अंकिता की चूत में मेरा लंड

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Antarvasna, hindi sex story: मैं लखनऊ का रहने वाला हूं और मैं अपने पिताजी के व्यापार को संभाल रहा हूं। मेरे बड़े भैया की शादी हो जाने के बाद घर में सब कुछ बदलता चला गया क्योंकि मेरे और भैया के बीच में बिल्कुल भी नहीं बनती थी इसलिए पापा ने फैसला किया कि हम दोनों अब अलग ही रहे हैं। हम लोग अलग रहने लगे थे मैं अपने परिवार के साथ पापा और मम्मी के साथ ही रहता हूं और भैया भाभी के साथ रहते हैं। अब हम दोनों अलग रहने लगे थे इसलिए मैंने अपना नया कारोबार शुरू कर लिया था। मैं अपने काम से खुश हूं और जिस तरीके से मेरा काम चल रहा है उससे मुझे बहुत खुशी है। एक दिन मैं महेश को मिलने के लिए उसके घर पर गया क्योंकि महेश की तबीयत ठीक नहीं थी इसलिए मुझे उसको मिलने के लिए उसके घर पर जाना पड़ा।

जब मैं महेश को मिला तो महेश ने मुझे कहा कि तुमने बहुत ही अच्छा किया जो तुम मुझसे मिलने के लिए आ गए। मैं महेश को एक महीने बाद मिल रहा था और महेश ने मुझे कहा कि मेरी तबीयत अब पहले से ठीक है। महेश की तबीयत अचानक से बिगड़ गई थी जिससे कि उसे अस्पताल लेकर जाना पड़ा था लेकिन मुझे इस बारे में कुछ खबर नहीं थी। जब मुझे इस बारे में जानकारी मिली तो मैं महेश को मिलने के लिए उसके घर पर गया और महेश की तबीयत में काफी सुधार था। मैं उस दिन जब घर लौटा तो मेरी मुलाकात उस दिन रास्ते में अंकिता से हुई अंकिता से मैं काफी लंबे समय बाद मिल रहा था। अंकिता हमारी कॉलोनी में ही रहती है और अंकिता से मेरी काफी अच्छी बातचीत है लेकिन उससे काफी लंबे अरसे बाद मेरी मुलाकात हुई थी तो मुझे अंकिता से मिलकर अच्छा लगा और अंकिता भी मुझसे मिलकर काफी खुश थी।

हम दोनों एक दूसरे से काफी देर तक बातें करते रहे फिर मैं घर वापस लौट आया था। जब मैं घर वापस लौटा तो उस दिन पापा और मम्मी ने मुझसे कहा कि बेटा हम लोग कुछ दिनों के लिए बनारस जा रहे हैं। मैंने उन्हें कहा कि क्या वहां कोई जरूरी काम है तो उन्होंने कहा कि नहीं वहां हमें किसी की शादी में जाना है। हमारे कोई दूर के रिश्तेदार है उनकी शादी बनारस में थी इसलिए पापा और मम्मी कुछ दिनों के लिए वहां जाना चाहते थे। वह लोग अब बनारस चले गए थे मैं घर पर अकेला ही था इसलिए मैं खाना बाहर से ही खा कर घर लौटा करता। जब मैं घर लौटता तो उस वक्त मुझे रात हो जाया करती थी। काफी दिनों बाद मुझे अंकिता मिली जब मैं अंकिता से मिला तो अंकिता ने मुझे कहा कि वह कुछ दिनों के लिए अपने दीदी के घर गई हुई थी। मेरी अंकिता से काफी देर तक बातें हुई अंकिता मेरी काफी अच्छी दोस्त है और जब भी मुझे अंकिता की जरूरत होती तो वह हमेशा ही मेरी मदद के लिए तैयार रहती।

अंकिता को मैं काफी सालों से जानता हूं अंकिता बहुत ही चुलबुली किस्म की है और वह काफी शरारती भी है लेकिन अंकिता ने हमेशा ही मेरा साथ दिया है। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि अंकिता और मेरे बीच में प्रेम संबंध चलने लगेगा। हम दोनों का प्रेम संबंध चलने लगा था और हम दोनों काफी खुश थे जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे के साथ रिलेशन में हैं। मेरा और अंकिता का रिलेशन काफी अच्छा से चल रहा है और अब यह बात मेरे परिवार वालों को भी पता चल चुकी थी इसलिए वह लोग चाहते थे कि हम दोनों शादी कर ले। मैंने जब अंकिता से इस बारे में कहा तो अंकिता ने मुझे कहा कि उसे अपने पापा और मम्मी से इस बारे में बात करनी पड़ेगी। अंकिता के पापा को अभी तक हम दोनों के रिलेशन के बारे में कुछ जानकारी नहीं थी लेकिन जब उन्हें हम दोनों के रिलेशन के बारे में पता चला तो वह मुझसे मिलना चाहते थे।

हालांकि वह मुझे जानते हैं लेकिन फिर भी वह चाहते थे कि हम लोग मुलाकात करें और मैं जब अंकिता के घर पर गया तो अंकिता के पिता ने मुझसे पूछा क्या तुम अंकिता से प्यार करते हो। मैंने उन्हें कहा हां मैं अंकिता से प्यार करता हूं और उससे मैं शादी करना चाहता हूं। वह मेरे परिवार को काफी सालों से जानते हैं इसलिए उन्हें इस रिश्ते से कोई एतराज नहीं था और अब हम दोनों के परिवार वालों की रजामंदी से हम दोनों की सगाई तय हो चुकी थी। जब हम दोनों की सगाई हुई तो मैंने अपने दोस्तों को भी अपनी सगाई में बुलाया था। मेरी और अंकिता की सगाई हो जाने के बाद हम दोनों बहुत ही खुश हैं जिस तरीके से हम दोनों का मिलना होता और हम दोनों एक दूसरों को समझते हैं उससे मुझे काफी अच्छा लगता है। अंकिता और मैं एक दूसरे को बहुत प्यार करते हैं मैं अंकिता के साथ रिलेशन में खुश हूं और कोशिश करता हूं कि हम दोनों साथ में ज्यादा समय बिताया करें। मुझे जब भी मौका मिलता है तो मैं अंकिता के साथ समय बिताने की कोशिश किया करता हूं और जिस तरीके से अंकिता और मेरा रिलेशन चल रहा है वह काफी अच्छा है।

