मीठा गरम गरम चुम्मा दे दो अपने इन रस भरे होंठों से फिर मेरे इतना कहने की देर थी की बस पूजा लेटे लेटे मेरे होंठों को चूसने लगी चूसने क्या लगी खाने लगी और हमदोनों लगभग 15 मिनट एक दूसरे मे घुसे पड़े रहे फिर उठे और हम पूजा को बोले की चाय पिलाओगी वो बोली की हा जान रुकिए फिर वो किचन मे गई फिर मेरा ध्यान फोन पे गया हम फोन ले के उसके पास किचन मे गए और वहा चाय बनाते बनाते फ़ोटो खिचने लगे एक दूसरे का सच मे बड़ा हसीन लम्हा था ये उसके बाद घड़ी मे समय देखा तो अब सुगंधा और आंटी कभी भी आती ही होगी इसलिए हम दोनों वापिस से सोफ़े पे आ कर बैठ आ गए जबकि पूजा मेरे गोद मे ही बैठी और उसके चूतड़ों का एहसास अपने लंड पे पड़ते ही लंड फुदकने लगा और हम फिर पूजा की चूचियों को धर दबोचे और दबाने लगे उसको जोर जोर से पूजा बस अपना सर पीछे की तरफ आँख बंद किए महसूस करती रही अभी वो अपने दोनों पैरों को फैला कर मेरे कमर के इर्द गिर्द लपेटती ही की तभी दरवाजे पे दस्तक हो गई .....................
 
चाय तो बन ही गया था इसलिए हम दरवाजा खोले तो देखे की सिर्फ सुगंधा है हमबोले की आंटी कहा है तो वो बोली की वो दुकान गई है पापा से कुछ काम था फिर इधर पूजा हम सब के लिए चाय ले आई और वापिस किचन मे गई और उसके पीछे पीछे सुगंधा भी गई और पूजा की कमर मे चिकोटी काटते हुए बोली की पसीना सूखा की नहीं तेरा मैडम तो पूजा उसको नकली का गुस्सा दिखते हुए बोली जा भाग यहा से वरना.............सुगंधा पूजा को देख कर हस्ते हुए वहा से निकाल गई और मेरे पास आ के बैठ गई और हमसे भी वही सवाल दागा की तीखा चटनी और मोमो खाया की नहीं हम बोले की कहा यार तू नहीं थी न खिलाने को नहले पे दहला सुन के वो गुर्राते हुए अंदर भाग गई और हम और पूजा दोनों जोर से हस दिए ..................फिर ऐसे ही कर के हम वह आंटी के आने तक रुके और उनके आने के बाद उनसे मिल के निकले

घर आ कर खाना खाया और मा पापा ने सब हाल चाल लिया और पूछा की आगे का क्या सोचा है हम बोले की अभी पहले ग्रैजवैशन कम्प्लीट कर लू फिर देखते है ...................पापा बोले की देख ले दे कर एक तू ही बच रहा है तो जितना जल्दी हो सकते तेरा भी घर बसा देंगे तो हम लोग निश्चिंत हो जाएंगे हम बोले की पापा अभी समय है न आप अभी से क्यू घबराते है फिर देखा तो पाया की पापा ने शराब पी रखी है ..............हम मामला समझ गए की कुछ बात है तो हम उनके पास बैठे और पूछे की क्या हुआ टेंशन मे क्यू है तो पापा पीठ पे हाथ फेरते हुए बोले की जब बच्चा बड़ा होने लगता है और बाप बूढ़ा तो वो सोचता है की जितनी जल्दी हो मेरा बच्चा मेरे आँखों के सामने ही सेटल हो जाए तेरे सब भाई अपनी अपनी जिंदगी मे व्यस्त है हमरे बाद तेरे को देखने तो छोड़ कोई पूंछने नहीं आएगा सिर्फ और सिर्फ सब को मतलब होगा तो इसस घर के हिस्सों से

हम उनके हाथ को पकड़ते हुए बोले की सब ठीक हो जाएगा बस समय का इंतेजार कीजीए और हा मेरी टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं है हम एकदम समझदार है और इतना तो सब का रवैया जन ही गए है की कौन कितने पानी मे है इसलिए आप ये सब मत सोचिएगा कभी भी क्युकी आप दोनों के लिए भले कोई ना हो पर हम रहेंगे सदा खड़े आपके ढाल बन कर फिर पापा को शांत किए और मा को बोले की ले जाइए इनको कमरे मे और फिर हम अपने कमरे मे आ गए.......................

रात को पूजा से बात हुआ तो मालूम चला की कल सुबह पापा ममी और सुगंधा बनारस जा रहे है और भाई दुकान पे रहेगा ................हम बोले की अचानक से क्या हो गया जो बनारस का प्लान बन गया पूजा बोली की अरे घूमने जाने का मन होगा मा का इसलिए कल वो दुकान गई थी (जबकि असली मुद्दा तो बहुत बाद मे सामने आया ) फिर हम बोले की तब कल का क्या सीन है जानेमन तो वो बोली की कल सब सुबह ही चला जाएगा और रही बात भाई की तो वो भी 8 बजे तक दुकान चल जाएगा फिर फिर फिर

फिर हम आएंगे और तुम्हरे साथ कुछ देर चैन से बिना किसी डर के सुकून से प्यार भरे लम्हे बिताएंगे इसपे वो अदा से बोली की हम तो कुछ और ही सोचे थे खैर आपका जो मन हम बोले की अरे अरे क्या सोची थी मेरा जान तो वो बोली की कल सुबह जब आइएगा तो देख लेना और हा सुगंधा फोन ले जाएगी तो ध्यान मे रखिएगा हम बोले की कोई बात नहीं अब तो बस सब ध्यान तुमपे ही है........................और इसी तरह बात करते करते सुबह के 3 बज गए फिर पूजा की मा उठी और उनके उठने के आहट सुनते ही पूजा हमको जल्दी आने का बोल के फोन रख दी और फिर हम सो गए................

दिसम्बर महिना चालू हो चला था और पूजा को मेरा जन्मदिन के बारे मे कुछ पता नहीं था पर हमको उसका पता था और विडंबना देखिए हमारे मिलने से पहले ही उसका जन्मदिन गुजर गया था इसलिए अब उसका जन्मदिन अगले साल मनाएंगे फिलहाल तो कल का इंतेजार था हमको क्युकी सोच लिए थे कल का पूरा दिन कुछ स्पेशल करना था खैर सुबह हुई और हमको आज पूजा से मिलने को मन बहुत बेताब था इसलिए थोड़ा समय से पहले ही घर से पैदल निकल गए और तेज तेज कदमों के साथ अपनी जान के तरफ चल दिए उसके दुकान के पास पहुंचे तो देखा की भाई दुकान खोल के बैठा हुआ ग्राहकों से हिसाब किताब निपटा रहा था पता नहीं मेरे मन मे क्या आया हम उसके तरफ चल दिए और दुकान पे पहुचे वो हमको देख के गुड मॉर्निंग भईया बोला हम बोलते कुछ इससे पहले वो बोला की घर जा रहे है हम बोले हा तुम्हारे पास आया था मैगी लेने तो वो बोला की अरे क्यू घर पे सिर्फ पूजा दी है मा और सुगंधा दी पापा के साथ बाहर गए है हम बोले की कहा तो वो बोला की बनारस अब आज शाम या फिर कल आएंगे वो तो हम बोले की फिर रहने दे हम घर लौट जाते है तो वो बोला की क्यू क्या हो गया तो हम बोले की जब कोई है ही नहीं तो फिर क्या करेंगे घर जा कर पूजा दी तो काम मे व्यस्त होगी ना इसलिए उनको आज मेरी तरफ से छुट्टी तो वो बोला की अरे नहीं आप ये पकड़िए मैगी और घर जाइए पूजा दी अभी चोटिल थी ना इसलिए मा सब काम निपटा कर गई है ताकि पूजा दी फालतू के कामों मे अपना ध्यान ना लगा कर पढ़ाई करे और आराम भी और वैसे भी आप रोज जाते ही हा और अगर बाद मे उनको पता चला की आप दुकान से वापिस लौट गए तो हम खामखा फस जाएंगे इसलिए आप आराम से जाइए...................

