रात को मेरे जाने के बाद सुगंधा जब बिस्तर पे आई पूजा के साथ तो पूजा उसका बाल पकड़ के जोर से हिला दी.....सुगंधा एकदम से हुए इस हमले से बौखला गई और चिल्ला के बोली क्या हुआ कामिनी पूजा बोली अरे शांत हो जा काहे को बखेड़ा खड़ा कर रही है......आंटी बोली की क्या हुआ भाई अब इतना रात में तो पूजा बोली की बेटी को दौरा आते रहता है फिर पूजा सुगंधा को धीरे से बोली की क्या रे सुने की तू उनको मारने दौड़ती है आजकल और गाली भी देती है......सुगंधा ये सुन के अपने दात पिस्ते हुए बोली की कमीना हमको बोल रहा था की एक पे एक फ्री पूजा उसके मुंह से कमीना सुनी तो उसको फिर से मुक्का मारी पीठ में घम्म से आवाज आया तो आंटी बोली चिल्ला के अरे लड़ाई कर रही है क्या........तुम दोनो आए हम अभी.......
फिर पूजा बोली की नही मां क्या तुम भी......इधर सुगंधा अपना पीठ पकड़ के आऊ उहू कर रही थी......फिर पूजा बोली की उनको मत बोला कर ये सब हम बहुत पोजेसिव है उनके लिए तुझको तो पता है ही......पूजा बोली कुत्ति कहींकी मुंह से बोल देती बाल नोच के क्यू मारी फिर पूजा उसके सामने हाथ जोड़ते हुए मुस्कुराते हुए तुतले जबान में बोली आई एम चौली दीदी दी......
अब से आज के बाद से गली गलौज और मारा पिटी नही करना तू मेरे साथ कर ले पर उनके साथ नही......
फिर सुगंधा बोली सच में तू भी पागल है और वो भी पूजा ये सुन के फिर उसको बोली की तू नही सुधरेगी है ना......सुगंधा बोली सॉरी सॉरी मेरी मां सॉरी बाकी मारियो मत अबकी नही तो अभी घमासान युद्ध हो जायेगा इधर ही........फिर पूजा से सुगंधा बोली की अरे हमको ये बता की तू रूम में शाम को वैसे उसके गोद में क्या कर रही थी मेरे जगह मां आ जाती तो........तो पूजा बोली की मां आयेगी तो पायल का आवाज आएगा ना उनका.......सुगंधा बोली की फिर भी डर नही लगता वो बोली की नही बल्कि मजा आता है तू अगर कबाब में हड्डी ना बनती तो कुछ देर हमको उनको प्यार मिलता सुगंधा बोली हाय राम एकदम बेशर्म हो गई है मेरी सीधी साधी बहन.......
फिर पूजा हमको मैसेज की आपका बदला ले लिए हम....है बोले की किस बात का बदला कैसा बदला तो पूजा बोली की आपको कोई गाली दे मारे हम छोड़ दे ऐसे ही.......हम बोले की कर ली लड़ाई दोनो अपने में तो फिर हसने वाला इमोजी भेजी वो.....हम बोले की सब ठीक तो वो बोली हा.....फिर बात किए थोड़ी देर और फिर सो गए......
उसके बाद अगले 11 दिनो तक युही अपना प्रोग्राम चलता रहा पढ़ाई चुदायी का मिला जुला कोर्स और अपने जानते भर में हम दोनो अच्छे से तैयारी कर लिए थे एग्जाम के लिए और अगले दिन सुबह निकलने वाले थे शनिवार को......उस रात हम पूजा को बोले की कल अपनी दुल्हनिया को ले के सेकंड हनीमून पर जा रहे है हम......इस बार स्पेशल अरेंजमेंट है वहा तो वो बोली की अच्छा जी क्या क्या है हम बोले की बस कल इस वक्त तुम मेरे बाहों में सो रही होगी.......पूजा बोली हम्म्म्म बड़का ना सो रही होगी हम बोले हा ये भी सही है तुमको सोने कौन देगा......
