पूजा से हम पूछे की अभी ये सब करने की क्या जरूरत थी तो वो बोली की मेरा सारा ध्यान आपके ऊपर ही लगा रहता इसलिए कही और जाने के बजे आपके पास ही आ गए हम और वैसे भी घर मे सब जनता है हम कॉलेज गए है किसी काम से और फिर मार्केट भी जाएंगे और आप आज आने वाले है नहीं तो फिर किसी को कोई दिक्कत हो ही नहीं सकती................................फिर हम बोले की अगर मा देख लेती टंकों अभी आने समय तो.............तो वो बोली की हम देखने मे बुद्धू दिखते है पर जैसे जैसे आप हमको सिखाए थे न सब समझ कर देख कर ही किए है हम जानते है की मा घर मे ही रहेगी पर आपसे मिलना तो था ही और जब तक हम रहते आंटी यही बेठी रहती या फिर हमको उनके पास जाना पड़ता ना इसलिए उनके सामने हम चले गए और फिर अपनी जान के पास वापिस आ गए..................हम बोले वह बहुत तेज फिर वो मेरी चादर को पूरा हट कर हमको बोली की आप हटिए बेड साफ कर दु फिर हम दोनों बैटहेनेग और फिर हम उसको बोले की तुम ये करो जब तक हम दो नंबर कर के आते है............और हम निकल लिए हगने को और जब वापिस कमरे मे आएर तो पूजा बेड लगा कर उसपे लेटी थी और हमको देखि और बोली जल्दी मेरे पास आइए हम फिर उसके साथ बिस्तर मे घुसे और ये क्या पूजा पूरी नंगी थी मेरा लौड़ा तुरंत सलामी देने लगा और वो मेरे हाथ को पकड़ के अपने पेट पे रखती हुई बोली की कल रात वाली गर्मी देनी बाकी रह गई थी ना हम बोले की फिर तो हमको भी तुम्हारी तरह सोने आने पड़ेगा न तो वो बोली की अभी किए देती हु आप बस लेटे रहिए और फिर पूजा अपने ऊपर से चादर हटा कर नंगी ही खड़ी हुई और मेरे एक एक कर के सारे कपड़े उतार दिए और फिल हम दोनों एक दूसरे के आलिंगन मे खो गए................
पूजा आज कुछ ज्यादा ही जंगली तरीके से मेरे होंठों को खा रही थी चुंबन तोड़ते हुए हम पूजा को बोले की क्या बात है कुछ ज्यादा ही ताव मे हो तो वो हस्ते हुए बोली की जबसे आपने मेरे अंदर प्यार करने की आग लगाई है वो दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है हर समय बस आपके पास रहना चाहती हु आपके बाहों मे बाहे डालने के बाद आपसे गले मिलने के बाद जो सुकून मिलता है न वो आप नहीं समझ सकते जान...............
आपको पता है आप बस हमको छु देते है न यतों मेरे अंदर की नागिन जाग उठती है............हम हस कर बोले की बस उसके बाद तुम मौका ढूंढती है की कब हमको डस सको इसपे वो मेरे लंड को हाथों मे ले कर बोली की नहीं जैसे चंदन के पेड़ पे सांप लिपट के रहता है न वैसे ही हम इससे लिपट कर रहना चाहते है..............
हम बोले की पगली हम तेरे ही है जब मन करे इससे लिपट जाने के चक्कर मे फस मत जाना कल भी तुम कुछ ज्यादा ही डेरिंग दिखला रही थी तो वो मेरे बदन से सटते हुए बोली की अभी तो बस आप देखते जाइए और वो मेरे को चूमने के लिए फिर से मेरे होंठों की तरफ बढ़ी तो हम उसको रोकते हुए बोले की ज्यादा चुम्मी मत करो वरना तुम्हारी भी तबीयत बिगड़ जाएगी पर वो हमको अपने तरफ खींची और फिर दोनों एक बार फिर चुंबन के आगोश मे समा गए थे.............आज मेरी तबीयत उतनी ठीक नहीं थी पर साल लंड की आग के आगे सब तबीयत सही है और अब मुझसे और पूजा दोनों से रुकना मुश्किल था नतीजतन मेरा लंड पूजा की चिकनी चुत मे गोते लगा रहा था और पूजा अपनी सिसकियों को बहुत हद तक रोक रही थी और जब उससे बर्दाश्त नहीं होता तो वो मेरे को चूमने लगती और हम भी जहा तक हो सके चट चट की आवाज कम करने की कोशिश मे लगे थे क्युकी भले अभी हमरे आस पास कोई नहीं था पर अगर मा नीचे आ जाती तो बहुत गड़बड़ हो सकती थी..............