अब आप लोगों को भी समझ मे या ही गया होगा दरअसल हम साले साहब को कान्फिडन्स मे लेने आए थे और वो हम ले चुके थे अब ये पक्की बात थी की पूजा और हमको डिस्टर्ब करने वाला कोई नहीं था हम इत्मीनान से अपनी जान के पास पहुंचे और दरवाजा खटखटाए और जैसे पूजा मेरा ही वेट कर रही थी और फटाक से दरवाजा खुला और हमको कॉलर पकड़ कर अंदर खींच ली और हम बोले की क्या बात है इतनी बेताबी किस बात की है ...................वो कुछ बोली नहीं और सीधा मेरे होंठों पे टूट पड़ी दरवाजा अभी तक थोड़ा खुला ही हुआ था पर पूजा को इससे कोई फरक नहीं पड़ रहा था जैस ...........इधर उसका पागलपन देख के हम भी उतावलेपन मे उसको चूमने लगे ऐसा लग रहा था जैसे की कितने समय से उसने मेरे इन होंठों को नहीं चूमा था फिर कुछ मिनट चूमने के बाद वो मेरे से अलग होते हुए बोली की हा अब आज लगा की हम मेरी जान को अछे से चूमे है पर जब उसका ध्यान दरवाजे की तरफ गया जो अभी तक खुला था तो वो दौड़ते हए उसको बंद की और हमको जोर से बोली अरे आप इसको बंद क्यू नहीं किए हम बोले अरे पगली तुम हमको मौका कहा दी तो वो बस अपनी नादानी पे शर्मा सी गई फिर हम उसको अपने पहलू मे लेते हुए वही सोफ़े पे बैठ गए और उससे बोले की क्या हो गया मेरी जान को तो वो बोली की भक्क आप न बहुत गंदे है हम आपके बारे मे ही सोच रहे थे सोफ़े पे बैठे बैठे और इतने मे आप या गए तो न हमसे कंट्रोल नहीं हुआ

हम उसके पेट मे गुदगुदी करते हुए बोले की अच्छा जी मैडम अब मेरे तसव्वुर मे खोई खोई रहती है वो हस्ते हए बोली की हा और क्यू ना रहु मेरी पसंद है ही ऐसी..................और वो हमको फिर से चूम ली

हम उसको बोले की तुमसे मिलने की बेताबी मे हम नाश्ता किए ही नहीं कुछ खिलाओगी नहीं वो बोली की हुकूम कीजिए न क्या खाइएगा वो बात उसने इस तरह से कही की मुझे उसपे बड़ा प्यार आया और हम उसकी चुची को पकड़ कर मरोड़ते हुए बोले की पहले इनका रस ही पीला दो पिछले तीन चार दिन से इनका रस नहीं पिया और इतने मे वो बोल पड़ी की आइ एम सॉरी जान हम भी आपकी ये खवाइश नहीं पूरी कर पाए जबकि हमापसे वादा किए थे की रोज पिलाऊँगी हम उसको टोकते हुए बोले की अरे पगली बीच मे तू घायल भी तो हो गई थी न और वैसे भी हम तुझको बस देख लेते है न तो तेरे इसस हुस्न को अपनी आँखों से पी लेते है समझी और एक बार तुझे अपनी बना लू सब के आँखों से आंखे मिला कर फिर देखना जैसे पैंटी छुड़वा दिया है न पहनना उसी तरह ब्रा भी छुड़वा दूंगा वो हस्ते हुए बोली की धीरे धीरे आप हमको नंगी ही रहने बोलोगे हम जानते है उस दिन भी हम आपको बोले थे...............फिर ये सुन कर हम दोनों हस दिए फिर वो मेरे गोद से उठी और बोली की जान हम अभी तक नहाए नहीं है इतना कहना था उसका की हम उठे और अपने कपड़े उतारने लगे और नंगे हो गए वो फिर मेरे करीब आ कर बोली की आज क्रीम लगा दीजिएगा आप ही ...........पिछली दो बार से हम खुद से किए पर आप तो जानते ही हो की हम ठहरे अलहड़ इन सब मामलों मे तो हम उसके बदन पे पड़ी एक मात्र नाईटी को निकाले और वो नंगी खड़ी थी क्युकी न उसने ब्रा पहनी थी न ही पैंटी और उसकी चुत पे हल्के हल्के बाल थे हम उसके चुत पे हाथ लगाते हुए बोले की आज फिर से तुमको खिलती हुई कली न बना दिया तो कहना और हम अपने कपड़े छोड़ कर बाथरूम मे घुस गए..............और एक बार फिर पूजा को सीधा खड़ा रहने को बोले और लग गए अपने काम मे चुत और काँख मे क्रीम लगा दिया था इस वक्त पूजा अजंता एलोरा की किसी मुरत से काम नहीं दिख रही थी फिर हम उसके पीछे घुमाये और उसके चूतड़ों पे पहले एक एक थप्पड़ रसीद मारे इससे वो कसमसा कर रह गई जानती थी की ये मेरी आदत है फिर मैंने उसके चूतड़ों को भी फैलाया और सपैचुला के बजाए अपने उंगलियो से उसके चूतड़ों पे अंदर तक क्रीम लगाया अब पूजा को जलन महसूस होने लागि थी और होती भी क्यू ना पूरे 25 मिनट से पूजा उस क्रीम से अपने आप को पोते हुए खड़ी थी आखिर कार मैंने झरना चालू किया और ठंडे पानी की दस्तक बदन पे पड़ते ही पूजा चिल्लाई पर अभी तो यही एक मात्र ऑप्शन था सो काँख के बाल साफ होने के बाद मैंने उसकी चुत और चूतड़ भी साफ कर दिए अब पूजा एकदम चिकनी हो गई थी.............ऐसा लग रहा था की कोई 13 साल की बच्ची खड़ी हो फिर पूजा को पता नहीं क्या सुझा वो क्रीम उठाई और मेरे लंड और टट्टो के आस पास लगाने लागि और फिर वही जलन हम भी महसूस किए और ये समझे की जब बाहरी परत पे इतना जलन महसूस हो रहा है तो पूजा बेचारी को तो मै अंदर तक लगाया करता था खैर अब जलन के मारे मै उसका सर पकड़ कर खड़ा था वो मेरी हालत को समझ रही थी और अगले कुछ मिनटों के इंतेजार के बाद हम भी पूजा की तरह ही एकदम सफाचट थे और अब भूख को तो मै भूल ही गया था पानी का गिरना बदस्तूर जारी था और हम अब पूजा को अपनी बाहों मे ले लिए थे और बोले की अपने शहजादे को तो आप एकदम अपनी रानी के तरह चिकना बना दिए वो मेरे गले पे कटती हुई बोली की अब आप मेरा इतना खयाल रखते है तो हम भी आपका थोड़ा रख दिए वैसे भी अभी से आदत लगाऊँगी तभी तो शादी के बाद भी आपका ख्याल अच्छे से रख पाऊँगी और फिर हम उसके होंठों पे अपने हॉट रख दिए और नीचे लंड महाराज तो पहले से तैयार थे हम पूजा को चूमते चूमते ही दीवाल से थोड़ा सटाये और उसने भी अपने पैर थोड़े फैला दिए और अगले ही पल हम उसके ऊपर झुकते हुए अपने लंड को उसकी चुत की गहराइयों मे उतार दिए और आज इतने दिनों के अंतराल के बाद पूजा की चुत की दिवारे जब फिर से फैलने पे मजबूर हुई तो पूजा की एक मीठी सी चीख निकाल गई पर अब तो हम अपने ताव मे या चुके थे और उसके ऊपर से गिरता हुआ पानी अपना अलग ही कमाल दिखला रहा था नतीजतन उसस ठंडे पनि के एहसास सेपूजा की चुत का दर्द थोड़ा थोड़ा काम हो रहा था और मेरे झटके अब तेज होते जा रहे थे बाथरूम मे बस उसकी सिसकियों की आवाज और मेरे उसके जांघों से टकराते मेरे जांघों की आवाज ही थी तकरीबन 40 मिनट की चुत फाड़ चुदाई के बाद हमदोनों एक साथ स्खलित हुए पर पूजा का ये तीसरा स्खलन था इसलिए वो ज्यादा थक गई थी क्युकी एक पल के लिए भी हमदोनों मे से कोई नहीं रुका था ...............