वैसे बैग पैक कर ली तो वो बोली हा सब कुछ पैक कर लिए है बस अब आपसे मिलने का इंतजार है......हम बोले की सुबह में ठंड रहेगा इसलिए बढ़िया से जैकेट वगैरह पहन लेना अच्छे से और रांची में बहुत ठंड होगा यहा में मुकाबले क्युकी पहाड़ी इलाका है.......वो बोली वाह फिर तो हम आपको अपने से चिपकाए ही रखेंगे ठंडी वंडी मार दिया तो.......हम हस कर बोले की चिंता मत करो जान मेरा हम दोनो हीटर है एक दूसरे के.......इतने में सुगंधा उसको बोली की अरे लवेरिया की पेशेंट सो जा कल सुबह से तुम लोग साथ ही रहोगे ना......फिर पूजा बोली की अच्छा चलिए सग्गू गुस्सा कर रही है आप भी सो जाइए हम भी सोते है कल सुबह स्टेशन पे मिलते है......हम बोले की सुनो सुनो कल पहन के क्या आयेगी तो वो बोली रेड वाला ब्रा रेड वाला सलवार सूट व्हाइट लेगिंग्स रेड दुपट्टा.....और और एक व्हाइट वाला जैकेट और स्टॉल ओढ़ेंगे साथ में हम बोले की सुबह जब नहाएगी तो क्रीम लगा लेना क्लीन हो जायेगा वो बोली जान हम हर तीसरे दिन करते है हेयर रिमूवल कल ही किए थे.....हम बोले फिर भी कल की थी और कल सुबह तीसरा दिन है तो वो बोली जो हुकुम मेरे आका और कोई ख्वाइश......हम बोले हा पायल पहन लेना छम छम करती हुई चलोगी तो साथ में मेरा इश्क बजेगा.......वो बोली वाह ठीक है चलिए गुड नाईट.......
फिर सुबह हम उठे और अपना सब चीज पहले से बैग पैक्ड था फटाफट तैयार हुए और मां पापा से मिल के आशीर्वाद ले के निकल पड़े.....इतनी सुबह में भी ठंडी होने के बावजूद मां नाश्ता पैक कर के दे दी थी......मां तो मां ही होती है उसका मुकाबला कोई नही कर सकता दोस्तों.........
स्टेशन पे हम पूजा को फोन किए तो वो रास्ते में ही थी और उसका भाई उसको छोड़ने आ रहा था......अगले दस मिनिट में पूजा राहुल के साथ मेरे सामने खड़ी थी और क्या बला की खूबसूरत लग रही थी मेरी जान पूजा हमको ऐसे देखते हुए शर्मा सी गई क्युकी राहुल जो था साथ में......फिर हम तीनो चल पड़े अपने बोगी की तरफ......राहुल बोला की इससे अच्छा पिछली बार की तरह रात वाले में टिकट करा लेते तो हम बोले की नही मिला उसमे इसमें कन्फर्म था तो ले लिए......वो बोला आपके कन्फर्म के चक्कर में नींद हराम हो गया उसका बात सुन के हम और पूजा हस पड़े और वो सड़ा सा मुंह लिए वही खड़ा था.......खैर हम दोनो अपना अपना समान रख दिए बोगी में अभी कम ही लोग थे और सूरज मामू अपनी छटा धीरे धीरे बिखेर रहे थे.....हम राहुल को बोले की अब तू जा आराम से ट्रेन खुलेगी तो हम बोल देंगे फोन कर के......पर वो बोला की नही नही कोई दिक्कत नही ट्रेन खुलने दीजिए ना फिर चले जायेंगे.....तो हम बोले की ठीक है जैसी तेरी मरजी.....चल आ चल के गरम गरम चाय पीते है.....फिर तीनो कोई चाय पीए कुल्हड़ वाला.....और उसके बाद वापिस से अपने ट्रेन में हम लोग चढ़ गए जबकि राहुल बाहर ही खड़ा था हम पूजा को बोले जाओ अपने सीट पे बैठो अब टाइम हो चला है.....वो राहुल को ठीक से चले जाने का बोल के चली गई जबकि हम उकसे साथ खड़े थे......फाइनली जब गाड़ी सिटी बजाई तो वो बोला की चलिए ठीक है सुमित भईया निकलिए बेस्ट ऑफ़ लक अच्छी अच्छी खबर सुनाइए जल्दी दोनो कोई.....हम बोले की हा चलो और आराम से जाना और वो चला गया जबकि हम पूजा के पास आए और बैठते ही उसके गालों पे हल्का सा चुम्मा दे दिए एकदम झटके में तो वो आंखे गोल करते हुए हमको देखने लगी जैसे की कोई देख लेता तो हालांकि कोई देखा नही था बोगी में कम ही लोग थे.....हम उसको बोले की बवाल लग रही हो इसलिए रहा नही गया तो वो हस दी बोली पागल कहिके यही सब हरकत आपका तो हमको और पागल बनाता है आपके लिए.......अब तक ट्रेन स्टेशन से निकल चुकी थी और पूजा हमको ठंड ना लगे इसलिए बोली की स्टॉल के अंदर आ जाइए ना हम बोले की कैसे तो वो स्टॉल उतारी और एक चादर जैसे उसको हम दोनो पे फैला ली जिससे उसके हाथ और मेरे हाथ ढक गए और स्टॉल गर्दन तक थी और पीछे की ओर पीठ से उसको दबा दिए हम दोनो.....