खैर हम दोनों जैसे जैसे चरम के नजदीक पहुच रहे थे अब बाहरी दुनिया से संपर्क कम होते जा रहा था और एक समय ऐसा आया जब हमको लगा की हम छूटने वाले है तो पूजा हमको लिटा के मेरे ऊपर आ गई और हमरी चादर जमीन पे गिरी हुई थी औरे दो नंगे बदन मेरे बिस्तर पे काम क्रीडा मे मशगूल थे और फिर पूजा मेरे लंड को चूसने लगी और हम छूट गए और मेरा सारा माल वो एक एक बूंद चूस गई और फिर हाफते हुए वो मेरे ऊपर ही लेट गई..............हम उसके सर को सहलाते हुए उसके चूतड़ों को दबाते हुए उससे बोले की थका दिया न मैंने तो वो बोली की नहीं बल्कि हमदोनों ने एकदूसरे को अपने प्यार के रस से ओत पोत कर दिया है जो हम जितनी बार करेंगे उतना ज्यादा हमारा प्यार गहरा और मजबूत होता जाएगा..............ये बात सुन के हम उसको उसके सर पे चूम लिए और फिर पूजा बोली की अभी आप आराम कीजिए थोड़ी देर अब आप देखना शाम तक आप बिल्कुल ठीक हो जाओगे हम बोले हा क्यू नहीं तुमने अपने लव डोज का जूस जो पिलाया है.............फिर हम दोनों वैसे ही नंगे सोने लगे तो पूजा ने अपने एक हाथ से चादर उठा ली और हम दोनों पे डाल ली और फिर हम एक गहरी नींद मे चले गए वैसे भी साल चुदाई के बाद नींद अच्छी आती है......................
हम दोनों नंगे सो रहे थे और हमारी नींद तब खुली जब मा दरवाजे पे दस्तक दे रही थी शाम हो चुकी थी और अभी शाम के पाँच बजने वाले थे पूजा और हम दोनों हड़बड़ा कर उठे और वो नंगी ही मेरे बेड के नीचे छुप गई और हम अपना हाफ पैंट पहन कर दरवाजा खोल कर मा से मुखातिब हुए तो मा बोली कि कितना सोएगा ऐसे मे और सर भारी भारी लगेगा अब उठ जा मै चाय बना देती हु फिर थोड़ा बाहर निकल घूम के आ मन हल्का हो जाएगा और कपड़े पहन कर जाना क्युकी ठंड लगेगी आज ठंड है भी
हम बोले की आते है मा और वापिस से दरवाजा बंद कर लिए तो मा बोली की अरे फिर से सोएगा क्या हम चिल्ला कर बोले कि नहीं मा आते है ना आप नीचे जाइए और तब तक पूजा बेड के नीचे से निकाल कर खड़ी थी पर वो हास रही थी हम उसको धकेल के बिस्तर पे गिर दिए और उसके बगल मे लेट कर बोले की अभी पकड़े जाते तो ..............तो मुह बनाते हुए बोली की अभी ही फैसला हो जाता आर या पार हम बोले की बहुत बढ़िया चलो अब बाते न बनाओ कपड़े पहनो फिर हम चलते है साथ मे वैसे भी तुम्हारे घर से फोन कभी भी आ जाएगा तो वो आंखे घूमा कर बोली की पाँच बजने वाले है हम बोले की हा चलो मैडम वरना घर से निकालना बंद हो जाएगा आपका वो फट से उठी और हमको पकड़ के एक चुंबन मस्त वाला की और फिर तैयार हो गई और बोली की बाहर देखिए फ़ीर तो निकलूँगी न हम बोले की कोई बात नहीं हम जब नीचे जाएंगे तो मा को उलझा कर रखेंगे और तुम मौका देख के निकल जाना और उसी नुक्कड़ पे मेरा वेट करना हम आते है वो बोली की जाने का बिल्कुल मन नहीं है पर क्या करे ये जालिम दुनिया हमारे प्यार को नहीं समझेगी हम बोले की सब समझेगा बस समय आने दो न मेरा बच्चा और फिर हम उसको अपने आलिंगन मे ले के चूतड़ों को दबाते हिये उसपे चपत लगाए तो वो हाथ पीछे ले जा कर अपनी पायजमी को अपने जांघों से भी नीचे कर दी और बोली की अब मारिए .................