फिर हम दोनों बाहर आए और एक दूसरे के बदन को अच्छे से साफ किए और हम उसको बोले की कुछ बनाओगी क्या तो वो हमको अपने बाहों मे भरते हुए बोली की आप बोलिए तो क्या खाइएगा हम उसकी चुची के घुंडीयो को अपने मुह मे ले कर दांत से काटते हुए बोले की यह तो खाएंगे ही आज पूरे दिन पर अंदर एक और भूख लागि है हम दुकान से मैगी लाए थे पर आज सुख वाला बनाना वो बोली की फ्रिज मे पनीर रखा है वो डाल के बना के लाते है वो फिर हमको छोड़ दी और हम उसके कमरे मे जा कर अपने सर एक तौलिए से पोंछे और फिर वही तौलिया ले कर उसके पास आए और पीछे से उसके ऊपर वो तौलिया डालते हुए उसको बोले

मेरा इश्क ओढ़ लो
वरना ठंड लग जाए


वो बोली की जान मेरा आप हो न हमको गरम रखने के लिए और फिर मेरे सिने से लग गई और फिर बोली की अपने जिस्म की गर्मी तो दूर बस आप हमको अपने आगोश मे लो फिर ठंड तो क्या कोई बला भी मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती ............फिर हम बोले की अच्छा तो फिर आने दो मा को उनके सामने मेरे गले लग जाना और फिर देखते है की कौन सी बला से बच पाती हो तुम और ये कह कर हम दोनों जोर से हस दिए ....................

फिर मैगी बन गई जो पूजा ने हमको मेरे गोद मे बैठ कर खिलाया हम दोनों अभी तक नंगे थे पर मजाल हो जो ठंड महसूस हो जाए खाने के बाद हम और पूजा उसके कमरे मे या गए और उसने अपनी ओढ़ने वाली कंबल निकाली जो वो रात को ओढ़ती थी हम दोनों उसमे घुस गए और जैसे रांची मे पूजा मेरे सिने पे सर रख कर लेटी थी उसके बाद आज वो लेटी थी और वो बोली की तरस गए थे इस एहसास को दुबारा से जीने के लिए हम कुछ नहीं बोले बस उसको अपने से और जोर से चिपका लिए और उसने भी एक टांग उठा कर मेरे कमर के पास चढ़ा दी और अब वो चाहती थी सोना और हुआ भी ऐसा ही वो कुछ देर मे ही सो गई और सोती भी क्यू ना पानी मे चुदाई के वक्त वो तीन बार स्खलित हुई थी जो उसके थकान का कारण बना था और हम भी सो जाते इसलिए अपने मोबाईल मे एक अलार्म लगा दिए दो घंटे बाद का और फिर हम दोनों अपने हसीन सपनों की दुनिया मे सैर करने लगे .............अभी हमे सोये एक घंटा हुआ होगा मुश्किल से की पूजा एकदम से जान कहते हुए चिल्ला कर उठ गई और उसकी चीख से हम भी उठ गए और उसको देख के पूछे की क्या हु जान वो बहुत ज्यादा घबरा गई थी और हमको ऐसा पूछने पे मेरे गले लग कर फफक के रो पड़ी और रोते रोते बोली की आप मेरा हाथ क्यू नहीं पकड़े हा क्यू नहीं पकड़े मेरा हाथ हा बोलिए हम उसके ऐसे रोने से घबरा गए पर उसको शांत करते हुए पूछने लगे की क्या हुआ कोई सपना वपना देखी क्या वो कुछ नहीं बोली बस मेरे से चिपके रोती रही और एक ही बात दोहराती रही की आप मेरा हाथ क्यू नहीं पकड़े हम उसको बोले की देखे पकड़े तो है तुमको हम हाथ क्या हम तो पूरी की पूरी तुमको ही पकड़ के रखे है फिर उसको एहसास हुआ की वो सपना देख रही थी तो वो चुप हुई और जब वो कुछ देर बाद शांत हुई तो हम उससे पूछे की बताओ क्या हुआ कोई सपना देखा क्या बुरा सा तो वो बोली की जान हम आपके साथ एक जगह खड़े थे हाथों मे हाथ लिए और अचानक से कोई हमको आपसे खींच कर अलग कर दिया और एक तरफ ले जाने लगा जबकि आप वही खड़े हमको जाते देख रहे थे जैसे आप कुछ देख ही नहीं रहे थे और ना ही हमको सुन रहे थे जबकि हम आपको चिल्ला चिल्ला कर पुकार रहे थे और फिर मेरे आँखों के सामने अंधेरा हो गया फिर हम उसको बोले की उस अंधेरे से आप जब बाहर आई तो हम आपके पास थे ना जान देखे आप मेरे से चिपकी हुई थी..............हम उसको अपने से और चिपकाते हुए बोले की पागल तुझको हमसे अब कोई अलग नहीं कर सकता कभी भी और हम अलग हुए भी तो वो सिर्फ और सिर्फ मरने के बाद जीते जी तो न तू हमको छोड़ेगी और नाही हम तुमको ...................
फिर कुछ देर वो हमसे युही चिपकी रही और हमको जब लगा की अब वो नॉर्मल है तो हम उसको बोले की पानी पिएगी और उसका जवाब सुने बगैर हम बिस्तर से उतरने लगे तो वो हमको रोकी और मेरे को अपने से दुबारा चिपकाते हुए बोली की जान आप हमको कभी नहीं छोड़ोगे न हम बोले की फिर वही सवाल अभी तो समझाया न तुमको मेरी जान फिर क्या हुआ भरोसा नहीं रहा हम पर तो वो मुक्का दिखते हुए रोने लागि हम बोले हे भगवान और फिर उसको अपने साथ बिस्तर से ले के उतरे और किचन मे ले गए जहा उसको अपने एक हाथ से पानी पिलाए सच मे पूजा अंदर से काफी डर गई थी की हम उसको छोड़ देंगे पर ये तो ऊपरवाला ही जनता था की हम उसको किस हद तक चाहने लगे थे ......................