ट्रेन अपनी रफ्तार से भागती जा रही थी.....और पूजा मेरे कंधे पे सर रखे रखे ही सो गई सुबह उठी होगी इसलिए नींद आना लाजमी था.....8 घंटे का सफर था.....
इधर हम पिछली बार वाले होटल के लड़के जिसका नाम अमन था उसका नंबर लिए थे उससे अपने लिए दूसरे अच्छे जगह अरेंजमेंट करवाए थे......इस बार पूजा को सरप्राईज देना था इसलिए होटल स्टेशन से कुछ दूरी पर ही था पर अबकी बार थ्री स्टार होटल बुक किए थे और खाना पीना के साथ सब कुछ ले दे के एकदम मस्त था और साथ ही साथ पतरातु घाटी घूमने जाना था इसलिए एक बाइक का इंतजाम भी करवाए थे अमन से......और इन सब के लिए अपने सेव किए हुए पैसे खर्च किए थे कुल मिला कर 15000 का खर्च बैठ गया था पर जो खुशी हमको देखने को मिलती ना उसके लिए ये सब बहुत कम था........
ट्रेन चले हुए तीन घंटे से ऊपर हो चुके थे जबकि पूजा मेरे बाह में अपने हाथ फसा कर अपना सर मेरे कंधे पे रखे मस्त सो ही रही थी....फिर कुछ देर बाद हम उसको आवाज दे कर उठाए तो ऐसे उठी जैसे पता नही क्या हुआ हो.....वो बोली पहुंच गए क्या......तो हम बोले नही बच्चा भूख नही लगा है तुमको चलो कुछ खा लो अब.....9 से ऊपर टाइम हो रहा है....वो बोली भक्क सोने देते ना हमको कितना गहरा नींद में थे हम......हम बोले की कुछ खा लो फिर सो जाना भूखे नही रहने देंगे चलो जाओ मुंह पे पानी मार के आओ तब तक हम खाना निकालते है......वो बोली नहीं कही नही जायेंगे हमको सोना है और वो फिर से मेरा बाह में अपना हाथ एडजस्ट की और सोने लगी हम स्टॉल के अंदर से उसकी चूची को जोर से दबाए तो वो सिसकियाते हुए उठी और बोली जान प्लीज ना सोने दीजिए ना हम बोले की सोना ना पर पहले कुछ खा लो उसके बाद......वो एकदम ऐसा मुंह बना कर उठी की क्या ही बताऊ......बाथरूम से फ्रेश हो कर आई पर अब भी वो सोने के ही मूड में थी हम तब तक खाना निकाल लिए थे......वो बोली की आप ही खिलाओ और ये कह कर मेरे कंधे पे फिर से सर रख ली और हम उसको खिलाने लगे और खुद भी खाए.....खाने के बाद वो बस बॉटल से पानी पीने के लिए हाथ चलाई और फिर से आंख बंद कर के मेरे कंधे पे सर रख दी हम बोले ओ मैडम हमको तो हाथ धो कर आने दो तो वो ऊहू कर के उठी और खिड़की की तरफ देखने लगी......और उसपे टेक लगा कर बैठ गई हम गए हाथ मुंह धोए बाथरूम गए और वापिस आए और पूजा को जब हम अपनी ओर आने बोले तो मना कर दी बोली आप सोने नही देते......हम बोले आ जाओ और अब सो लो ना मेरा जान हम तो खाना खाने के लिए ना बोले थे चलो गुस्सा नही करो आओ इधर वरना हम उधर आ जायेंगे फिर सोच लेना हम कहा कहा सर घुसाएंगे और ये कह कर उसके कमर के पास चिकोटी काट लिए वो कसमसा कर रह गई.....फिर वो मेरे पास आई स्टॉल को वैसे ही ओढ़ी और फिर वो हमको मेरे लंड के पास जोर से दबा दी.....और बोली ज्यादा बोलिएगा ना तो इसको ही खा जायेंगे हम.....हम मुंह बनाते हुए बोले की फिर अपनी रानी का क्या करोगी और हस दिए तो वो भी हस दी....