उसकी चूत की गर्मी को झेल गया मैं

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Antarvasna, hindi sex kahani: कविता और मेरा डिवोर्स हो चुका था। मैं मानसिक रूप से काफी ज्यादा तनाव में था और मैं बहुत ज्यादा परेशानी से जूझ रहा था। मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था आखिर ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए क्योंकि मेरे पास कोई भी जवाब नहीं था। कविता और मैं एक दूसरे को आज से 5 वर्ष पहले मिले थे। जब हम दोनों कॉलेज के दौरान एक दूसरे से मिले तो हम दोनों को एक दूसरे का साथ काफी अच्छा लगने लगा। मैं कविता को दिल ही दिल चाहने लगा था लेकिन कविता की तरफ से कुछ भी ऐसा नहीं था परंतु जब मैंने कविता को प्रपोज किया तो वह भी मना ना कर सकी और हम दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे थे। मैं जब कविता के साथ होता तो मुझे काफी अच्छा लगता लेकिन अब समय के साथ-साथ हम दोनों का रिलेशन पूरी तरीके से खत्म हो चुका है। कविता और मेरा डिवोर्स हो चुका था जब हम दोनों का डिवोर्स हुआ तो उसके बाद मुझे कुछ भी समझ नहीं आया मुझे क्या करना चाहिए। मैं पूरी तरीके से टूट चुका था और शायद कविता भी इस बात से काफी ज्यादा परेशान थी लेकिन अब मेरा उस से कोई भी संपर्क नहीं था।

हम दोनों एक दूसरे से अलग रहने लगे थे मुझे अब यह लगने लगा था। मेरी छोटी बहन सुनीता ने मेरी काफी मदद की अब मैं इन सब चीजों से बाहर निकल कर अपने काम पर पूरी तरीके से ध्यान देने लगा था। मैं पापा के बिजनेस को अच्छे से संभालने लगा था और पापा भी इस बात से बड़े खुश हैं जिस तरीके से मैं पापा के बिजनेस को संभाल रहा हूं। सब कुछ बड़े ही अच्छे से चल रहा है अब घर में पहले की तरह ही खुशियां लौट आई हैं और सब कुछ काफी अच्छे से चल रहा है। एक दिन मैं सुबह के वक्त घर से निकल ही रहा था मैंने देखा हमारे पड़ोस में एक नई फैमिली शिफ्ट हुई है पहले जो फैमिली वहां रहा करती थी वह लोग अब वहां से जा चुके थे। मुझे अपने काम पर जाना था और मुझे देर हो रही थी इसलिए मैं वहां से निकल गया। मैं जब शाम के वक्त वापस लौटा तो मुझे हमारे पड़ोस में एक लड़की दिखी।

कहीं ना कहीं उस लड़की को देखकर मैं उसे पसंद करने लगा था वह मुझे बहुत पसंद आ चुकी थी लेकिन मैं उसके बारे में कुछ जानता नहीं था। कविता और मेरे डिवोर्स को अभी काफी समय बीत चुका था लेकिन मेरे पास अभी भी कोई जवाब नहीं था और ना ही मैं इस बात को समझ पाया था कि आखिर कविता और मेरे डिवोर्स की मुख्य वजह क्या रही। मैं यह भूलकर अपनी जिंदगी को अच्छे से जीने की कोशिश कर रहा हूं। मेरे पड़ोस में रहने वाली लड़की जिसका नाम कावेरी है उससे अब मैं बातें करने लगा था। हम लोगों की बातें ज्यादा तो नहीं होती थी लेकिन अब हम लोगों का परिचय अच्छे से हो चुका था और मुझे कावेरी बहुत ही पसंद थी। कावेरी को भी मेरे साथ अच्छा लगता मैंने कावेरी की कई बार मदद की उसे जब भी कॉलेज जाना होता तो मैं उसे कॉलेज छोड़ दिया करता। मैंने कभी भी उससे अपने दिल की बात नहीं कही लेकिन मेरे दिल में अब कावेरी को लेकर यह चल रहा था कि मैं उसे प्रपोज करूं।