हम उसके चूतड़ को फैला कर उसके गाँड़ के छेद मे चिकोटी काटे और वो चीहुक कर आहे भरी फिर उसके चूतड़ों पे लगातार तीन चार थप्पड़ लगाए वो आंखे बंद किए मार खाती रही और आहे भरती रही और इस बीच मेरा लंड उसकी चुत पे दस्तक देने लगा तो वो घुटनों के बाल बैठी और मेरे लौड़े को पैंट से बाहर निकाल कर चूसने लागि और तब तक चुसी जब तक वो माल नहीं छोड़ दिया और फिर पूजा उठी और मेरे गालों को चूमते हुए बोली की अगर तबीयत सही रही तो रात मे आइएगा ना हम उसकी पायजमी को ऊपर करते हुए बोले की ये भी कोई पूछने और बोलने की बात है इन सब मे साढ़े पाँच बजने को आए थे हम बोले की समय देखो स्वीट्हार्ट वो फिर घबरा कर बोली की अरे बाप रे जाना होगा अब.................... जान चलिए आप नीचे चलिए और फिर हम नीचे आए औरे पूजा मौका देख के निकल गई...............और हम भी मा के हाथ की चाय पी कर फट फट निकले तो देखा की पापा की बाइक खड़ी है हम मा से पूछे तो वो बोली की पापा किसी काम से गए है बाहर तो मोटरसाइकिल यही है तो हजम चाभी लिए और निकलगाए और पूजा बाइक देख के खुश हो गई बोली की ये किसकी है हम बोले की पापा की चलो अब जल्दी से घर छोड़ दे कुछ देर तक तो वो एकदम शरीफ की तरह बैठी पर जब हम बोली की पास आ जाओ न अब कोई खतरा नहीं है और वो तुरत वो मेरे को पीछे से अपने आलिंगन मे ले ली और गर्दन पे एक चुम्मी दे दी और बोली की आज का दिन हमेशा याद रहेगा आपके साथ का और फिर उसको उसके घर के पास छोड़े और वापिस से हम अपने कुछ दोस्तों से मिलने निकाल गए..................
इधर जब पूजा घर पहुंची तो सुगंधा और मा उसको घेर कर बैठ गई और सवालों की बारिश कर डाली जिसका जवाब पूजा ने उसको समझाते हुए और हालात को संभालते हुए दी क्युकी हम दोनों फसने के बहुत नजदीक थे पर भगवान ने सब संभाल लिया............................
उस रात भी हम पूजा से मिलने नहीं जा पाए क्युकी ठंड बहुत थी और अगर हम जाते तो मेरी तबीयत और बिगड़ जाती तो हम सोचे की अब सीधा सोमवार सेकलसस जाएंगे और पूजा बेचारी सिर्फ मैसेज और कल से बाते कर के खुद को संतावना देती रही पर रोज रोज कॉलेज तो जाती नहीं थी और अब अगर वो जाने की जिद करती तो मामला बिगड़ सकता था इसलिए वो भी घर पे ही रही और हम भी अपने घर पे ही रहे अब इंतेजार था संडे का.......................................
पूजा आज कुछ ज्यादा ही जंगली तरीके से मेरे होंठों को खा रही थी चुंबन तोड़ते हुए हम पूजा को बोले की क्या बात है कुछ ज्यादा ही ताव मे हो तो वो हस्ते हुए बोली की जबसे आपने मेरे अंदर प्यार करने की आग लगाई है वो दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है हर समय बस आपके पास रहना चाहती हु आपके बाहों मे बाहे डालने के बाद आपसे गले मिलने के बाद जो सुकून मिलता है न वो आप नहीं समझ सकते जान...............
आपको पता है आप बस हमको छु देते है न यतों मेरे अंदर की नागिन जाग उठती है............हम हस कर बोले की बस उसके बाद तुम मौका ढूंढती है की कब हमको डस सको इसपे वो मेरे लंड को हाथों मे ले कर बोली की नहीं जैसे चंदन के पेड़ पे सांप लिपट के रहता है न वैसे ही हम इससे लिपट कर रहना चाहते है..............