और फिर से मेरे कंधे पे सर रख के खिड़की से बाहर की तरफ देखने लगी......हम इधर उसके जैकेट का चैन खोलने लगे तो वो हमको देखी पर फिर अपना मुंह घुमा ली और बाहर देखने लगी.....हम चैन खोले और सूट के ऊपर से ही उसकी चूचियों को दबाने लगे......वो अपने आप को एडजस्ट की थोड़ा और आराम से दबवाने लगी और अपना हाथ मेरे लंड पे ले जा के रख दी.....जो उसके स्पर्श से अब खड़ा होने लगा था......सूट के ऊपर से दबाते दबाते हम अब उसके सूट के कमर के साइड से जहा से कट होता है वहा से हाथ घुसाए और ब्रा के ऊपर से दबाने लगे अब उससे बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा था वो हमसे धीरे से बोली जान आप आग लगा रहे है फिर देखिएगा कंट्रोल नही होगा हमसे.......हम बोले की पानी की बौछार कर देंगे और ठंडी हो जाओगी जानेमन.........वो बोली तो कुछ नही पर उसकी आंखो में साफ साफ दिख रहा था की वो मना कर रही थी......हम भी सोचे की चलो बेचारी को बक्श देते है......और फिर ब्रा के ऊपर से अंतिम बार उसके खड़े हो चुके निप्पल को कस कर उमेठ दिए जिससे वो हल्के से आह जान आह ओह.....कर के रह गई और हम अपना हाथ उसके सूट से बाहर निकाल कर वापिस सूट के ऊपर से उसके चूची पे रख कर बैठ गए......वो हमको एकदम जोर से अपने साथ दबा ली जैसे वो अंदर ही अंदर झड़ गई हो......कुछ देर ऐसे ही पकड़े रहने के बाद वो मेरे कान के निचले हिस्से को मुंह में ले के चुभलाते हुए बोली आई लव यू जान मेरा.....उसके चुभलाने से बड़ा गुदगुदी हुआ हम उसको जवाब में आई लव यू टू जान बोले और फिर वो ऐसे ही बाहर देखती रही जबकि हम उसके सर पे ऊपर से अपना सिर टिका कर बैठे रहे और कुछ देर में वो फिर से सो गई.........
हमारे बोगी में लोग कम ही थे......और रांची आने में अब लगभग एक घंटा रह गया था.....अब मेरी भी आंख लगने लगी थी की तभी टीटी महाराज प्रकट हो गए.....वो टिकट मांगा तो बड़े बेमन से हम स्टॉल के अंदर से हाथ निकाले और ऐसा करने से पूजा भी जाग गई.....वो नही देखी की टीटी आया हुआ है.....वो नींद में थी तो वो टीटी को दूसरा कोई समझ के पूछती है क्या है ....
हम बोले अरे पगली टीटी है टिकट देखेंगे फिर वो हमको ऐसे देखी हम बोले तुम सो जाओ वो बोली भक्क अब वो चिड़चिड़ा गई थी एकदम हम टिकट पैकेट से निकाल कर उसको दिखलाए और वो टिक कर के आगे बढ़ गया......पूजा बोली हद है आज तो हम बोले अरे क्या हो गया जान टीटी था वो चला गया और वैसे भी अब रांची आने वाला है चलो अब नींद से बाहर आओ की तभी घर से फोन आ गया.......हम मां से बात किए फिर पूजा को भी बात करवाए.....उसके बाद वो अपने घर पे बात की और फिर हम उसको बोले की चलो अब टाइम हो चला है रांची लगने वाली थी गाड़ी.....फिर पूजा अपने बैग से कंघी निकली थोड़ा बाल सवारी मुंह पोछी और फिर पानी पी और रेडी थी.....हम बोले नींद नहीं ना लग रहा अब वो मेरे हाथ पकड़ते हुए बोली.....अब है नींद किसे अब है चैन कहा......