मैं अपनी शादीशुदा जिंदगी को भूलकर अब आगे बढ़ चुका था और मैं चाहता था मेरी जिंदगी अच्छे से चले। मेरी जिंदगी अब अच्छे से तभी चल पाती जब कावेरी मेरी जिंदगी में आ जाती लेकिन कावेरी और मेरे बीच में अभी तक प्यार का इजहार नहीं हो पाया था। जब मैंने कावेरी से अपने प्यार का इजहार किया तो मुझे काफी ज्यादा अच्छा लगा और कहीं ना कहीं कावेरी भी बहुत ज्यादा खुश थी। अब वह और मैं एक दूसरे से रिलेशन में है कावेरी को मैंने अपनी जिंदगी के बारे में सब कुछ बता दिया था और उसे यह बात मालूम थी मेरा डिवोर्स हो चुका है। उसे इस बात से शायद कोई फर्क नहीं पड़ता था मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पडता था लेकिन हमारी फैमिली शायद इस बात के लिए तैयार नहीं थी। ना तो मेरे परिवार वाले इस बात के लिए तैयार थे कि मैं कावेरी से शादी करूं और ना ही कावेरी की फैमिली इस बात के लिए तैयार थी। कावेरी का कॉलेज भी पूरा हो चुका था और वह जॉब पर जाने लगी थी लेकिन मैं कावेरी से जब भी मिलता तो मुझे काफी अच्छा लगता।

हम दोनों एक दूसरे से कम ही मिला करते थे क्योंकि हम दोनों के परिवार वालों को यह बिल्कुल भी पसंद नहीं था कि हम दोनों एक दूसरे से मिले और एक दूसरे के साथ हम लोग अपने रिलेशन को आगे बढ़ाए। मुझे लगने लगा था मैं कावेरी के साथ जिस तरीके से रिलेशन में हूं उससे कहीं ना कहीं मैं अपने पुराने रिलेशन को भूलकर अब आगे बढ़ चुका था। कावेरी ने मेरी काफी मदद की थी। एक दिन कावेरी और मैं साथ में बैठे हुए थे उस दिन कावेरी के परिवार मैं कोई भी नहीं था क्योंकि कावेरी के घर वाले अपने किसी काम से दिल्ली गए हुए थे और कावेरी घर पर अकेली थी। हम दोनों एक दूसरे को मिले तो हमारी बात काफी देर तक हुई। हम दोनों साथ में थे और हम दोनों ने एक दूसरे से बातें की। जब हम दोनों एक दूसरे के साथ थे तो हम दोनों को काफी अच्छा लग रहा था जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे से बातें कर रहे थे।

मैंने कावेरी से कहा कावेरी मैं चाहता हूं मैं तुम्हारे साथ शादी के बंधन में बध जाऊं लेकिन फिलहाल यह संभव हो नहीं पाया था और ना ही कावेरी इस बात के लिए तैयार थी क्योंकि कावेरी नहीं चाहती थी कि उसके परिवार वाले जब हम दोनों के रिश्ते के लिए मान जाए तो ही हम दोनों अपने रिश्ते को आगे बढ़ाएं। वह लोग इस बात के लिए तैयार नहीं थे और ना ही मेरे परिवार वाले हम दोनों की शादी के लिए तैयार थे। हम दोनों एक दूसरे के साथ अपने रिलेशन को अच्छे से चला रहे हैं। मैं जब भी कावेरी के साथ होता हूं तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता है और कावेरी को भी काफी अच्छा लगता है। जब भी वह मेरे साथ होती और हम दोनों एक दूसरे के साथ समय बिताया करते तो हम दोनों को एक दूसरे का साथ बहुत ही अच्छा लगता। मैं बहुत ही ज्यादा खुश हूं जिस तरीके से हमारा रिलेशन चल रहा है।