हम बोले की पगली हम तेरे ही है जब मन करे इससे लिपट जाने के चक्कर मे फस मत जाना कल भी तुम कुछ ज्यादा ही डेरिंग दिखला रही थी तो वो मेरे बदन से सटते हुए बोली की अभी तो बस आप देखते जाइए और वो मेरे को चूमने के लिए फिर से मेरे होंठों की तरफ बढ़ी तो हम उसको रोकते हुए बोले की ज्यादा चुम्मी मत करो वरना तुम्हारी भी तबीयत बिगड़ जाएगी पर वो हमको अपने तरफ खींची और फिर दोनों एक बार फिर चुंबन के आगोश मे समा गए थे.............आज मेरी तबीयत उतनी ठीक नहीं थी पर साल लंड की आग के आगे सब तबीयत सही है और अब मुझसे और पूजा दोनों से रुकना मुश्किल था नतीजतन मेरा लंड पूजा की चिकनी चुत मे गोते लगा रहा था और पूजा अपनी सिसकियों को बहुत हद तक रोक रही थी और जब उससे बर्दाश्त नहीं होता तो वो मेरे को चूमने लगती और हम भी जहा तक हो सके चट चट की आवाज कम करने की कोशिश मे लगे थे क्युकी भले अभी हमरे आस पास कोई नहीं था पर अगर मा नीचे आ जाती तो बहुत गड़बड़ हो सकती थी..............
खैर हम दोनों जैसे जैसे चरम के नजदीक पहुच रहे थे अब बाहरी दुनिया से संपर्क कम होते जा रहा था और एक समय ऐसा आया जब हमको लगा की हम छूटने वाले है तो पूजा हमको लिटा के मेरे ऊपर आ गई और हमरी चादर जमीन पे गिरी हुई थी औरे दो नंगे बदन मेरे बिस्तर पे काम क्रीडा मे मशगूल थे और फिर पूजा मेरे लंड को चूसने लगी और हम छूट गए और मेरा सारा माल वो एक एक बूंद चूस गई और फिर हाफते हुए वो मेरे ऊपर ही लेट गई..............हम उसके सर को सहलाते हुए उसके चूतड़ों को दबाते हुए उससे बोले की थका दिया न मैंने तो वो बोली की नहीं बल्कि हमदोनों ने एकदूसरे को अपने प्यार के रस से ओत पोत कर दिया है जो हम जितनी बार करेंगे उतना ज्यादा हमारा प्यार गहरा और मजबूत होता जाएगा..............ये बात सुन के हम उसको उसके सर पे चूम लिए और फिर पूजा बोली की अभी आप आराम कीजिए थोड़ी देर अब आप देखना शाम तक आप बिल्कुल ठीक हो जाओगे हम बोले हा क्यू नहीं तुमने अपने लव डोज का जूस जो पिलाया है.............फिर हम दोनों वैसे ही नंगे सोने लगे तो पूजा ने अपने एक हाथ से चादर उठा ली और हम दोनों पे डाल ली और फिर हम एक गहरी नींद मे चले गए वैसे भी साल चुदाई के बाद नींद अच्छी आती है......................
हम दोनों नंगे सो रहे थे और हमारी नींद तब खुली जब मा दरवाजे पे दस्तक दे रही थी शाम हो चुकी थी और अभी शाम के पाँच बजने वाले थे पूजा और हम दोनों हड़बड़ा कर उठे और वो नंगी ही मेरे बेड के नीचे छुप गई और हम अपना हाफ पैंट पहन कर दरवाजा खोल कर मा से मुखातिब हुए तो मा बोली कि कितना सोएगा ऐसे मे और सर भारी भारी लगेगा अब उठ जा मै चाय बना देती हु फिर थोड़ा बाहर निकल घूम के आ मन हल्का हो जाएगा और कपड़े पहन कर जाना क्युकी ठंड लगेगी आज ठंड है भी