फिर रांची स्टेशन पे ट्रेन लग गई और हम दोनो बाहर आ गए......पूजा एकदम पत्नी जैसे बिहेव कर रही थी हाथ मेरा तो एक पल के लिए नही छोड़ी थी पटना से ट्रेन चलने के बाद और जब वो पूछी की आज होटल कहा लेंगे तो हम बोले की चलो तो यही बाजू में है और जब उसको ले के होटल के प्रांगण में घुसे तो वो बोली जान ये महंगा होटल होगा ना तो हम बोले की चुप रहो ना तुम चलो अब.....और फिर अमन को कॉल लगाए तो वो उसी होटल से बाहर आया और बोला जानते थे भाई की गाड़ी इसी टाइम आती है इसलिए यहां पहले से आया हुआ था उसके साथ एक लड़की थी जो उस होटल की अटेंडेंट में से एक थी उससे परिचय करवा दिया वो और बोला की भईया ये आपको हेल्प कर देगी सब चीज में और बाकी बात आप फोन पे कर लीजिएगा हमसे......और वो चला गया जबकि वो लड़की हमे हमारे कमरे तक ले के गई और जब पूजा अंदर का नजारा देखी तो बोली वाओ जान बहुत सुंदर रूम है बहुत महंगा होगा ना.....
हम बोले अब हनीमून पे आए है तो इतना तो बनता है ना.........वो शर्मा कर मेरे गले लग गई.......
फिर पूजा बोली की नही मां क्या तुम भी......इधर सुगंधा अपना पीठ पकड़ के आऊ उहू कर रही थी......फिर पूजा बोली की उनको मत बोला कर ये सब हम बहुत पोजेसिव है उनके लिए तुझको तो पता है ही......पूजा बोली कुत्ति कहींकी मुंह से बोल देती बाल नोच के क्यू मारी फिर पूजा उसके सामने हाथ जोड़ते हुए मुस्कुराते हुए तुतले जबान में बोली आई एम चौली दीदी दी......
अब से आज के बाद से गली गलौज और मारा पिटी नही करना तू मेरे साथ कर ले पर उनके साथ नही......
फिर सुगंधा बोली सच में तू भी पागल है और वो भी पूजा ये सुन के फिर उसको बोली की तू नही सुधरेगी है ना......सुगंधा बोली सॉरी सॉरी मेरी मां सॉरी बाकी मारियो मत अबकी नही तो अभी घमासान युद्ध हो जायेगा इधर ही........फिर पूजा से सुगंधा बोली की अरे हमको ये बता की तू रूम में शाम को वैसे उसके गोद में क्या कर रही थी मेरे जगह मां आ जाती तो........तो पूजा बोली की मां आयेगी तो पायल का आवाज आएगा ना उनका.......सुगंधा बोली की फिर भी डर नही लगता वो बोली की नही बल्कि मजा आता है तू अगर कबाब में हड्डी ना बनती तो कुछ देर हमको उनको प्यार मिलता सुगंधा बोली हाय राम एकदम बेशर्म हो गई है मेरी सीधी साधी बहन.......
फिर पूजा हमको मैसेज की आपका बदला ले लिए हम....है बोले की किस बात का बदला कैसा बदला तो पूजा बोली की आपको कोई गाली दे मारे हम छोड़ दे ऐसे ही.......हम बोले की कर ली लड़ाई दोनो अपने में तो फिर हसने वाला इमोजी भेजी वो.....हम बोले की सब ठीक तो वो बोली हा.....फिर बात किए थोड़ी देर और फिर सो गए......
उसके बाद अगले 11 दिनो तक युही अपना प्रोग्राम चलता रहा पढ़ाई चुदायी का मिला जुला कोर्स और अपने जानते भर में हम दोनो अच्छे से तैयारी कर लिए थे एग्जाम के लिए और अगले दिन सुबह निकलने वाले थे शनिवार को......उस रात हम पूजा को बोले की कल अपनी दुल्हनिया को ले के सेकंड हनीमून पर जा रहे है हम......इस बार स्पेशल अरेंजमेंट है वहा तो वो बोली की अच्छा जी क्या क्या है हम बोले की बस कल इस वक्त तुम मेरे बाहों में सो रही होगी.......पूजा बोली हम्म्म्म बड़का ना सो रही होगी हम बोले हा ये भी सही है तुमको सोने कौन देगा......