अभी दिन के 11 ही बजे थे इसलिए मैंने पूजा को किचन से ले कर उसके कमरे मे वापिस आया और उसको ड्रेसिंग टेबल के पास खड़ी किया और वो बोली की क्या हुआ हम बोले की चुपचाप खड़ी रहो ना फिर कंघी उठाए और पहले उसके उलझे बालों को सीधा किए और फिर ठंडा ठंडा नवरतं तेल ले कर उसके सर के बीचों बीच डाले और हाथ से थोड़ी देर मले उसके बाद कंघी से उसके बालों को फिर से झाड़ना शुरू किए और फिर एक अच्छा स चोटी बना दिए वो खड़ी खड़ी सब देखते जा रही थी उसके बाद हम उसके कपड़ों के तख्ते से एक कुर्ती उठाया लाए और उसको ऐसे ही पहना दिए और उसके बाद उसको अपनी तरफ घुमाया कर उसके चेहरे को एक बार अपने हाथों से पोंछे और पास मे पड़ा फेस क्रीम उठाए और उसके चेहरे पे नायक पे गाल पे माथे पे बिन्दु के जैसे लागा दिए और फिर उसके चेहरे पे मल दिए अब बारी थी काजल की तो वो हम उसको देते हुए बोले की अब ये आप खुद से लगाओ वरना मालूम चला हम आँख मे ही घुसेड़ दिए तो खिलखिला कर हस पड़ी फिर हम बोले की हा ऐसे ही रहा करो हमेशा हस्ती हुई और हा आज फिर तुम रोई न मेरे को मारने का सुपारी दी है क्या वो तुम्हारी बहन तो वो मुक्का दिखते हुए बोली की नहि जान हम सच मे घबरा गए थे वरना ऐसे ही हम क्यू रोयेंगे जब आप मेरे साथ हो तो फिर हम उसको बोले की चल अब काजल लगा और हम उधर से आते है तब तक अपने इस चाँद से मुखरे पे चार चाँद और लगा दे हम उधर गए और अपना शर्ट और चड्डी पहने और वापिस जब आए तो पूजा काजल लगा कर आईने मे खुद को देख रही थी की कही कुछ कमी तो नहीं रह गई तब तक हम उसको पीछे से पकड़े और गालों पे चूमते हुए बोले खूब भालो वो मुसकुराते हुए मेरी तरफ घूम गई और मेरे गले लग गई फिर हम दोनों वापिस से कंबल मे घुस गए और हम बोले की जान हम दोनों एक हो कर रहेंगे बस एक बार आप ये नौकरी कर पाओ फिर देखना दो साल के लिए बस आपको शादी से मुह मोड रखना है क्युकी जॉब लगने के बाद पापा तुरंत कूद पड़ेंगे मैदान मे आपकी शादी के लिए पर दो साल के बाद जब हम भी नौकरी पा लेंगे फिर तो दोनों कोई अपनी अपनी बात सामने रखेंगे अपने परिवार के उसके बाद फैसला जो भी हो हम दोनों अपने बलबूते एक अपना अलग आशिया बसएंगे वो सिर्फ हमको सुन रही थी शांति से हम उसको देखे तो उसके चूतड़ों पे एक थप्पड़ लगाते हुए बोले की क्या हा बोलती क्यू नहीं कुछ तो वो बोली की मै क्या बोलू आप हो न सब संभाल लोगे आप और हम हर उस कदम मे आपके साथ है जो आप उठाओगे बस हमीटन ही कहेंगे और ये कहते हए वो मेरे सिने से चिपक गई फिर हम दोनों कुछ देर लेटे रहने के बाद वापिस से उठे और उसको बोले की खाना बनाओगी की कुछ मँगा दु तो वो कुछ बोलती इससे पहले हमबोले की रुको हम ही लेते आते है तब तक तुम आराम करो वो मेराहाथ पकड़ते हुए बोली की नहीं अभी रहने दीजिए शाम को निकलेंगे तो कुछ कहा लेंगे तो हम बोले की और जब भाई आएगा तो
तो वो बोली की जब आएगा तो कह दूँगी की मन नहीं किया बनाने का फिर हम बोले कि चलों कुछ पढ़ लेते है फिर हम दोनों ने एक दूसरे के साथ सट कर बैठ पूरे मन से पढ़ाई की और अभी दोपहर के साढ़े तीन बजने को आए थे पेट गुड गुड कर रहा था तो हम उठे और अपने बचे हुए कपड़े पहनते हुए पूजा को बोले की जाओ लेगिंग्स पहन लो बाजार चलते है वो भी सोची की हमको भूख लगी है इसलिए हालांकि उसका मन नही था जाने का फिर भी वो मेरा सोच कर उठी और लेगिंग्स पहन कर आ गई और बाकी तैयार तो वो पहले से थी अभी भी हमारे पास पूरी शाम थी फिर हम घर बंद कर के बाहर निकले और पूजा मेरे से मेरा फोन मांग कर सुगंधा को कॉल लगाई और फिर उससे बात करते करते वो और मैं दुकान पे पहुंचे फिर उसके भाई से मिले और पूजा ने मेरे फोन से ही उसे मां से बात करवाई.....खैर उससे मिलने के बाद हम मार्केट के तरफ गए जहा पूजा को हम जबरदस्ती पाव भाजी खिलाने ले गए......वो खाने के मूड में बिल्कुल नही थी पर जब मैने उसको प्यार से एक निवाला खिलाया तो वो गधी फिर से नम आंखों से हमको देखते हुए उस निवालें को खा ली हम दूसरे हाथ से उसके आंसू पोंछे और बोले की बस हो गया अबकी बार में हमको तुम पूरा मार देना तो वो हस्ते हुए मुंह चलाने लगी और फिर एक निवाला उसको एक निवाला खुद ऐसे करते करते हम दोनो ने 130 रुपए की पाव भाजी धकेल डाली
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जब बिल देखने को मिला तो पूजा बोली बाप रे तो हम उसके गाल खींचते हुए बोले की और कहा तो मैडम को खाने का मन ही नही था........

फिर हम दोनो वहा से निकले तो एक आइस क्रीम वाला दिखा हम पूजा से बिना पूछे एक स्ट्रॉबेरी आइसक्रीम उसकी मनपसंद खरीद कर उसको देते हुए बोले की घर जाने के बाद हम अपने आम खायेंगे और साथ में स्ट्रॉबेरी से सराबोर इन लबों को भी.....वो अपना जूठा आइसक्रीम हमको देते हुए बोली तो हम बोले की जान मेरा हमको ये फ्लेवर एकदम पसंद नही सिवाय आपके इन होठों के तो वो हमको बोली गंदे कही के इतनी अच्छी तो होती है.....फिर हम उसके हाथ को पकड़ते हुए बोले तभी तो आपके होंठो के जरिए खाने की आदत डाली है......वो बस मुस्कुरा दी और बोली की फिर तो जल्दी से चलिए आपकी प्यास को भी जल्दी से जल्दी बुझा दू.....हम बोले की जरूर वैसे भी ये आपका पत्नी धर्म बनता है पति की तलब को मिटाना....ऐसे ही बाते करते हुए हम घर आ गए.....पूजा घर के अंदर गई जबकि हम दरवाजा बंद कर के पूजा के पास अंदर कमरे में गए जहा वो अपने होठों पे लिपस्टिक लगा रही थी.....हम ये भी नही देखे की वो लगा भी पाई की नही बस उसको अपने बाहों में खीच लिए और हमला कर डाले उसके रसीले होठों पर......और नीचे मेरा हाथ उसकी छाती से ले कर उसकी चूत तक जा रहा था.......पर अभी मेरा ध्यान सिर्फ और सिर्फ पूजा के लबों को चूसने में लगा हुआ था......उसके लबों के ऊपर पूरे स्ट्रॉबेरी और आधे अधूरे लिपिस्टिक के नामों निशान मिटाने के बाद हम उसको छोड़े तो वो जोर जोर से सांसें लेते हुए बोली की जान क्या हो गया था आपको बाप रे हमको लगता है ये अब तक का अपना सबसे लंबा किस था.....और हम उसको ऊपर उठाते हुए अपने से चिपकाते हुए बोले की क्या करे आपके लबों से आज रस चूसने में अलग ही आनंद आ रहा था और वो मेरे लंड को सहलाते हुए बोली की अब इसका क्या.....हम उसके कुर्ते को हटाते हुए उसकी चूत के जगह को दिखलाए जो गीली हो गई थी और बोले की वही जो इसका है......और फिर उसको वापिस से बेड पे लिटा दिए और उसके लेगिंग्स को खींच कर उसके पैरो से निकाल फेके और पूजा ने खुद ब खुद अपने पैरो को जितना हो सके उतना खोल दिया और अब कमरे में पूजा की सिसकियां गूंजने लगी थी.....और उसकी सिसकियों को सुन हम जितना हो सके उतना अंदर तक पूजा को चूस रहे थे......वो मेरा सर पकड़ते हुए बोली जान अब बस कीजिए आह उम्म्म्म अब लाइए उसको मेरे पास उसका मतलब मेरे लंड से था.....हम भी अपने दोनो हाथो से अपना पैंट और चड्डी नीचे कर दिए कर पैरो से निकाल नही पाए......और उसी अवस्था में पूजा के चूत में अपना लंड पेल दीए........आए हाए क्या आनंद था और पूजा ने अपने बाहों से मेरे ऊपर लॉक लगा दिया था और एक बार फिर हमारे होठ आपस में जुबान लड़ा रहे थे......पांच मिनट बाद हम थोड़ा रूके हालांकि मेरा लंड अभी भी पूजा की चूत में घुसा पड़ा था.... मैने मेरे तन से सारे कपड़े जुदा किए उधर पूजा ने अपने ऊपर एक मात्र कपड़े कुर्ते को निकल दिया और हम उसकी चुचियों के ऊपर टूट पड़े आज दूसरी बार था जब पूजा मेरे इतने तेज तेज झटको को सह रही थी.....वो भी बहुत कामुक तरीके से सिसक रही थी......और साला इधर तेज तेज के चक्करो में बेड में आवाज आने लगी थी....मतलब उसके पुर्जे ढीले हो गए थे चोय चोय चोय चोय की आवाज हम दोनो सुन पा रहे थे पर अब ये तूफान अंत की तरफ हो चला था......पिछले 30 मिनट से हम दोनो एक दूसरे में लगे पड़े थे.....और पूजा इस बार भी दो मर्तबा झड़ चुकी थी और अब मेरा भी समय आ ही चुका था इसलिए लंड को पूजा की चूत से निकाल कर सारा माल पूजा के पेट पर फैला दिया और मेरा माल इतनी तेजी से निकला था की कुछ बूंदे पूजा के सामने वाली दीवाल पर जा लड़े थे....