मैं कावेरी से बहुत ज्यादा प्यार करता हूं हम दोनों को जब भी मौका मिलता तो हम दोनों एक दूसरे से मिल लिया करते हैं और मुझे कावेरी के साथ समय बिताना काफी अच्छा लगता है कावेरी को भी बहुत अच्छा लगता है जब भी वह मेरे साथ होती है। कावेरी और मैं जब भी एक दूसरे को मिला करते तो हम दोनों का बहुत अच्छा लगता। जब भी हम दोनों अकेले होते तो हम दोनों अकेले मे अच्छा समय बिताते। एक दिन मेरे घर पर कोई भी नहीं था क्योंकि कावेरी मेरे पड़ोस में ही रहती है इसलिए मैंने उससे कहा आज मेरे साथ मेरे घर पर चलो। कावेरी भी मेरी बात मान गई और वह मेरे साथ मेरे घर पर आ गई। कावेरी और मैं एक दूसरे के साथ बैठकर बातें कर रहे थे लेकिन मैं चाहता था कावेरी के साथ सेक्स करूं। मैंने कावेरी के रसीले होठों को चूमा तो वह बहुत गर्म होने लगी और उसकी गर्मी बढ़ने लगी थी। मैंने कावेरी से कहा मेरी गर्मी तो तुमने पूरी तरीके से बढ़ा दिया है। वह मुझे कहने लगी हां मुझसे भी रहा नहीं जा रहा है। कावेरी ने अपने कपड़ों को उतारा जब कावेरी ने अपने कपड़ों को उतारा तो मुझे अच्छा लगने लगा था और कावेरी भी बहुत ज्यादा खुश थी।

मैंने कावेरी की गर्मी को बढ़ा दिया था लेकिन जैसे ही मैंने कावेरी के स्तनो को चूसना शुरू किया तो वह तड़पने लगी। वह मुझे कहने लगी मुझसे रहा नहीं जा रहा है। मैंने कावेरी की पैंटी को उतारकर उसकी चूत पर उंगली का स्पर्श किया तो वह तडप रही थी। मैंने अब कावेरी से कहा मुझे मजा आ रहा है और मैंने उसकी चूत के अंदर से पानी निकाल दिया था। मैंने जैसे ही कावेरी की चूत के अंदर अपनी उंगली को डालने की कोशिश की तो मेरा लंड उसकी चूत मे जा नहीं रहा था। मैंने कावेरी की चूत के अंदर अपने लंड को घुसा दिया था। मेरा लंड कावेरी की चूत के अंदर बाहर हो रहा था और मै उसे तेजी से चोदे जा रहा था। वह अब मादक आवाज मे मेरी गर्मी को बढा रही थी और मैं उसे तेजी से चोद रहा था। मैंने कावेरी की चूत की दीवार से लंड को सेट कर दिया था और मैं उसे तेजी से धक्के मार रहा था।

मेरे लंड से पानी निकल रहा था कावेरी बोली मुझे मजा आ रहा है। मै कावेरी को जमकर चोद रहा था और जिस तरह वह मुझे अपने पैरो के बीच मे जकड रहा था तो मैं उसे तेजी से चोद रहा था। अब वह मुझे कहने लगी मुझे मजा आ रहा है। मेरा लंड अब उसकी चूत की गर्मी को झेल नहीं पा रहा था। वह बोली मैं झड चुकी हूं और जैसे ही मैंने अपने लंड को बाहर निकाल कर उसके स्तनो के अंदर अपने माल को गिरा दिया था और मैं काफी खुश था। वह भी बहुत ज्यादा खुश हो गई थी। उसने मेरे लंड को चूसा और मेरे लंड पर लगे माल को साफ कर दिया था और मैं बहुत ही ज्यादा खुश था जिस तरह उसकी चूत के मजे मैंने लिए और कावेरी ने भी मेरा साथ अच्छे से दिया।
 
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