वैसे बैग पैक कर ली तो वो बोली हा सब कुछ पैक कर लिए है बस अब आपसे मिलने का इंतजार है......हम बोले की सुबह में ठंड रहेगा इसलिए बढ़िया से जैकेट वगैरह पहन लेना अच्छे से और रांची में बहुत ठंड होगा यहा में मुकाबले क्युकी पहाड़ी इलाका है.......वो बोली वाह फिर तो हम आपको अपने से चिपकाए ही रखेंगे ठंडी वंडी मार दिया तो.......हम हस कर बोले की चिंता मत करो जान मेरा हम दोनो हीटर है एक दूसरे के.......इतने में सुगंधा उसको बोली की अरे लवेरिया की पेशेंट सो जा कल सुबह से तुम लोग साथ ही रहोगे ना......फिर पूजा बोली की अच्छा चलिए सग्गू गुस्सा कर रही है आप भी सो जाइए हम भी सोते है कल सुबह स्टेशन पे मिलते है......हम बोले की सुनो सुनो कल पहन के क्या आयेगी तो वो बोली रेड वाला ब्रा रेड वाला सलवार सूट व्हाइट लेगिंग्स रेड दुपट्टा.....और और एक व्हाइट वाला जैकेट और स्टॉल ओढ़ेंगे साथ में हम बोले की सुबह जब नहाएगी तो क्रीम लगा लेना क्लीन हो जायेगा वो बोली जान हम हर तीसरे दिन करते है हेयर रिमूवल कल ही किए थे.....हम बोले फिर भी कल की थी और कल सुबह तीसरा दिन है तो वो बोली जो हुकुम मेरे आका और कोई ख्वाइश......हम बोले हा पायल पहन लेना छम छम करती हुई चलोगी तो साथ में मेरा इश्क बजेगा.......वो बोली वाह ठीक है चलिए गुड नाईट.......
फिर सुबह हम उठे और अपना सब चीज पहले से बैग पैक्ड था फटाफट तैयार हुए और मां पापा से मिल के आशीर्वाद ले के निकल पड़े.....इतनी सुबह में भी ठंडी होने के बावजूद मां नाश्ता पैक कर के दे दी थी......मां तो मां ही होती है उसका मुकाबला कोई नही कर सकता दोस्तों.........
स्टेशन पे हम पूजा को फोन किए तो वो रास्ते में ही थी और उसका भाई उसको छोड़ने आ रहा था......अगले दस मिनिट में पूजा राहुल के साथ मेरे सामने खड़ी थी और क्या बला की खूबसूरत लग रही थी मेरी जान पूजा हमको ऐसे देखते हुए शर्मा सी गई क्युकी राहुल जो था साथ में......फिर हम तीनो चल पड़े अपने बोगी की तरफ......राहुल बोला की इससे अच्छा पिछली बार की तरह रात वाले में टिकट करा लेते तो हम बोले की नही मिला उसमे इसमें कन्फर्म था तो ले लिए......वो बोला आपके कन्फर्म के चक्कर में नींद हराम हो गया उसका बात सुन के हम और पूजा हस पड़े और वो सड़ा सा मुंह लिए वही खड़ा था.......खैर हम दोनो अपना अपना समान रख दिए बोगी में अभी कम ही लोग थे और सूरज मामू अपनी छटा धीरे धीरे बिखेर रहे थे.....हम राहुल को बोले की अब तू जा आराम से ट्रेन खुलेगी तो हम बोल देंगे फोन कर के......पर वो बोला की नही नही कोई दिक्कत नही ट्रेन खुलने दीजिए ना फिर चले जायेंगे.....तो हम बोले की ठीक है जैसी तेरी मरजी.....चल आ चल के गरम गरम चाय पीते है.....फिर तीनो कोई चाय पीए कुल्हड़ वाला.....और उसके बाद वापिस से अपने ट्रेन में हम लोग चढ़ गए जबकि राहुल बाहर ही खड़ा था हम पूजा को बोले जाओ अपने सीट पे बैठो अब टाइम हो चला है.....वो राहुल को ठीक से चले जाने का बोल के चली गई जबकि हम उकसे साथ खड़े थे......फाइनली जब गाड़ी सिटी बजाई तो वो बोला की चलिए ठीक है सुमित भईया निकलिए बेस्ट ऑफ़ लक अच्छी अच्छी खबर सुनाइए जल्दी दोनो कोई.....हम बोले की हा चलो और आराम से जाना और वो चला गया जबकि हम पूजा के पास आए और बैठते ही उसके गालों पे हल्का सा चुम्मा दे दिए एकदम झटके में तो वो आंखे गोल करते हुए हमको देखने लगी जैसे की कोई देख लेता तो हालांकि कोई देखा नही था बोगी में कम ही लोग थे.....हम उसको बोले की बवाल लग रही हो इसलिए रहा नही गया तो वो हस दी बोली पागल कहिके यही सब हरकत आपका तो हमको और पागल बनाता है आपके लिए.......अब तक ट्रेन स्टेशन से निकल चुकी थी और पूजा हमको ठंड ना लगे इसलिए बोली की स्टॉल के अंदर आ जाइए ना हम बोले की कैसे तो वो स्टॉल उतारी और एक चादर जैसे उसको हम दोनो पे फैला ली जिससे उसके हाथ और मेरे हाथ ढक गए और स्टॉल गर्दन तक थी और पीछे की ओर पीठ से उसको दबा दिए हम दोनो.....