फिर कुछ देर सुस्ताने के बाद पूजा बोली की जान आज रात शायद हम बात ना कर पाए हम बोले की वो क्यू भला.....तो वो बोली की आज आप इतना थका दिए है की शायद हम 10 बजते बजते ही सो जायेंगे......हम बोले कि कोई बात नही जब रात में नींद खुले तब मैसेज या कॉल करना हम उठाएंगे......और एक चुम्मा उसके नाभि पे दे दिए तो वो सिसक के रह गई......फिर हम दोनो उठे और बाथरूम गए फिर खुद को साफ किया और कमरे में आने के बाद पूजा ब्रा देते हुए बोली की आप ही पहनाइए......हमको बड़ा मन था की आपके हाथ से ये पहनूं.......हम ब्रा उसके हाथो से लिए और बेड पे रख दिए और अपने दोनो हाथो के पंजों से उसकी दोनो चुचियों को छुपा लिए और बोले लो पहन ली.....तो वो मेरे हाथो पे अपने हाथ रखते हुए बोली की वाह क्या सही फिटिंग आई है.....फिर हम दोनो हस दिए....

फिर मैने पूजा को सारे कपड़े पहनाए क्युकी अब रात होने को आई थी.....पूजा बोली की चलिए आज मेरे हाथो से बना खाना मेरे हाथो से ही खा कर जाइयेगा.......उसकी बात को पूरा करते हुए हम बोले की वो भी तुमको अपनी गोद में बिठा कर......वो बोली जो हुकुम मेरे आका.....
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फिर पता नही क्या सूझा हम बोले की लाओ आज हम बनाते है खाना और जब सब खायेंगे तो बतलाना हमको की कैसा तारीफ किया सब कोई या फिर गालियां पड़ी मेरे को और हम अपना बैचलर वाला बुद्धि लगाए और साढ़े आठ बजते बजते खाना रेडी था और फिर पूजा को अपने गोद में बिठा कर मैने ही उसे खिलाया और खुद भी खाया वो पहली फिर से आंखे नम कर बैठी हम फिर बोले के अरे अब क्या हुआ......तो वो अपने भरे हुए मुंह से तुतलाते हुए बोली की बहुत नसीब से इतना प्यार करने वाला मिलता है हम उसको बोले की क्या उर्दू फारसी लपरझंडिस अंग्रेजी बक रही है पहले खा ले मेरी जान फिर बोलना.....तो वो अपना माथा पीटते हुए हस दी और निवाला खतम की और बोली की आप बहुत अच्छे है बस आप मेरे ही रहना......हम उसको आंखो से ही हा बोले और बाकी का खाना खतम किए और फिर वो मेरे फोन से सुगंधा को कॉल की तो पता चला की स्टेशन पहुंच गए है आ रहे है घर थोड़े देर में........फिर पूजा मेरे जाने के खयाल से दुखी जैसा मुंह बना ली तो हम उसको सबक सिखाने का सोचे और उसको बिना कुछ बोले अपना सब किताब समेटे बैग में भरे और किचन मे गए एक ग्लास पानी पिया और फिर बाहर जाने लगे.....वो हैरान हो कर देख रही थी.....जब उससे रहा नही गया तो वो जोर से आ कर मेरे हाथ को पकड़ कर बोली की क्या हो गया जान आप ऐसे क्यू बिहेव करने लगे तो हम बोले की अब रो जा के बैठ कर अभी तो सुबह से कितनी बारी समझाया पर तुम हो की जरा जरा से बात पे रोना शुरू......वो बोली की नही जान हम रो नही रहे थे बस मन दुखी हो गया की आज का दिन क्यू इतना जल्दी खत्म हो गया......आप नही समझिएगा ये मेरी दीवानगी कहिए या पागलपन बस जो है सो है खुद का काबू नही रहता हम पर आपसे अलग होते ही खुद ब खुद रोना आ जाता है.....हम कुछ नही बोल बस उसको अपने गले से लगा लिया और उसके माथे पे चूमते हुए बोले आई लव यू मेरा जान.....और ये कह कर हम खुद रो दिए.....फिर पूजा बोली

जिसपे बीते वही जाने....फिर उसको रुंधे हुए गले से बोले की चलो अब चलते है कल आयेंगे और ये कह कर निकल गए हम..........मेरे जाने के तकरीबन आधे घंटे में ही उसका भाई घर आ गया था और कुछ देर बाद सब कोई घर पे ही थे पूजा हमको मैसेज कर दी थी साढ़े दस बजे की सब घर आ गए है और हा अगर जगी रही तो मैसेज करूंगी.....आई लव यू मेरा जान मिस यू सो मच थैंक्यू फॉर द डे.......
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उस शाम मेरे जाने के थोड़े देर बाद ही सब लोग घर आ गए थे हालांकि रात के खाने के बारे मे सबसे पहले आंटी ने टोका की पूजा खाना किसने बनाया है तू तो नहीं बनाई है ये पक्की बात है तो वो हास कर बोली की सुमित बनाया है वो हमको बोला की आप आराम से पढिए और हमको काम करने ही नहीं दिया .............तभी राहुल बोला की लगता है सुमित भईया मेरी बात को ज्यादा ही गंभीरता से ले लिए.............सुगंधा उससे पूछी की क्यू तू उससे क्या बोल दिया फिर उसने हमारी और उसके बीच की सुबह की सारी बाते बता दी तो सब हस पड़े फिर पापा बोले की भाई जो भी हो लड़का बहुत समझदार है फिर सबने खाना खाया और फिर सब सोने गए जबकि बनारस के बारे मे कोई बात चित नहीं हुई उनके बीच ................सुगंधा और पूजा जब बिस्तर पे आए तो पूजा उससे पूछी की घूम आई वहा तो वो उसको बोली की हा घूम भी आई और पापा ममी किसी परिचित के यहा गए थे वहा भी हो के आई तो पूजा पूछी की कौन परिचित तो वो बोली की तेरे होने वाले ससुर सास के घर ये सुन के पूजा उठ कर बैठ गई और हैरानी से सुगंधा के तरफ देखने लगी...........