हम बोले की आते है मा और वापिस से दरवाजा बंद कर लिए तो मा बोली की अरे फिर से सोएगा क्या हम चिल्ला कर बोले कि नहीं मा आते है ना आप नीचे जाइए और तब तक पूजा बेड के नीचे से निकाल कर खड़ी थी पर वो हास रही थी हम उसको धकेल के बिस्तर पे गिर दिए और उसके बगल मे लेट कर बोले की अभी पकड़े जाते तो ..............तो मुह बनाते हुए बोली की अभी ही फैसला हो जाता आर या पार हम बोले की बहुत बढ़िया चलो अब बाते न बनाओ कपड़े पहनो फिर हम चलते है साथ मे वैसे भी तुम्हारे घर से फोन कभी भी आ जाएगा तो वो आंखे घूमा कर बोली की पाँच बजने वाले है हम बोले की हा चलो मैडम वरना घर से निकालना बंद हो जाएगा आपका वो फट से उठी और हमको पकड़ के एक चुंबन मस्त वाला की और फिर तैयार हो गई और बोली की बाहर देखिए फ़ीर तो निकलूँगी न हम बोले की कोई बात नहीं हम जब नीचे जाएंगे तो मा को उलझा कर रखेंगे और तुम मौका देख के निकल जाना और उसी नुक्कड़ पे मेरा वेट करना हम आते है वो बोली की जाने का बिल्कुल मन नहीं है पर क्या करे ये जालिम दुनिया हमारे प्यार को नहीं समझेगी हम बोले की सब समझेगा बस समय आने दो न मेरा बच्चा और फिर हम उसको अपने आलिंगन मे ले के चूतड़ों को दबाते हिये उसपे चपत लगाए तो वो हाथ पीछे ले जा कर अपनी पायजमी को अपने जांघों से भी नीचे कर दी और बोली की अब मारिए .................हम उसके चूतड़ को फैला कर उसके गाँड़ के छेद मे चिकोटी काटे और वो चीहुक कर आहे भरी फिर उसके चूतड़ों पे लगातार तीन चार थप्पड़ लगाए वो आंखे बंद किए मार खाती रही और आहे भरती रही और इस बीच मेरा लंड उसकी चुत पे दस्तक देने लगा तो वो घुटनों के बाल बैठी और मेरे लौड़े को पैंट से बाहर निकाल कर चूसने लागि और तब तक चुसी जब तक वो माल नहीं छोड़ दिया और फिर पूजा उठी और मेरे गालों को चूमते हुए बोली की अगर तबीयत सही रही तो रात मे आइएगा ना हम उसकी पायजमी को ऊपर करते हुए बोले की ये भी कोई पूछने और बोलने की बात है इन सब मे साढ़े पाँच बजने को आए थे हम बोले की समय देखो स्वीट्हार्ट वो फिर घबरा कर बोली की अरे बाप रे जाना होगा अब.................... जान चलिए आप नीचे चलिए और फिर हम नीचे आए औरे पूजा मौका देख के निकल गई...............और हम भी मा के हाथ की चाय पी कर फट फट निकले तो देखा की पापा की बाइक खड़ी है हम मा से पूछे तो वो बोली की पापा किसी काम से गए है बाहर तो मोटरसाइकिल यही है तो हजम चाभी लिए और निकलगाए और पूजा बाइक देख के खुश हो गई बोली की ये किसकी है हम बोले की पापा की चलो अब जल्दी से घर छोड़ दे कुछ देर तक तो वो एकदम शरीफ की तरह बैठी पर जब हम बोली की पास आ जाओ न अब कोई खतरा नहीं है और वो तुरत वो मेरे को पीछे से अपने आलिंगन मे ले ली और गर्दन पे एक चुम्मी दे दी और बोली की आज का दिन हमेशा याद रहेगा आपके साथ का और फिर उसको उसके घर के पास छोड़े और वापिस से हम अपने कुछ दोस्तों से मिलने निकाल गए..................
इधर जब पूजा घर पहुंची तो सुगंधा और मा उसको घेर कर बैठ गई और सवालों की बारिश कर डाली जिसका जवाब पूजा ने उसको समझाते हुए और हालात को संभालते हुए दी क्युकी हम दोनों फसने के बहुत नजदीक थे पर भगवान ने सब संभाल लिया............................
उस रात भी हम पूजा से मिलने नहीं जा पाए क्युकी ठंड बहुत थी और अगर हम जाते तो मेरी तबीयत और बिगड़ जाती तो हम सोचे की अब सीधा सोमवार सेकलसस जाएंगे और पूजा बेचारी सिर्फ मैसेज और कल से बाते कर के खुद को संतावना देती रही पर रोज रोज कॉलेज तो जाती नहीं थी और अब अगर वो जाने की जिद करती तो मामला बिगड़ सकता था इसलिए वो भी घर पे ही रही और हम भी अपने घर पे ही रहे अब इंतेजार था संडे का.......................................