ट्रेन अपनी रफ्तार से भागती जा रही थी.....और पूजा मेरे कंधे पे सर रखे रखे ही सो गई सुबह उठी होगी इसलिए नींद आना लाजमी था.....8 घंटे का सफर था.....
इधर हम पिछली बार वाले होटल के लड़के जिसका नाम अमन था उसका नंबर लिए थे उससे अपने लिए दूसरे अच्छे जगह अरेंजमेंट करवाए थे......इस बार पूजा को सरप्राईज देना था इसलिए होटल स्टेशन से कुछ दूरी पर ही था पर अबकी बार थ्री स्टार होटल बुक किए थे और खाना पीना के साथ सब कुछ ले दे के एकदम मस्त था और साथ ही साथ पतरातु घाटी घूमने जाना था इसलिए एक बाइक का इंतजाम भी करवाए थे अमन से......और इन सब के लिए अपने सेव किए हुए पैसे खर्च किए थे कुल मिला कर 15000 का खर्च बैठ गया था पर जो खुशी हमको देखने को मिलती ना उसके लिए ये सब बहुत कम था........
ट्रेन चले हुए तीन घंटे से ऊपर हो चुके थे जबकि पूजा मेरे बाह में अपने हाथ फसा कर अपना सर मेरे कंधे पे रखे मस्त सो ही रही थी....फिर कुछ देर बाद हम उसको आवाज दे कर उठाए तो ऐसे उठी जैसे पता नही क्या हुआ हो.....वो बोली पहुंच गए क्या......तो हम बोले नही बच्चा भूख नही लगा है तुमको चलो कुछ खा लो अब.....9 से ऊपर टाइम हो रहा है....वो बोली भक्क सोने देते ना हमको कितना गहरा नींद में थे हम......हम बोले की कुछ खा लो फिर सो जाना भूखे नही रहने देंगे चलो जाओ मुंह पे पानी मार के आओ तब तक हम खाना निकालते है......वो बोली नहीं कही नही जायेंगे हमको सोना है और वो फिर से मेरा बाह में अपना हाथ एडजस्ट की और सोने लगी हम स्टॉल के अंदर से उसकी चूची को जोर से दबाए तो वो सिसकियाते हुए उठी और बोली जान प्लीज ना सोने दीजिए ना हम बोले की सोना ना पर पहले कुछ खा लो उसके बाद......वो एकदम ऐसा मुंह बना कर उठी की क्या ही बताऊ......बाथरूम से फ्रेश हो कर आई पर अब भी वो सोने के ही मूड में थी हम तब तक खाना निकाल लिए थे......वो बोली की आप ही खिलाओ और ये कह कर मेरे कंधे पे फिर से सर रख ली और हम उसको खिलाने लगे और खुद भी खाए.....खाने के बाद वो बस बॉटल से पानी पीने के लिए हाथ चलाई और फिर से आंख बंद कर के मेरे कंधे पे सर रख दी हम बोले ओ मैडम हमको तो हाथ धो कर आने दो तो वो ऊहू कर के उठी और खिड़की की तरफ देखने लगी......और उसपे टेक लगा कर बैठ गई हम गए हाथ मुंह धोए बाथरूम गए और वापिस आए और पूजा को जब हम अपनी ओर आने बोले तो मना कर दी बोली आप सोने नही देते......हम बोले आ जाओ और अब सो लो ना मेरा जान हम तो खाना खाने के लिए ना बोले थे चलो गुस्सा नही करो आओ इधर वरना हम उधर आ जायेंगे फिर सोच लेना हम कहा कहा सर घुसाएंगे और ये कह कर उसके कमर के पास चिकोटी काट लिए वो कसमसा कर रह गई.....फिर वो मेरे पास आई स्टॉल को वैसे ही ओढ़ी और फिर वो हमको मेरे लंड के पास जोर से दबा दी.....और बोली ज्यादा बोलिएगा ना तो इसको ही खा जायेंगे हम.....हम मुंह बनाते हुए बोले की फिर अपनी रानी का क्या करोगी और हस दिए तो वो भी हस दी....और फिर से मेरे कंधे पे सर रख के खिड़की से बाहर की तरफ देखने लगी......