पूजा को वैसे देख के सुगंधा उसको धीरे से अपने पास खींचते हुए बोली की परेशान मत हो वहा जो लड़का है वो भी अभी पढ़ ही रहा है इसलिए पागल वाली कोई हरकत मत कर देना मै हु ना तेरे साथ अगर ऐसा कुछ होने वाला भी होगा तो हम है तेरे हर कदम पे साथ मे इसलिए निश्चिंत रह ...............पूजा का अब सुबकना शुरू हो गया था तो सुगंधा उसको आंखे दिखते हुय बोली की अभी समझाया तो समझ मे नहीं आया तुझको क्यू ऐसे करने लगती है तो पूजा बोली की मा पापा को फिर ये सब मालूम चलेगा तो वो हमरी बात कभी नहीं मानेंगे और हम दोनों एक दूसरे के बगैर नहीं रह सकते है तुझको तो सब पता है ना और पूजा ने ये बात ऐसे लहजे मे बोली की बेचारी सुगंधा की भी आंखे भर आई और वो पूजा को गले से लगा ली और रुँधे हुए गले से उसको बोली की चुप हो जा हम है ना और सबसे बड़ी बात की तू जिससे प्यार करती है वो तुझको कभी किसी और की होने ही नहीं देगा हम उसको जान चुके है अच्छे से उस दिन तो वो हमको मार ही बैठता अगर हम उसके पकड़ मे आ जाते तो ये कह कर वो हस दी तो पूजा की भी हसी छूट गई पर अब उसके मन मे ये डर बैठ गया था की कही आज दोपहर वाला सपना इसी बारे मे तो नहीं था फिर उसने दोपहर वाला सारा सपना उसे सुना डाला तो सुगंधा उसको बोली की देखी जब सपना टूटा तो कौन था तेरे पास वही था न फिर क्यू घबराती है अभी तू बस अपनी नौकरी का सोच कैसे भी कर के तू नौकरी पा ले फिर तेरे पास इतना तो समय होगा की तू मा पापा को रोक सके क्युकी कल सुबह मा तुझसे इस बारे मे बात करेगी इसलिए एकदम नॉर्मली बिहैव करना वरना बहुत बड़ी आफत या जाएगी और सुन रोना तो बिल्कुल नहीं वरना हम सब बात सुमित को बतला देंगे वैसे आज सुबह से दोनों ने मिल के क्या क्या कांड किए हमको भी बतला जरा तो पूजा उसको एक मुक्का मारी और बोली की भाग हम नहीं बताते और अपने मन मे बोझ सा लिए लेट गई .....................

आज जितना थकी हुई थी वो ऐसे मे तो तुरंत ही नींद या जानी थी उसे पर अब ये सब सुनने के बाद उसकी आँखों से नींद कोसों दूर थी और कंबल के अंदर वो अपने घुटनों को समेटे हुए सोच रही थी की कल मा को कैसे समझा कर जवाब देना है और फिर तकरीबन साढ़े बारह बजे वो हमको मैसेज की आइ लव यू जान आइ मिस यू ......................

हम उस वक्त पढ़ रहे थे की क्युकी दोपहर मे उतने ढंग से पढ़ाई नहीं हो पा रही थी और पढ़ने का जब भी मौका हाथ लगता था हम रगड़ डालते थे ..............पूजा का मैसेज देख के उससे पोंछे की सोई नहीं तो वो बोली की नहीं आपकी याद है की सोने ही नहीं दे रही थी इसलिए आपसे बात करने आ गई फिर हम उसको बोले की फर्ज कर लो कीहम वही है जान तुम्हारे साथ ...............इसपे वो बोली की

आंखे बंद करके आपको महसूस करने के सिवा
मेरे पास आपसे मिलने का कोई रास्ता नहीं


हम बोले की अरे क्या हो गया क्यू परेशान हो क्या हो गया तो वो बोली की कुछ नहीं जन मेरा बस आपका याद या रहा है बहुत आज सुबह से आपके साथ थे ना ...................हम बोले की सुनो बेवकूफ समझती हो हमको बताओ की क्या बात है बहकी बहकी बाते मत करो क्या हुआ हमको बताओ चुप चाप

वो बोली की मां पापा वाराणसी से लड़का देख कर आए है......ये बोल के वो चुप हो गई और इधर मेरा भी मन एकदम से चौंक गया की साला बूढ़ा बूढ़ी का दिमाग सटक गया क्या जो अभी से कूद रहे है.....फिर भी हम पूजा को हस कर बोले की तो लड़का देखे तो क्या हो गया देखे ही है ना की तुम्हारे गले बांध दिए.....दोपहर में सच का सपना देख ली थी तुम क्या रे जान......वो भक्क आप तो और हमको डरा रहे है......हम फिर बोले की अरे जब तुम जागी थी तो हम थे ना तुम्हारे पास की नही.....वैसे ही ठीक वैसे ही सदा तुम्हारे पास रहेंगे कही जाने नही देंगे और तुमको क्या लगता है इतना आसानी से बियाह कर देंगे वो तुम्हारा और हम होने दे देंगे और मेरा छोड़ो तुम कर लेगी थोड़े ना.......तो वो बोली की नही आप मिले तो ठीक वरना मौत खड़ी है मेरे को गले लगाने के लिए.....ये बात सुगंधा सुन ली और फोन उसके हाथ से छीन कर उसको बाल नोच दी और गुस्से में हमसे बोली की अपनी महबूबा को संभाल ले और बोल की थोड़ा शांति से रहे उटपटांग बात दिमाग में ना लाए और उसके बाद वाराणसी में क्या क्या हुआ लड़का से रिलेटेड हर जरूरी बात हमको वो बतला दी........फिर हम भी बहुत हद तक अंदर से हल्का महसूस किए उधर पूजा सुबक रही थी सुगंधा उसको फोन पकड़ाते हुए बोली की पांच मिनट में तू सो जा वरना देखना तू.....ये मजाक नही कर रहे हम एकदम शांत मन से सो जा हम जानते है तू थकी हुई है पर ढीट हो ये भी जानते है पर एक बात सुन ले मेरी तुझे कही ज्यादा ढीट वो है जो तेरा हाथ थामा है......ये सुन कर हमको अपने आप में बड़ा सुकून सा महसूस हुआ क्युकी सुगंधा को पूरा यकीन था मेरे पे की हम और पूजा एक हो कर ही रहेंगे.......

जब पूजा फोन पे आई तो हम उसका सुबकना सुने फिर उसको समझाए कि अभी तुम फिर से मेरी उमर कम कर दो रो के तो वो बोली मारेंगे ना फिर हम बोले की फिर काहे लिए इंजन से धुआं निकल रहा है रुक रुक के तुम्हारे......तो वो फिर बोली भक्क गंदे कही के......आप नही समझते हम डर जाते है हम बोले की अभी से डरेगी तो ऐसे कैसे काम चलेगा अभी आगे बहुत कुछ झेलना है बच्चा मेरा अगर मन नही मान रहा तो आ जाऊ अभी मिलने चलो छोड़ो हम आते है तो वो बोली नहीं जान हम ठीक है सो जाते है आप सुबह जल्दी से आइएगा.........फिर हम बोले की नही ना हम आते है तो वो बोली की नही नही आप भी आराम कीजिए हम पक्का पक्का सो जाएंगे फिर हम बोले की पक्का ना तो वो बोली हा मेरा जान तब हम बोले की आते है कल फिलहाल तुम अभी शांति से सो जाओ सुबह आते है फिर देखते है क्या माजरा है.......फिर कही जा के पूजा शांति से सोई पर हम जानते थे की वो अभी भी अंदर से बहुत घबराई हुई होगी पर जब कल हम मिलेंगे तो सब बेचैनी दूर कर देंगे उसका.......
 