अंकिता मुझसे बहुत प्यार करती है और मैं भी अंकिता से बहुत प्यार करता हूं इसलिए हम दोनों चाहते थे कि हम दोनों अब जल्दी से शादी कर ले। जब हम दोनों की शादी का दिन तय हो गया तो हम दोनों बड़े खुश थे और हम दोनों की शादी हो जाने के बाद अंकिता ने घर की सारी जिम्मेदारी को बखूबी निभा लिया था। सब लोग इस बात से बड़े खुश हैं कि अंकिता ने घर की सारी जिम्मेदारी को अच्छे से निभाया है और सब कुछ बहुत ही अच्छे से चल रहा है। अंकिता और मैं एक दूसरे के साथ बहुत खुश हैं और जिस तरीके से हम दोनों का शादीशुदा जीवन चल रहा है उससे मुझे काफी खुशी है कि अंकिता मुझे बहुत ही अच्छे से समझती है और मैं भी अंकिता को अच्छे से समझता हूं। एक दिन अंकिता ने मुझे कहा कि आज मुझे शॉपिंग के लिए जाना है और उस दिन अंकिता के साथ मैं शॉपिंग के लिए चला गया।

हम दोनों शॉपिंग करने के बाद जब वापस घर लौट रहे थे तो रास्ते में गाड़ी खराब हो गई मैंने अंकिता से कहा कि हम लोग ऑटो से ही घर चलते हैं। अंकिता ने कहा ठीक है हम लोग ऑटो से ही घर चलते हैं और हम लोग पर पहुंच चुके थे अगले दिन से मैं अपने काम पर बिजी रहने लगा था अंकिता के साथ जब भी मैं होता तो मुझे अच्छा लगता। हम दोनों एक दूसरे के साथ अपने रिलेशन को बड़े ही अच्छे से चला रहे हैं। जिस तरीके से हम दोनों का रिलेशन चल रहा है उससे मुझे बहुत ही खुशी है कि अंकिता और मैं एक दूसरे को बहुत ज्यादा प्यार करते हैं। अंकिता और मै एक दूसरे के साथ सेक्स करने के लिए तडपते है। दो दिन पहले हम दोनो मेरे दोस्त की शादी से घर लौटे। उस दिन मैं और अंकिता एक दूसरे की बांहो मे थे। हम दोनो सेक्स के लिए तडप रहे थे। मैंने अंकिता से कहा मैं तुम्हारी चूत के अंदर लंड डाल देता हूं। वह मेरे लंग को लेने के लिए तडप रही थी।

मैंने अंकिता के सामने अपने लंड को किया। वह मेरे कडक लंड को अपने मुंह मे ले रही थी। उसने मेरे लंड से पानी निकाल दिया था। अब हम दोनो ही तडप रहे थे। मैंने अंकिता से कहा तुम मेरे लंड को गले तक उतार लो। उसने मेरे लंड को चूसकर मेरे लंड से पानी निकाल दिया था। मेरा लंड लाल हो चुका था और मैं अंकिता को अपनी बांहो मे भरने लगा। अंकिता की चूत से बहुत ही अधिक पानी निकाल रहा था। वह मेरे सामने नंगी लेटी हुई थी। मैं उसकी चूत पर अपनी उंगली को लगा रहा था।अंकिता की चूत से पानी बाहर निकल रहा था। अंकिता मुझे कहने लगी मेरे स्तनो को चूस लो और मैं उसके स्तनो को चूस रहा था। जब मैं उसके स्तनो को चूस रहा था तो वह मजे मे थी और अपने पैरो को आपस मे मिला रही थी। मैंने उसके स्तनो को बहुत अच्छे से चूसा और अब वह मेरे लंड को मुंह मे ले रही थी।

वह मेरे लंड को चूस रही थी और जब उसकी चूत पर मैंने अपने लंड को सटाया तो उसके मुंह से आवाज निकली और मेरा लंड उसकी चूत मे जा चुका था। अब वह सिसकारियां ले रही थी। उसकी चूत के अंदर तक मेरा लंड घुस चुका था। मैंने अब अपने लंड को तेजी से अंकिता की चूत के अंदर बाहर करना शुरु किया। अंकिता की चूत से पानी तेजी से निकल रहा था। अब हम दोनो जमकर एक दूसरे का साथ दे रहे थे। मेरा लंड अंकिता की चूत के अंदर बाहर तेजी से हो रहा था। वह बोली और तेजी से चोदो। मैंने उसे तजी से पेल रहा था। वह अपनी सिसकारियो से मेरी आग बढाती जा रही थी और मेरा माल उसकी चूत मे जाने को बेताब था। मैंने अंकिता की चूत के अंदर माल को गिरा दिया था़। मैंने अपने लंड को उसकी चूत से बाहर निकाला तो उसने मेरे लंड पर लगा माल चाट लिया मुझे बहुत ही मजा आया जब अंकिता ने मेरे लंड पर लगे माल को चाट लिया था।
 
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