हम इधर उसके जैकेट का चैन खोलने लगे तो वो हमको देखी पर फिर अपना मुंह घुमा ली और बाहर देखने लगी.....हम चैन खोले और सूट के ऊपर से ही उसकी चूचियों को दबाने लगे......वो अपने आप को एडजस्ट की थोड़ा और आराम से दबवाने लगी और अपना हाथ मेरे लंड पे ले जा के रख दी.....जो उसके स्पर्श से अब खड़ा होने लगा था......सूट के ऊपर से दबाते दबाते हम अब उसके सूट के कमर के साइड से जहा से कट होता है वहा से हाथ घुसाए और ब्रा के ऊपर से दबाने लगे अब उससे बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा था वो हमसे धीरे से बोली जान आप आग लगा रहे है फिर देखिएगा कंट्रोल नही होगा हमसे.......हम बोले की पानी की बौछार कर देंगे और ठंडी हो जाओगी जानेमन.........वो बोली तो कुछ नही पर उसकी आंखो में साफ साफ दिख रहा था की वो मना कर रही थी......हम भी सोचे की चलो बेचारी को बक्श देते है......और फिर ब्रा के ऊपर से अंतिम बार उसके खड़े हो चुके निप्पल को कस कर उमेठ दिए जिससे वो हल्के से आह जान आह ओह.....कर के रह गई और हम अपना हाथ उसके सूट से बाहर निकाल कर वापिस सूट के ऊपर से उसके चूची पे रख कर बैठ गए......वो हमको एकदम जोर से अपने साथ दबा ली जैसे वो अंदर ही अंदर झड़ गई हो......कुछ देर ऐसे ही पकड़े रहने के बाद वो मेरे कान के निचले हिस्से को मुंह में ले के चुभलाते हुए बोली आई लव यू जान मेरा.....उसके चुभलाने से बड़ा गुदगुदी हुआ हम उसको जवाब में आई लव यू टू जान बोले और फिर वो ऐसे ही बाहर देखती रही जबकि हम उसके सर पे ऊपर से अपना सिर टिका कर बैठे रहे और कुछ देर में वो फिर से सो गई.........
हमारे बोगी में लोग कम ही थे......और रांची आने में अब लगभग एक घंटा रह गया था.....अब मेरी भी आंख लगने लगी थी की तभी टीटी महाराज प्रकट हो गए.....वो टिकट मांगा तो बड़े बेमन से हम स्टॉल के अंदर से हाथ निकाले और ऐसा करने से पूजा भी जाग गई.....वो नही देखी की टीटी आया हुआ है.....वो नींद में थी तो वो टीटी को दूसरा कोई समझ के पूछती है क्या है ....
फिर रांची स्टेशन पे ट्रेन लग गई और हम दोनो बाहर आ गए......पूजा एकदम पत्नी जैसे बिहेव कर रही थी हाथ मेरा तो एक पल के लिए नही छोड़ी थी पटना से ट्रेन चलने के बाद और जब वो पूछी की आज होटल कहा लेंगे तो हम बोले की चलो तो यही बाजू में है और जब उसको ले के होटल के प्रांगण में घुसे तो वो बोली जान ये महंगा होटल होगा ना तो हम बोले की चुप रहो ना तुम चलो अब.....और फिर अमन को कॉल लगाए तो वो उसी होटल से बाहर आया और बोला जानते थे भाई की गाड़ी इसी टाइम आती है इसलिए यहां पहले से आया हुआ था उसके साथ एक लड़की थी जो उस होटल की अटेंडेंट में से एक थी उससे परिचय करवा दिया वो और बोला की भईया ये आपको हेल्प कर देगी सब चीज में और बाकी बात आप फोन पे कर लीजिएगा हमसे......और वो चला गया जबकि वो लड़की हमे हमारे कमरे तक ले के गई और जब पूजा अंदर का नजारा देखी तो बोली वाओ जान बहुत सुंदर रूम है बहुत महंगा होगा ना.....
हम बोले अब हनीमून पे आए है तो इतना तो बनता है ना.........वो शर्मा कर मेरे गले लग गई.......