सुबह हुई और हम आज पापा के साथ पहले उनके दुकान गए क्युकी पापा को कुछ काम था बैंक का सो उनके साथ गया और दुकान से फिर बैंक गया.....इन सब काम में दोपहर हो गई.....इधर पूजा कई बार फोन कर चुकी थी बहुत बेचैन थी की हम क्यों नहीं आए जबकि बताने के बावजूद पागलों जैसे मैसेज पे मैसेज कर रही थी हर दस मिनट में वो तो अच्छा हुआ की फोन साइलेंट कर रखा था वरना बाबू जी लौड़े लगा देते मेरे इतना फोन बजते देखते तो......खैर हम आज पूजा के घर नही गए सीधा कोचिंग गए क्युकी बैंक से दुकान आने के बाद वापिस घर आया और खाना खा कर पापा के लिए भी ले कर दुकान गया और वहा से फिर फ्री हो कर निकला......कोचिंग में सुगंधा पहले से आ चुकी थी......फिर क्लास में ही सर बताए कि सुमित सेकंड एग्जाम का एडमिट कार्ड आ गया है.....देखे लेना...फिर क्लास खत्म हुआ और सुगंधा के साथ साथ बाहर निकले.....और उसको ले कर सीधा साइबर पहुंचे.....एडमिट कार्ड निकाले और देखे की मेरा और पूजा का एग्जाम एक ही दिन है और एक ही शिफ्ट में है.....पर सेंटर अलग अलग है पर गनीमत रही की सेंटर दोनो का रांची में ही था.......खैर सुगंधा इस बार सब कुछ जानती थी तो लगे हाथ पूजा और मेरा टिकट भी बनवाने चले गए....पर हम उसको ये बात घर पे बतलाने से मना किए.....और इस बार जाने के लिए सेकंड सिटिंग जनशताब्दी में टिकट लिए और आने का फर्स्ट ऐसी में ही ......सुगंधा बोली की अरे यार इतना महंगा टिकट क्यू हम बोले की देख इधर से सुबह सुबह निकल जायेंगे शनिवार को ही और दोपहर तक पहुंच कर रूम ले लेंगे और सन्डे को एग्जाम दे कर मंडे को शाम को ट्रेन पकड़ेंगे वो बोली क्यों सन्डे को शाम को पकड़ ले ना.......वो हमको मुस्कुराता देख कर बोली बहुत चंठ हो बे तुम शादी से पहले ही हनीमून मनाना है......हम बोले अजीब गवार हो हनीमून नही है शादी से पहले छुप छुपा के जो मिलने का मजा होता है ना वो एक्सपीरियंस करना है.......और वैसे भी पूजा को थोड़ा घुमा लायेंगे.......तो वो बोली की चल तो हम भी चलते है......हम बोले हा ये अच्छा रहने का एक पे एक फ्री......वो मुंह खोल के हमको मारने के लिए फुदकी पर हम बच के थोड़ा दूर तक भाग गए.......फिर वो मुंह सिकोड़ते हुए जल्दी जल्दी मेरे पास पहुंची और बोली कमीना है एकदम......हम बोले की सुन ना अगर पूजा को बोल देंगे ना की तू हमको मारने वाली थी और गाली देती है तो तेरे को वो अच्छे से समझा देगी की उसके शहजादे के साथ बदसलूकी का क्या अंजाम होता है........वो हमको ऐसे देखी जैसे हम उसको ब्लैकमेल किए हो......फिर हम उसके दुकान पे पहुंचे तो वहा पापा बोले की अरे इतना लेट तो फिर जब उनको बतलाया की एग्जाम का डेट आ गया है आज से बारह दिन बाद निकलना है और टिकट हम बनवा लेंगे.....उन्होंने पैसे निकाले और हमको देते हुए बोले की रख के काम आयेंगे.....फिर हम घर आ गए.....सुबह की जगह शाम को हम आए थे तो पूजा का नाराज होना तय था.....वो जब हमको देखी तो गुस्से में अंदर कमरे में चली गई और आंटी बोली की पता नही क्या हुआ है सुबह से भाव बढ़ा हुआ है .......फिर हम जोर से बोले की एडमिट कार्ड आ गया है दी इसलिए देर से आए आज आ जा इधर और बता तो हमे भी क्या हुआ काहे को लाल पीली हुई फिर रही है......आंटी बोली की हा सही बोला अब तुम दोनो ही पूछो इससे......फिर आंटी को हम बोले की एक चाय पिला देते तो अच्छा होता बाहर तो काफी ठंड है.....फिर आंटी बोली की हा बेटा रुको ले आते है तुरत तभी पूजा बोली की मां हम बनाते है आप बैठिए.......हम बोले की अरे आप पहले उधर आइए बैठिए साथ में.....गुस्सा बाद में कीजिएगा.....सुगंधा बोली की भाई तुम दोनो अपना आपस में पंचायती करो हम चले फ्रेश होने ........आजकल नौटंकी ज्यादा होने लगा है........पूजा दी खड़ी रही जबकि आंटी ये कहते हुए गई की जाओ बेटा पहले एडमिट कार्ड आया है देख ले समझ ले अब गुस्सा छोड़...... और सुगंधा के साथ अंदर चली गई

जब हमारे पास कोई नही था तो तुरत पूजा को अपने से सटा लिए और उसके गाल पे एक चुम्मा रसीद कर दिए......और तुतलाते हुए बोले आई एम छौली बेबी मेला बताए तो ते ताम था पापा ते सात ते....... बैंट गए ते.... अत्ता लो हमको एक जोल से मुक्का माल दो.....ये कहते हुए उसके सामने हो गए हम वो अभी तक नजरे नीचे किए हुए थी और जैसे ही हम उसके सामने गए वो हमको देखी और अपनी बाहों में ले ली......और मेरे होठों पे एक छोटा सा जल्दी जल्दी वाला चुम्मा चिपका दी......और बोली की बहुत याद आया आपका इसलिए मन उखड़ सा गया था दिन में कुछ अच्छा नहीं लगा आज.....हम बोले की खाना खाए तो ना में सर डोला दी हम वेरी गुड बोले जोर से तो आंटी अंदर से बोली की अरे किस बात का शाबाशी दिया जा रहा है......हम बोले कुछ नही आंटी ज्यादा ही याद कर दी है आज पूजा दी हमसे भी चार पेज आगे तक......आंटी बोली बढ़िया है ना अब तुम भी याद करो और बढ़िया से तैयारी कर के जानवर कामयाब हो के आओ........

फिर सुगंधा आई और पूजा से बोली की सुन मां बात की थी कुछ तुझसे तो पूजा बोली की हा बोली थी लड़का का परिवार से मिले है ये वो बहुत तरह का बात बतलाई......फिर हम बोले की अभी से क्यू ये सब का जरूरत पड़ गया आप सब को मां..... तो मां बोली की अरे नही बेटा वहा वाराणसी में उनका परिवार रहता है जब हम वहा गए तो तेरे पापा उनसे उनके दुकान पे मिले तो हम लोग को देख के वो जबरदस्ती घर ले गए अपने और वहा बातो बात में पता चला की बेटा है उनका जो इंजीनियर बनने वाला है पढ़ाई पूरा कर चुका है जॉब का वेट है सब को तो फिर पापा कुछ बोले क्या तो वो बोली की नही नही पापा कुछ नही बोल बस उनके ध्यान में है की एक लड़का है नजर में तो वो सोच कर रखेंगे तेरे लिए......पूजा फिर बोली की अगर मेरी नौकरी लग गई तो भी हम कम से कम तीन साल शादी के बारे में सोचेंगे भी नही अभी मेरी उमर 24 हो रही है 27 से पहले शादी का कोई विचार नहीं है.......फिर मां बोली की चल ठीक है अभी से परेशान क्यों हो रही है अभी तुझको कोई कुछ नही बोल रहा है......और इनकी ये बाते पापा भी सुन रहे थे तो फिर वो भी आ कर हमको बोले की तू अभी ये सब सोच कर अपने कमजोर दिमाग में परेशानी मत पाल लेना हममे से कोई भी शादी के लिए नही बोला है बस वहा बातो बातो में पता चला है मेरा बच्चा......

फिर जा के पूजा का मन एकदम हल्का हुआ और ये सुन के हम दोनो सुगंधा की तरफ देखे तो वो बोली की क्या हुआ हमको क्यू देख रहे हो दोनो ऐसे तो हम दोनो एक साथ बोले कितना गन्दा मजाक था तेरा ये वो गुस्से में देखती हुई बोली की मारेंगे दोनो को अभी इतने में हम पूजा को बोले हा मारने से याद आया आजकल ये आपके जान को गाली देती है मुक्के से मारने को दौड़ती है जरा देख लो समझा लो इसको.......ये सुन कर पूजा सुगंधा से बोली की तू बेटा वेट कर रात में बताते है तुझको तो सुगंधा बोली हस्ते हुए तब तो और मारेंगे और गरियायेंगे.......
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पूजा बोली की ठीक है ना तू बस रात का वेट कर......सुगंधा हस्ते हुए कान पकड़ के बोली आई एम सॉरी महाराज आपके शान में कोई गुस्ताखी हुई हो तो आगे से ये काम नहीं दोहराएंगे हमे क्षमा करने का कृपा कीजिए.......उसका है डायलॉग बाजी सुन के हम तीनो हस दिए जोर से तब तक आंटी चाय ले आई और बोली की किस बात हसा जा रहा है.......पूजा बोली की तुम्हारी बेटी का दिमाग खराब हो गया है कुछ से कुछ सोचते रहती है......फिर सब ने चाय का लुफ्त उठाया और आंटी ने सब एग्जाम का और आने जाने का दिन के बारे में पूछा और इस बार हम सामने से बोले की आंटी एक दिन हम लोग वहा रुकेंगे और घूमेंगे और उसी शाम को ट्रेन पकड़ लेंगे क्युकी एग्जाम के बाद कुछ देर के लिए नए जगह पे घूमेंगे तो माइंड रिलैक्स हो जायेगा......तभी पूजा बोली की हा मां पिछली बार की तरह नही करेंगे नई जगह गए थे पहली बार फिर भी कही नही गए सिर्फ एग्जाम दिए और आ गए इस बार पापा से आप बोल के एक दिन एक्स्ट्रा रुकने का दिलवा देना......तो आंटी बोली की अरे सुनो पापा से पूछने का कोई जरूरत नहीं है हम दिए परमिशन जाओ घूम लेना कोई दिक्कत नही......इतने में सुगंधा बोली की मां हमको भी जाने दो फिर तो हमको भी घूमना है.....ये सुनते ही हम और पूजा उसके तरफ देखे जैसे की क्यू वो कबाब में हड्डी बनना चाहती है......लेकिन आंटी बोली की तू तो रहने दे ये लोग का हमको पता है शांति से एग्जाम देंगे और घूम के वापिस आयेंगे.....तू रहेगी तो बाप रे ना ही ये अच्छे से एग्जाम दे पाएंगे ना ही कही घूम पाएंगे.....इसलिए तू तो रहने ही दे और जब पूजा नही रहेगी तो मेरा हाथ बटाने के लिए तू तो रह जब इसकी नौकरी हो जायेगी फिर सब कोई साथ में चला जायेगा......

चल अब आज तो तू बुनाई क्लास भी नही गई आजा आज आलू वाला कचौरी बनाते है चल मेरे साथ और बच्चा लोग तुम दोनो पढ़ो अब ज्यादा वक्त नहीं है.....फिर आंटी चली गई और उनके जाते ही हम दोनो सुगंधा को देख के बोले ये क्या नौटंकी था तेरा तो वो हस्ते हुए बोली की सड़ा हुआ मुंह देखने का मन था इसलिए ये सुतली बम फोड़े थे..... फिर हम कुछ बोलते इससे पहले पूजा बोली की तू हमारे साथ है या फिर घर का भेदी लंका ढाए वाला डबल रोल कर रही है तू.......

फिर वो कान पकड़ के उठते हुए बोली की ना बाबा ना ई सब गलत सलत काम नही करते हम जाओ जाओ तुम दोनो ही जाओ बस अच्छा खबर सुनाना जल्दी ही.....हम बोले हा मौसी बनेगी तू अगला साल.....वो आंखे गोल करते हुए हाव्वव करते हुए चली गई जबकि पूजा हमको देखते हुए बोली अरे क्या आप भी गंदे कहीके......हम बोले क्यू तुझको नही बनना मां अपने लप्पू चप्पू की......वो लप्पु चप्पू का नाम सुन के हस दी फिर हम खड़े हुए और रूम का पर्दा लगा दिए और इधर पूजा मेरे पर्दा लगा के घूमते के साथ मेरे गले लग गई हम उसके चूतड़ों पे अपना हाथ लगाए और उसको हवा में उठा लिए नतीजतन वो मेरे कमर के इर्द गिर्द अपने पैरो का घेरा बना ली और अगले ही पल उसके और मेरे होंठ जुड़ चुके थे........एकदम गरमा गर्म चुम्बन के बाद उसको उसी हाल में लिए सोफे पे बैठ गए हम.....और वो तुरंत अपना हाथ पीछे की तरफ ले जा कर कुर्ती का चैन नीचे की और कंधे पे से उसको सरकाते हुए अपने ब्रा में कैद चुचियों को मेरे सामने की और फिर अगले ही पल ब्रा भी ढीली कर के अपने पेट पे कर दी जिससे उसकी चूचियां नंगी हो गई दोनो और हमको बोली की जल्दी से इनका रस पी लीजिए वरना कोई आ जायेगा.......और फिर हम बारी बारी से दोनो थनों को चूसे और काटे जबकि पूजा बेचारी सिसियाती रही......दो मिनट दबा के चूसने और काटने के बाद पूजा हमको उनसे अलग करते हुए बोली की बस बस अब और नही वरना हम फिर अपना आपा खो देंगे और आपके ऊपर चढ़ बैठेंगे......

हम उसके पयजामी में हाथ घुसाए और नंगे चूतड़ों पे एक चिकोटि काटे जोर से वो बोली आह मेरा जान क्या करते है आप बाप रे गंदे कहीके......वो इतना बोली ही थी की दूसरे चूतड पे भी एक मस्त वाली चिकोटी काटे वो इस बार एकदम तड़प गई और अपना सर मेरे कंधे पे रख के बोली आप ना ओफ हो मां मर गई तेरी बेटी इस प्यारे जालिम से बचा ले उसको वो अपना दर्द कंट्रोल की और वापिस से उठी और बोली की पहनाइए ना क्या देख रहे है.......हम बोले की रहो ना ऐसे ही.....पर अगले ही पल उसके चूतड़ों को छोड़ कर उसकी ब्रा को सेट कर के पहनाए और एक आखिरी बार उन चुचियों पे चूमे और फिर उसका कुर्ता ऊपर किए अभी चैन लगा ही रहे थे की सुगंधा रूम में आई और हमे ऐसे देख के वो वापिस घूम गई......पूजा घबरा कर उठ गई मेरे गोद से और अपने कपड़े ठीक करते हुए चिल्ला कर बोली की रे पगली क्या हुआ.....तो वो बोली की कुछ नही मोबाइल ढूंढ रही थी फिर पूजा दी बोली की मिला की नही......तो वो बोली की नही मिला रहने दे.....फिर पूजा किचन में गई जहा आंटी आटा गूंथ रही थी और सुगंधा प्याज वैगराह काट रही थी......कुकर में आलू चढ़ा हुआ था.....पूजा से जब सुगंधा मोबाइल ली तो दोनो आपस में बहुत शर्मा गई.....फिर वापिस कमरे में पूजा आई और हम उससे धीरे से पूछे की क्या हाल उधर तो वो बोली गंदे कही में आपके चक्कर में न हम मरेंगे किसी दिन.....तो हम उसको अपने से सटाते हुए उसके चूतड पे हाथ रखते हुए बोले की ऐसे कैसे अभी तो रांची में यहां से घुसपैठ करनी है उसके बाद पूरी जिंदगी यूंही हसी खुशी साथ बितानी है......उससे पहले तो तुमको इतनी मर्तबा उस हसीन दर्द से गुजारेंगे की बस फिर बोलते फिरोगी मेरे जान आई लव यू मेरे जान आई मिस यू मेरे जान ये मेरे जान वो........

फिर एकाएक हम उसको अपने साथ बिठाते हुए बोले की साला पता भी नही की जितने सपने सजा रहे है वो सब पूरे होंगे भी या यूंही किसी की बलि चढ़ जायेंगे.......और ये बोल के आज हम रुवांसा हो गए हमको ऐसा देख के पूजा तो एकदम रो ही देती पर खुद को संभालते हुए मेरे गाल पकड़ के मेरा मुंह अपनी तरफ घुमाई तो देखी की मेरी आंखे डबडबाई हुई है तो वो उनको पोंछते हुए बोली की हमारा हर सपना पूरा होगा जान आप मेरे साथ है ना और हम आपके बस इतना ही काफी है तीसरा कोई नही आ सकता हमारे बीच और ना ही हमे कोई अलग कर सकता है.....और वो मेरे गले लग गई.........फिर हमलोग अपने आप को संभाले और थोड़ी देर पढ़ाई किए कुछ देर बाद आंटी ने हमदोनो को कचौड़ी दिए खाने को हम बस दो पिस खाए और फिर घर को निकल गए.............
 
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